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पटना, 15 अप्रैल। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने सोमवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आपराधिक मामलों में अपना नाम हटाने के लिए अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश में प्रश्नपत्र लीक को रोकने में विफलता के लिए भी योगी पर तंज कसते हुए कहा कि राजद के शासनकाल के दौरान बिहार में बड़े पैमाने पर बहाली में उत्तरप्रदेश के युवा पुरुष और महिलाएं अपनी किस्मत आजमाने के लिए बड़ी संख्या में आए।
तेजस्वी ने यहां पटना हवाईअड्डे पर संवाददाताओं के सवालों का जवाब देते हुए यह बात कही।
जब उनसे योगी के इस आरोप के बारे में पूछा गया कि बिहार में राजद के शासनकाल में गुंडे तमंचे लहराते थे, यादव ने कहा, ’’यहां आकर उन्हें कुछ बोलना था, तो बक दिए।’’
बिहार की पिछली महागठबंधन सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे यादव ने कहा, ‘‘सत्ता में हमारे 17 महीने ऐसे किसी काम के लिए नहीं जाने गए। दूसरी ओर बड़े पैमाने पर सरकारी विभागों में भर्तियों के दौरान उनके (योगी के) राज्य से कई आवेदक यहां आए थे।’’
यादव ने योगी के सुशासन के दावे पर भी सवाल उठाया और आरोप लगाया कि ‘‘उन्होंने जो एक काम किया है, वह उन मामलों में अपना नाम हटाना था जिनमें वह स्वयं आरोपी थे’’।
उनका इशारा योगी के सत्ता में आने के कुछ महीनों बाद 2017 में पारित एक आदेश की ओर था, जिसके द्वारा निषेधाज्ञा के उल्लंघन से संबंधित दो दशक पुराने मामलों को खत्म कर दिया गया था।
यादव ने योगी को पहले अपना घर व्यवस्थित करने की सलाह देते हुए कहा, ‘‘फिलहाल वह प्रश्नपत्र लीक होने के कारण बेदाग परीक्षा आयोजित करने में असमर्थ हैं। शायद यही कारण है कि उनके राज्य से इतने सारे लोग नौकरी की तलाश में बिहार आए।’’
राजद नेता ने भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूड़ी पर निशाना साधते हुए कहा,‘‘सारण को बर्बाद कर दिया गया है। मेरी बहन लोगों का आशीर्वाद मिलते ही निर्वाचन क्षेत्र की तस्वीर बदल देगी।’’
तेजस्वी की बहन रोहिणी आचार्य सारण से पहली बार चुनावी मैदान में हैं। (भाषा)