कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 10 मार्च। पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज के मार्गदर्शन में कोण्डागांव जिला पुलिस बल तथा आईटीबीपी 29वीं वाहिनी तथा सीआरपीएफ 188वी वाहिनी के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में रोजगार तथा स्थानीय जनता से बेहतर तालमेल के लिए 45 स्थानीय युवक व युवतियों को 4 महिनों से शारीरिक व बौद्धिक प्रशिक्षण दिया जा रहा था। इन नव जवानों में से कुल 16 युवकों ने हाल ही में छत्तीसगढ़ पुलिस भर्ती प्रक्रिया में बाजी मारी है।
10 मार्च को सभी चयनित युवा पुलिस अधीक्षक कार्यालय जिला कोण्डागांव पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी को धन्यवाद ज्ञापित करने पहुंचे। जहां पुलिस अधीक्षक सिद्धाथ तिवारी ने सभी चयनित युवाओं को जीवन में ईमानदारी और मेहनत से कार्य करने की सलाह दी और उनके उज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्हे बधाई व शुभकामनाएं दी तथा उपहार भेंट किये। साथ ही उनके प्रशिक्षकों को भी बधाई देते हुए उनकी प्रशंसा स्वरूप प्रशस्ति पत्र प्रदाय किया गया।
पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के निर्देश पर व कमाण्डेंट सुनिल कुमार सीआरपीएफ 188वीं वाहिनी कैम्प विश्रामपुरी व कमाण्डेंट समरबहादुर सिंह आईटीबीपी 29वीं वाहिनी कैम्प धनोरा के नेतृत्व में सीआरपीएफ 188वीं वाहिनी कैम्प विश्रामपुरी से प्रधान आरक्षक जीडी प्रमोद कुमार राई व प्रधान आरक्षक जीडी अन्जनेया व आईटीबीपी 29वीं वाहिनी कैम्प धनोरा से उपनिरीक्षक जीडी डोला राम शर्मा, जीडी खोत समाधान के द्वारा आर्मी भर्ती-जिला पुलिस भर्ती के लिए नि:शुल्क प्रशिक्षण े दिया गया है। कैम्प विश्रामपुरी व कैम्प धनोरा बस्तर पुलिस रेंज के विशेष अभियान मनवा नवा नार्र के तहत् चिन्हाकिंत कैम्प हैं जहां स्थित कैम्प को आप-पास के क्षेत्रावासियों के लिए समग्र विकास केन्द्र के रूप में उपयोग किये जाने का प्रयास किया जा रहा है। इसी के तारतम्य में पुलिस व आर्मी भर्ती में लगे युवाओं के लिए जिला कोण्डागांव पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी के निर्देश पर थाना धनोरा व विश्रामपुरी में पुस्तकालय सुविधा व लक्ष्य केन्द्र भी शुरू किए गए हैं। जिसका लाभ प्रतियोगी परीक्षा में जुटे स्थानीय युवा उठा रहे है। वर्तमान में कोण्डागांव के विभिन्न सशस्त्र बलों के कैम्प में नक्सल प्रभावित अंचल के 100 से अधिक युवा विभिन्न परीक्षाओं की तैयारी प्राप्त कर हैं।