रायपुर
नीलकंठ लड़कियों को सिखा रहे हैं आत्मरक्षा के गुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 4 फरवरी। दीनदयाल उपाध्याय नगर सेक्टर 4 स्थित उद्यान में इन दिनों शिक्षक नीलकंठ वर्मा आसपास की बस्तियों की लड़कियों को नियुद्ध कौशल का प्रशिक्षण देते हुए आत्मरक्षा के पैंतरे सिखा रहे हैं। उनका मानना है कि अपराध के वर्तमान दौर में लड़कियों को आत्मरक्षा के पैंतरे सीखना बेहद जरुरी है। नीलकंठ वर्मा पिछले 5 सालों से शहर के विभिन्न स्थलों की बस्तियों में रहने वाली सुविधा विहीन लड़कियों को नि:शुल्क नियुद्ध कौशल का प्रशिक्षण दे रहे हैं। अब तक वह लगभग 150 लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखा चुके हैं।
शा.पूर्व.माध्यमिक शाला कन्हेरा में सेवारत शिक्षक नीलकंठ वर्मा ने बताया कि युवावस्था से आरएसएस से जुड़े होने के कारण वह नियुद्ध विद्या में दक्षता रखते हैं। हाल फिलहाल में लड़कियों के साथ बढ़ते अपराध को देखते हुए उन्होंने सुविधा विहीन लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाने का फैसला किया। इसके लिए सबसे पहले उन्होंने अपने स्कूल की लड़कियों को नियुद्ध कला का प्रशिक्षण देना शुरु किया। इसके बाद उन्होंने बस्तियों में रहने वाली लड़कियों को इस कौशल में दक्ष करने का फैसला किया।
नीलकंठ कहते हैं बस्तियों की लड़कियों को नियुद्ध कौशल का प्रशिक्षण देने के लिए उनके पालकों को तैयार करना मेरे लिए सबसे बड़ी चुनौती थी। इसके लिए मैंने बस्तियों पहले पहल नि:शुल्क ट्यूशन पढ़ाना शुरु किया। इस दौरान बच्चों के माता पिता से मेरा नाता जुड़ा। मैंने उन्हें धीरे धीरे उनकी लड़कियों को प्रशिक्षण के लिए तैयार किया। पालकों की सहमति के बाद मैंने बस्तियों के आसपास सामुदायिक भवन, उद्यानों में नियुद्ध प्रशिक्षण देना शुरु किया।
रामकुंड, रायपुरा, पुरानी बस्ती सहित शहर की कई बस्तियों में लड़कियों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दे चुके नीलकंठ वर्मा प्रशिक्षण के दौरान लड़कियों का उस बकरी का किस्सा सुनाते हैं जो साहस के दम से भेडि़ए से जा भिड़ती है। आक्रामक रवैया रखते हुए दुश्मन को पंच मारने के साथ साथ वह लड़कियों को पाद प्रहार जैसे पैंतरे भी सिखाते हैं।