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शिवमोगा, 28 दिसंबर। कर्नाटक में राज्य सरकार द्वारा संचालित एक स्कूल में छात्रों द्वारा शौचालयों की सफाई करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर आने के बाद स्कूल के प्रधानाध्यापक को बृहस्पतिवार को निलंबित कर दिया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों के मुताबिक, वीडियो में एक स्कूल के कुछ छात्र शौचालयों की साफ-सफाई करते नजर आ रहे हैं, जिस पर अभिभावकों ने विरोध जताया है। इस महीने कर्नाटक में यह तीसरी ऐसी घटना है।
अधिकारियों के अनुसार, यह घटना शनिवार को शिवमोगा जिले के भद्रावती तालुक में एक सरकारी स्कूल में हुई, जहां कक्षा छह के छात्रों को कथित तौर पर शौचालय साफ करने के लिए कहा गया था।
हालांकि, शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने जब प्रधानाध्यापक से पूछताछ की, तो उन्होंने बताया कि छात्रों को केवल पानी डालने के लिए कहा गया था और शौचालय साफ करने के लिए नहीं कहा गया था।
राज्य के शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘बुधवार को मुझे व्हाट्सऐप पर 10 सेकंड का एक वीडियो मिला जिसमें छात्र शौचालय साफ करते नजर आ रहे थे। मैंने तुरंत संबंधित अधिकारियों को स्कूल का दौरा करने और विस्तृत जांच करने का निर्देश दिया। प्रखंड शिक्षा अधिकारी ने इस संबंध में एक रिपोर्ट सौंपी है, जिसके आधार पर मैंने स्कूल के प्रधानाध्यापक के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी है। यह अस्वीकार्य है इसलिए, हमने पिछले सप्ताह स्कूल में हुई इस घटना के संबंध में प्रधानाध्यापक शंकरप्पा को निलंबित कर दिया है।’’
यह मामला बेंगलुरु में राज्य सरकार द्वारा संचालित एक अन्य स्कूल में हुई इसी तरह की घटना के बाद आया है, जहां छात्रों को कथित तौर पर शौचालय साफ करने के लिए कहा गया था। घटना का वीडियो सोशल मीडिया में आने के बाद शिक्षा विभाग ने स्कूल की प्रधानाध्यापिका को निलंबित कर दिया है।
कर्नाटक के प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा मंत्री मधु बंगारप्पा ने इस घटना की निंदा करते हुए इसे चौंकाने वाली और निंदनीय करार दिया है।
उन्होंने शिक्षा विभाग को यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
इस माह के शुरू में कोलार जिले के एक रिहायशी स्कूल में इसी तरह की घटना होने के आरोप के चलते, स्कूल के प्राचार्य तथा दो अन्य कर्मियों को निलंबित कर दिया गया था। (भाषा)