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नई दिल्ली, 29 दिसंबर । उज़्बेकिस्तान के समरकंद में 18 बच्चों की मौत को नोएडा स्थित मेरियन बायोटेक में बनाए गए कफ़ सिरप से जोड़ने के दावे के बाद भारत सरकार ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है.
भारत सरकार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इसकी विस्तृत जानकारी दी है.
इसमें बताया गया है कि मेरियन बायोटेक के नोएडा उत्पादन केंद्र पर मामले की जांच सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (सीडीएससीओ) और यूपी ड्रग्स लाइसेंसिंग अथॉरिटी कर रही है.
नोएडा स्थित इसके प्लांट से कफ़ सिरप का सैंपल लेकर चंडीगढ़ के रिजनल ड्रग्स टेस्टिंग लैबोरेटरी (आरडीटीएल) में भेजा गया है.
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया के निर्देश पर सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (सीडीएससीओ) इस मामले को लेकर 27 दिसंबर 2022 से उज़्बेकिस्तान के राष्ट्रीय ड्रग्स नियामक संस्थान के साथ संपर्क में है.
इसमें बताया गया है कि मेरियन बायोटेक एक लाइसेंस प्राप्त उत्पादक है और उसके पास डॉक 1 मैक्स (Dok 1 Max) के उत्पादन का लाइसेंस मौजूद है.
उज़्बेकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को भारत के इसी डॉक 1 मैक्स सिरप को बच्चों की मौत का कारण बताया था. (bbc.com/hindi)