सरगुजा
ग्रामीण का निजी जमीन होने का दावा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
लखनपुर, 20 मार्च। वनपरिक्षेत्र के कुन्नी सर्किल अन्तर्गत तूरगा बीट में वन भूमि पर बुधवार को तकरीबन 11 बजे रात उत्खनन कार्य में लगे एक जेसीबी मशीन को वन अमला ने जब्त किया है। मामले के संबंध में बताया जा रहा है कि उक्त भूमि वन विभाग के दायरे में आती है परन्तु ग्राम लोसगा निवासी अनुरंजन उरांव पिता जगदेव का दावा है कि खनन किया जा रहा भूमि उसके खुद का है तथा राजस्व दस्तावेजों में दर्ज है वी-1 पट्टा भी उसके पास मौजूद हैं। बाद इसके उक्त भूमि को वन विभाग अपने क्षेत्र का मानते हुए उत्खनन कार्य में लगे जेसीबी मशीन को जप्त करते हुए डुमरघाट कुन्नी स्थित नाका क्र्वाटर में खड़ा करा दिया है। एकं तरफ़ ग्रामीण के कथनानुसार जमीन राजस्व की उसके खुद की है वहीं वनविभाग वनभूमि पर अतिक्रमण किये जाने का आरोप लगाते हुए जप्ती कारवाही किया है । उक्त खनन किये जा रहे भूमि को लेकर ग्रामीण अनुरंजन पिता जगदेव उरांव तथा
वनविभाग के बीच पेंच फंस गया है। ग्राम तूरगा स्थानीय लोगों का कहना है कि वन विभाग द्वारा लगाया जा रहा आरोप निराधार बेबुनियाद है।जबकि राजस्व एवं वन विभाग के आपसी जांच के बाद ही कोई नतीजा सामने आ सकता है जमीन किसकी है ज्ञात हो सकेगा। गरीब ग्रामीण अपने खुद की जमीन को पाने परेशान हैं वहीं जेसीबी मालिक भी हुए जप्ती कार्यवाही से परेशान हैं। लिहाजा वन परिक्षेत्र अधिकारी सूर्यकांत सोनी ने उत्खनन कार्य बंद कराते हुए जेसीबी मशीन को जप्त कर खड़ा करा दिया है।
ग्रामीण अनुरंजन एवं दूसरे गांव वासियों ने अपने बयान में बताया कि विभागीय अमला के द्वारा पैसे की मांग की जा रही थी मेरे द्वारा नहीं दी जाने पर इस तरह का बदले की भावना रखते हुए कार्रवाई की गई, तथा गरीब ग्रामीण ने बताया कि मनरेगा में किये काम के एवज में मिली मजदूरी के पैसे से खनन कार्य करा रहा था पैसा नहीं मिलने कारण वन अमला ने जानबूझकर मेरे साथ ऐसा बर्ताव किया है।
बहरहाल वन विभाग ने अपनी कार्यवाही कर दिया है। अब देखने वाली बात यह है कि राजस्व एवं वनविभाग मामले में क्या निर्णय लेती है समय पर ज्ञात हो सकेगा।