रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 मई। टूलकिट केस पर भाजपा के जेलभरो आंदोलन पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि ध्यान भटकाने के लिए भाजपा और आरएसएस टूलकिट बनाती है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने टूलकिट बनाकर मंशा को अंजाम देने का काम किया है। पार्टी ने इस पूरे मामले में कार्रवाई की मांग की है।
कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख शैलेष नितिन त्रिवेदी और खनिज निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन मीडिया से वर्चुअल चर्चा में टूलकिट केस पर भाजपा नेताओं को आड़े हाथों लिया। त्रिवेदी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजनीति ही मुद्दों से ध्यान भटकाकर अपना नया एजेंडा सेट करने की रही है। इतिहास गवाह है कि हर बार वह एक नया टूककिट बनाकर अपनी मंशा को अंजाम देते रही हैं।
उन्होंने कहा कि देश के विभाजन से लेकर रथयात्रा और अन्ना हजारे के आंदोलन से लेकर पुलवामा और अब ‘टूलकिट’ तक सब इसका प्रमाण हैं। इस समय पूरा देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विफलता पर चर्चा कर रहा है। कोरोना के संकट को जिस तरह से मोदी सरकार ने विकराल बना दिया है और जिस तरह से देश भर में लोग अस्पताल, ऑक्सीजन और दवाओं के लिए भटक रहे हैं, उसने साबित कर दिया है कि देश को संभालना केंद्र की भाजपा सरकार के बूते का है नहीं।
यह संयोग नहीं है कि ठीक इसी समय एक संदिग्ध ‘टूलकिट’ को प्रचारित करके इसका ठीकरा कांग्रेस पर फोडऩे की कवायद शुरु हुई है। ट्विटर ने भी कह दिया है कि जो टूलकिट जेपी नड्डा, संबित पात्रा से लेकर डॉ रमन सिंह तक सबने ट्वीट किया है वह संदिग्ध है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा के नेता धरना प्रदर्शन और जेल भरो आंदोलन का नाटक कर रहे हैं। जिससे कि जनता का ध्यान नरेंद्र मोदी की विफलता से भटकाया जा सके। जब भाजपा ने देख लिया कि छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार ने कोरोना पर तत्परता से काबू पा लिया है और यहां कोई समस्या नहीं है तो भाजपा नेताओं ने टूलकिट पर हंगामा करने का टूलकिट इस्तेमाल करने की योजना बनाई है।
खनिज निगम के उपाध्यक्ष गिरीश देवांगन ने कहा कि भाजपा नेता आपदा में अवसर की तलाश कर रहे हैं। रमन सिंह जैसे वरिष्ठ भाजपा नेताओं की गतिविधियों से लोकतंत्र को नुकसान हो रहा है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के विरुद्ध हुए एफ आई आर पर भाजपाई स्वयं चिंतन करें तो उन्हें खुद रमन सिंह को दोषी करार देने के लिए भी धरना करना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी और लोकतंत्र को सबसे ज्यादा नुकसान इन 7 वर्षों में मोदी सरकार ने पहुंचाया है। लेकिन अभिव्यक्ति की आजादी के नाम से किसी कूट रचित दस्तावेज के उपयोग और प्रसार को उचित नहीं ठहराया जा सकता है। किसी के सम्मान को नुकसान पहुंचाने के लिए की गयी कूट रचना और ऐसा कृत्य जिससे लोक शांति भंग हो वह अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है।
देवांगन ने कहा कि भाजपा प्रवक्ता के ट्वीट के बाद उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष उपाध्यक्ष महासचिव केंद्रीय मंत्री सभी ने उन कूटरचित दस्तावेजों को सोशल मीडिया पर सार्वजनिक कर कांग्रेस पार्टी को बदनाम करने का जो षड्यंत्र रचा वह लोकतत्र में स्वीकार्य नहीं है अपराध के दायरे में आने वाले व्यक्ति और उसके कृत्य को संरक्षण देना या उसके कृत्य को दोहराना भी अपराध की श्रेणी वाला कृत्य है।