अंतरराष्ट्रीय
काबुल, 13 नवंबर | काबुल के एक शिक्षा केंद्र, जिसे हाल ही में आत्मघाती हमले का सामना करना पड़ा था, उसे नरसंहार के तीन हफ्ते बाद फिर से खोल दिया गया। हमले में 43 लोगों की जान चली गई थी। टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, कावसार-ए-दानेश ट्यूशन सेंटर पर 24 अक्टूबर को हमला किया गया था।
शिक्षकों ने गुरुवार को कहा कि छात्र अधिक प्रतिबद्धता के साथ अपनी कक्षाओं में लौट आए हैं, लेकिन वे हमले को नहीं भूले।
एक छात्र जैनब ने कहा, "उस सड़क पर चलना जहां 43 निर्दोष लोग मारे गए, बहुत मुश्किल लगता है।"
एक अन्य विद्यार्थी रोना ने कहा, "जितना अधिक वे हमें रोकने की कोशिश करेंगे, हमारी प्रतिबद्धता उतनी ही मजबूत होगी।"
हालांकि कावसार-ए-दानेश केंद्र के प्रमुख यासीन सोरोश ने कहा कि हमले की जांच में कोई प्रगति नहीं हुई है और न ही पता चल पाया है कि वास्तव में हमले की साजिश किसने की।
टोलो न्यूज ने सोरोश के हवाले से कहा, "यह स्पष्ट किया जाना बाकी है कि हमले के पीछे इस्लामिक स्टेट (आईएस), तालिबान या कोई अन्य समूह था। लोग चाहते हैं कि इस घटना की जांच की जाए।"
आईएस आतंकी समूह ने हमले की जिम्मेदारी ली थी।
मृतकों के रिश्तेदारों के अनुसार, हमले में मारे गए ज्यादातर लोग कम आय वाले परिवारों के युवा छात्र थे।
मृतकों के अलावा, करीब 80 अन्य लोग घायल हो गए थे।
--आईएएनएस