बलौदा बाजार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कसडोल, 19 मई। महासमुंद में झुंड से भटककर पहुंचे दंतैल ने हफ्ते भर उत्पात मचाया। कल दोपहर यह दंतैल अन्य दो हाथियों के साथ कसडोल के जंगल में चले गया। जिससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।
बलौदाबाजार वन मण्डल के अभ्यारण्य वन परिक्षेत्र कोठारी के घने जंगल को विगत तीन साल से स्थाई निवास बनाकर 8 परिक्षेत्रों सहित महासमुंद वन मण्डल के पिथौरा-महासमुंद परिक्षेत्रों के ग्रामीणों के लिए हाथियों का दल खतरा बन गया है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार की रात एक दतैल हाथी सिरपुर क्षेत्र के ग्राम अचानकपुर में किसान कन्हैया लाल ध्रुव के खलिहान पर रखा 30 कट्टा धान खा गया।
अनुमान के अनुसार खलिहान में हाथी कोई 30 कट्टा धान खा गया एवं बोरी में रखे धान को बिखेरकर भारी नुकसान पहुंचाया।
हाथी भगाओ फसल बचाओ समिति के संयोजक राधेलाल सिन्हा ने मीडिया को बताया कि हाथी से परेशान किसान अपने धान को खेत से बचाकर बमुश्किल घर ला रहे हैं। परन्तु हाथी अब खलिहान में रखे धान तक भी पहुच कर उसको खा कर नुकसान पहुंचा रहे हैं।
परिक्षेत्र अधिकारी लवन एन के सिन्हा से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम औरई के किसानों ने बताया था कि 12 मई को अभ्यारण्य कोठारी के झुंड से छिटककर 3 हाथियों को रात्रि गांव के फसल के नजदीक देखा गया था जिसे सामूहिक प्रयास से भगाया गया था।