अंतरराष्ट्रीय

बाइडेन की टीम ने साइबर हमलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का ऐलान किया
21-Dec-2020 2:48 PM
बाइडेन की टीम ने साइबर हमलों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का ऐलान किया

नव निर्वाचित अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की टीम का कहना है कि बाइडेन प्रशासन साइबर हमलों में कथित संलिप्तता को लेकर रूस पर प्रतिबंध लगाने से ज्यादा कुछ करने पर विचार करेगा.

  dw.com

व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ के लिए नियुक्त रॉन क्लैन ने रविवार को सीबीएस न्यूज से कहा जो लोग साइबर हमलों के लिए जिम्मेदार हैं, वे अंजाम भुगतेंगे. उन्होंने कहा, "यह प्रतिबंधों तक सीमित नहीं होगा. इसमें विदेशी एक्टर की क्षमता को सीमित करने के उपाय शामिल हैं, वर्ना वे भविष्य में और अधिक खतरनाक हमलों में शामिल हो सकते हैं." बाइडेन प्रशासन अमेरिकी संस्थानों पर साइबर हमलों में कथित संलिप्तता के लिए रूस के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कई विकल्पों पर विचार कर रहा है. पिछले हफ्ते अमेरिकी सरकार की कई एजेंसियों को निशाना बनाते हुए बड़े पैमाने पर हमले किए गए थे. दूसरी ओर रूस ने हमलों में शामिल होने से इनकार किया है.

साइबर हमलों के शिकार कौन थे?

हमलावरों ने 40 संघीय एजेंसियों में घुसपैठ की, जिसमें ट्रेजरी, ऊर्जा और वाणिज्य विभाग, साथ ही साथ सरकारी ठेकेदार भी शामिल थे. विशेषज्ञों के मुताबिक इन साइबर हमलों ने दुनिया भर में कई लक्ष्यों को निशाना बनाया है और हमले के पीड़ितों की सूची अभी भी पूरी तरह सामने नहीं आई है. हैकरों ने अमेरिकी फेडरल रिजर्व समेत ग्राहकों तक पहुंच बनाने के लिए एक स्प्रिंगबोर्ड के रूप में सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया.

इस महीने की शुरुआत में साइबर सुरक्षा कंपनी फायर आई को भी निशाना बनाया गया था. इसके प्रमुख केविन मंडिया कहते हैं कि और अधिक साइबर हमलों की आशंका है और अगले हमले तक बहुत कम समय बचा है. उनके मुताबिक, "इन हमलों के आगे बढ़ने की संभावना है और अगर हम कुछ नहीं करते हैं, तो वे खराब हो सकते हैं."

अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पेओ ने पिछले शुक्रवार को कहा था कि यह स्पष्ट था कि हमलों के पीछे रूस शामिल था. लेकिन राष्ट्रपति ट्रंप ने इस बात को खारिज कर दिया और अपने प्रशासन के अनुमानों के बारे में संदेह जाहिर किया है. ट्रंप ने एक ट्वीट में कहा, "साइबर हैकिंग वास्तव में उतना बड़ा नहीं है जितना कि फेक मीडिया में बताया जा रहा है." उन्होंने रूस की जगह चीन पर हमले के पीछे होने का शक जताया है.

इस बीच डेमोक्रेट और रिपब्लिकन दोनों के सांसदों ने संयुक्त रूप से साइबर हमलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आह्वान किया है. रिपब्लिकन सीनेटर मिट रोमनी ने डाटा में घुसपैठ को एक "गंभीर खतरा" बताया है और कहा कि "इसे गंभीर रूप से निपटने की जरूरत है."

एए/सीके (एपी, एएफपी)

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