कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 21 मई। महासमुंद में महिला-बाल विकास विभाग में सामने आए भ्रष्टाचार के मामले को लेकर भारतीय जनता महिला मोर्चा ने 20 मई को धरना दिया।
कोण्डागांव के सभी दस मंडलों में महिला मोर्चा पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने घरों में धरना देते प्रदेश में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद कर महासमुंद के महिला व बाल विकास अधिकारी को सुरक्षा देने की मांग की।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष लता उसेंडी ने बताया कि कांग्रेस के भ्रष्टाचार की कड़ी में महासमुंद के महिला व बाल विकास विभाग में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजनान्तर्गत उपहार सामग्री की खरीदी और मई के लिए वितरित रेडी टू ईट सामग्री में अनियमितता एक ही वर्ष में किया गया है। जिसको लेकर महिला बाल विकास अधिकारी को प्रदेश सरकार के विरोध में धरना और अनशन पर बैठना पड़ा। प्रदेश में पहली बार ऐसा हुआ कि, किसी अधिकारी को सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ अनशन पर बैठना पड़ा हो। केवल इन दो मामलों में ही 30 लाख के अधिक से भ्रष्टाचार का मामला प्रकाश में आया है। ऐसे में पूरे दो-ढाई वर्षों में प्रदेश के सभी जिलों में खरीदी की जांच की जाए, तो सैकड़ों घोटालों की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता।
इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष दीपेश अरोरा सहित हेमकुवर पटेल, इना श्रीवास्तव, लक्ष्मी धु्रव, बबिता मरकाम, रेखा साहू, सोनामणी पोयाम, पूर्णिमा पुष्पाकर, सोमा दास, रीता शुक्ला, मंजूलता मरकाम, श्याम नेताम, शैल सेठिया, शांति पोयाम, सुनीता नाग, चंद्रकला सोनी, पुष्पा सोनी, प्रीति सोनी, राधा यादव, जमुना बघेल, कमला नेताम, गीता धु्रव सहित बड़ी संख्या में महिला मोर्चा कार्यकर्ता द्वारा अपने निवास के समक्ष धरना दिया गया।