बलौदा बाजार
संक्रमितों की पहचान नहीं होने से बढऩे की आशंका
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कसडोल,17 मई। बलौदाबाजार जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की जांच नहीं होने की स्थिति में अपना पांव पसार रहा है। ग्रामीण अंचल में न तो पॉजिटिव की पहचान हो पा रही है और न ही समुचित उपचार हो रहा है। जिसके कारण ग्रामीण परिवार और रिश्तेदारों के संपर्क में आने से फैलने की आशंका बढ़ गई है।
डोर-टू-डोर जांच की जरूरत
विगत 10 मई को कलेक्टर सुनील कुमार जैन द्वारा 6 तहसीलों के 111 ग्रामों की संक्रमित सूची जारी की गई थी। उसमें चैन को तोडऩे ग्रामीणों, जनप्रतिनिधियों, समाज सेवी संगठनों को जागरूकता लाने की अपील की थी।
उक्त जारी सूची में कसडोल तहसील क्षेत्र के 50 से अधिक संक्रमित सूची में चरौदा (क)छरछेद तथा 25 से 50 के बीच संक्रमितों में कटगी, आमगांव, असनीद, खरवे, मटिया, सोनाखान, बोरसी, अर्जुनी (क), हटौद, पीसीद, बरपाली, बिलारी(क), दर्रा कोट शामिल है। इसी तरह 10 से 25 संक्रमित ग्रामों में बम्हनी, छांछी, चरौदा (ब), मड़वा, नगरदा सेल, देवतराई, गोलझर, बलौदा, बरेली, नगेडा, कोसमसरा, पुटपुरा, कुरमाझर शामिल हैं। इसके पूर्व सीएससी कसडोल के ग्राम मोतीपुर मोहतरा दर्रा (क)आमाखोहा सुकली तथा कसडोल नगर के वार्ड 6 एवं 14 को कंटेनमेंट जोन घोषित किया जा चुका है
संक्रमण का गांवों में हो रहा विस्तार
सीएचसी कसडोल द्वारा 16 मई को जारी सूची के अनुसार कसडोल क्षेत्र के 45 लोग संक्रमित पाए गए हैं। जिसमें उपरोक्त शामिल ग्रामों के शामिल संक्रमित लोगों के अलावा बरपानी में 2, छेछर, कुशगढ़, मटिया, रिकोकला में प्रत्येक 1 पॉजिटिव, बरपानी 2, छतवन 2, डोंगरा 2, कुम्हारी 6, नवागांव 3 तथा ग्राम सर्वा में 2 पॉजिटिव मिले हैं। इससे जाहिर होता है कि न तो संक्रमित ग्रामों में कंट्रोल हो पा रहा है और ऊपर से अन्य ग्रामों में पांव पसारने से चिंता बढ़ा दिया है ।
इस संबंध में कसडोल सीएचसी डॉ. सीएस पैकरा ने बताया कि ग्रामीण अंचल में पॉजिटिव संक्रमण पर नियंत्रण हेतु डोर-टू-डोर सर्वे अभियान शुरू कर दिया गया है, जिसमें कोविड के लक्षण का अंदेशा होने पर मितानिन द्वारा तत्काल नियंत्रण हेतु गोलियां दे दी जाती है। साथ ही जिस गांव का सर्वेक्षण पूरा हो जाने पर चिकित्सा विभाग की टीम गांव पहुंचकर सन्देहास्पद व्यक्तियों का कोविड जांच में पॉजिटिव पाए जाने पर कोविड सेंटर अथवा होम क्वॉरंटीन में भर्ती कर उपचार हो रहा है।
डॉ. सीएस पैकरा ने कहा कि होम क्वॉरंटीन मरीजों के असावधानी की शिकायते मिली है जिस पर अब सतत निगरानी रखी जा रही है। बताया गया कि प्रवासी मजदूरों के आने पर कड़ाई से जांच किया जा रहा है।
रोको और टोको अभियान शुरू
कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने ग्रामीणों को संगठित होकर स्वास्थ्य कर्मियों को सहयोग की अपील की। साथ ही पूरे जिले के ग्रामीण अंचलों में जागरूकता रथ के माध्यम सतर्क करने का प्रयास किया जा रहा है। इसी तारतम्य में कलेक्टर श्री जैन के निर्देशन में एसडीएम मिथिलेश डोंडे के नेतृत्व में कसडोल कार्यालय के सामने बेवजह घूमने वालों के लिए रोको और टोको कार्यक्रम 16 मई रविवार को शुरू किया गया है, जिसमें 112 लोगों को रोककर कोविड जांच करने पर 4 पॉजिटिव पाए गए हैं। जिसे एम्बुलेंस के माध्यम कसडोल कोविड सेंटर भेजा गया है।