बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सरसींवा, 17 मई। छत्तीसगढ़ के किसानों पहले से ही अनेकों प्रकार की मार झेलनी रही है करोना की मार पहले से ही उनके सर पर है। दूसरा उस पर खाद -बीज की महंगाई की मार ने परेशान कर दिया है। केंद्र सरकार ने उसके बाद भी खाद के दामों में दुगनी वृद्धि की है।
डीएपी खाद की बोरी पर 600 से अधिक का इजाफा कर दिया है। जिससे इस साल खरीफ सीजन पर धान की खेती करने वाले किसानों पर दोहरी मार पड़ेगी। उक्त बातें ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पंकज चंद्रा ने अपने घर के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा।
श्री चंद्रा ने कहा कि केंद्र की सरकार किसानों का विरोधी है। खाद एवं पेट्रोल डीजल के दाम बेतहाशा वृद्धि किया जा रहा है, जो कि किसानों व आम जनता ओं के लिए करोना काल में दोहरी मार साबित हो रही है। करोना काल में किसानों के सामने आर्थिक संकट उत्पन्न हो रही है।
पिछले डेढ़ महीनों में लॉकडाउन से आर्थिक मोर्चे पर भी बेहाल हो रहे किसानों के लिए यह बड़ा झटका है। हाल ही में पेट्रोल डीजल की कीमतों में वृद्धि हुई है वही लगातार पेट्रोल डीजल के वृद्धि होते ही आ रही है। इसके बाद ऊपर से खाद के दाम में एकाएक बेतहाशा दाम के बढ़ोतरी ने किसानों की कमर तोड़ दी है। इससे किसानों में भारी आक्रोश व्याप्त है।
खाद की बढ़ी कीमतों को वापस लेने की मांग को लेकर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष पंकज चंदा ने अपने घर के बाहर तख्ती लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और बढ़ी हुई कीमतों को वापस लेने की मांग की गई।
आगे कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों पर कोरोना काल में अतिरिक्त बोझ डाल दिया है। वही किसान पहले से ही महंगाई की मार झेलते आ रहे हैं। ऊपर से पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ती हुई कीमत से हलाकान हो रहे हैं।खाद पर बढ़ाई गई कीमतों को वापस नहीं लिया गया, तो केंद्र सरकार के विरोध में व्यापक धरना प्रदर्शन किया जाएगा।