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प्रधान पाठक सहित दो शिक्षकों का तबादला, डीईओ की भूमिका भी संदेह में
बिलासपुर, 10 मार्च। मिडिल स्कूल की बालिकाओं से छेड़छाड़ के आरोपी शिक्षक के खिलाफ विभाग ने जांच पूरी हो जाने के बाद भी कोई शिकायत पुलिस में दर्ज नहीं कराई। आखिरकार एक पीड़ित के दादा ने थाने में उसके खिलाफ एफआईआर लिखा दी है। मामला तूल पकड़ने के बाद आरोपी शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है, साथ ही प्रधान पाठक और संकुल समन्वयक को अन्यत्र पदस्थ किया गया है।
बिलासपुर शहर से लगे मंगला के मिडिल स्कूल के शिक्षक कमलेश साहू के खिलाफ छात्राओं ने अश्लील हरकत करने की शिकायत की थी। विभागीय स्तर पर की गई जांच के बाद इसमें सत्यता पाई गई। इसके बावजूद जिला शिक्षा अधिकारी टीआर साहू ने उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने और कार्रवाई करने में ढिलाई बरती। इससे छुब्ध होकर एक पीड़ित छात्रा के दादा ने बिल्हा थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। एफआईआर दर्ज होने के बाद से शिक्षक को फरार बताया जा रहा है। उसे अब जाकर निलंबित कर दिया गया है।
इसके अलावा प्रधान पाठक अविनाश तिवारी को मंगला से हटाकर बांका के स्कूल में स्थानांतरित कर दिया गया है। संकुल समन्वयक आशा कंवर को भी कोरबी स्थानांतरित कर दिया गया है। समन्वयक पर आरोप है कि शिकायत मिलने के बाद भी उन्होंने इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों को नहीं दी।
पीड़ित बालिकाओं की मदद के लिए आगे आई अधिवक्ता प्रियंका शुक्ला का कहना है कि जिला शिक्षा अधिकारी को सब पता था, इसके बाद भी प्रधान पाठक एवं शिक्षक आशा पर आरोप मढ़ा जा रहा है। मामला तो संज्ञान में आते ही जिला शिक्षा अधिकारी ने ही जांच वाली बात कही थी। प्रधान पाठक तिवारी और शिक्षक कंवर को धमकी मिली थी। उसकी शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी से उन्होंने ने की थी। आरोपी शिक्षक का बचाव करने की जिम्मेदारी जिला शिक्षा अधिकारी की है। उन पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।