अंतरराष्ट्रीय
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान ख़ान की पार्टी पीटीआई ने बुधवार को लाहौर से जेल भरो आंदोलन शुरू कर दिया.
इमरान की पार्टी ने कहा है कि देश में मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है. संविधान की अवमानना की जा रही और देश दिवालिया होने की ओर बढ़ रहा है. लिहाजा ये जनता के उठ खड़े होने का वक्त है.
इमरान ख़ान ने कहा,'' ऐसा लग रहा है कि देश में कोई शासन नहीं है. अदालत ने पंजाब में 90 दिनों के अंदर चुनाव कराने को कहा है लेकिन सरकारी संस्थाएं ऐसा करने को तैयार नहीं दिखतीं. ''
उन्होंने कहा, ''अगर देश के दो प्रांतों में 90 दिनों के अंदर चुनाव नहीं हुए तो संवैधानिक संकट खड़ा हो जाएगा. इससे देश में जंगलराज हो जाएगा. ''
इमरान की पार्टी पीटीआई ने एक महीने पहले पंजाब और खैबर पख़्तूनख्वा प्रांत में अपनी सरकारें भंग कर दी थी.
जेल भरो आंदोलन शुरू करने के लिए पीटीआई कार्यकर्ता जेल रोड पर इकट्ठा हुए.
कुछ कार्यकर्ताओं ने खुद को जंजीरों से बांध रखा था. इमरान ख़ान ने कहा कि गोलियों से लगे घाव ठीक होने पर वो भी गिरफ़्तारी देंगे.
पिछले साल नवंबर में पंजाब के वज़ीराबाद में सरकार विरोधी एक रैली के दौरान एक शख़्स ने इमरान पर गोलियां चलाई थी. इस फायरिंग में उनके पैर में तीन गोलियां लगी थीं.
पार्टी ने आंदोलन में शरीक हुए पूर्व मंत्री शाह महमूद कुरैशी, असद उमर, आज़म स्वाती और पंजाब के पूर्व गवर्नर उमर सरफराज़ चीमा जैसे सीनियर नेताओं की फुटेज शेयर की है.
ये लोग एक वैन में बैठे हुए दिख रहे हैं. ये लोग प्रदर्शन स्थल पर खड़ी पुलिस को गिरफ़्तार करने की चुनौती दे रहे हैं.
कुरैशी ने जेल भरो आंदोलन के बारे कहा, ''आज पीटीआई के 200 कार्यकर्ता और पार्टी के लाहौर नेतृत्व समेत हम सभी गिरफ़्तारी देने के लिए पेश हुए'' .
इमरान के बाद पार्टी में सबसे बड़े नेता कुरैशी ने कहा,''हमारा ये आंदोलन तब तक चलता रहेगा जब तक ये आयातित सरकार देश में अराजकता की स्थिति खत्म न कर दे. अवाम की अदालत में जब तक इसे जिम्मेदार न ठहराया जाए तब तक इसे छोड़ा नहीं जाएगा.''
संविधान के तहत सरकार को दोनों जगह 90 दिनों के अंदर चुनाव कराने होंगे. लेकिन पीएमएल-एन के नेतृत्व वाली नौ पार्टियों की गठबंधन सरकार ने कहा है कि प्रांतीय और राष्ट्रीय चुनाव अलग-अलग कराना मुमकिन नहीं क्योंकि देश आर्थिक बदहाली के दौर से जूझ रहा है. (bbc.com/hindi)