अंतरराष्ट्रीय

कोरोना वैक्सीन: अमेरिका में किसे लगाई गई पहली वैक्सीन
15-Dec-2020 10:14 AM
कोरोना वैक्सीन: अमेरिका में किसे लगाई गई पहली वैक्सीन

अमेरिका में सबसे पहला टीका सांद्रा लिंडसी को लगाया गया जो न्यूयॉर्क के एक अस्पताल में नर्स हैं

अमेरिका में कोरोना वैक्सीन लगनी शुरू हो गई है. अमेरिका में सोमवार को कोविड-19 का पहला टीका लगाया गया. इस पहले टीके के साथ ही देश अपने सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के लिए तैयार है.

पहला टीका न्यूयॉर्क के लॉन्ग आईलैंड के एक अस्पताल की नर्स सांद्रा लिंडसी को लगाया गया.

लाखों की संख्या में फ़ाइज़र/बायोएनटेक वैक्सीन बांटी जाएगी.

सोमवार को क़रीब 150 अस्पतालों को यह वैक्सीन दी जाएगी. अमेरिकी टीकाकरण अभियान के तहत अगले साल अप्रैल महीने तक क़रीब 10 करोड़ लोगों तक वैक्सीन पहुँचाने का लक्ष्य है.

अमेरिका में कोविड-19 संक्रमण के कारण अब तक क़रीब तीन लाख लोगों की मौत हो चुकी है. दुनिया में संक्रमण के सबसे अधिक मामले भी अमेरिका में ही हैं.

फ़ाइज़र/बायोएनटेक वैक्सीन को बीते शुक्रवार को यूएस फ़ूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन की तरफ़ से आपातकालीन स्थिति में टीका लगाने की मंज़ूरी मिली थी.

कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित देशों की सूची में अमेरिका पहले स्थान पर है. कोरोना ने देश को बुरी तरह से प्रभावित किया है और इसी कारण इतने बड़े स्तर पर टीकाकरण कार्यक्रम चलाया जाना है. कोविड ट्रैकिंग प्रोजेक्ट के अनुसार, नवंबर से मरने वालों की संख्या में तेज़ी देखी गई है और बीमारी के कारण अस्पताल में भी लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है. मौजूदा समय में भी 109,000 लोग भर्ती हैं.

पोर्टलैंड में 12अस्पतालों के एक नेटवर्क मेनहेल्थ के डॉ. डोरा मिल्स के मुताबिक़, "मुझे लगता है कि अगर रिकॉर्ड देखा जाए तो यह शायद अब तक का सबसे बुरा दिसंबर माह होगा. पिछले सप्ताह के आंकड़ों को देखें तो कैंसर और हृदय रोग से मरने वालों की संख्या अब भी कोविड-19 के कारण होने वाली मौतों से कम है. अब भी अमेरिका में सबसे अधिक मौतें कोविड 19 से ही हो रही हैं."

"यह हमारे लिए एक बहुत काला मौसम रहा लेकिन यह अपने आप में अतुलनीय भी है क्योंकि हमारे पास महामारी शुरू होने के एक साल से कम समय में भी वैक्सीन उपलब्ध है. यदि प्रभाव और सुरक्षा के आंकड़ों को देखें तो यह सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक बहुत बड़ी उपबल्धि है."

फ़ाइज़र/बायोएनटेक वैक्सीन एक बड़ी अमेरिकी फ़ार्मा कंपनी और जर्मन बायोटेक्नोलॉजी कंपनी के बीच आपसी साझेदारी से तैयार की गई है. यह वैक्सीन 95 फ़ीसद तक सुरक्षा प्रदान करती है. अमेरिकी नियामकों के तहत पास होने वाली यह पहली कोविड-19 वैक्सीन है.

ब्रिटेन में इस वैक्सीन को पहले ही मंज़ूरी दे दी गई थी. (bbc)

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news