अंतरराष्ट्रीय
JOSH BAKER
राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर ब्रिटेन की नागरिकता गंवाने वाली शमीमा बेगम की अपील खारिज कर दी गई है. शमीमा बेगम को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा करार दिए जाने के बाद उनसे ब्रिटेन की नागरिकता छीन ली गई थी.
जस्टिस जे ने शमीमा बेगम के मुक़दमे की सुनवाई कर रहे सेमी-सिक्रेट कोर्ट को बताया कि उनकी अपील को पूरी तरह से ठुकरा दिया गया है.
इस फ़ैसले का मतलब ये हुआ कि उत्तरी सीरिया के एक कैंप में रह रहीं 23 साल की शमीमा बेगम के ब्रिटेन लौटने पर रोक लगी रहेगी.
शमीमा उस वक़्त 15 साल की थीं जब वे खुद को इस्लामिक स्टेट कहने वाले चरमपंथी संगठन में शामिल होने के लिए सीरिया पहुंच गई थीं. ये साल 2015 की बात है.
उन्होंने इस्लामिक स्टेट के एक चरमपंथी से शादी की और उनके तीन बच्चे हुए. इन सभी बच्चों की मौत हो चुकी है.
साल 2019 में तत्कालीन ब्रितानी गृह मंत्री साजिद जावेद ने उनकी ब्रिटिश नागरिकता ख़त्म करने का फ़ैसला किया. जिसके बाद उनके ब्रिटेन लौटने का रास्ता बंद हो गया.
वे सीरिया के एक कैंप में इस्लामिक स्टेट के समर्थक होने के आरोप में बंद हैं. (bbc.com/hindi)