अंतरराष्ट्रीय

ट्रम्प को ज़हरीला ख़त भेजने वाली निकली महिला, हुई गिरफ़्तार
21-Sep-2020 7:11 PM
ट्रम्प को ज़हरीला ख़त भेजने वाली निकली महिला, हुई गिरफ़्तार

 वाशिंगटन, 21 सितंबर | सीमा सुरक्षा के अधिकारियों ने एक महिला को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प को ज़हरीला ख़त भेजने के आरोप में गिरफ़्तार किया है। यह महिला कनाडा से अमेरिका में घुसने की कोशिश में थी। इसके पास से एक हथियार भी मिला है।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प को ज़हरीले केमिकल वाला ख़त भेजने की आरोपी महिला को सीमा बल ने कनाडा की सीमा से गिरफ़्तार किया है। व्हाइट हाउस के पते पर जो लिफ़ाफ़ा भेजा गया उसमें रिसिन नामक ख़तरनाक ज़हर था। आरोपी महिला कनाडा से अमेरिका में घुसने की फ़िराक़ में थी, अधिकारियों ने बताया है कि उसके पास से एक बंदूक भी मिली है। अमेरिकी मीडिया की रिपोर्टों के अनुसर, गिरफ़्तार की गई महिला कनाडा-न्यूयॉर्क सीमा से अमेरिका में दाख़िल होने की कोशिश कर रही थी, तभी उसे अमेरिकी सीमा पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया। संघीय अधिकारियों ने समाचार एजेंसी एपी को बताया कि महिला पर अमेरिकी क़ानून के तहत मुक़दमा चलाया जाएगा। आरोप है कि महिला ने जो ख़त भेजा था वह राष्ट्रपति ट्रम्प के नाम पर था। इस ख़त की जानकारी अधिकारियों को तब लगी जब वे व्हाइट हाउस आए पत्रों की जांच कर रहे थे।

एफ़बीआई की शुरुआती जांच में ज़हरीले पदार्थ रिसिन की पुष्टि हुई है। रिसिन को ख़तरनाक ज़हर माना जाता है और यह मुख्य रूप से अरंडी की फलियों में पाया जाता है और अगर यह ज़हरीला पदार्थ सांस के ज़रिए शरीर में प्रवेश करता है तो संक्रमित व्यक्ति को उल्टी हो सकती है, शरीर के भीतर रक्तस्राव शुरू हो सकता है और अंग काम करना बंद कर सकते हैं। यह ज़हर 48 से 72 घंटे के भीतर किसी व्यक्ति को मार सकता है। इस खतरनाक ज़हर का अब तक कोई एंटीडोट तैयार नहीं हो पाया है। रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस का कहना है कि यह ख़त कनाडा से भेजा गया था, हालांकि अधिकारियों को इस बारे में बात करने की इजाज़त नहीं है, उन्होंने नाम ना ज़ाहिर करने की शर्त पर यह बात बताई है। कनाडा की पुलिस के मुताबिक़ एफ़बीआई ने उससे संदिग्ध ख़त के बारे में मदद मांगी है। पुलिस इस मामले में एफ़बीआई के साथ मिलकर काम कर रही है, हालांकि पुलिस ने इस बारे में कुछ भी विस्तार से नहीं बताया है।

उल्लेखनीय है कि, अमेरिका में पहले भी ख़त और पार्सल के ज़रिए ज़हर भेजने की घटनाएं हो चुकी हैं। 2018 में अमेरिका के यूटा में एक व्यक्ति ने ट्रम्प के साथ साथ एफ़बीआई निदेशक को ज़हरीला पदार्थ भेजा था, लेकिन व्हाइट हाउस पहुंचने के पहले ही उस ख़त को पकड़ लिया गया था और कोई भी संक्रमित नहीं हुआ था। इससे पहले वर्ष 2014 में तात्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को रिसिन के पाउडर से लिपटा ख़त भेजने के एक आरोपी को 25 साल की जेल की सज़ा सुनाई गई थी। मिसिसिपी के रहने वाले दोषी ने ओबामा के साथ साथ कई अधिकारियों को ज़हरीला ख़त भेजा था। (parstoday)

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