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जो बाइडन अचानक पहुँचे यूक्रेन, कैसे रखी गई ये यात्रा सीक्रेट
20-Feb-2023 8:03 PM
जो बाइडन अचानक पहुँचे यूक्रेन, कैसे रखी गई ये यात्रा सीक्रेट

'न्यूयॉर्क टाइम्स' के मुताबिक पोलैंड के बॉर्डर पर बहुत गोपनीय तरीके से अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन को ट्रेन से यूक्रेन पहुंचाया गया.

पोलैंड से अचानक यूक्रेन की राजधानी कीएव पहुंचे बाइडन की यात्रा को सुरक्षा कारणों से बहुत गोपनीय रखा गया था. अब बताया जा रहा है कि राष्ट्रपति बाइडन यूक्रेन से निकल चुके हैं.

कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि शनिवार को बाइडन ने अपनी पत्नी जिल के साथ एक रेस्तरां में डिनर किया और उसके बाद ख़ामोशी से वॉशिंगटन से रवाना हो गए थे.

हालांकि इससे पहले अधिकारियों ने इस बात से इनकार किया था कि पहले से निर्धारित पूर्वी यूरोप के दौरे में बाइडन यूक्रेन भी जाएंगे.

न्यूयॉर्क टाइम्स ने लिखा है, "रविवार रात को व्हाइट हाउस ने राष्ट्रपति का जो कार्यक्रम जारी किया था, उसके मुताबिक सोमवार को राष्ट्रपति को वॉशिंगटन में ही होना था और शाम को वे वॉरसा रवाना होना था, जबकि उस समय तक वे अपनी आधी यात्रा पूरी कर चुके थे."

साल भर पहले यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद से अमेरिकी राष्ट्रपति की यह पहली यात्रा है. इससे पहले, बाइडन पोलैंड के राष्ट्रपति एंद्रेज दुदा से मिलने गए थे.

बाइडन ने क्या कहा?
जो बाइडन ने यूक्रेन के नागरिकों की तारीफ़ करते हुए कहा कि बिना सैन्य ट्रेनिंग के अनुभव के उन्होंने बहुत शानदार तरीके से लड़ाई लड़ी.

उन्होंने कहा, "एक बार फिर यूक्रेन के लोगों, आम और कड़ी मेहनत करने वाले नागरिकों की सराहना करता हूं, जिन्हें कभी सैन्य ट्रेनिंग नहीं मिली, लेकिन जिस तरह उन्होंने आगे आकर मुकाबला किया वो किसी नायकत्व से कम नहीं और पूरी दुनिया उनके बारे में ऐसा ही सोचती है."

एक टीवी प्रसारण में बाइडन और ज़ेलेंस्की ने संयुक्त बयान जारी करते हुए कहा कि "लोकतांत्रिक दुनिया" को इस "साहसिक लड़ाई" को जीतना ही होगा.

बाइडन ने कहा कि यूक्रेन को अमेरिका का समर्थन मिलता रहेगा.

ज़ेलेंस्की ने कहा, "ये दौरा अमेरिकी-यूक्रेन संबंधों के पूरे इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण है. ये दिखाता है कि हम पहले ही क्या कुछ हासिल कर चुके हैं. आज हमारे बीच बातचीत काफ़ी सार्थक रही है."

उन्होंने कहा कि इस दौरे का असर निश्चित तौर पर युद्ध के मैदान में दिखेगा.

जनवरी की शुरुआत में ही अमेरिका ने यूक्रेन को अब्राम्स टैंक देने का फैसला किया था, जो अब यूक्रेन की रक्षापंक्ति में अपना योगदान दे रहा है.

जे़लेंस्की ने कहा कि बाइडन के साथ लंबी दूरी के हथियारों पर भी बात हुई है, "मुझे पता है कि यूक्रेन को एक महत्वपूर्ण सपोर्ट पैकेज मिलेगा और ये संकेत है कि रूसी अक्रामकता के लिए अब कोई मौका नहीं है."

उन्होंन बाइडन से कहा, "मिस्टर प्रेसीडेंट, आपके प्रति यूक्रेन आभारी है."

अमेरिका से हथियारों की नई खेप में महत्वपूर्ण रडार सिस्टम
क्रिस पैट्रिज, बीबीसी न्यूज़ वीपन एनॉलिस्ट

अमेरिका ने बार बार कहा है कि जबतक ज़रूरत रहेगी वो यूक्रेन की हथियारों से मदद करता रहेगा. सोमवार को जो बाइडन कीएव पहुंचे तो उन्होंने इसी बात को दुहाराया.

हालांकि व्हाइट हाउस के बयान में बिना विस्तार में गए कहा गया है कि आर्टिलरी और गोला बारूद दिए जाएंगे और रूस की ओर से संभावित नए ज़मीनी हमले को देखते हुए एंटी आर्मर सिस्टम भी दिए जाएंगे.

रूसी लडाकू विमानों, क्रूज़ मिसाइलों और अन्य हवाई हमलों के ख़िलाफ़ रक्षा के लिए बहुत ज़रूरी सर्विलांस रडार भी अमेरिका यूक्रेन को देगा.

किसी भी हवाई हमले की स्थिति में ये रडार पहले ही यूक्रेनी सेना को चेतावनी दे देंगे.

हालांकि पश्चिमी लड़ाकू विमान देने के बारे में इस दौरे में भी कोई बात नहीं हुई है. शायद उसकी वजह ये है कि राष्ट्रपति बाइडन पहले ही यूक्रेन में अमेरिका के एफ़-16 लड़ाकू विमान भेजे जाने की संभावना से इनकार कर चुके हैं क्योंकि इससे परिस्थिति और जटिल हो जाएगी.

अभी तक अमेरिका ने यूक्रेन को 30 अरब डॉलर की मदद मुहैया कराई है और ऐसा लगता है कि ये सिलसिला जल्द नहीं ख़त्म होने वाला है.

इसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से जारी बयान में कहा गया, "कीएव की मेरी यात्रा यूक्रेन के लोकतंत्र, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के प्रति हमारी अटूट और अटल प्रतिबद्धता की एक बार फिर पुष्टि करते हैं."

बयान के अनुसार, "लगभग एक साल पहले पुतिन ने हमला करते हुए सोचा था का यूक्रेन कमज़ोर है और यूरोप बंटा हुआ. उन्होंने सोचा था कि वो हमें थका देंगे. लेकिन वो बिल्कुल ग़लत थे."

बाइडन के पहुंचने के कुछ देर बाद ही यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने अपने आधिकारिक टेलीग्राम अकाउंट में अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ हाथ मिलाते हुए तस्वीर पोस्ट की थी.

ज़ेलेंस्की ने लिखा, "जो बाइडन, कीएव में आपका स्वागत है. आपकी यात्रा सभी यूक्रेनी नागरिकों के लिए समर्थन का एक अत्यंत महत्वपूर्ण संकेत है." (bbc.com/hindi)

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