रायपुर
रायपुर, 30 अप्रैल। हरिद्वार में सम्पन्न कुम्भ मेले के अवसर पर शारदामठ द्वारिका एवं ज्योतिर्मठ उत्तराखण्ड दोनों पीठों के शंकराचार्य पूज्यपाद स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती महाराज के शिविर में प्रतिदिन होने वाली धर्म सभा में स्थानीय मसन्द सेवाश्रम के पीठाधीश साईं जलकुमार मसन्द ने विशेष आमंत्रित वक्ता के रूप में चार व्याख्यान दिए।
वे शिविर के संयोजक ज्योतिर्मठ उत्तराखण्ड के कार्यकारी शंकराचार्य पूज्यपाद स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती महाराज के आमंत्रण पर 8 से 27 अप्रेल तक वहां रहे।
उन्होंने इस अवसर पर भारत व सम्पूर्ण जगत के कल्याण के लिए देश के वरिष्ठ संतों के नेतृत्व में भारत में हर युग में स्थापित रही सनातन वैदिक सिद्धांतों पर आधारित धर्म के शासन की प्रणाली को वर्तमान प्रजातांत्रिक प्रणाली के अंतर्गत ही कुछ वर्षों में ही पुन: लागू कर भारत को फिर से विश्व गुरु बना सकने वाली अपनी 14 सूत्रीय कार्य योजना पर प्रकाश डाला।
साईं मसन्द साहिब ने इस अवसर पर मानव जीवन का मूल उद्देश्य और उसे प्राप्त करने के शास्त्र सम्मत उपाय आदि विषयों पर भी व्याख्यान किए।