अंतरराष्ट्रीय
![वीडियो संदेश में ट्रंप ने कैपिटल हिल हिंसा की निंदा की वीडियो संदेश में ट्रंप ने कैपिटल हिल हिंसा की निंदा की](https://dailychhattisgarh.com/2020/article/1610091645rump.jpg)
कैपिटल हिंसा के बाद डॉनल्ड ट्रंप ने एक वीडियो संदेश में "जघन्य" हमले की निंदा की है. हिंसा के बाद ट्विटर ने उनका अकाउंट 12 घंटों के लिए निलंबित कर दिया था. अब उन्होंने सत्ता के "व्यवस्थित" हस्तांतरण करने की बात कही है.
गुरुवार को डॉनल्ड ट्रंप ने कैपिटल हिल हिंसा के बाद एक वीडियो संदेश जारी किया. ट्विटर पर जारी संदेश कैपिटल हिल हिंसा के बाद ट्रंप का पहला संदेश था. हिंसा के बाद ट्विटर ने उनके खाते को 12 घंटे के लिए निलंबित कर दिया था. ट्वीट किए गए वीडियो संदेश में उन्होंने हिंसा की निंदा की है. उन्होंने अपने बयान में कहा, "सभी अमेरीकियों की तरह मैं अराजकता, हिंसा और उत्पात से नाराज हूं." उन्होंने इस हमले को "जघन्य" बताया है. उन्होंने कहा कि दंगाइयों ने "लोकतंत्र की कुर्सी को दूषित किया." और कहा कि "कानून तोड़ने वालों को इसकी भरपाई करनी होगी."
उनका नया बयान एक दिन पूर्व दिए गए बयान के स्वर से बिल्कुल उलट था. बुधवार को उन्होंने हिंसा के पहले वाले बयान में मतदान में धोखाधड़ी के अपने निराधार दावों को दोहराया था. इस्तीफे के बढ़ते दबाव का सामना कर रहे और डेमोक्रेट्स द्वारा उन्हें पद से जल्द हटाने की कोशिशों के बीच ने ट्रंप ने जो बाइडेन प्रशासन को व्यवस्थित सत्ता हस्तांतरण को लेकर प्रतिबद्धता जाहिर की है. उन्होंने कहा, "अब कांग्रेस ने नतीजों को प्रमाणित कर दिया है. 20 जनवरी को एक नए प्रशासन का उदघाटन होगा. मेरा ध्यान अब सत्ता के सुचारू, व्यवस्थित और बिना बाधा के परिवर्तन को सुनिश्चित करने पर है." उन्होंने अपने भाषण के अंत में कहा, "आपके राष्ट्रपति के रूप में सेवा करना मेरे जीवन का सम्मान रहा है. हमारी अविश्वसनीय यात्रा की यह शुरुआत है."
हिंसा का भड़कना
ट्रंप ने बुधवार को अपने समर्थकों द्वारा हिंसा पर अपनी भूमिका को स्वीकार नहीं किया और ना ही कैपिटल हिल तक मार्च करने को लेकर प्रोत्साहन को स्वीकारा. दूसरी ओर ट्विटर ने कहा है कि अगर वे गलत सूचना और हिंसा भड़काने के नियमों का उल्लंघन करते हैं तो ट्रंप के अकाउंट पर स्थायी प्रतिबंध लगाया जा सकता है. फेसबुक और इंस्टाग्राम ने उनके अकाउंट्स को अनिश्चितकाल के लिए ब्लॉक कर दिया है.
20 जनवरी को बाइडेन प्रशासन के उदघाटन से पहले ट्रंप को पद से हटाने का दबाव बढ़ता जा रहा है. एक संभावना यह है कि उनको अमेरिकी संविधान के 25वें संशोधन की मदद से हटाया जा सकता है. इस संशोधन की मदद से राष्ट्रपति का अपना ही मंत्रिमंडल उन्हें पद से हटा सकता है, अगर वह अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में असमर्थ हैं. हालांकि इस तरह की कार्यवाही का नेतृत्व उप राष्ट्रपति को करना होगा. सीनेट के अल्पसंख्यक नेता चक शूमर और हाउस स्पीकर नैंसी पेलोसी ने उपराष्ट्रपति माइक पेंस से संशोधन के लिए अपील की है. कई मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक पेंस ने ट्रंप को पद से हटाने के लिए संशोधन का इस्तेमाल करने का विरोध किया है.
एए/सीके (एपी, रॉयटर्स)