सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 17 मार्च। राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम ने मां महामाया सहकारी शक्कर कारखाना मर्यादित केरता जिला सूरजपुर में हो रहे भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया।
सदन में श्री नेताम ने कहा कि मां महामाया सहकारी शक्कर कारखाना मर्यादित केरता में व्यापक भ्रष्टाचार किया जा रहा है जिसके कारण किसानों को भारी आर्थिक क्षति हो रही है तथा कारखाने को भी चपत लगाया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ के दूसरे शक्कर कारखाने में मोलासीस को 6500/- प्रति टन से लेकर 7000/- प्रति टन के दर से बिक्रय किया गया है वहीं मां महामाया शक्कर कारखाने में बिना निविदा आमंत्रित किए 5500/- की दर से भ्रष्टाचार कर अपने चहेते फर्म को मोलासीस बेच दिया गया है। केंद्र सरकार के द्वारा 33/- किलो की दर से शक्कर बेचने का दर तय किया गया है जिसमें बगैर निविदा के भ्रष्टाचार कर 31/- किलो में शक्कर बेच दिया गया है। बिना वैकेंसी के सैकड़ों नियुक्तियां की गई है और उसमें से ज्यादातर कर्मचारी फैक्टरी में कार्यरत नहीं है और उनका वेतन उनके खाते में जमा किया जा रहा है। गन्ना परिवहन के निविदा में भी व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है जिसकी जांच कर दोषियों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई किया जाना चाहिए।