अंतरराष्ट्रीय
![चीन की चेतावनी, ब्लूमबर्ग के पत्रकार की गिरफ़्तारी उसका 'आंतरिक मामला' चीन की चेतावनी, ब्लूमबर्ग के पत्रकार की गिरफ़्तारी उसका 'आंतरिक मामला'](https://dailychhattisgarh.com/2020/article/1608008544loomberg.jpg)
चीन ने कहा है कि न्यूज़ एजेंसी ब्लूमबर्ग के पत्रकार की गिरफ़्तारी उसका 'आंतरिक मामला' है.
इसके साथ ही चीन ने उसके मामले में दखलंदाज़ी करने को लेकर दूसरों को चेतावनी भी दी है.
चीनी नागरिक और पत्रकार हेज़ फान को पिछले हफ़्ते हिरासत में लिया गया था.
उन पर अधिकारियों ने राष्ट्रीय सुरक्षा को ख़तरे में डालने का आरोप लगाया है.
चीन में हाल के दिनों में पत्रकारों की गिरफ़्तारी या फिर उनके निष्कासन की घटनाएं बढ़ी हैं.
हेज़ फान की गिरफ़्तारी को इसी कड़ी की ताज़ा घटना के तौर पर देखा जा रहा है.
यूरोपीय संघ की अपील
यूरोपीय संघ ने चीन से अपील की है कि रिपोर्टिंग के सिलसिले में जिन पत्रकारों को गिरफ़्तार किया गया है, वो उन सभी को रिहा करे.
शनिवार को यूरोपीय संघ ने इस सिलसिले में एक बयान भी जारी किया.
बयान में कहा गया है कि चीन से ये उम्मीद की जाती है कि वो हेज़ फान को ज़रूरत पड़ने पर मेडिकल मदद और उनकी पसंद का वकील मुहैया कराए.
साथ ही यूरोपीय संघ के बयान में चीन से ये अपील भी की गई है कि हेज़ फान को उनके परिवारवालों से मिलने दिया जाए.
चीन में विदेशी पत्रकारों के संगठन 'फ़ॉरेन कॉरेंसपोंडेंट्स क्लब इन चाइना' (एफ़सीसीसी) ने भी हेज़ फान का समर्थन किया है.
एफ़सीसीसी ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय मीडिया चीन में अपने स्थानीय स्टाफ़ पर निर्भर करता है.
मालदीव और चीन क़र्ज़ भुगतान को लेकर आपस में भिड़े
कोरोना वैक्सीन: चीन की कोरोनावैक कितनी सस्ती, कितनी कारगर
चीन का जवाब
हालांकि यूरोपीय संघ में चीन के राजदूत ने रविवार को कहा कि हेज़ फान पर ऐसी आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने का संदेह है जिनसे चीन की राष्ट्रीय सुरक्षा को ख़तरा पहुंचता है और बीजिंग के स्टेट सिक्योरिटी ब्यूरो ने उन्हें क़ानून के तहत ही हाल में हिरासत में लिया है.
यूरोपीय संघ में चीन के राजदूत ने अपने आधिकारिक वीचैट एकाउंट पर कहा, "इस मामले की जांच क़ानून के दायरे में की जा रही है और हेज़ फान के अधिकारों का पूरा ख़्याल रखा गया है. ये पूरी तरह से चीन का आंतरिक मामला है और किसी भी अन्य देश या संगठन को इसमें दखल देने का कोई हक़ नहीं है."
कौन हैं हेज़ फान
हेज़ फान साल 2017 से न्यूज़ एजेंसी ब्लूमबर्ग में काम कर रही हैं. इससे पहले वे समाचार एजेंसी रॉयटर्स, सीएनबीसी, अल जज़ीरा और सीबीएस न्यूज़ में काम कर चुकी हैं.
सात दिसंबर के दिन हेज़ फान को सादी वर्दी पहने सुरक्षा अधिकारियों के साथ उनके अपार्टमेंट से जाते हुए देखा गया था.
हिरासत में लिए जाने से कुछ समय पहले उन्होंने अपने एक संपादक से संपर्क किया था.
समाचार एजेंसी ब्लूमबर्ग की प्रवक्ता हेज़ फान को हिरासत में लिए जाने पर कहा, "हम उन्हें लेकर चिंतित हैं. हालात को बेहतर तरीके से समझने के लिए हम चीनी अधिकारियों से बातचीत कर रहे हैं. हमें और जानकारी का इंतज़ार है और हम उनकी मदद के लिए जो कुछ भी कर सकते हैं, हम वो तमाम कोशिशें जारी रखे हुए हैं."
'फ़ॉरेन कॉरेंसपोंडेंट्स क्लब इन चाइना' ने एक ट्वीट में कहा है कि एफ़सीसीसी उन प्रतिभाशाली चीनी नागरिकों के साथ है जो चीन में काम कर रहे विदेशी मीडिया आउटलेट्स को अपनी बहुमूल्य सेवाएं दे रहे हैं.
इस बयान में कहा गया है, "चीनी नागरिक अपने महत्वपूर्ण रिसर्च और भाषाई मदद से चीन में विदेशी मीडिया को मदद करते हैं. उनकी मदद के बिना चीन में अंतरराष्ट्रीय मीडिया प्रतिष्ठानों का काम करना बहुत मुश्किल हो जाएगा."
एफ़सीसीसी ने ये भी कहा है कि वे लोग हेज़ फान को हिरासत में लिए जाने की घटना पर स्पष्ट जानकारी के लिए अधिकारियों के साथ संपर्क कर रहे हैं.
पहला मामला नहीं है...
हेज़ फान कोई पहली पत्रकार नहीं हैं जो इस साल चीन के सरकारी अधिकारियों के निशाने पर आई हैं.
साल 2020 की शुरुआत में चीन ने तीन प्रमुख अमेरिकी अख़बारों 'द न्यूयॉर्क टाइम्स', 'द वाशिंगटन पोस्ट' और 'द वॉल स्ट्रीट जर्नल' के पत्रकारों को कुछ दिनों के अंदर देश छोड़कर चले जाने के लिए कहा था.
उस समय अमेरिका और चीन के रिश्ते नाजुक दौर से गुजर रहे थे.
अगस्त में चीन ने चीनी मूल के ऑस्ट्रेलियाई पत्रकार चेंग ली को राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर बीजिंग में हिरासत में ले लिया था.
वे चीन के सरकारी टेलीविज़न चैनल सीजीटीएन से जुड़े हुए थे.
इसके बाद सितंबर में दो ऑस्ट्रेलियाई पत्रकारों को चीन के सुरक्षा मंत्रालय की पूछताछ के बाद देश छोड़ने के लिए कहा गया.
हॉन्ग कॉन्ग में लोकतंत्र समर्थक मीडिया कारोबारी जिम्मी लाई पर इस महीने की शुरुआत में नए विवादास्पद राष्ट्रीय सुरक्षा क़ानून के तहत केस दर्ज किया गया. (bbc)