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बेंगलुरु, 15 अप्रैल। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने सोमवार को कहा कि वह जनता दल-सेक्युलर (जद-एस) के संरक्षक एच. डी. देवेगौड़ा के इस बयान से हैरान और दुखी हैं कि छह करोड़ लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले मुख्यमंत्री को सौ करोड़ लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रधानमंत्री से सवाल नहीं पूछना चाहिए।
उन्होंने रविवार को मैसूरु में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की रैली में पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा द्वारा दिए गए एक कथित बयान का जिक्र करते हुए यह बात कही। इस रैली में देवेगौड़ा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ मंच साझा किया था।
सिद्धरमैया ने एक बयान में कहा, ‘‘आदरणीय एच.डी. देवेगौड़ा, मैं आपके इस बयान से हैरान और दुखी हूं कि छह करोड़ लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले मुख्यमंत्री को सौ करोड़ लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रधानमंत्री से सवाल नहीं पूछना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आपने कई वर्षों तक एक क्षेत्रीय दल का नेतृत्व किया और आप केंद्र सरकार और प्रधानमंत्रियों के लगातार आलोचक रहे हैं। फिर आपने अपने जीवन के इस पड़ाव पर इतना अधीन मुद्रा अपनाना क्यों चुना?’’
सिद्धरमैया ने देवेगौड़ा की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘‘हम एक संघीय लोकतंत्र का हिस्सा हैं, जहां प्रधानमंत्री निरंकुश नहीं है और न ही मुख्यमंत्री केवल एक अधीनस्थ है।’’
उन्होंने कहा कि दोनों समान कद के पद रखते हैं, चाहे उनकी उम्र कुछ भी हो। (भाषा)