अंतरराष्ट्रीय
पाकिस्तान सरकार और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ़) के बीच हो रही बातचीत के बेनतीजा ख़त्म होने के बाद पाकिस्तान की उम्मीद को झटका लगा है.
पाकिस्तान को देश के ख़राब आर्थिक हालात के बीच आईएमएफ़ से मदद की उम्मीद है.
पाक वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी हामिद शेख़ ने कहा है कि दोनों पक्षों में और कदम उठाने को लेकर सहमति बन गई है लेकिन मुद्रा कोष ने बातचीत के लिए अभी और वक़्त मांगा है.
हामिद शेख़ ने कहा, "पाकिस्तान और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के बीच जल्द ही स्टाफ़ स्तरीय सहमति बन जाएगी. आईएमएफ़ के मिशन ने स्टाफ़ स्तरीय बातचीत के लिए और वक़्त मांगा है."
दोनों के बीच पाकिस्तान के लिए 1.1 अरब डॉलर की मदद के लिए बातचीत हो रही थी.
आर्थिक संकट से जूझ रही पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के लिए राहत पैकेज पर बातचीत के लिए बीते सप्ताह मुद्रा कोष का एक दल पाकिस्तान पहुंचा था.
पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार बेहद निचले स्तर तक आ गया है और 3 अरब डॉलर तक पहुंच चुका है और ये एक महीने के आयात का पैसा देने के लिए भी काफ़ी नहीं है.
इसका नतीजा ये है कि पाकिस्तान में महंगाई तेज़ी से बढ़ रही है और अर्थव्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए सरकार को जल्द से जल्द आर्थिक मदद की ज़रूरत है. (bbc.com/hindi)