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![मुश्किल दौर में भी भारत में निवेश को लेकर अपनी योजना पर कायम है सऊदी अरामको मुश्किल दौर में भी भारत में निवेश को लेकर अपनी योजना पर कायम है सऊदी अरामको](https://dailychhattisgarh.com/2020/article/1598100471fb61546c809ea62738c04dcf5d37c82.jpg)
नई दिल्ली, 22 अगस्त। दुनिया की सबसे बड़ी तेल कंपनी अरामको भारत में अपने निवेश की योजना पर कायम है, जिसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ 15 अरब डॉलर का सौदा भी शामिल है। भले ही कोविड-19 महामारी के कारण मांग में कमी और तेल के गिरते भाव के चलते तेल कंपनियों के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं, मगर सऊदी अरामको की भारत में निवेश को लेकर रुचि अभी भी बनी हुई है।
अरामको ने आईएएनएस से एक प्रश्न का उत्तर देते हुए कहा कि वो अपनी सभी भारतीय निवेश योजना में रुचि रखे हुए हैं और जल्द ही इस बारे में आगे की जानकारी (अपडेट) देंगे। इसमें आरआईएल की रिफाइनरी और रसायन व्यवसाय में 15 अरब डॉलर का प्रस्तावित निवेश शामिल है।
तेल की दिग्गज कंपनी ने अपने वित्तीय वर्ष की पहली छमाही में शुद्ध आय में 50 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है, जिसके बाद सऊदी अरामको की निवेश योजना के बारे में संदेह जताया जा रहा था। कोरोनावायरस महामारी की वजह से ये साल तेल के बाजारों के लिए विनाशकारी साबित हुआ है और बड़े पैमाने पर वैश्विक अर्थव्यवस्था भी चरमराई हुई है।
कंपनी ने एक ई-मेल के जरिए पूछे गए सवाल पर कहा, "अरामको की भारत सहित एशिया में संभावित विकास के अवसरों का पता लगाने के लिए योजनाएं जारी हैं।"
कंपनी ने कहा, "हम अभी भी रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ विचार-विमर्श कर रहे हैं और जब जरूरी होगा, इस संबंध में जरूरी अपडेट करेंगे।"
रिलायंस सौदे के अलावा, सऊदी अरामको ने दुनिया के तीसरे सबसे बड़े तेल उपभोक्ता भारत में कई अन्य उपक्रमों में भी हिस्सा बनने की इच्छा जाहिर की है।
अरामको के लिए सरकारी रिफाइनरी भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड में पूरी सरकार की हिस्सेदारी लेने के लिए विचार-विमर्श हुआ है। इससे सऊदी कंपनी को विशाल भारतीय खुदरा बाजार में वृद्धि के लिए बड़ी संभावनाएं मिलेंगी।
भारत सरकार महाराष्ट्र में प्रस्तावित 60 अरब डॉलर की तेल रिफाइनरी में भी अरामको के निवेश पर भी नजर बनाए हुए है। इसके साथ ही सरकार देश में इसके तेल विपणन और खुदरा बिक्री में भी निवेश को देख रही है। तेल की दिग्गज कंपनी भारत के रणनीतिक तेल भंडार में अपना कुछ तेल डालने के विकल्प भी तलाश रही है।
तेल बाजार के लिए चिंताओं के बावजूद, विश्लेषकों ने कहा है कि अरामको बाजार की परिस्थितियों को देखते हुए बेहतर रूप से तैयार है। एशिया के लिए निवेश योजनाओं को देखते हुए यह अच्छी खबर है।(IANS)