अंतरराष्ट्रीय
तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप में अब तक 33 हज़ार से ज़्यादा लोगों की जान जा चुकी है.
भूकंप प्रभावित इन दोनों देशों की मदद के लिए कई देश आगे आए हैं. इन देशों में भारत, जर्मनी, ग्रीस, ईरान, इराक, इसराइल, मलेशिया, क़तर और चीन जैसे देश शामिल हैं.
भारत उन शुरुआती देशों में शामिल रहा है जिसने तुर्की की मदद के लिए राहत सामग्री भेजी थी.
भारत के इस क़दम की तुर्की के राजदूत ने तारीफ़ भी की थी. मगर मदद करते देशों में से एक चीन ने अब अपने क़दम रोके हैं.
चीन ने भूकंप प्रभावित सीरिया में राहत सामग्री की दूसरी खेप रवाना कर दी है. लेकिन अपने बचाव दल के कर्मियों के दौरे रद्द कर दिए हैं.
चीन का कहना है कि ये क़दम रेस्क्यू ऑपरेशन पर बोझ कम करने और ख़राब मौसम को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है.
द चाइना एसोसिएशन फ़ॉर डिज़ास्टर प्रिवेंशन ने चीनी बचाव दलों से तुर्की और सीरिया के दौरे रद्द करने को कहा है ताकि भूकंप की मार झेल रहे इलाकों में बोझ ना बढ़े और ख़राब मौसम के जोख़िम से बचा जा सके.
चीनी मीडिया सीसीटीवी के मुताबिक़, चीन की रेड क्रॉस सोसाइटी ने सीरिया को कॉटन टेंट, फ़ैमिली किट, जैकेट और रोज़मर्रा की ज़रूरी चीज़ों समेत मेडिकल उपकरण मुहैया करवाए हैं.
चीन ने तुर्की और सीरिया की वित्तीय मदद भी की है और सरकार के 82 सदस्यों को भी इन दोनों देशों में भेजा था. (bbc.com/hindi)