राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 जनवरी। शासकीय शिवनाथ विज्ञान महाविद्यालय में 2 जनवरी को प्राणी विज्ञान, वनस्पति एवं रसायन विज्ञान के संयुक्त तत्वावधान में प्राचार्य डॉ. आईआर सोनवानी के मार्गदर्शन में पर्यावरण जागरूकता अभियान के तहत पर्यावरण और जीवन विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया।
सभा को संबोधित करते प्राचार्य डॉ. सोनवानी ने कहा कि पर्यावरण का संरक्षण एवं संवर्धन समय की मांग है। पुराणों में कहा गया है कि 10 पुत्रों के समान एक वृक्ष है, गांव व शहरों में पहले कुंआ, बावड़ी, तालाब होते थे, ये सिंचाई व मछली पालन के साधन थे। बढ़ती हुई जनसंख्या के आपूर्ति में हमारे प्राकृतिक संसाधन कम पड़ते जा रहे हैं।
डॉ. एसआर कन्नोजे सहा. प्राध्यापक प्राणी विज्ञान ने कहा कि वृक्षों के कण-कण में देवता का वास है, वृक्ष बादलों का आकर्षित कर वर्षा कराते हैं, अपने जड़ोंं द्वारा मिट्टी को कसकर पकड़े रहते हैं, पथिक को छाया व शांति देते हैं व कई जीवों का आश्रय होने के साथ ही जीवन की हर आवश्यकता की पूर्ति करते हैं।
डॉ. स्वाति तिवारी सहा. प्राध्यापक वनस्पति विज्ञान ने प्लास्टिक के बढ़ते उपयोग पर विस्तार से चर्चा की। डॉ. अबध किशोर झा सहा. प्राध्यापक रसायन विज्ञान ने वायु में तेजी से बढ़ते प्रदूषण पर चिंता जाहिर करते कहा कि वर्तमान में पेट्रोल, डीजल की खपत बढ़ी है, हजारों लीटर ईंधन के रूप में जलाये जा रहे हैं, इनसे निकलने वाली विषाक्त गैसें जीवनकाल को कम कर रही है।
डॉ. संगीता गुप्ता रसायन शास्त्र विभाग ने कहा कि पेड़-पौधे ऑक्सीजन की फैक्ट्री है, जो हमें प्राण वायु देते हैं, जंगलों के निर्माण में सदियों लग जाते हैं और उजाडऩे में कोई समय नहीं लगता। पेड़ बचाओ- जीवन बचाओ के संकल्प के साथ सभा का समापन हुआ। इस अवसर पर महाविद्यालय के समस्त स्टाफ व ऑनलाइन से विद्यार्थियों ने जुडक़र इस जागरूकता कार्यक्रम का लाभ लिया।