अंतरराष्ट्रीय
रविवार की रात फ़्रांस के लिए उम्मीद से उलट नतीजों वाली रात थी. संसदीय चुनाव के नतीजे चौंकाने वाल रहे.
दक्षिणपंथी नेशनल रैली की बढ़त को रोकने के लिए दूसरे चरण से पहले वामपंथी और मध्यमार्गी पार्टियों के बीच रणनीतिक गठबंधन बनाने की कोशिशों में ज्यां-ल्यूक मेलेंशों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
वामपंथी गठबंधन न्यू पॉपुलर फ़्रंट 182 सीटों के साथ पहले स्थान पर है.
जबकी बुरी तरह पिछड़ी मैक्रों की मध्यमार्गी पार्टी ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन करते हुए दूसरा स्थान हासिल किया.
पहले चरण में सर्वाधिक मत जीतने वाली धुर दक्षिणपंथी नेशनल रैली तीसरे नंबर रही है.
लेकिन इनमें से किसी के पास भी बहुमत के आंकड़े नहीं हैं और फ़्रांस में त्रिशंकु संसद के हालात बन गए हैं.
वामपंथी अख़बर 'लिबरेशन' ने इस रात के लिए लिखा- 'क्रेज़ी'.
लेकिन बहुत से लोग राहत महसूस कर रहे हैं क्योंकि नेशनल रैली पार्टी सत्ता में पहुंचने में कामयाब नहीं हो पाई.
ताज़ा नतीजों के अनुसार, 577 सीटों वाली नेशनल एसेंबली में पार्टियों की स्थिति-
न्यू पॉपुलर फ़्रंट 182
मध्यमार्गी गठबंधन- 168
नेशनल रैली + सहयोगी-143
रिपब्लिकन + दक्षिणपंथी-60
अन्य लेफ़्ट पार्टियां-13
अन्य- 11
फ़्रांस
नतीजे आने के बाद बाज़ार में उथल पथल देखने को मिल रही है. यूरो के मूल्य में 0.2 प्रतिशत की गिरावट आ गई है और अब यह 1.08 डॉलर का हो गया.
निवेशक देश में राजनीतिक गतिरोध को लेकर चिंतित हैं.
विश्लेषकों को लगता है कि सबसे अधिक सीटें जीतने वाली वामपंथी न्यूट पॉपुलर फ़्रंट गठबंधन, राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों के सुधारवादी एजेंडे को आगे नहीं बढ़ाएगी. (bbc.com/hindi)