अंतरराष्ट्रीय
सऊदी अरब और दूसरे ओपेक प्लस देशों ने मिल कर कच्चे तेल के उत्पादन में प्रति दिन 11.50 लाख बैरल की कटौती का ऐलान किया है.
इन देशों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल के दाम में स्थिरता लाने के लिए वे ये कदम उठा रहे हैं.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की ख़बर में कहा गया है कि पहले ये समझा जा रहा था कि ये देश 20 लाख बैरल की कटौती का ऐलान कर सकते हैं.
इन देशों के मंत्रियों की वर्चुअल मीटिंग में इसमें सहमति भी बन गई थी. मंत्रियों के इस पैनल में सऊदी अरब और रूस के मंत्री भी शामिल थे. लेकिन फिर प्रति दिन 11.50 लाख बैरल कटौती करने का फैसला किया गया.
सऊदी प्रेस एजेंसी के ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्रालय के हवाले से कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव को काबू करने के लिए मई 2023 से साल के अंत तक कच्चे तेल के उत्पादन में हर दिन पांच लाख बैरल की कटौती की जाएगी.
रूस ने कहा है कि वह 2023 के आखिर उत्पादन में प्रति दिन पांच लाख बैरल की कटौती को जारी रखेगा.
वहीं संयुक्त अरब अमीरात ने कहा है कि वह अपने उत्पादन में हर दिन 1,44,000 बैरल की कटौती करेगा.
ओमान ने हर दिन 40 हजार बैरल कटौती का ऐलान किया है.
बैंकिंग संकट के बाद तेल के दामों में गिरावट को रोकने के लिए सऊदी अरब समेत ओपेक प्लस देशों ने अपनी ओर से कच्चे तेल के उत्पादन में हर दिन पांच लाख बैरल की कटौती करने का ऐलान किया है.
सिलिकन वैली बैंक और क्रेडिट सुइस बैंक के वित्तीय संकट की वजह से वित्त बाजार में मचे उथल-पुथल ने कच्चे तेल की मांग में कमी कर दी थी और इसके कीमतें 75 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गई थीं.
हालांकि पिछले कुछ दिनों हालात सुधरे हैं और दाम 80 डॉलर प्रति बैरल के आसपास आ गए हैं. (bbc.com/hindi)