धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 3 अक्टूबर। शारदीय नवरात्र आज से प्रारंभ हो गया है। शुभ मुहूर्त में मंदिर में जोत प्रज्वलित किए गए। श्रद्धालु सुबह से देवी मंदिरों में माता का दर्शन करने पहुंचते रहे, वहीं पंडालों में भी माता रानी की मूर्ति स्थापित की गई। शहर की आराध्य देवी मां विंध्यवासिनी मंदिर (बिलाई माता) समेत अन्य देवी मंदिरों में शुभ मुहूर्त में दीप प्रज्वलन किया गया। देर शाम से मनोकामना ज्योत से जगमगाने लगे।
शहर में सार्वजनिक दुर्गोत्सव समितियों द्वारा 40 वार्डों में लगभग 100 बड़ी मूर्तियां विराजित की है। आज सुबह से देर-शाम तक मूर्ति स्थापना का सिलसिला चलता रहा। अधिकांश भक्त 2 अक्टूबर को ही मूर्तियां पंडालों में लाकर रख लिए थे। नवरात्र के प्रथम दिन शहर का बाजार भी व्यापार से गुलजार रहा।
मंदिरों में उमड़ी भक्तों की भीड़
नवरात्र के प्रथम दिन नगर की आराध्य देवी मां विंध्यवासिनी सहित अंगार मोती मंदिर व अन्य देवालयों में सुबह से देर-रात तक भक्तों की भीड़ पूजा-दर्शन करने उमड़ती रही। भक्तों ने परिवार की खुशहाली की कामना की। मंदिरों को आकर्षक लाइट से डेकोरेट भी किया है, जो अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। शहर की प्राय: सभी 40 वार्डों में 2 से 3 जगह सार्वजनिक रूप से देवी की प्रतिमा विराजित हुई है। दुर्गोत्सव समितियों द्वारा पंडाल और सडक़ों को रंग-बिरंगे लाइट और तोरण से आकर्षक लुक दिया है। मंदिरों के बाहर मेला सा उत्सव है।
मंदिर भी नए स्वरूप में नजर आई देवी मां
धमतरी की आराध्य देवी मां बिलाई माता मंदिर में हर साल की तरह इस साल भी शारदीय नवरात्र पर्व को लेकर तैयारी पूर्ण हो चुकी है। यहां पर छत्तीसगढ़ सहित देश भर से लोग अपनी मनोकामना पूर्ण करने आस्था के ज्योत जलाते हैं। मंदिर के कलश गृह में हजारों ज्योत जगमगाते हैं। इस वर्ष मंदिर परिसर भी नए स्वरूप में नजर आए।
इन मंदिरों में प्रज्वलित हुई ज्योत
मां अंगारमोती गंगरेल, मां दंतेश्वरी मंदिर रिसाई पारा, बम्लेश्वरी मंदिर ब्राह्मणपारा, कालिका मंदिर गोकुलपुर, शांति कॉलोनी चौक, काली मंदिर बस स्टैंड, दुर्गा मंदिर रायपुर रोड, रत्नेश्वरी मंदिर रत्नाबांधा मंदिर समिति ने भी घी की शुद्धता को लेकर देशी घी, स्थानीय होटलों में निर्मित घी, देवभोग घी से ज्योत जलाई गई। कुरूद, नगरी के देवी मंदिरों में भी हजारों की संख्या में ज्योत प्रज्वलित हुई।