सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 26 मई। कोरोना काल में भी डायलिसिस और सिकल सेल जैसे गंभीर रोगियों का मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल अम्बिकापुर में इलाज हो रहा है।
वैश्विक महामारी कोरोना के शुरू होने मार्च 2020 से मार्च 2021 तक लगभग 600 से अधिक डायलिसिस हुई है और 65 से अधिक सिकलसेल के उन मरीजों का इलाज लगातार आवश्यकतानुसार चल रहा है, जो हॉस्पिटल में भर्ती होते हैं, इसके साथ ही सिकलसेल के कई मरीज ऐसे भी है जो लगातार दवा और जांच के लिए भी आते हैं।
ज्ञात हो कि सिकलसेल के मरीजों का ईलाज नि:शुल्क किया जाता है, जिसमें ब्लड से लेकर इलाज व दवा भी उपलब्ध कराया जा रहा है। वहीं डायलिसिस के लिए मेडिकल कॉलेज में 500 रुपये दर निर्धारित हैं, जबकि आयुष्मान कार्ड से भी इलाज किया जा रहा है।
मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ लखन सिंह ने बताया कि कोरोना प्रारंभ से लेकर अब तक मार्च 2020 से मार्च 2021 तक 600 से अधिक डायलिसिस किये गये हैं, जिनमें अधिकतर मरीज आयुष्मान कार्ड से इलाज का लाभ ले रहे हैं, वहीं निर्धारित शुल्क 500 रुपये जमा कर भी काफी लोग इसका लाभ ले रहे हैं। वर्तमान में जहां सबसे ज्यादा फोकस कोरोना मरीजों पर है तो वहीं दूसरी ओर डायलिसिस एवं सिकलसेल के मरीजों को भी निरंतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है।
मेडिकल कॉलेज में लगातार अन्य मरीजों पर भी ध्यान दिया जा रहा है और बेहतर इलाज हेतु उपलब्ध विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा मरीजों को स्वास्थ्य सुविधा दी जा रही है, आयुष्मान कार्ड एवं राशनकार्ड के माध्यम से इलाज उपलब्ध कराने के लिए शासन के निर्देशानुसार सारे प्रयास किये जा रहे हैं। कोरोनकाल में बाकी समय की तुलना में मरीजों की संख्या थोड़ी कम जरूर है, लेकिन संभाग के समस्त जिलों से बेहतर इलाज हेतु मरीज लगातार यहां आ रहे हैं, जिनका उपचार किया जा रहा है।