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रायपुर, 16 अप्रैल। फर्जी बिल बनाने और केवल इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) के उद्देश्य से बनाए गए 13 फर्जी फर्मों के एक नेटवर्क का भंडाफोड़ किया गया था। रैकेट के मास्टरमाइंड हेमन्त कसेरा को बीते 4 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था। इससे पूछताछ के हवाले से जीएसटी टीम ने आगे जांच पाया कि हेमंत कसेरा की कंपनी द्वारा इस तरह के फर्जी आईटीसी की बड़ी मात्रा रायपुर में स्थित मेसर्स बंसल ट्रेडर्स, मेसर्स ओम ट्रेडर्स और मेसर्स एचएमएस ट्रेडर्स को जारी किया था। इसके मुताबिक तदनुसार इन व्यावसायिक परिसरों की तलाशी ली गई।
जांच करने पर पता चला कि इन 3 फर्मों का नियंत्रण और प्रबंधन सदीप बंसल द्वारा किया जाता है। दस्तावेजों, खातों और रिटर्न की गहन जांच के बाद यह पाया कि श् बंसल ने न केवल हेमंत कसेरा से बल्कि दिल्ली की 25 से अधिक फर्जी फर्मों से भी फर्जी बिल खरीदे हैं। तथ्यों और सबूतों के आधार पर कड़ाई से पूछताछ करने पर सदीप बंसल ने कर चोरी के इरादे से फर्जी बिल खरीदने और 6.94 करोड़ रुपये की फर्जी आईटीसी का लाभ उठाने की बात स्वीकार की। इस पर तदनुसार, केंद्रीय जीएसटी टीम ने संदीप बंसल को सीजीएसटी अधिनियम, 2017 की धारा 69(1) के तहत आज गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत भेजा। फर्जी बिलिंग के संबंध में सीजीएसटी रायपुर आयुक्तालय ने अब तक कुल 16 कारोबारियों को गिरफ्तार किया है। हो