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![दो कुओंं में 9 की मौत, सभी एक-दूसरे को बचाने उतरे थे दो कुओंं में 9 की मौत, सभी एक-दूसरे को बचाने उतरे थे](https://dailychhattisgarh.com/uploads/article/1720178236anjgir_accident_2.jpg)
जहरीली गैस से मौत की आशंका, सीएम ने दुख जताया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जांजगीर-चांपा/कोरबा, 5 जून। प्रदेश के जांजगीर और कोरबा जिलों में शुक्रवार को दो ह्दय विदारक घटनाओं में कुल 9 लोगों को जान गंवानी पड़ी। ये सभी कुएं में जहरीली गैस से रिसाव की चपेट में आकर मारे गए। जांजगीर के ग्राम किकिरदा में एक व्यक्ति लकड़ी निकालने उतरा था। उसके बाद एक-एक कर पांच अन्य लोग भी उस कुएं में उतरे, और गैस की चपेट में आने से मारे गए।
इसी तरह से कटघोरा के जुराली गांव में भी घटना घटी। यहां एक व्यक्ति कुएं में गिर गया था। उसे बचाने उसकी बेटी उतरी इन दोनों को बचाने दो और पड़ोसी भी कुएं में उतरे, लेकिन चारों की मौत हो गई। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची हुई है। सीएम विष्णुदेव साय ने दोनों ही घटना पर दुख जताया है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक जांजगीर-चांपा के बिर्रा थाने के किकिरदा गांव का 60 वर्षीय रामचंद्र जायसवाल कुएं में गिरी लकड़ी को बाहर निकालने के लिए आज सुबह नीचे उतरा था। जब नीचे से उसने बचाव के लिए आवाज लगाई तो उसकी पत्नी ने शोर मचाया। पड़ोस का रमेश पटेल (50 वर्ष) पहुंचा और उसे बचाने के लिए वह कुएं में उतर गया। जब नीचे उसका भी दम घुटने लगा तो उनको बचाने के लिए उसके दो बेटे 20 वर्षीय राजेंद्र और 25 वर्षीय राजेंद्र भी कुएं में उतर गए। इस दौरान वहां भीड़ जमा हो चुकी थी। कुएं से कोई हलचल सुनाई नहीं देने पर एक अन्य पड़ोसी 25 वर्षीय टिकेश्वर चंद्रा भी नीचे उतर गया। नीचे उसकी भी मौत हो गई। इसके बाद लोगों में भारी घबराहट और बदहवासी फैल गई। पुलिस को तुरंत खबर की गई। पीडि़त अभी तक कुएं के भीतर फंसे हुए हैं।
बिर्रा थाने के प्रभारी केपी सिंह ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में बताया कि सभी की जहरीली गैस से मौत की आशंका है।
पुलिस के मुताबिक पांचों शवों को एसडीआरएफ की मदद से बाहर निकाल ली गई है। सभी लोग खेती-किसानी करते हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने घटना पर दुख जताया है और पीडि़त के परिजनों को दुख सहने की शक्ति देने की प्रार्थना की है।
बताया गया कि लंबे समय से कुंए का उपयोग नहीं हो रहा था और उसे ढंक दिया गया था। जहरीली गैस रिसाव के कारण यह घटना हुई है। मौके पर ग्रामीणों की भीड़ लगी है। पुलिस बल भी गांव में पहुंच गई है। गांव में शोक का माहौल है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
सीएम विष्णुदेव साय ने घटना पर दुख जाहिर किया है। उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा कि जांजगीर के ग्राम किकिरदा में कुएं में हुए हादसे से 5 ग्रामीणों की मौत की खबर अत्यंत ही दु:खद है। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति और शोक संतप्त परिजनों को इस असीम दु:ख को सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।
कटघोरा में बाप-बेटी और दो पड़ोसी की मौत
जांजगीर के बाद कोरबा जिले में भी कुएं में चार लोगों की मौत हो जाने की खबर आई है। कटघोरा पुलिस मौके पर पहुंच गई है और एसडीआरएफ की टीम को सूचित किया गया है।
जानकारी के अनुसार कटघोरा थाने के जुराली गांव के डिपरा पारा में जहरू नाम का एक व्यक्ति कुएं में गिर गया। उसे बचाने के लिए उसकी 20 साल की बेटी सकीना नीचे उतरी तो उसकी की मौत हो गई। दोनों को बचाने के लिए गांव के ही कलीराम और एक अन्य व्यक्ति भी कुंए में उतरे। इसके अलावा गांव के ही सुनील कुमार भी कुएं में उतरे लेकिन सुनील की सांस फूलने के कारण वह बाहर निकल आया। बाकी चारों की मौत हो गई।
कोरबा एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि कुआं, जहरू के बाड़ी में ही स्थित है। पुलिस को इसकी सूचना मिलने के बाद मृतकों को निकालने की कोशिश चल रही है। घटना किस वजह से हुई इस बारे में अभी जानकारी नहीं मिली है। कटघोरा के विधायक प्रेमचंद पटेल घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। ज्ञात हो कि आज ही जांजगीर-चांपा जिले के किकिरदा ग्राम में कुएं में उतरे व्यक्ति को बचाने के लिए चार और लोग नीचे उतरे थे। जहरीली गैस की चपेट में आने से इस घटना में पांचों की मौत हो गई। कटघोरा की दुर्घटना के बारे में विस्तृत जानकारी जुटाई जा रही है।
वजह यह हो सकती है
ज्यादातर ग्रामीण इलाकों में लोग खेतों में बुवाई से पहले धान के दानों और घरों में लकड़ी का सामान बनाने से पहले उसकी सिजनिंग करते हैं। और उसे कुएं में डालते हैं। इसके लिए ग्रामीण पुराने तरीकों का इस्तेमाल करते हैं। इसके लिए वे अन्न के दानों को बोरी में भरकर नदी तालाब या घर के आसपास के कुओं में भीगोकर 3 से 4 दिनों तक रखते हैं। उसे बुवाई के लिए निकालने कुएं में उतरते हैं। और गीले धान, लकड़ी से निकलने वाली हवा कुएं के भीतर बना रहती है जो जहरीली हो जाती है।
मृतकों के परिजनों को 9-9 लाख देने की घोषणा
प्रदेश में कोरबा जिले में कुएं से डूबने से 4 लोगों की और सक्ती जिले में कुएं में जहरीली गैस से हुई दुर्घटना से 5 लोगों की मृत्यु पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने गहरा दुख व्यक्त किया है तथा पीडि़त परिवारजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक मृतक के परिवारजनों को 9-9 लाख रुपए की सहायता राशि देने के निर्देश भी अधिकारियों को दिये हैं। इसमें से 4-4 लाख रुपए आरबीसी छह-चार के अंतर्गत तथा मुख्यमंत्री की ओर से 5-5 लाख रुपए की सहायता राशि शामिल है। उल्लेखनीय है कि सक्ती जिले में कुएं में हुए रिसाव में पिता और दो पुत्रों सहित पांच लोगों की मौत हुई जबकि कोरबा में पिता और बेटी समेत चार लोगों की मृत्यु हुई।