सरगुजा
आज सरगुजा व जशपुर में तेज हवाओं के साथ हो सकती है भारी बारिश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 25 मई। बंगाल की खाड़ी से उठा यास चक्रवात अब विकराल रूप ले चुका है। बुधवार को ओडिशा के तट से टकराने के बाद इसका व्यापक असर पूरे सरगुजा संभाग में हुआ। चक्रवात के असर से आज पूरे संभाग में हल्की हवाएं चलती रही और बूंदाबांदी होती रही। दिन भर आसमान में घने बादल छाए रहे, जिसके चलते तापमान में 5 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई, दिन भर देर शाम जैसा नजारा दिखाई दिया।
मौसम विभाग ने चक्रवात की स्थिति को देखते हुए सरगुजा व जशपुर जिला को रेड अलर्ट पर रखा है। अंदेशा जताया जा रहा है कि इन दोनों जिलों में गुरुवार को तेज हवाओं के साथ जोरदार बारिश होगी। प्रशासन चक्रवात से निपटने कंट्रोल रूम स्थापित कर दी है एवं अन्य जरूरी तैयारियां पूरी कर ली है।
मौसम विभाग ने 27 मई को सरगुजा व जशपुर जिला को रेड अलर्ट पर रखा है। इन दोनों जिलों के अलावा सरगुजा संभाग के सूरजपुर, बलरामपुर और कोरिया जिला में 29 मई तक एलो अलर्ट जारी किया गया है। चक्रवात उड़ीसा के तट से टकरा चुका है,यहां से और विकराल रूप धारण करेगा जिसके प्रभाव से सरगुजा व जशपुर में तूफान की रफ्तार लगभग 60 से 70 किमी हो सकती है। प्रशासन ने जिला एवं ब्लाक स्तर पर 24 घंटे संचालित कंट्रोल रूम को सक्रिय कर दिया है।कंट्रोल रूम में 2-2 कम्प्यूटर ओपरेटर सहित अन्य कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। कंट्रोल रूम का फोन नंबर हमेशा चालू रहेगा और कर्मचारी फोन आने पर अटेंड कर तत्काल संबंधित को सूचित करेंगे।
मौसम जानकार एमएम भट्ट ने बताया कि अति महा चक्रवाती तूफान यास मध्य पूर्वी बंगाल सागर में 23 मई की दोपहर आकार लेने के बाद क्रमश: अवदाब, गहन अवदाब क्षेत्र में बदलता हुआ चक्रवाती तूफान और अब महा चक्रवात में तब्दील हो कर उड़ीसा के प्रायद्वीप बालासोर तट के पास जमीन से टकराने के बेहद नजदीक अभी भी समुद्र में है। सुबह 05.30 बजे की स्थिति मे इसकी चक्रीय गति 70 नॉट अर्थात 140 से 150 किमी प्रति घण्टा थी। जमीन से टकराने के बाद यह उत्तर पूर्वी उड़ीसा में इसी गति का चक्रण करता हुआ आगे बढ़ कर दक्षिण झारखंड की ओर तेजी से कमजोर होता हुआ झुकता चला जायेगा।बुधवार शाम तक इसके अति महा चक्रवात से महा चक्रवात और फिर चक्रवात में बदलता हुआ देर रात तक सुस्पष्ट अवदाब में बदल जाने तथा 27 मई की शाम तक अवदाब मे बदल जाने का अनुमान है।
समुद्र से वायुमण्डल में फैल रही नमी युक्त हवाओं का प्रभाव चक्रवात के दौरान तेज हवा के साथ और उसके बाद गर्जना के साथ मूसलाधार वर्षा के रूप में ओडि़सा झारखण्ड, बिहार सहित उत्तर छत्तीसगढ़ पर अगले दो तीन दिनों तक प्रभावी रहने की सम्भावना बनी रहेगी। इससे यहां के वातावरण के तापमान में गिरावट देखी जाएगी।
जरूरत पडऩे पर प्रभावित इस नंबर पर करें तत्काल संपर्क
कलेक्टर संजीव कुमार झा के निर्देशानुसार यास चक्रवात से निपटने संयुक्त जिला कार्यालय भवन के कक्ष क्रमांक 2 में जिला स्तरीय कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है ।
कंट्रोल रूम का फोन नंबर 07774222414 एवं 07774222722 है जो 24 घण्टे सक्रिय रहेगी। यास चक्रवात से प्रभावित कोई भी अपनी समस्या या सूचना इस नंबर पर बता सकते है।