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नई दिल्ली: पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन रमीज राजा इंडियन प्रीमियर लीग पर दिए अपने बयान से पीछे हट गए हैं। उनका कहना है कि उनकी बात को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। राजा ने ईएसपीएनक्रिकइंफो को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि नीलामी मॉडल, और पर्स बढ़ाने के बाद पाकिस्तान सुपर लीग को आईपीएल की श्रेणी में रखा जा सकता है।
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क्रिकइंफो के मुताबिक राजा ने कहा था, 'हमें आर्थिक रूप से स्वतंत्र होने के लिए नई प्रॉपर्टी बनानी होंगी। हमारे पास सिर्फ पाकिस्तान सुपर लीग और आईसीसी के फंड मौजूद हैं। अगले साल से इस मॉडल पर चर्चा हो रही है। मैं अगले साल से नीलामी मॉडल पर जाना चाहता हूं। बाजार की परिस्थितियां इसके अनुकूल हैं लेकिन हम फ्रैंचाइजी के साथ बैठकर एक बार इस पर चर्चा कर लेंगे।'
उन्होंने आगे कहा था, 'यह पैसे का खेल है। जब पाकिस्तान में क्रिकेट की इकॉनमी बढ़ेगी हमारी इज्जत भी बढ़ेगी। सबसे बड़ी जीत पाकिस्तान सुपर लीग की फाइनैंशनल इकॉनमी का बढ़ना है। अगर हम पाकिस्तान को नीलामी मॉडल पर ले जाएं, पर्स बढ़ा दें, तो मैं इसे आईपीएल की श्रेणी में रखूंगा। तब मैं देखूंगा कि कौन पीएसएस पर आईपीएल को तरजीह देगा।'
आईपीएल के 15वें सीजन की शुरुआत से कुछ पहले ही राजा ने इस तरह का कॉमेंट किया था। उस समय बीसीसीआई, अगले पांच साल के लिए आईपीएल के प्रसारण के अधिकार बेचने की प्रक्रिया शुरू करने वाली है। बोर्ड को इससे बहुत बड़ी रकम मिलने की उम्मीद है।
राजा ने हाल ही में अपनी इस बात से इनकार किया है। उन्होंने क्रिकबज को दिए एक इंटरव्यू में कहा है कि उनके बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया। राजा का कहना था कि उन्हें भारत और पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था का अंतर मालूम है।
राजा ने कहा, 'मेरे बयान को गलत तरीके से पेश किया गया। मैं जानता हूं कि भारत की अर्थव्यवस्था कहां है और पाकिस्तान की कहां। पाकिस्तान सुपर लीग को सुधारने के लिए हमारे पास योजनाएं हैं। हम नीलामी मॉडल लेकर आएंगे लेकिन मेरे बयान को दूसरी ओर मोड़कर पेश किया गया।' (navbharattimes.indiatimes.com)