कोण्डागांव

गरीब परिवार को मिलेगा राशनकार्ड, सूखा राशन लेकर पहुंचा प्रशासन
21-May-2021 7:41 PM
गरीब परिवार को मिलेगा राशनकार्ड, सूखा राशन लेकर पहुंचा प्रशासन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
विश्रामपुरी, 21 मई।
एक गरीब परिवार का राशन कार्ड 10 माह पूर्व निरस्त कर दिया गया था। तत्पश्चात लॉकडाउन में परिवार को चावल के लिए  विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। ‘छत्तीसगढ़’ ने खबर को 21 मई को प्राथमिकता से प्रकाशित किया था। इस खबर के प्रकाशन के बाद तहसीलदार विश्रामपुरी के निर्देश पर नायब तहसीलदार शान्तनु तारम वहां पहुंचे तथा पीडि़त परिवार को  25 किलो चावल की तत्कालिक व्यवस्था कराई गई तथा उन्हें नए सिरे से राशन कार्ड  के लिए फार्म भराया गया।  मामला बड़ेराजपुर के केरागांव का है जहां घसनीन पिता राजमन का राशन कार्ड को सत्यापन के समय निरस्त कर दिया गया था। 

आवेदकों का लगा तांता 
जब प्रशासन के अधिकारी ग्राम के पंचायत के राघव पहुंचे तो वहां राशन कार्ड नहीं होने एवं चावल नहीं मिलने की शिकायत करने 20-25 लोग पहुंचे थे। बाद में पता चला कि एक पंचायत में ही 20 से 25 लोगों का चावल राशन कार्ड निरस्त सत्यापन के नाम पर राशन कार्ड निरस्त कर दिया गया है। 

दीया बत्ती पति राम सिंह एवं कमला पति सुकरू राम शोरी ने बताया कि उनका राशन कार्ड  दो साल पहले निरस्त कर दिया गया। वह जिनके घर काम करने जाते हैं उनके घर में मजदूरी के रूप में पैसे लेने के बजाय चावल ही मांग लेते हैं। केरागांव के ही हसाय बाई पति श्यामलाल, मंगल राम पिता सोमनाथ, शंकर पिता बृजलाल, शांति पति मंगऊ, बिंदिया पति जीवन, राजन्तीन पति गांडो राम, श्यामा पिता पति जग्गू राम, राजेश्वरी पति कुंभकरण ने बताया कि सत्यापन के नाम पर 2019 में उनके राशन कार्ड काट दिए गए। तत्पश्चात उन्होंने संबंधित अधिकारियों के कई चक्कर लगाये तब जाकर कुछ लोगों को बीपीएल की जगह में एपीएल का कार्ड थमा दिया गया। गांव में कई ऐसे लोग हैं जिनके पास न तो बीपीएल का राशन कार्ड है न ही एपीएल का। ऐसी स्थिति में राशन के अलावा कई अन्य शासकीय कार्यों में भी जहां राशन कार्ड की जरूरत होती है, ग्रामीणों को बेहद परेशान होना पड़ता है। 

बताया जाता है कि घसनीन पति राजमन के संबंध में जब विधायक संतराम नेताम को जानकारी मिली कि लॉकडाउन के समय पूरा परिवार चावल के लिए परेशान है तो उन्होंने गांव के सरपंच को फोन करके वस्तु स्थिति की जानकारी ली। तत्पश्चात उन्होंने खाद्य विभाग एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों को तत्काल राशन कार्ड बनाने तथा पीडि़त परिवार को तत्काल सूखा राशन उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया। तत्पश्चात प्रशासनिक अधिकारियों ने मामले की जानकारी लेते हुए विधायक को पूरे मामले से अवगत कराया है। 

इधर शिकायतकर्ताओं की संख्या बढ़ रही है जिनका राशन कार्ड काट दिया गया है। कई लोग इसलिए परेशान हैं कि उनका राशन कार्ड को बीपीएल की जगह में एपीएल कर दिया गया है। उन्हें भी 10 से 20 किलो से ऊपर चावल नहीं मिलता। ऐसी स्थिति में माह का गुजारा के लिए परिवार को दर-दर भटकना पड़ रहा है। 

तहसीलदार विश्रामपुरी आशुतोष शर्मा ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जाएगी तथा पात्र लोगों को राशन कार्ड दिलाने का पूरा प्रयास किया जाएगा नायब तहसीलदार शान्तनु तारम गांव में जाकर जांच कर रहे हैं।
 

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