अंतरराष्ट्रीय
श्रीलंका के सांसदों ने रनिल विक्रमसिंघे को राष्ट्रपति चुन लिया है. रनिल विक्रमसिंघे को 134 वोट मिले और उनके प्रतिद्वंद्वी दलस अलापेरुमा को 82 वोट मिले.
कुल 223 सांसदों ने वोट किया है जबकि 2 सांसद वोटिंग से अनुपस्थित रहे. 223 वोट में से 219 वोट को वैध माना गया जबकि चार वोट अमान्य करार दिए गए.
राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद संसद को संबोधित करते हुए रनिल विक्रमसिंघे ने सभी पार्टियों से मिलकर काम करने की अपील की है और श्रीलंका को इस मुश्किल से बाहर निकालने के लिए कहा है.
साथ ही उन्होंने कहा कि वे गुरुवार को सभी पार्टियों के साथ बैठकर बातचीत करेंगे.
गोटाबाया राजपक्षे के श्रीलंका से भागने और इस्तीफा देने के बाद रनिल विक्रमसिंघे को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया गया था.
रनिल विक्रमसिंघे का कार्यकाल नवंबर 2024 में खत्म होगा. वे गोटाबाया राजपक्षे के बचे हुए कार्यकाल को पूरा करेंगे.
13 जुलाई को श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को देश छोड़कर मालदीव के बाद सिंगापुर चले गए थे. इसके बाद के रनिल विक्रमसिंघे के पास राष्ट्रपति का कार्यभार था. अब उनके राष्ट्रपति होने पर संसद ने भी मुहर लगा दी है.
इससे पहले गोटाबाया के भाई भाई महिंदा राजपक्षे ने प्रधानमंत्री की कुर्सी छोड़ दी थी और वह तब से कहाँ ग़ायब हैं, कोई आधिकारिक सूचना नहीं है. राष्ट्रपति भवन पर पिछले हफ़्ते शनिवार को श्रीलंका के आम लोगों ने धावा बोल दिया था और अपने नियंत्रण में ले लिया था. हालांकि प्रधानमंत्री रनिल विक्रमसिंघे भी श्रीलंका में अलोकप्रिय हैं और उनके निजी आवास में भी आक्रोशित भीड़ ने आग लगा दी थी. (bbc.com)