खेल
फ़्रेंच फ़ुटबॉल फ़ेडरेशन (एफ़एफ़एफ़) ने मंगलवार को बताया है कि फ़ीफ़ा वर्ल्ड कप के फ़ाइनल में अर्जेंटीना से हारने के बाद फ़्रांस की टीम के कई खिलाड़ी सोशल मीडिया पर ‘नफ़रती’ नस्लवादी दुर्व्यवहार का शिकार हुए हैं.
फ़ेडरेशन का कहना है कि वो इसके ख़िलाफ़ क़ानूनी शिकायत दर्ज कराएगा.
टीम के किंग्सली कोमान और ओहेलियां चूयामेनी दुर्व्यवहार का निशाना बने हैं. पैनल्टी शूटआउट के दौरान दोनों खिलाड़ी गोल नहीं कर पाए थे.
इस घटना के बाद पिछले साल हुए यूरो 2020 के फ़ाइनल की यादें ताज़ा हो गई हैं जिसमें इटली से हार के बाद इंग्लैंड के तीन खिलाड़ियों को इसी तरह के हालात का सामना करना पड़ा था.
फ़्रांस के फ़ुटबॉल प्रमुख ने मंगलवार को कड़ा बयान जारी करते हुए दुर्व्यवहार करने वालों की निंदा की है.
वर्ल्ड कप टूर्नामेंट के दौरान फ़्रांस की टीम को फ़्रांस के अधिकतर लोगों ने समर्थन दिया और सोमवार को जब टीम क़तर से लौटी तो उनको बधाई देने के लिए प्लेस दी ला कोनकोर्द पर 50 हज़ार लोग इकट्ठा थे.
फ़्रांस फ़ुटबॉल टीम को लेकर एफ़एफ़एफ़ ने ट्वीट किया, “वर्ल्ड कप फ़ाइनल के आख़िर में फ़्रांस टीम के कई खिलाड़ियों को सोशल मीडिया पर नस्लवादी और अस्वीकार्य नफ़रती टिप्पणियों का निशाना बनाया गया.”
“एफ़एफ़एफ़ इसकी निंदा करता है और इन टिप्पणियों को लिखने वाले लेखकों के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज कराई जाएगी.” (bbc.com/hindi)