ताजा खबर
3 साल में 32 फर्जी कंपनियां बनाकर खरीदे गए थे 4000 कॉर्पोरेट सिम कार्ड
लखनऊ, 26 अप्रैल। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित महादेव सट्टा ऐप घोटाले में एक और खास जानकारी सामने आई है। दुबई में बैठे इस सट्टा ऐप के मास्टरमाइंड फर्जी कंपनी को आधार बनाकर भारत से कॉर्पोरेट सिम कार्ड मंगाते थे। इसका खुलासा यूपी एसटीएफ ने किया है। यूपी एसटीएफ की लखनऊ इकाई ने 25 अप्रैल 2024 को लखनऊ में महादेव सट्टा ऐप से जुड़े दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें एक का नाम अभय सिंह और दूसरे का नाम संजीव सिंह है। अभय सिंह महादेव सट्टा ऐप के लिए इंडिया हेड के रूप में काम कर रहा था।
महादेव बैटिंग एप घोटाले में यूपी एसटीएफ की लखनऊ इकाई ने 25 अप्रैल 2024 को बड़ी कार्रवाई करते हुए दो शातिरों को गिरफ्तार किया। इनमें से एक आरोपी दुबई में बैठे घोटाले के मास्टरमाइंड का ममेरा भाई है जिसको महादेव बुक गेमिंग कंपनी का इंडिया हेड बनाया था। हजारों करोड़ की ठगी में जो सिम इस्तेमाल किए गए वह इन दोनों आरोपियों ने ही दुबई भेजे थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ लखनऊ के विभूतिखंड थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। दोनों से लंबी से पूछताछ की गई। जिसमें कई बड़े खुलासे हुए हैं।
एसटीएफ के एएसपी विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि यूपी के देवरिया जिले के गौरीबाजार सोनालक्षमण निवासी अभय सिंह और इकौना जगत माझा के संजीव सिंह को शहीद पथ सर्विस लेन से गिरफ्तार किया गया है, जो महादेव बेटिंग एप घोटाले से जुड़े है। दुबई में बैठे घोटाले के मास्टरमाइंड सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल, शुभम सोनी और अभिषेक सिंह हैं।
गिरफ्तार अभय सिंह, दुबई में बैठे घोटाले के मास्टरमाइंड अभिषेक सिंह के मामा का लडक़ा है। उसने अभय को कंपनी का इंडिया हेड बनाया था। अभय और संजीव ने 2021 से अब तक 32 फर्जी कंपनियां बनाईं। इन कंपनियों के नाम से 4 हजार कारपोरेट सिम कार्ड खरीदे। इन सिमों को अभिषेक को भेजे। उन लोगों ने इन नंबरों का इस्तेमाल कर व्हाट्सएप व टेलीग्राम पर ग्रुप बनाए और गेमिंग के नाम पर ठगी को अंजाम दिया। आरोपी अभय सिंह का बैंक खाता मुंबई पुलिस पहले ही सीज कर चुकी है।