कारोबार
सैन फ्रांसिस्को, 28 सितम्बर (आईएएनएस)| अमेजन ने कहा है कि उसका बहुप्रतिक्षित वार्षिक सेल इवेंट-प्राइम डे इस साल 13-14 अक्टूबर को आयोजित होगा। इस साल के इवेंट में कई तरह के डिस्काउंट देने का वादा किया गया है। हर कटेगरी में कम से कम एक अरब डील्स का वादा अमेजन ने किया है।
बीते साल सेल हॉलीडे का आयोजन जुलाई के मध्य में किया गया था लेकिन इस साल कोरोनावायरस के कारण इसका आयोजन नहीं हो सका था।
अमेजन ने कहा कि वह इस साल छोटे व्यवसायियों को मदद पहुंचने के लिए प्राइम डे को डिजाइन कर रहा है।
अमेजन ने यह भी कहा है कि प्राइम डे सिर्फ ऑनलाइन स्टोर्स तक सीमित नहीं है। एक प्राइम मेम्बर किसी अमेजन फिजिकल रीटेल स्टोर पर जाकर इन-स्टोर-डील्स का लाभ ले सकता है।
--आईएएनएस
नई दिल्ली, 28 सितंबर (आईएएनएस)| सरकार ने चीनी मिलों की मांग पर अधिकतम स्वीकार्य निर्यात परिमाण (एमएईक्यू) कोटे के तहत निर्धारित 60 लाख टन चीनी निर्यात करने की समय-सीमा तीन महीने के लिए बढ़ाकर दिसंबर तक कर दी है। यह जानकारी सोमवार को खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आईएएनएस को दी। अधिकारी ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते कई मिलों को चीनी निर्यात करने में कठिनाई का सामना करना पड़ा था, इसलिए उनकी ओर से निर्यात की समय सीमा बढ़ाने की मांग की गई थी।
चालू शुगर सीजन 2019-20 (अक्टूबर-सितंबर) में सरकार द्वारा एमएईक्यू के तहत निर्धारित निर्यात कोटा 60 लाख टन में से 57 लाख टन के करीब निर्यात के सौदे हो चुके हैं। खाद्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव सुबोध कुमार सिंह ने आईएएनएस को बताया कि चीनी मिलों को तय कोटे की चीनी निर्यात करने के लिए और तीन महीने का समय दिया गया है।
चालू शुगर सीजन 2019-20 दो दिन बाद 30 सितंबर को समाप्त हो रहा है और लेकिन अगले सीजन 2020-21 (अक्टूबर-सितंबर) में निर्यात नीति की अब तक घोषणा नहीं हुई है। चीनी उद्योग की ओर से 2019-20 की निर्यात नीति को आगे जारी रखने की मांग की गई है। इस बाबत पूछे जाने पर खाद्य मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि यह अभी विचाराधीन है।
चालू शुगर सीजन 2019-20 में एमएईक्यू के तहत तय 60 लाख टन चीनी के निर्यात का कोटा पर सरकार की ओर से चीनी मिलों को 10,448 रुपये प्रति टन की दर से सब्सिडी दी जा रही है, जिस पर कुल खर्च 6,268 करोड़ रुपये आएगा।
उद्योग संगठन नेशनल फेडरेशन ऑफ कोऑपरेटिव शुगर फैक्टरीज (एनएफसीएसएफ) के अनुसार, चालू सीजन 2019-20 में देश में चीनी का उत्पादन 273 लाख टन है, जबकि पिछले साल का बकाया स्टॉक 145 लाख टन था। इस प्रकार चीनी कुल आपूर्ति 2019-20 में 418 टन रही, जबकि घरेलू खपत 250 लाख टन और निर्यात 60 लाख टन होने का अनुमान है। इस प्रकार, अगले सीजन के लिए 108 लाख टन चीनी का बचा हुआ स्टॉक रह जाएगा।
--आईएएनएस
गुरुग्राम, 28 सितम्बर (आईएएनएस)| बड़े स्क्रीन के टैबलेट की बढ़ती मांग को देखते हुए सैमसंग इंडिया ने सोमवार को भारत में अफोर्डबल गैलेक्सी टैब ए7 लॉन्च किया। इस टैबलेट के एलटीई मॉडल (10.7 इंच स्क्रीन) की कीमत 21,999 रुपये रखी गई है जबकि वाईफाई मॉडल की कीमत 17,999 रुपये है।
ये टैबलेट तीन रंगों-डार्क ग्रे, सिल्वर और गोल्ड में उपलब्ध हैं। यह टैब 3जीबी रैम और 32जीबी इंटरनल स्टोरेज के साथ आता है और इसमें 1टीबी माइक्रो एसजी कार्ड का सपोर्ट मिल सकता है।
इस टैबलेट में क्वॉलकॉम स्नैपड्रैगन 662 प्रोसेसर लगा है और इसमें 7040 एमएएच की बैटरी है और इसे एडॉप्टिव फास्ट चार्जिग का सपोर्ट भी मिलता है।
--आईएएनएस
रायपुर, 28 सितंबर। स्व. बब्बन भोजवानी की स्मृति में 21-28 तक नित्य जन जागरण अभियान के चलते अलग-अलग शख्सियत को आमंत्रित कर पूरा सप्ताह कोरोना से डरना नहीं-कोरोना को हराना है,के तहत आयोजन किया गया। इस जन जागरण हेतु चलाई गई मुहिम के तहत छग सिंधी पंचायत रायपुर द्वारा लाकडाउन के चलते कोरोना पर रविवार को 26वीं गोष्ठी का आनलाइन आयोजन किया गया, जो कोरोना काल का प्रमुख वेबिनार रहा।
समिति के प्रदेश प्रवक्ता दिनेश अठवानी ने बताया सर्वप्रथम समिति के अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी ने आगंतुक अतिथि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का अभिवादन कर,रायपुर जिला चिकित्सा अधिकारी श्रीमति मीरा बघेल, पद्मश्री डॉ. अरूण दाबके एवं कार्यक्रम सहयोगी एम्स से डॉ. राधाकृष्ण रामचंदानी का स्वागत व अभिनंदन कर उद्बोधन हेतु आमंत्रित किया। संयोजक सीए चेतन तारवानी-प्रभारी जितेन्द्र बडवानी एवं राम खटवानी ने अतिथि त्रय का परिचय दिया।
श्री सिंहदेव ने बताया 3.5करोड़ आबादी वाले छग प्रदेश को कोरोना के संक्रमण- काल ने कहीं न कहीं यहाँ की हर व्यवस्था को प्रभावित किया है। गंभीरता से देखा जाये, तो यह सच है, कि सेवारत प्रशासनिक अमला सक्रियता के चरम पर आकर भी इस प्राकृतिक विपदा को जल्द समाप्त करना चाहता है, स्वास्थ्य विभाग हरसंभव प्रयास में लगा हुआ है। यदि प्रत्येक व्यक्ति अच्छी तरह हाथ धोने-सामाजिक दूरी रखने व मास्क पहनने का कर्तव्य निभाता है,तो इस बीमारी से निपटना काफी हद तक सरल हो सकता है,आप इस तरह भी डा व स्वास्थ्य विभाग को मदद कर सकते हैं। टैस्ट करवाने- इलाज लेने में देरी करने पर परिणाम अच्छे नहीं आयेंगे। आक्सीजन मात्रा 95के नीचे जाने पर तत्काल डॉ. से सम्पर्क कर इलाज शुरू करें। कोरोना को गंभीरता से लेवें। कार्यक्षेत्र में मास्क न पहनने को स्वास्थ्य से खिलवाड़ बताया।
भिलाई नगर, 28 सितंबर। लायनेस क्लब भिलाई ने अंतरराष्ट्रीय बधिर दिवस पर मूक बधिर छात्राओं व छात्रों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का ऑनलाइन आयोजन किया गया। जिसमें मेहंदी और रंगोली प्रतियोगिता में बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने भाग लिया और अपनी क्रियात्मकता का परिचय दिया। सभी लायनेस सदस्यों ने उनकी क्षमता की बहुत-बहुत प्रशंसा की। उन्होंने यह साबित कर दिया कि वे भी समाज के उपयोगी सदस्य हैं। चार वर्गों में विभाजित करके विजेताओं के नाम की घोषणा की गई।
नई दिल्ली, 28 सितम्बर (आईएएनएस)| स्मार्टफोन ब्रांड ऑनर भारत ने अपने वियरेबल पोर्टफोलियो का विस्तार करने जा रहा है और इसके तहत यह 8 अक्टूबर को दो नए स्मार्टवॉच-वॉच ईएस और वॉच जीएस प्रो लॉन्च करेगा। इंडस्ट्री सोर्सेज के अनुसार ऑनर वॉच ईएस 10 हजार रुपये से कम कीमत का होगा जबकि वॉच जीएस प्रो की कीमत 20 हजार रुपये के करीब होगी।
बर्लिन में आयोजित आईएफए के दौरान ऑनर ने अपने दोनों स्मार्टवॉचेज को पेश किया था।
वॉच जीएस प्रो की बैटरी 25 दिनों तक चलेगी और इसमें डुअलस सेलेलाइट पोजीशनिंग सिस्टम्स लगे हैं।
यह फोन 100 से अधिक वर्कआउट्स को सपोर्ट करता है।
दूसरी ओर, ऑनर वॉच ईएस में 1.64 इंच एमोलेड डिस्प्ले है और यह 95 वर्कआउट मोड्स के साथ है।
नई दिल्ली, 28 सितम्बर (आईएएनएस)| अमेजन इंडिया ने सोमवार को बहुप्रतीक्षित त्योहारी सीजन से पहले अपने डिलीवरी नेटवर्क में महत्वपूर्ण विस्तार की घोषणा की। त्योहारी सीजन में ग्राहकों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए कंपनी ने अपने डिलीवरी इन्फ्रास्ट्रक्च र को मजबूत बनाते हुए इसका दायरा बढ़ाया है। इसके तहत नेटवर्क में 10 हजार से भी अधिक डिलीवरी पार्टनर्स जोड़े गए हैं। कंपनी ने अपनी सीधी पहुंच बढ़ाने के लिए कई दूरदराज के उत्तरपूर्वी शहरों जैसे कि चम्फाई, कोलासिब, लुमडिंग और मोकोकचुंग के डिलीवरी स्टेशनों सहित देशभर में डिलीवरी सर्विस पार्टनर्स द्वारा संचालित लगभग 200 डिलीवरी स्टेशनों को भी शामिल किया है।
कंपनी ने अपने डिलीवरी कार्यक्रमों के साथ-साथ फ्लैगशिप प्रोग्राम 'आई हैव स्पेस' को भी मजबूत किया है। इसमें अब तक 350 शहरों के करीब 28,000 से अधिक दुकानें और किराना स्टोर शामिल हो चुके हैं।
'आई हैव स्पेस' प्रोग्राम के तहत अमेजन इंडिया स्थानीय स्टोर मालिकों के साथ साझेदारी करके 2 से 4 किलोमीटर के दायरे में ग्राहकों को प्रोडक्ट डिलीवर करता है। इससे वे नियमित आय को बढ़ा सकते हैं और स्टोर को बेहतर बना सकते हैं।
कंपनी ने पिछले चार महीनों में 'अमेजन फ्लेक्स' कार्यक्रम की पहुंच को लगभग दोगुना कर दिया है, जो अब भारत के 65 शहरों में सेवा प्रदान करता है। इस कार्यक्रम की वृद्धि का श्रेय डिलीवरी पार्टनर को दी जाने वाली फ्लैक्सिबिलिटी को जाता है, जिससे वे अपने शेड्यूल के अनुसार काम कर सकते हैं। साथ ही अमेजन पैकेज की डिलीवरी करके प्रति घंटे 120 से 140 रुपए तक की अतिरिक्त कमाई कर सकते हैं।
संपर्क रहित डिलीवरी पर अधिक ध्यान केंद्रित करते हुए, अमेजन इंडिया ने 'सोसाइटी पिकअप पॉइंट्स' भी बनाए हैं। यह एक डिलीवरी फॉर्मेट है, जो मुंबई, दिल्ली, बैंगलोर और हैदराबाद में ज्यादा घनत्व वाली आवासीय सोसाइटी में लोगों की जरूरतों को पूरा करता है। यह कार्यक्रम आवास परिसरों के भीतर वर्चुअल पिकअप पॉइंट और फिजिकल लोकेशन दोनों प्रदान करता है - जिनमें से ग्राहक चेकआउट के दौरान कोई भी विकल्प चुन सकते हैं। ग्राहकों की सुविधा के लिए सप्ताह के विशेष दिनों में डिलीवरी की जाती है।
अमेजन इंडिया के लास्ट माइल ऑपरेशंस के डायरेक्टर प्रकाश रोचलानी ने अपने डिलीवरी नेटवर्क के विस्तार पर टिप्पणी करते हुए कहा, "हमारे डिलीवरी कार्यक्रमों के हालिया विस्तार ने सामूहिक रूप से अमेजन इंडिया के लक्ष्य को आगे बढ़ाने और त्योहारी सीजन से पहले तेज, सुरक्षित और निर्बाध रूप से काम करने का अनुभव प्रदान किया है। हमारा लक्ष्य देशभर के ग्राहकों को यह सुनिश्चित करना है कि इस त्योहारी सीजन में हमारे ग्राहक अपनी मनपसंद चीजों को घर बैठे आराम से प्राप्त कर सकें। हम अपने ग्राहकों और डिलीवरी पार्टनर दोनों की सुरक्षा को महत्व दे रहे हैं। हमने अपने डिलीवरी नेटवर्क को तैयार करने के लिए कड़ी मेहनत की है, ताकि देश के सभी हिस्सों से सुरक्षित, संपर्करहित डिलीवरी हो सके।
नई दिल्ली, 28 सितंबर (आईएएनएस)| अनिल अंबानी ने ब्रिटेन की अदालत में अपनी सारी संपत्ति और देनदारियों का पूरे और निष्पक्ष तौर पर खुलासा कर दिया है। उन्होंने फिर से इस बात की पुष्टि की है कि व्यक्तिगत रूप से उनके पास भारत के बाहर कोई संपत्ति नहीं है। बता दें कि यह मामला रिलायंस कम्युनिकेशंस लिमिटेड द्वारा साल 2012 में चीन के स्वामित्व वाले बैंकों से लिए गए कॉर्पोरेट लोन की व्यक्तिगत गारंटी का है, ना कि अंबानी के व्यक्तिगत ऋण का।
सुनवाई से जुड़े कानूनी सूत्रों ने कहा कि कार्यवाही के दौरान चीनी बैंकों की ओर से लगाए गए एक गलत आरोप का खंडन करते हुए अंबानी ने इस बात से इनकार किया कि उन्होंने 'शानदार जीवनशैली' जी है। इसके बजाय उन्होंने "सम्मानपूर्वक स्पष्ट किया कि वास्तव में वह सरल आदतों वाले एक अनुशासित और बेहद धार्मिक व्यक्ति हैं" ।
अंबानी एक जुनूनी एथलीट और मैराथन दौड़ने वाले रनर हैं, जो 50 से अधिक मैराथन /हॉफ-मैराथन में दौड़ चुके हैं।
कानूनी सूत्रों ने कहा कि अंबानी ने कहा कि वह पूरी जिंदगी शाकाहारी रहे और उन्होंने न कभी शराब का सेवन किया, ना धूम्रपान किया और ना जुआ खेला। वे अपनी मां कोकिलाबेन और परिवार के साथ सीविंड नामक एक किराए के अपार्टमेंट में रहते हैं। इसकी व्यवस्था उनके दिवंगत पिता धीरूभाई अंबानी ने की थी।
अंबानी ने उन गलत बयानों का भी खंडन किया जिसमें अनुमान लगाया गया था कि उनके पास कारों, कॉर्पोरेट जेट, एक हेलीकाप्टर और एक यॉच का कथित बेड़ा है। अंबानी ने स्पष्ट किया कि इनमें से कोई भी संपत्ति उनके पास नहीं है और वे केवल कंपनी द्वारा दी गई एक कार का उपयोग करते हैं।
अंबानी ने यह भी खुलासा किया कि ब्रिटेन में चीनी राज्य के स्वामित्व वाले बैंकों द्वारा किए गए इस मुकदमे की महंगी फीस देने के लिए और अपने कानूनी खचरें को पूरा करने के लिए उन्हें मजबूरन 9.9 करोड़ रुपये में सभी गहने बेचने पड़े।
नई दिल्ली, 28 सितंबर (आईएएनएस)| महामारी से त्रस्त अर्थव्यवस्था के बीच आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की ओर कदम बढ़ाते हुए कई कंपनियां अपने व्यावसायिक मॉडल को परिस्थिति के अनुकूल ढाल रही हैं। विनिर्माण, स्वास्थ्य सेवा, प्रौद्योगिकी और अन्य क्षेत्रों में कंपनियां अपने बिजनेस मॉडल को अपनाने और नए तरीके से पेश करने की दिशा में काम कर रही हैं।
निप्पॉन पेंट इंडिया के प्रेसिडेंट (ऑटोमोटिव रिफि निशेस एंड वुड कोटिंग्स) शरद मल्होत्रा, भारत में अपने मौजूदा 23 बाजारों से परे ब्रांड की उपस्थिति का सफलतापूर्वक विस्तार करने के लिए मेक इन इंडिया की पहल कर रहे हैं।
मल्होत्रा ने कहा, "कोविड के बाद आत्मनिर्भरता हमारी रणनीति का अहम हिस्सा है। हम चाहते हैं कि हमारे प्रतिभाशाली कर्मचारी पूरे पारिस्थितिक तंत्र का उपयोग करते हुए नए विचार, नई व्यावसायिक अवधारणाओं और नई तकनीक के बिना किसी विदेशी प्रभाव के विकसित करें, जिसे हम अपने व्यापारिक संपर्कों और सामाजिक पहलों के साथ संचालित कर सकें।"
मोदी सरकार कंपनियों को नवाचार और अरएंडडी केंद्र बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित कर रही है जिससे कि वो दुनिया भर के उपभोक्ताओं तक पहुंच सके।
एपीएसी बिजनेस एंड प्रेसिडेंट, कॉरपोरेट अफेयर्स, टेक महिंद्रा के प्रमुख, सुजीत बक्षी का कहना है कि कंपनी स्वदेशी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए नवीन और भविष्य के लिए तैयार समाधानों के अनुसंधान और विकास में निवेश करने पर केंद्रित है और इसीलिए सरकार के सहयोग से एक मजबूत आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान कर रही है।
विनिर्माण ब्रांड भारत में अपने व्यापार के लिए और उभरते हुए परिदृश्य में अपने वैश्विक ग्राहकों के लिए एक बड़ा अवसर देख रहे हैं।
हर्षा कदम, सीईओ स्केफ्लर इंडिया और प्रेसिडेंट इंडस्ट्रियल बिजनेस, इस बात से सहमत हैं कि 'आत्मानिर्भर' अभियान ने निश्चित रूप से स्केफ्लर इंडिया जैसे कंपनियों के लिए अवसर खोले हैं, खासकर पवन ऊर्जा, रेलवे, दोपहिया जैसे क्षेत्रों में।
उन्होंने कहा, "पिछले दो वर्षों में भारत के भीतर हमारे आक्रामक आरएंडडी और स्थानीयकरण ड्राइव से, विशेष रूप से जब कच्चे माल और घटकों के निर्माण की बात आती है, हमें कई क्षेत्रों में मार्केट शेयर बढ़ाने में मदद मिली।"
अन्य देशों पर कम निर्भर होने और स्थानीय रूप से उत्पादन करने की दृष्टि के साथ, आत्मनिर्भर भारत अभियान में एक मॉडल बनने की क्षमता है जिसका अन्य देश अनुसरण कर सकते हैं।
मुंबई, 27 सितम्बर (आईएएनएस)| वोडाफोन आइडिया लिमिटेड (वीआईएल) ने कुछ प्रमुख बाजारों में 3जी यूजर्स को 4जी में अपग्रेड करने का काम शुरू कर दिया है। रविवार को एक बयान में कंपनी ने कहा कि वोडाफोन और आइडिया दोनों नेटवर्क को आपस में मिलाकर 4जी की क्षमता को बेहतर बनाने का काम किया गया है। नई तकनीकों की मदद से 3जी स्पेमट्रम के एक बड़े हिस्से को 4जी में अपग्रेड किया जा रहा है।
बयान में कहा गया, "वीआईएल अब वी जीआईजीएनेट नेटवर्क पर अपने 3 जी उपयोगकतरओ को 4 जी डेटा स्पीड प्रदान करने में सक्षम होगा। फिलहाल कंपनी के एंटरप्राइज ग्राहकों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे 3जी सेवाओं को चरणबद्ध तरीके से 4जी और 4जी आधारित आईओटी एप्लीकेशंस और सेवाओं में अपग्रेड किया जाएगा।"
अपने 2जी यूजर्स के लिए कंपनी की तरफ से बेसिक वॉयस सर्विसेज की सेवाएं यथावत रहेंगी, जबकि सभी बाजारों में 3जी डेटा यूजर्स को धीरे-धीरे 4जी में तब्दील किया जाएगा।
वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के एमडी और सीईओ रविंदर ताक्कर के अनुसार, "देश में स्पेक्ट्रम की पर्याप्तता के चलते इसके एक बड़े हिस्से को पहले से ही 4जी में बदल दिया गया है, वीआईएल हमारे 2जी/3जी यूजर्स के लिए हाई स्पीड 4जी डेटा सर्विसेज में अपग्रेड होने का सबसे बेहतर स्थान है।"
4जी जीआईजीएनेट नेटवर्क का लाभ उठाने के लिए 3जी यूजर्स को वीआई 4जी सिम कार्ड और 4जी स्मार्टफोन में अपग्रेड होना पड़ेगा। इसके लिए कंपनी की तरफ से ढेरों ऑफर्स उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
नई दिल्ली, 27 सितम्बर (आईएएनएस)| दुनिया भर में लोगों का झुकाव बड़े डिस्प्ले वाले डिवाइसों की ओर बढ़ता जा रहा है, जिसके परिणामस्वरूप साल-दर-साल टैबलेट की वैश्विक बिक्री में इजाफा देखने को मिल रहा है। साल 2020 में इसकी वैश्विक बिक्री लगभग 16.1 करोड़ (160.08 मिलियन) रहने का अनुमान है। एक नई रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है।
कोविड-19 के चलते पिछले छह वर्षो की तुलना में उपभोक्ताओं द्वारा टैबलेट खरीदने की दर में सबसे ज्यादा तेजी देखी गई है और ऐसा पहली बार हुआ है, जब अधिकतर (56 फीसदी) शिपिंग 10 इंच वाले टैबलेट्स की हुई है।
मार्केट रिसर्च फर्म स्ट्रेटजी एनालिटिक्स के अनुसार, यह पहली दफा है, जब उपभोक्ताओं का रूख बड़े डिस्प्ले की ओर देखने को मिल रहा है और वे 10 इंच या इससे अधिक बड़े डिवाइसों को वरीयता दे रहे हैं।
कोरोनावायरस महामारी के कारण लगाए गए लॉकडाउन को इसकी एक प्रमुख वजह के तौर पर देख सकते हैं क्योंकि इस दौरान ऑनलाइन क्लासेज वगैरह की शुरुआत की गई थी, वर्क फ्रॉम होम को चलन में लाया गया था, घर पर रहने के दौरान लोग अपने मनोरंजन के लिए इसी तरह के डिवाइसों पर अधिक से अधिक समय बिताने लगे थे और इन सबके चलते बड़े डिस्प्ले को प्राथमिकताओं की सूची में पहले रखा गया था।
नई दिल्ली, 27 सितम्बर (आईएएनएस)| गूगल मीट के यूजर्स 30 सितंबर से असीमित समयावधि के लिए वीडियो मीट ऐप का उपयोग नहीं कर पाएंगे क्योंकि मीट के फ्री वर्जन को 60 मिनट तक की समय सीमा के लिए निर्धारित कर दिया गया है। अप्रैल के महीने में कंपनी ने कहा था कि फ्री प्रोडक्ट के लिए समय सीमा को 60 मिनट तक के लिए सीमित कर दिया जाएगा, हालांकि 30 सितंबर से पहले तक इसे लागू न किए जाने का फैसला लिया गया क्योंकि महामारी के चलते अधिक से अधिक संख्या में लोग घर से काम कर रहे थे।
30 सितंबर तक गूगल अकांउट में से किसी भी यूजर को बिना किसी समय सीमा के 100 की संख्या तक लोगों के साथ फ्री मीटिंग करने की अनुमति होगी।
गूगल के एक प्रवक्ता ने द वर्ज को बताया, "प्रोमो और एडवांस्ड फीचर्स के एक्सपायर होने से संबंधित हमारे पास बताने को फिलहाल कुछ भी नहीं है। अगर कुछ ऐसा होता है, तो हम जरूर इसकी जानकारी देंगे।"
मुंबई, 27 सितंबर (आईएएनएस)| रिलायंस फाउंडेशन की संस्थापक और चेयरपर्सन नीता अंबानी ने रविवार को इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के विस्तार की घोषणा करते हुए लीग में ईस्ट बंगाल का स्वागत किया है।
ईस्ट बंगाल लीग के सातवें संस्करण में हिस्सा लेगी।
नीता अंबानी ने एक बयान में कहा, "ईस्ट बंगाल फुटबाल क्लब का आईएसएल में स्वागत करना हमारे लिए गर्व की बात है। ईस्ट बंगाल और मोहन बागान जैसे महान फुटबाल क्लबों की विरासत का लीग में आना भारतीय फुटबाल में अपार संभावनाओं को खोलते हैं, खासकर राज्य में प्रतिभा को निखारने के लिए।"
उन्होंने कहा, "पश्चिम बंगाल ने भारत में इस शानदार खेल को बढ़ावा देने में काफी योगदान दिया है। आईएसएल को राज्य में आगे बढ़ते देखना और पूरे भारत में इसे आगे आते देखना, हमारे इस देश में प्रतिस्पर्धी फुटबाल को बढ़ावा देने के मकसद की दिशा में बढ़ाए गए कदम हैं।"
इस बार आईएसएल का सातवां संस्करण तीन मैदानों- जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम फातोर्दा, जीएमसी एथलेटिक स्टेडियम, बामबोलिम और तिलक मैदान स्टेडियम वास्को में खेले जाएंगे।
सैन फ्रांसिस्को, 26 सितम्बर (आईएएनएस)| मशहूर एप्पल एनालिस्ट मिंग ची कू ने अपने ताजातरीन इन्वेस्टर्स नोट में दावा किया है कि आईपैड प्रो मिनी एलईडी डिस्प्ले वाला पहला एप्पल डिवाइस हो सकता है। जीएमएसएरेना की रिपोर्ट के मुताबिक एप्पल मिनी एलईडी डिस्प्ले पर काम कर रहा है और इसके दायरे में वह आईपैड्स से मैक्स तक छह प्रॉडक्ट उतार सकता है।
कू के मुताबिक टेस्टिंग से पता चला है कि मिनी एलईडी डिस्प्ले उसकी उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं और इसीलिए एप्पल चाहता है कि सानान ऑप्टोइलेक्ट्रानिक्स उसके लिए नए सप्लायर के तौर पर इसका निर्माण करे।
माइक्रो एलईडी को बनाना काफी पेचीदा काम है और यही बात मिनी एलईडी को अपनाने की राह में रोड़ा बन रहा है।
बीजिंग, 26 सितम्बर (आईएएनएस)| चीनी स्मार्टफोन निर्माता हुवेई ने सैमसंग गैलेक्सी जेड फोल्ड2 जैसे फोन का पेटेंट कराया। हुवेई ने इस फोन को मेट एक्स2 नाम दिया है और यह सेकेंड जेनरेशन फोल्डेबल डिवाइस होगा। चीन के सीएनआईपीए के समक्ष पेश किए गए पेटेंट से पता चला है कि इन फोन में एक इनर फोल्डेबल डिस्प्ले है, जिसमें कोई कैमरा नहीं है।
हुवई का यह नया फोन इसका प्रीमियम फ्लैगशिप डिवाइस होगा।
यह फोन एक किताब की तरह होगा। ठीक वैसा ही जैसा सैमसंग गैलेक्सी जेड फोल्ड2 दिखता है। इसमें भी डिस्प्ले कैमरा होल के साथ एक लार्ज सेकेंड्री डिस्प्ले होगा। इस फोन का कैमरा होल पिन के आकार का होगा।
इस फोन में किरिन 9000 जैसा शक्तिशाली प्रोसेसर यूज किया गया है और यह अपने पूर्ववर्ती की तरह बराबर स्क्रीन साइज वाला होगा।
रायपुर, 26 सितम्बर। आईएसबीएम विश्वविद्यालय नवापारा कोसमी के फार्मेसी विभाग के तत्वाधान में ऑनलाईन विश्व फार्मासिस्ट दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विश्वविद्यालय के प्रो कुलपति डॉ. आनंद महलवार ने किया। विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. विनय अग्रवाल ने अपने संदेश में फार्मेसी विभाग को बधाई देते हुये भविष्य में इस तरह के आयोजन हेतु प्रेरित किया।
डिप्टी रजिस्ट्रार राकेश तिवारी ने बताया कि कार्यक्रम के दूसरे सत्र में फार्मेसी विभाग के विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न ऑनलाईन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिसमें प्रमुख हैं पिक्टोरियल पोस्टर प्रतियोगिता, आईडिया शेयरिंग प्रतियोगिता एवं सेल्फी शेयरिंग प्रतियोगिता, जिसमें लगभग 90 से ज्यादा प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
समापन पर विजेताओ के नाम घोषित किये गए जिसमे पिक्टोरियल पोस्टर प्रतियोगिता में कमलेश कुमार देवांगन (कलिंगा विवि) प्रथम, सोनिया वर्मा (आर आई टी इंस्टिट्यूट ऑफ फार्मेसी) द्वितीय एवं दिगेश्वरी पटेल (आई एस बी एम विवि) तृतीय स्थान पर रहे। आईडिया शेयरिंग प्रतियोगिता में एस आर रश्मि (कलिंगा विवि) प्रथम, सौरभ कुमार पांडा (आई एस बी एम विवि) द्वितीय और ऋषि कुमार वर्मा (आई एस बी एम विवि) तृतीय तथा सेल्फी शेयरिंग प्रतियोगिता में फाग लाल खूंटे तथा युवराज साहू क्रमश: प्रथम व द्वितीय विजेता बने तथा पेमान कुमार सिन्हा (बी फार्मा छात्र, कलिंगा विश्वविद्यालय) तृतीय स्थान पर रहे। विजयी प्रतिभागियों को आईएसबीएम विष्वविद्यालय की ओर से ई- प्रमाण पत्र भी दिया गया।
कार्यक्रम का संचालन विभागाध्यक्ष युगल किशोर राजपूत के द्वारा किया गया जिसमें वि.वि. के डीन, प्राध्यापक अश्वनी साहू, राजेन्द्र साहू, अलका वर्मा तथा अध्यापकों एवं विद्यार्थीयों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की।
सैन फ्रांसिस्को, 26 सितम्बर (आईएएनएस)| गूगल अपने नए पिक्सल 5 स्मार्टफोन को लॉन्च करने की तैयारी कर चुका है। यह फोन 30 सितम्बर को लॉन्च किया जा सकता है और अमेरिका में इसकी कीमत 699 डॉलर होगी। एप्पल इनसाइडर जॉन प्रोसर के मुताबिक पिक्सल 5 128जीबी स्टोरेज की कीमत पिक्सल 4ए 5जी की तुलना में 200 डॉलर अधिक होगी।
इसके अलावा वोडाफोन जर्मनी की एक लीक में कहा गया है कि पिक्सल 5 की कीमत 630 डॉलर होगी।
गूगल पिक्सल में एसडी765जी एसओसी प्रोसेसर लगा है। यह फोन पहली बार किसी 5जी रेडी फोन के साथ डेब्यू कर रहा है।
आगामी पिक्सल फोन के 6.67 इंच डिस्प्ले वाला होने का अनुमान है। साथ ही यह वायरलेस चार्जिग सपोर्ट के साथ आएगा।
--आईएएनएस
बीजिंग, 26 सितम्बर (आईएएनएस)| चीनी स्मार्टफोन निर्माता ओप्पो ने आधिकारिक तौर पर घोषणा की है कि वह अगले महीने अपना स्मार्ट टीवी लॉन्च करेगा। यह घोषणा ओप्पो डेवलपर कॉन्फ्रेंस (ओडीजी) 2020 के दौरान की गई,जहां कम्पनी कलरओएस 11 और ओप्पो वॉच ईसीजी एडिशन लॉन्च किया।
ओप्पो के महाप्रबंधक यी वेई ने हालांकि टीवी के बारे में ज्यादा कुछ नहीं बताया लेकिन इतना जरूरी कहा कि कम्पनी अब आईओटी नेटवर्क के विस्तार को लेकर संजीदा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ओप्पो का स्मार्ट टीवी टीपीवी डिस्प्ले टेक द्वारा बनेगा। यह ओएसी, इनविजन और फिलिप्स टीवी बिजनेस की पैरेंट कम्पनी है।
कम्पनी ने कहा है कि वह 55 तथा 65 इंच सेगमेंट में टीवी उतारने जा रही है।
--आईएएनएस
सैन फ्रांसिस्को, 26 सितम्बर (आईएएनएस)| एप्पल सम्भवत: अगले महीने चार नए आईफोन लॉन्च करेगा और नए रिपोर्ट के मुताबिक उसका सबसे छोटा आईफोन 5.4 इंच डिस्प्ले वाला होगा और एप्पल ने इसे आईफोन 12 मिनी नाम दिया है। आईफोन 12 के सबसे छोटे आकार के आईफोन की जो तस्वीर सामने आई है, उसके मुताबिक इसो मिनी नाम दिया गया है और इसके अलावा 6.7 इंच वाले मॉडल को आईफोन 12 प्रो मैक्स तथा दो 6.1 इंच को मॉडल्स को आईफोन 12 और आईफोन 12 प्रो नाम दिया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक एप्पल पहली बार अपने किसी फोन के साथ मिनी शब्द का इस्तेमाल कर रहा है। इससे पहले एप्पल ने आईपैड मिनी और आईपॉड मिनी लॉन्च किया था।
आईफोन 12 मिनी आकार में आईफोन 11 प्रो से छोटा होगा, जिसका आकार 5.8 इंच का है।
सभी चार फोन्स ओलेड डिस्प्ले से लैस होंगे और 5दी को सपोर्ट करेंगे।
--आईएएनएस
नयी दिल्ली, 26 सितंबर (वार्ता) विनिर्माताओं का कहना है कि टेलीविजन निर्माण में महत्वपूर्ण उपकरण ओपन सेल पैनलों के आयात पर दी जा रही छूट एक अक्टूबर से समाप्त की जा रही है जिससे टेलीविजन विनिर्माण प्रभावित होगा।
एक अक्टूबर से ओपन सेल पर पांच प्रतिशत सीमा शुल्क लगेगा। टेलीविजन निर्माण की लागत में इसकी हिस्सेदारी 65-70 फीसदी तक होती है। इस उपकरण पर सीमा शुल्क पर एक वर्ष के लिए छूट दी गयी थी जो 30 सितंबर को समाप्त हो रही है।
इसके साथ ही सरकार ओपन सेल जैसे महत्वपूर्ण उपकरणों के देश में विनिर्माण को बढ़ावा देकर भारतीय टेलीविजन विनिर्माताओं की विदेशी आपूर्तिकताओं पर निर्भरता कम करना चाहती है। टेलीविजन विनिर्माण के इस महत्वपूर्ण उपकरण पर पिछले वर्ष चरणबद्ध विनिर्माण प्लान (पीएमपी) के तहत सीमा शुल्क से छूट दी गयी थी। पीएमपी के पहले चरण में इस उत्पाद की असेंबलिंग भारत में की जायेगी। इस चरण में उत्पाद को शून्य या सबसे कम स्तर पर रखा गया था ताकि इसकी कीमतें कम बनी रहें और इससे इसका आयात कम सीमा शुल्क पर किया जा सकेगा और देश में इसकी असेंबलिंग हो सकेगी।
यह चरण हालांकि अधिक समय तक नहीं चल सकता है। इसके बावजूद यह उद्योग चाहता है कि यह छूट अभी जारी रहनी चाहिए क्योंकि सरकार की योजना इस उद्योग को आत्मनिर्भर बनाने की है।
पीएमपी के दूसरे चरण में कुछ उपकरणों का विनिर्माण देश में किया जाना है और इस तरह के उत्पादों पर सीमा शुल्क लगाया जाना है ताकि घरेलू निर्मित उत्पादोें को बढ़ावा दिया जा सके। यह चरणबद्ध विनिर्माण रणनीति अधिकांश इलेक्ट्रानिक उत्पादों के लिए लागू की जानी है। उदाहरण के लिए मोबाइल फोन विनिर्माण के लिए इसको चार चरण में लागू किया जायेगा।
सरकार ने पहले भी टेलीविजन उद्योग को सीमा शुल्क के माध्यम से मदद की है। दिसंबर 2017 में टेलीविजन के आयात पर सीमा शुल्क 20 फीसदी कर दिया गया था जिससे सभी घरेलू विनिर्माताओं को मदद मिली थी। सरकार ने टेलीविजन आयात को प्रतिबंधित श्रेणी में रखा है जो जुलाई 2020 के अंत से प्रभावी हो चुका है।
भिलाई नगर 25 सितंबर। सुमन कनौजे को कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) भिलाई का महासचिव बनाया गया है । उपरोक्त मनोनयन भिलाई कैट के अध्यक्ष दिनेश सिंघल ने कैट के कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिहदेव, प्रदेश उपाध्यक्ष प्रमोद अग्रवाल एवं प्रदेश मंत्री ज्ञानचंद जैन की स्वीकृति के पश्चात घोषणा की है। सुमन कैट की आजीवन सदस्य एवं राजनीतिक व्यापारिक एवं सामाजिक गतिविधियों में लंबे समय से सक्रिय हैं। उनके मनोनयन पर भिलाई कैट के सदस्यों ने सुमन को बधाई दी है। उपरोक्त जानकारी कैट के भिलाई अध्यक्ष दिनेश सिंघल ने दी है।
जस्टिन हार्पर
नई दिल्ली, 25 सितंबर। सोने के गहने खऱीदते समय क्या आपने कभी ये सोचा है कि सोना आता कहां से है, और क्या इसकी सप्लाई हमेशा जारी रहेगी या ये कभी खत्म भी हो सकती है?
पिछले महीने सोने की कीमतों में रिकॉर्ड इजाफा हुआ। सोने की कीमत 2000 डॉलर (करीब 1,60,000 रुपए) प्रति औंस हो गई। कीमतों के बढऩे के पीछे सोना व्यापारियों का हाथ था, लेकिन इसके साथ ही अब सोने की सप्लाई को लेकर बातें होने लगी है। सवाल उठ रहे हैं कि क्या सोने की सप्लाई खत्म हो जाएगी?
सोने की खरीदारी निवेश के लिए स्टेटस सिंबल के तौर पर और कई इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल के लिए की जाती है।
जानकार ‘पीक गोल्ड’ के कॉन्सेप्ट की भी बात करते हैं। पिछले एक साल में लोगों ने अपनी पूरी क्षमता के मुताबिक सोना निकाल लिया है। कई जानकारों को लगता है कि वो पीक गोल्ड तक पहुंच चुके हैं। वल्र्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक 2019 में सोने का कुल उत्पादन 3531 टन था, जो 2018 के मुकाबले एक प्रतिशत कम है। साल 2008 के बाद पहली बार उत्पादन में कमी आई है।
वल्र्ड गोल्ड काउंसिल के प्रवक्ता हैना ब्रैंडस्टेटर बताते हैं, खदान से होने वाली सप्लाई भले ही कम हुई है या आने वाले कुछ सालों में कम हो सकती है क्योंकि अभी जो खदान हैं उनका पूरी तरह इस्तेमाल हो रहा है और नए खदान अब कम मिल रही हैं, लेकिन ये कहना कि सोने का उत्पादन अपनी पीक पर पहुंच गया है, जल्दबाजी होगी।
जानकार कहते हैं कि अगर पीक गोल्ड आता भी है, तो ऐसा नहीं होगा कि कुछ ही समय में सोने का प्रोडक्शन बहुत कम हो जाएगा। ये गिरावट धीरे-धीरे कुछ दशकों में आएगी। मेट्ल्सडेली.कॉम के रॉस नॉर्मन बताते हैं, माइन प्रोडक्शन स्थिर हो गया है, इसमें गिरावट देखी जा रही है, लेकिन बहुत तेजी से नहीं
तो कितना सोना बचा है?
माइनिंग कंपनियां जमीन के नीचे छिपे सोने की मात्रा का अनुमान दो तरीकों से लगाती हैं-
रिजर्व- सोना जिसे निकालना किफायती है
रिसोर्स - वो सोना, जिसे भविष्य में निकालना किफायती होगा या फिर निकालने के लिए ज्यादा कीमत चुकानी होगी।
अमरीका के जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक गोल्ड रिजर्व अभी 50 हजार टन है। अभी तक 190,000 टन गोल्ड की माइनिंग की जा चुकी है।
कुछ आंकड़ों के मुताबिक 20 प्रतिशत सोने का खनन अभी बाकी है। लेकिन आंकड़े बदलते रहते हैं। नई तकनीक की मदद से कुछ नए रिजर्व से जुड़ी जानकरियां भी मिल सकती है, जिन तक पहुंचना अभी किफायती नहीं है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्मार्ट माइनिंग और बिग डेटा जैसी नई तकनीक की मदद से कीमतें कम की जा सकती है। कई जगहों पर रोबोट भी इस्तेमाल किए जा रहे हैं।
दक्षिण अफ्रीका का विटवॉटर्सरैंड दुनिया में सोने का सबसे बड़ा स्रोत है, दुनिया का 30 प्रतिशत सोना यहीं से आता है। चीन सबसे ज्यादा सोने का खनन करता है। कनाडा, रूस और पेरू भी बड़े उत्पादक हैं।
नए सोने के खदानों की खोज जारी है, लेकिन वो बहुत कम मात्रा में मिल रहे हैं। इसलिए भविष्य में भी पुराने खदानों पर ही ज्यादा निर्भर रहना होगा। बड़े पैमाने पर खनन करना काफी महंगा है, बड़ी मशीनें और कारीगरों की आवश्यकता होती है। नॉर्मन बताते हैं, खनन मुश्किल होता जा रहा, कई बड़े खदान, जहां खनन किफायती है, जैसे जो दक्षिण अफ्रीका में हैं, अब वो खत्म होते जा रहे हैं।
चीन के सोने के खदान छोटे हैं इसलिए महंगे भी हैं
अभी बहुत कम ही ऐसे इलाके हैं, जहां सोना होने की उम्मीद है लेकिन खनन नहीं किया गया है, इनमें से कुछ ऐसे इलाकों में हैं, जहां अनिश्चितता बनी रहती है, जैसे अफ्रीका के पश्चिमी इलाकों में एक खुदाई में निकला 1.89 करोड़ रुपये का सोना अगस्त महीने में सोने की कीमतें उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थीं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि सोने के खनन में तेजी आ जाएगी।
सोने के प्रोडक्शन का असर अमूमन उसकी कीमत पर नहीं पड़ता।
ब्रैंडस्टेटर कहते हैं, इतने बड़े पैमाने पर काम होता है कि कीमतों पर तुरंत असर नहीं होता। इसके अलावा इस बात पर ध्यान देना जरूरी है कि कोविड-19 के कारण खनन पर भी असर पड़ा है, कई खदान बंद थे। कीमतों के बढऩे के पीछे महामारी का हाथ है।
धरती पर कितना सोना बचा है, इसका सही अंदाजा लगा पाना तो मुश्किल है, लेकिन सोना चांद पर भी मौजूद है। लेकिन वहां से सोना निकालना और वहां से वापस लाना बहुत महंगा होगा।
अंतरिक्ष के जानकार सिनेड ओ सुलीवन कहते हैं, वहाँ सोना मौजूद हैं लेकिन वहाँ से लाना किफायती नहीं। इसके अलावा अंटार्कटिका में भी सोना मौजूद होने की जानकारी है। सोना समुद्र के नीचे भी है, लेकिन वहाँ से भी निकालना किफायती नहीं है।
लेकिन सोने के साथ एक अच्छी बात भी है। इसे रिसाइकल किया जा सकता है। बिजली से चलने वाले कई प्रोडक्ट्स में भी सोने का इस्तेमाल होता है। एक फोन में इस्तेमाल होने वाले सोने की कीमत भी कुछ पाउंड हो सकती है।
इनसे भी सोना निकालने की कोशिशें हो रही हैं। इसलिए अगर सोना के खदान पूरी तरह खत्म नहीं होंगे। (bbc.com/hindi)
नई दिल्ली, 24 सितंबर (आईएएनएस)| व्हाट्सएप पर एक नए एक्सपायरिंग मीडिया फीचर पर काम शुरू होने की खबर है, जिससे मैसेज रिसीवर को भेजी गई फाइलें उसके देखने के बाद अपने आप ही गायब हो जाएंगी। इस एक्सपायरिंग मीडिया फीचर को एक्सपायरिंग मैसेज फीचर का एक विस्तार कहा जा सकता है।
व्हाट्सअप ट्रैकिंग वेबसाइट डब्ल्यूएबीटाइंफो ने इस फीचर के कई स्क्रीनशॉट्स साझा किए हैं, जिनमें देखा जा सकता है कि एक टाइमर बटन की मदद से इस फीचर का लाभ उठाया जा सकेगा। इस बटन या आइकॉन का इस्तेमाल करते हुए जब भी आप किसी को मैसेज भेजेंगे, उसके द्वारा फाइल को देख लिए जाने के बाद वह खुद-ब-खुद गायब हो जाएगा।
स्नैपचैट व इंस्टाग्राम पर यह फीचर पहले से ही मौजूद है।
फीचर को इस्तेमाल में कब से लाया जाएगा, इस पर कंपनी ने अभी कुछ नहीं कहा है।
--आईएएनएस
मुंबई, 24 सितंबर। वैश्विक निवेश फर्म केकेआर 1.28 प्रतिशत इक्विटी के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) में 5,550 करोड़ रूपय का निवेश करेगी। यह रिलायंस रिटेल में दूसरा बड़ा निवेश है। बुधवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (आरआरवीएल) ने इस निवेश की घोषणा की। सौदे में रिलायंस रिटेल की प्री-मनी इक्विटी को 4.21 लाख करोड़ रूपय आंका गया। ।
साल की शुरुआत में केकेआर ने जियो प्लेटफॉर्म्स में 11,367 करोड़ का निवेश किया था। यह केकेआर का रिलायंस इंडस्ट्रीज की एक सहायक कंपनी में दूसरा निवेश है। रिलायंस रिटेल लिमिटेड के देश भर मे फैले 12 हजार से ज्यादा स्टोर्स में सालाना करीब 64 करोड़ खरीददार आते हैं। यह भारत का सबसे बड़ा और सबसे तेजी से विकसित होने वाला रिटेल बिजनेस है। रिलायंस रिटेल के पास देश के सबसे लाभदायक रिटेल बिजनेस तमगा भी है। कंपनी खुदरा वैश्विक और घरेलू कंपनियों, छोटे उद्योगों, खुदरा व्यापारियों और किसानों का एक ऐसा तंत्र विकसित करना चाहती है, जिससे उपभोक्ताओं को किफायती मूल्य पर सेवा प्रदान की जा सके और लाखों रोजगार पैदा किए जा सकें।
केकेआर के सह-संस्थापक और सह-सीईओ हेनरी क्राविस ने कहा, हम रिलायंस रिटेल वेंचर्स में इस निवेश के माध्यम से रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ अपने संबंधों को और मजबूत कर रहे हैं। रिलायंस रिटेल सभी व्यापारियों को सशक्त बनाने और भारतीय उपभोक्ताओं के रिटेल खरीददारी के अनुभव को बदल रहा है। । हम भारत के अग्रणी रिटेलर बनने और एक और समावेशी भारतीय रिटेल इकोनॉमी बनाने के रिलायंस रिटेल के मिशन का पूर्ण समर्थन करते हैं।
जगदलपुर, 24 सितंबर। युवा स्वयंसेवी कार्यक्रम ‘युवोदय’ का शुभारंभ बुधवार को बस्तर कलेक्टर रजत बंसल व यूनिसेफ के प्रमुख जॉब जकरिया द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
इस संबंध में यूनिसेफ और बस्तर जिला प्रशासन के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) हस्ताक्षरित किया गया। इस अवसर पर, ‘युवोदय’ स्वयंसेवकों द्वारा तैयार किया गया एक रैप थीम गीत भी जारी किया गया था।
‘युवोदय’ का मुख्य उद्देश्य युवा शक्ति को सही दिशा देते हुए, उनके सहयोग से जिले के प्रत्येक गांव के आजीविका, पर्यावरण, संस्कृति, शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण स्तर में सुधार और कोरोना की रोकथाम करना है। कार्यक्रम के तहत स्वयंसेवकों को सामुदायिक सेवा के लिए कौशल विकास प्रशिक्षण और प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा। इस कार्यक्रम के तहत प्राप्त अनुभव से स्वयंसेवकों की रोजगार क्षमता बढ़ेगी और उन्हें व्यवसाय और उद्योग क्षेत्र में बेहतर अवसर मिलेंगे।
जिला कलेक्टर, रजत बंसल ने कहा, हमारे ‘युवोदय’ स्वयंसेवकों का जज्बा और जूनून उनकी उम्र से कहीं ज्यादा है। ये ऐसे लोग हैं जो नि:स्वार्थ भाव से बस्तर जिले के उज्ज्वल और गौरवशाली भविष्य के लिए कार्य करना चाहते हैं। ‘युवोदय’ के साथ, बस्तर अपनी सामाजिक पूंजी और आर्थिक विकास के लिए जाना जाएगा। शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य क्षेत्रों में यूनिसेफ की तकनीकी सहायता से, ‘युवोदय’ वालंटियर्स को गांव के अंतिम छोर तक पहुंचने में मदद करेगी। यूनिसेफ के अध्यक्ष जॉब जकरिया ने कहा, ‘युवोदय’ देश के अन्य राज्यों भी एक अभिनव और अनुकरणीय मॉडल के रूप में उभर सकता है। युवोदय की सफलता इसके स्वयंसेवकों के हाथों में है। उनका स्वामित्व और प्रतिबद्धता इस पहल को विशिष्ट बनाती है। इस बैठक में सहायक कलेक्टर सुश्री रेन जमील, यूनिसेफ विशेषज्ञ अभिषेक सिंह, जिला अधिकारी और युवोदय स्वयंसेवकों ने भाग लिया।