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![पाकिस्तान: पूर्व विदेश मंत्री भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार पाकिस्तान: पूर्व विदेश मंत्री भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार](https://dailychhattisgarh.com/2020/article/1609316996VAJA_AASIF.jpg)
पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री और प्रमुख विपक्षी नेता ख्वाजा आसिफ को आय से अधिक संपत्ति के मामले में राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो ने गिरफ्तार किया है. आसिफ की गिरफ्तारी की विपक्षी दलों ने आलोचना की है.
मंगलवार को राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने विपक्ष के वरिष्ठ नेता और पूर्व विदेश मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ को भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया. एनएबी आसिफ के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति के मामले की जांच कर रही है और उसी के तहत यह गिरफ्तारी हुई है. आसिफ पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के महत्वपूर्ण नेताओं में से एक हैं, एनएबी ने उन्हें इस्लामाबाद में पार्टी की बैठक के बाद गिरफ्तार किया. एनएबी ने एक बयान में कहा है, "ख्वाजा आसिफ ने कथित रूप से आय से अधिक संपत्ति बनाई है. उन्होंने संपत्ति बनाने की प्रकृति, साधन और हस्तांतरण को छिपाया."
पाकिस्तान के अखबार डॉन के मुताबिक एनएबी ने कहा है कि आसिफ को जांच के लिए समन किया गया था लेकिन वे जरूरी सबूतों को उपलब्ध कराने में नाकाम रहे थे. 1991 में जब आसिफ ने सरकारी पद संभाला था तब उनकी कुल संपत्ति 51 लाख पाकिस्तानी रुपये थी लेकिन साल 2018 में यह बढ़कर 22 करोड़ पाकिस्तानी रुपये हो गई. स्थानीय मीडिया में एनएबी के हवाले से कहा गया है कि "उनकी आय के ज्ञात स्रोतों के साथ बढ़ी हुई संपत्ति न्यायोचित नहीं है."
एनएबी ने यह भी कहा कि आसिफ ने यूएई में एक कंपनी के लिए काम करके इतनी बड़ी धनराशि अर्जित करने का दावा किया था. हालांकि, "जांच से पता चला कि वे उस समय पाकिस्तान में थे और उन्होंने अपने रोजगार के सिलसिले में जो दस्तावेज उपलब्ध कराए थे वे आय के फर्जी स्रोतों का सबूत हैं."
विपक्ष ने गिरफ्तारी की आलोचना की
पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ ने ख्वाजा आसिफ की गिरफ्तारी की कड़ी आलोचना की है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, "आसिफ की गिरफ्तारी चयनकर्ताओं और चयनित साठगांठ के बीच एक बेहद निंदनीय घटना है. इस तरह की घिनौनी कार्रवाई से सरकार की घबराहट का अंदाजा लगाया जा सकता है, लेकिन वे अपने अंत को करीब ला रहे हैं." नवाज शरीफ पर भी भ्रष्टाचार के आरोप हैं और हाल ही में अदालत ने उन्हें भगोड़ा घोषित किया है.
आसिफ भी पीएमएल-एन के उन नेताओं में से एक हैं, जिन्हें पार्टी में प्रधानमंत्री इमरान खान की कड़ी आलोचना के लिए जाना जाता है और नवाज शरीफ की तरह उन्हें भी भ्रष्टाचार जैसे कई आरोपों का सामना करना पड़ रहा है. आसिफ की गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब विपक्ष इमरान खान के चुनावी धोखाधड़ी और राजनीतिक मामलों में सैन्य हस्तक्षेप के आरोपों पर इस्तीफे की मांग कर रहा है. विपक्ष ने प्रधानमंत्री पर देश की आर्थिक स्थिति में सुधार करने में विफल रहने का भी आरोप लगाया है.
एए/एनआर (एपी)