खेल
दोहा, 9 जनवरी। करिश्माई कप्तान सुनील छेत्री को यह स्वीकार करने में कोई झिझक नहीं है कि आगामी एशियाई कप फुटबॉल में भारत के ग्रुप प्रतिद्वंद्वी ऑस्ट्रेलिया और उज्बेकिस्तान गुणवत्ता के मामले में उनकी टीम बेहतर है लेकिन उन्होंने माना कि खिलाफ खेलने से टीम के स्तर को परखने का एक मौका मिलेगा।
इस महाद्वीपीय प्रतियोगिता में ग्रुप बी में शामिल भारत का सामना 13 जनवरी को ऑस्ट्रेलिया से होगा। टीम इसके बाद उज्बेकिस्तान (18 जनवरी) और सीरिया (23 जनवरी) से भिडेगी। प्रत्येक समूह से शीर्ष दो टीमें और छह समूहों में से चार सर्वश्रेष्ठ तीसरे स्थान वाली टीमें नॉकआउट चरण के लिए क्वालीफाई करेगी।
छेत्री ने कहा, ‘‘ यह हमारे लिए एक बड़ा टूर्नामेंट है। हमें एशिया में सर्वश्रेष्ठ टीमों के खिलाफ खेलने का मौका मिलेगा। ऑस्ट्रेलिया और उज्बेकिस्तान जैसी टीमें शायद विश्व कप स्तर की हैं, इसलिए आप उनके खिलाफ खुद को परख सकते हैं।’’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘ इसमें कोई शक नहीं कि हमने पिछले सात-आठ वर्षों में काफी सुधार किया है। आप बड़ी टीमों के साथ खेल कर ही खुद को आंक सकते है। आपके पास उनके खेल की गति और रणनीति को समझने का मौका होगा। हमारे लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना महत्वपूर्ण है।’’
अपना तीसरा एशियाई कप खेल रहे 39 साल के छेत्री उस टीम का हिस्सा थे जिसने 2011 में भारत को 4-0 से हराया था। छेत्री ने हालांकि माना कि जब भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी लेकिन अब स्थिति काफी अलग है और उनकी टीम की तैयारी बेहतर है।
उन्होंने कहा, ‘‘ तब हमें ऑस्ट्रेलिया टीम के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी। अभी हमारे पास उनकी टीम के खिलाड़ियों की जानकारी है। हमने फलस्तीन और बहरीन के खिलाफ उनके मैत्री मैच देखे हैं। हम जानते हैं कि उनके खिलाड़ी किस लीग में हैं। हम खिलाड़ियों के व्यक्तिगत खेल के वीडियो का भी आकलन कर रहे है।’’(भाषा)
रायपुर, 9 जनवरी। बी.सी.सी.आई. द्वारा रनजी टंॉफी का आयाजोन से किया जा रहा है। जिसमें ग्रुप बी में छत्तीसगढ़ की टीम का पहला मैच5-8 जनवरी को शहीद वीर नारायण सिंह अंर्तराष्ट्रीय स्टेडियम, रायपुर में असम टीम के विरुद्ध खेला गया। असम ने टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करने का निर्णय लिया।
छत्तीसगढ़ टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुये अपनी पहली पारी में 116.2 ओवरों में 10 विकेट खोकर 327 रन बनाये। छत्तीसगढ़ की ओर से अमरनदीप खरे ने प्रथम श्रेणी का ग्यारहवां षतक लगाते हुये शानदार 116 रन, शशांक सिंह ने 82 रन तथा आशुतोश सिंह ने 58 रनों का यागे दान दिया।
असम की ओर से मुख्तार हुसैन, मृनमोय दत्ता, आकाष सेनगुप्ता, राहुल सिंह तथा कुनाल षर्मा ने 2-2 विकेट प्राप्त किये। असम ने अपनी पहली पारी में 95 ओवरां े मे ं 10 विकटे खोकर 159 रन बनाये। असम की ओर से देनिष दास ने नाबाद 52 रन तथा एस सी घडीगांवकर ने 26 रनों का योगदान दिया। छत्तीसगढ़ की ओर से सौरभ मजुमदार ने 6 विकेट तथा रवि किरन 3 विकेट प्राप्त किये।
फॉलोऑन खेलते हुये असम की टीम ने 35 ओवरों में 5 विकेट के नुकसान पर 171 रन बना लिये है। असम की ओर से रियान पराग ने नाबाद 82 रन तथा राहुल हजारिका ने 39 रनों का योगदान दिया। छत्तीसगढ़ की ओर से जिवेष भुटे ने 2 विकेट प्राप्त किये। तीसरे दिन की समाप्ति तक असम 3 रनों से आगे है।
रायपुर, 9 जनवरी। बी.सी.सी.आई. द्वारा सीनीयर वुमेंन्स वनडे टंॉफी 2023-24 का आयोजन दिनांक 04 जनवरी 2024 से किया जा रहा है। जिसमें ग्रुप डी में छत्तीसगढ़ की टीम का दुसरा मैच दिनांक 06 जनवरी 2024 को सेंट स्टीफन्स ग्राउंड, नई दिल्ली में मुंबई टीम के विरुद्ध खेला गया।
छत्तीसगढ सीनीयर टीम ने टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करने का निर्णय लिया। मुंबई टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुये 50 ओवरों में 9 विकेट खोकर 177 रन बनाये मुंबई की ओर से हुमायरा ने 42 रन तथा सायमा ठाकोर ने 32 रनां े का योगदान दिया। छत्तीसगढ़ की ओर से उर्मिला हरिना ने 3 विकेट लिये।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी छत्तीसगढ़ की टीम ने 49.3 ओवरों में 6 विकेट खोकर 178 रनो का लक्ष्य प्राप्त कर 4 विकटे से विजय प्राप्त की। छत्तीसगढ़ की ओर से कृति गुप्ता ने 57 रन नाबाद तथा सृश्टि षर्मा ने 54 रन बनाये।
रायपुर, 9 जनवरी। बी.सी.सी.आई. द्वारा कर्नल सी के नायुडु टंॉफी 2023-24 का आयोजन दिनाकं 07 जनवरी 2024 से किया जा रहा है। जिसमें ग्रुप डी में छत्तीसगढ़ की टीम का पहला मैच दिनांक 07 - 10 जनवरी 2024 को सालेम क्रिकेट फांउडेषन ग्राउंड, सालेम में तमिलनाडु टीम के विरुद्ध खेला गया।
तमिलनाडु ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। पहले दिन की समाप्ति तक तमिलनाडु टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुये अपनी पहली पारी में 90 ओवरों में 2 विकेट खोकर 302 रन बनाये। तमिलनाडु की ओर से भपू ति वैषना कुमार ने नाबाद 153 रन तथा बद्रीनाथ ने नाबाद 130 रनों का योगदान दिया। छत्तीसगढ़ की ओर से मयंक यादव ने 2 विकेट प्राप्त किये। पहले दिन की समाप्ति तक तमिलनाडु ने पहली पारी में 302 रन बना लिये है।
रायपुर, 9 जनवरी। राजस्थान हैंडबाल संघ द्वारा हैंडबाल एसोसियेषन इंडिया के तत्वावधान में 46वीं जुनियर बालक राश्ट्रीय हैंडबाल प्रतियोगिता का आयोजन श्री महावीर जी, कारोली (राजस्थान) में दिनांक 09 जनवरी से 13 जनवरी 2024 तक आयोजित किया जा रहा है। उक्त प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ राज्य की जुनियर बालक वर्ग की 20 सदस्यीय टीम भाग ले रही है।
उपरोक्त प्रतियोगिता में भाग लेने के पूर्व खिलाडिय़ों के उत्कृश्ठ प्रदर्षन हेतु छत्तीसगढ़ राज्य के जुनियर बालक हैंडबाल टीम का 11 दिवसीय विषेश प्रषिक्षण षिविर का आयोजन हैंडबाल कॉम्प्लेक्स, सेक्टर-4, भिलाई (छ.ग.) में दिनंाक 28 दिसम्बर 2023 से 07 जनवरी 2024 तक आयोजित किया गया। उपरोक्त प्रषिक्षण षिविर का समापन छत्तीसगढ़ हैंडबाल संघ के संस्थापक सदस्य श्री बषीर अहमद खान के मुख्य आतिथ्य में किया गया। इस अवसर पर बी.एस.पी हैंडबाल क्लब के सचिव अब्दुल रहीम, ं छत्तीसगढ़ हैंडबाल संघ के महासचिव समीर खान, छत्तीसगढ़ हैंडबाल संघ के कोशाध्यक्ष विजय बहादुर, छत्तीसगढ़ हैंडबाल संघ के कार्यकारिणि सदस्य एवं पूर्व राश्ट्रीय हैंडबाल खिलाड़ी रमेश चौरसिया, छत्तीसगढ़ हैंडबाल संघ के प्रषिक्षक राजेष कुमार सरकार उपस्थित थे।
बशीर अहदम खान द्वारा खिलाडिय़ों को खेल एवं युवा कल्याण विभाग, छत्तीसगढ़ शासन द्वारा प्रदत्त ट्रेकसूट का वितरण खिलाडिय़ों, प्रषिक्षक एवं प्रबंधक को किया गया तथा बषीर अहमद खान एवं उपस्थित अतिथियों ने राश्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने वाले समस्त खिलाडिय़ों को उपरोक्त चैम्पियनषिप में उत्कृष्ठ प्रदर्षन कर पदक प्राप्त करने हेतु अपनेी षुभकामनाएं प्रदान की।
छत्तीसगढ़ हैंडबाल संघ के चेयरमेन विनोद चंद्राकर, अध्यक्ष धर्मेन्द्र यादव, कार्यकारी अध्यक्ष अरुण सिंघानिया, वरिश्ठ उपाध्यक्ष श्री अभिमन्यु मिश्रा, सहित छत्तीसगढ़ हैंडबाल संघ के पदाधिकारियों एवं विभिन्न खेल संघों के पदाधिकारियों ने भी छत्तीसगढ़ राज्य की जुनियर बालक हैंडबाल के खिलाडिय़ों एवं प्रषिक्षकों को आर्षीवाद देते हुये अपनी हार्दिक षुभकामनाएं प्रदान की।
(भरत शर्मा)
नयी दिल्ली, 8 जनवरी। रोहित शर्मा और विराट कोहली को 14 महीने में पहली बार टी20 टीम में जगह देकर चयनकर्ताओं ने सुरक्षित रवैया अपनाया है लेकिन क्या उनका यह फैसला टी20 विश्व कप में भारत को भारी पड़ेगा? इसका पता समय आने पर ही चलेगा।
पिछले दो टी20 विश्व कप में खिताब जीतने में नाकाम रहने के बाद रोहित और कोहली ने अगर एक और मौका देने की इच्छा जताई तो इसके लिए उन्हें दोषी नहीं ठहराया जा सकता। लेकिन चयनकर्ताओं के मामले में ऐसा नहीं कहा जा सकता जिन्होंने नवंबर 2022 में सेमीफाइनल में इंग्लैंड से मिली हार के बाद कई नए खिलाड़ियों को टीम में चुना था।
रोहित और कोहली को अब अफगानिस्तान के खिलाफ 11 जनवरी से शुरू होने वाली तीन टी20 मैच की श्रृंखला के लिए टीम में चुना गया है जो इस बात का स्पष्ट संकेत है कि यह दोनों दिग्गज अमेरिका और वेस्टइंडीज में जून में होने वाले विश्व कप में भारतीय टीम का हिस्सा रहेंगे।
इन दोनों दिग्गज खिलाड़ियों ने भारत को वनडे विश्व कप के फाइनल में पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी लेकिन क्या वे खेल के सबसे छोटे प्रारूप की जरूरत से सामंजस्य बिठा पाएंगे।
रोहित ने वनडे विश्व कप में शुरू से ही आक्रामक रवैया अपनाया था और अफगानिस्तान के खिलाफ मोहाली में शुरू होने वाली श्रृंखला में भी वह इसी अंदाज में खेल सकते हैं।
दूसरी तरफ कोहली का खेल 50 ओवर के प्रारूप के अधिक अनुकूल है लेकिन उन्होंने जो 148 टी20 मैच खेले हैं उनमें 137.96 की अच्छी स्ट्राइक रेट से रन बनाए हैं। इसके विपरीत उनके साथी और विश्व के सर्वश्रेष्ठ टी20 बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव का स्ट्राइक रेट 170 से अधिक है।
यशस्वी जायसवाल और रुतुराज गायकवाड को जो भी मौके मिले हैं उनमें उन्होंने अपनी क्षमता दिखाई है लेकिन आईसीसी की प्रतियोगिता में अनुभव का कोई विकल्प नहीं होता। सुनील गावस्कर और सौरव गांगुली ने भी इसको महत्व देते हुए रोहित और कोहली को टी20 विश्व कप की टीम में शामिल करने की वकालत की थी।
भारत के पूर्व चयनकर्ता शरणदीप सिंह ने भी रोहित और कोहली को टीम में शामिल करने का फैसला सही करार दिया।
उन्होंने पीटीआई से कहा,‘‘यह सही फैसला है। आईसीसी की प्रतियोगिताओं में आपको ऐसे खिलाड़ी की जरूरत पड़ती है जो अच्छी तरह से दबाव झेल सके। उन दोनों ने वनडे विश्व कप में शानदार प्रदर्शन किया और वे अच्छी फॉर्म में हैं। लेकिन इसके कारण जायसवाल और गायकवाड़ के लिए टीम में जगह बनाना मुश्किल हो जाएगा।’’
रोहित और कोहली का चयन करके चयनकर्ताओं ने स्पष्ट कर दिया कि वे किसी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहते हैं। भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज आकाश चोपड़ा को लगता है कि चयनकर्ताओं को दोनों खिलाड़ियों का चयन करना था और वह इनमें से किसी एक को बाहर नहीं रख सकते थे।
चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा,‘‘ऐसा लग रहा था कि वह अगले टी20 विश्व कप में नहीं खेलेंगे क्योंकि उन्होंने पिछले विश्व कप के बाद इस प्रारूप में कोई मैच नहीं खेला था। उन दोनों की स्थिति अभी एक जैसी है। अगर चयनकर्ता किसी एक को बाहर भी रखने के बारे में सोचते, तो तब भी वह ऐसा नहीं कर सकते थे। उन्हें इन दोनों का ही चयन करना था।’’ (भाषा)
जकार्ता, 8 जनवरी। भारतीय निशानेबाजों ने सोमवार को यहां एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर में अपने अभियान की शानदार शुरुआत करते हुए पुरुष 10 मीटर एयर पिस्टल टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता।
वरूण तोमर (586), अर्जुन सिंह चीमा (579) और उज्जवल मलिक (575) की भारतीय टीम कुल 1740 अंक के साथ शीर्ष पर रही। ईरान और कोरिया ने क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीते।
वरूण और अर्जुन ने व्यक्तिगत फाइनल में भी जगह बनाई।
इस प्रतिष्ठित महाद्वीपीय प्रतियोगिता में पेरिस ओलंपिक के लिए कुल 16 कोटा स्थान दांव पर लगे हैं। पुरुषों और महिलाओं के लिए 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में चार कोटा हैं जिसमें से अधिकतम तीन भारतीय निशानेबाजों को मिल सकते हैं।
ईशा सिंह, रिदम सांगवान और सुरभि राव महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में उतरेंगी जहां भारत को अभी पेरिस खेलों का कोटा हासिल करना है।
इस प्रतियोगिता में 26 देशों के लगभग 385 निशानेबाज पेरिस कोटा हासिल करने के अलावा 256 पदक (84 स्वर्ण, 84 रजत और 88 कांस्य पदक) जीतने के लिए जकार्ता की सेनायन निशानेबाजी रेंज में चुनौती पेश करेंगे।
भारत पहले ही राइफल, पिस्टल और शॉटगन स्पर्धाओं में 13 ओलंपिक कोटा स्थान हासिल कर चुका है।
राइफल में जहां सभी कोटा स्थान सुरक्षित हो गए हैं वहीं पिस्टल में तीन कोटा हासिल हुए हैं। (भाषा)
सिडनी टेस्ट खेलकर इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायर हो चुके डेविड वॉर्नर ने रिटायरमेंट के बाद अपनी भविष्य की योजनाओं के बारे में बातचीत की.
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने शनिवार को तीसरे टेस्ट में पाकिस्तान को हरा दिया. ऑस्ट्रेलिया ने तीन टेस्ट मैचों की इस सिरीज़ में 3-0 से जीत दर्ज की.
इंटरनेशनल टेस्ट क्रिकेट की अपनी अंतिम पारी में वॉर्नर ने शानदार 57 रन बनाकर अपनी टीम को जीत दिलाने में अहम योगदान दिया.
मैच ख़त्म होने के बाद वॉर्नर ने अपने रिटायरमेंट प्लान के बारे में कहा कि वे भविष्य में कोचिंग को करियर बनाना चाहते हैं.
उन्होंने कहा, "सबसे पहले मुझे अपनी पत्नी से बात करनी होगी ताकि कुछ और दिन घर से दूर रहने की अनुमति मिले."
क्रिकेट में स्लेजिंग यानी छींटाकशी के बारे में वॉर्नर ने कहा कि आईपीएल जैसी टी20 फ्रेंचाइजी लीग आने के बाद ये इतिहास की बात हो गई है.
उनके अनुसार, अब दूसरे देशों के खिलाड़ियों के साथ खेलने और समय बिताने के कारण ऐसा हुआ. (bbc.com/hindi)
स्पेन के टेनिस खिलाड़ी रफ़ाएल नडाल ने ऑस्ट्रेलियाई ओपन 2024 से अपना नाम वापस ले लिया है.
इस टूर्नामेंट शुरू होने के कुछ घंटे पहले ही उन्होंने इससे हटने का फैसला किया.
उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी है.
उन्होंने लिखा, "ब्रिसबेन में हुए पिछले मैच में मांसपेशी में थोड़ा खिंचाव आ गया था जिसने मुझे चिंता में डाल दिया. जब मैं मेलबर्न पहुंचा तो मैंने एमआरआई कराई और एक मांसपेशी में थोड़ी चोट आ गई. अब मैं पांच सेट के खेल में अपना अधिकतम प्रदर्शन दे पाउंगा. मैं अपने डॉक्टर से मिलने, इलाज और आराम के लिए स्पेन लौट रहा हूं."
उन्होंने लिखा है, “मैंने इस खेल में वापसी के लिए पूरे साल कड़ी मेहनत की और तीन महीने में अपने सबसे बेहतरीन फ़ॉर्म में होने का लक्ष्य रखा. लेकिन ये मेरे लिए दुखद ख़बर है कि मेलबर्न के शानदार दर्शकों के सामने मैं खेल नहीं पाउंगा. हालांकि ये उतनी भी बुरी ख़बर नहीं हीं और इस सीज़न में आगे के खेलों के लिए हम सभी सकारात्मक हैं.”
“मैं वाक़ई ऑस्ट्रेलिया में खेलना चाहता था और मुझे यहां कुछ मैचों में खेलने का मौका मिला है, जिसने मुझे खुशी दी है और सकारात्मकता बढ़ाई है. समर्थन के लिए सभी को शुक्रिया, हम फिर मिलेंगे.”
रफ़ाएल नडाल को पिछले साल की शुरुआत में भी मांसपेशियों की चोट लगी थी जिसके कारण उन्हें लंबे समय तक कोर्ट से बाहर रहना पड़ा लेकिन साल के अंत तक उन्होंने अच्छी वापसी की.
ऐसा लगता है कि 37 साल के इस दिग्गज खिलाड़ी को अभी कुछ दिन इंतज़ार करना होगा. (bbc.com/hindi)
कोलकाता, 7 जनवरी। पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने जून में होने वाले टी20 विश्व कप के लिए रविवार को भारतीय टीम में रोहित शर्मा और विराट कोहली को शामिल करने का समर्थन किया।
इन दोनों दिग्गज खिलाड़ियों ने लगभग 14 महीनों से किसी भी टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में हिस्सा नहीं लिया है, पर दोनों ने खुद को खेल के सबसे छोटे प्रारूप के लिए उपलब्ध बताया है। जिससे यह देखना होगा कि उन्हें 11 जनवरी से मोहाली में अफगानिस्तान के खिलाफ शुरू होने वाली तीन मैचों की टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला के लिए चुना जाता है या नहीं।
गांगुली ने कहा, ‘‘निश्चित रूप से रोहित को टी20 अंतरराष्ट्रीय विश्व कप में टीम की कप्तानी करनी चाहिए। विराट कोहली को भी टीम में होना चाहिए। विराट शानदार खिलाड़ी हैं। भले ही वे लंबे समय बाद टी20 में वापसी कर रहे हैं तो भी इससे कुछ नहीं होगा। ’’
टी20 विश्व कप में 10 नवंबर को इंग्लैंड से सेमीफाइनल में भारत की हार इन दोनों खिलाड़ियों का छोटे प्रारूप का अंतिम मैच था।
गांगुली दक्षिण अफ्रीका में दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला में यशस्वी जायसवाल के प्रदर्शन से काफी प्रभावित हैं और उन्होंने कहा कि इस युवा सलामी बल्लेबाज को भविष्य में काफी मौके मिलेंगे।
यह 22 वर्षीय बल्लेबाज सेंचुरियन और केपटाउन टेस्ट की चार पारियों में केवल 50 रन ही बना सका था।
गांगुली ने यहां एक कार्यक्रम के इतर कहा, ‘‘वह दूसरे टेस्ट में अच्छा खेला, यह तो उसके करियर की शुरुआत है। उन्हें काफी मौके मिलेंगे। ’’
सेंचुरियन में पारी और 32 रन की हार के बाद भारत ने केपटाउन में वापसी करते हुए दक्षिण अफ्रीका को अब तक के सबसे छोटे टेस्ट में सात विकेट से हराया।
गांगुली ने कहा, ‘‘लोग एक मैच हारने के बाद बहुत बातें करते हैं, लेकिन भारत एक मजबूत टीम है। लेकिन देखिये वे किस तरह से खेले। उन्होंने वनडे श्रृंखला जीती जबकि टेस्ट और टी20 अंतरराष्ट्रीय दोनों श्रृंखला ड्रा करायीं। ’’ (भाषा)
नयी दिल्ली, 7 जनवरी। दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वान की भारत को ‘अपेक्षानुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाने वाली टीम’ की टिप्पणी खारिज करते हुए कहा कि भारतीय टीम समकालीन क्रिकेट में विदेशों में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली टीमों में शामिल है।
वान ने हाल में कहा था कि भारतीय क्रिकेट टीम के पास जितने संसाधन हैं उसे देखते हुए उसको विशेषकर आईसीसी की प्रतियोगिताओं में और बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए था।
अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा,‘‘माइकल वान ने हाल में बयान दिया था कि भारतीय टीम अपनी क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाई है। यह सही है कि हमने पिछले कुछ समय से आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीती है और हम खुद को इस खेल की महाशक्ति मानते हैं। लेकिन यह सिक्के का एक पहलू है।’’
इस 37 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि भारत ने पिछले कुछ वर्षों में विशेषकर टेस्ट क्रिकेट में विदेशोंं में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा,‘‘वर्तमान समय में हमारी टीम विदेशों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली टीमों में से एक है। हमने इस बीच कई बेहतरीन नतीजे दिए हैं। वान की टिप्पणी के बाद हमारे देश के ही कई विशेषज्ञ इस पर चर्चा करने लग गए थे कि क्या भारत अपेक्षानुरूप प्रदर्शन नहीं करने वाली टीम है। सच कहूं तो इस पर मुझे हंसी आई।’’
अश्विन ने इस संदर्भ में हाल में दक्षिण अफ्रीका में समाप्त हुई टेस्ट श्रृंखला का उदाहरण दिया जिसमें भारत पहला टेस्ट मैच हारने के बाद दूसरे मैच में शानदार वापसी करने में सफल रहा था।
उन्होंने कहा,‘‘ अच्छी मानसिक दृढ़ता और मानसिक कौशल रखने वाली क्रिकेट टीम किसी भी स्थिति में वापसी कर सकती है और इस भारतीय टीम ने समय-समय पर इसे साबित किया है।’’
अश्विन ने कहा,‘‘हां हमने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के दो फाइनल गंवाए हैं। मैं इसे तहेदिल से स्वीकार करता हूं लेकिन जहां तक टेस्ट श्रृंखला की बात है तो उसमें हमेशा वापसी की संभावना बनी रहती है।’’ (भाषा)
... कुशान सरकार ...
केपटाउन, 6 जनवरी। अपनी स्विंग गेंदबाजी से बल्लेबाजों को परेशान करने वाले मुकेश कुमार को दक्षिण अफ्रीका दौरे पर सेंचुरियन में खेले गए पहले टेस्ट मैच में मौका नहीं मिला लेकिन न्यूलैंड्स में दूसरे टेस्ट मैच में उनकी कारगर गेंदबाजी के बाद टीम प्रबंधन को अपनी चूक का एहसास हुआ।
मोहम्मद सिराज (सात विकेट) और जसप्रीत बुमराह (आठ विकेट) की अनुभवी जोड़ी ने दूसरे टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया। इस बीच टीम के तीसरे तेज गेंदबाज मुकेश ने चार विकेट लिये जिसमें दूसरी पारी में शीर्ष क्रम के दो खिलाड़ियों को आउट करना शामिल था।
स्विंग गेंदबाज फुल लेंग्थ (गेंद को बल्लेबाज के करीब टप्पा खिलाना) पसंद करते हैं लेकिन मुकेश थोड़ी पीछे की लेंथ से गेंदबाजी करने के बावजूद स्विंग से बल्लेबाजों को चकमा देने में सफल रहे।
भारत को दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला के दूसरे मैच में जीत दिलाने में अपना योगदान देने वाले मुकेश ने यहां कहा, ‘‘ मुझे लगता है कि मैं टीम प्रबंधन द्वारा सौंपी गई भूमिका को निभाने में सक्षम रहा। मैं अपनी गेंदबाजी से संतुष्ट हूं और सबसे अच्छी बात यह है कि मैंने कड़ी मेहनत की है और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया है।’’
कम गति के बावजूद चतुराई भरी गेंदबाजी से बल्लेबाजों को चकमा देने वाले मुकेश को यह समझने में देर नहीं लगी की दक्षिण अफ्रीका में ‘फुल लेंग्थ’ की गेंदबाजी कारगर नहीं है।
मुकेश ने कहा, ‘‘ भारतीय पिचों की तुलना में इस तरह की पिचों पर गेंदबाजी करने में बहुत अंतर है। भारत में, जब आप फुल लेंथ गेंद फेंकने की कोशिश करते हैं तो गेंद हवा में स्विंग होती है। अगर आप यहां बहुत ज्यादा फुल लेंथ फेंकने की कोशिश करते हैं, तो आप कारगर नहीं रहेंगे।’’
दो मैचों की श्रृंखला के 1-1 से बराबर होने के बाद उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए हमने फैसला किया कि हम छह से आठ मीटर लंबाई (बैक ऑफ लेंग्थ) के बीच गेंदबाजी करेंगे। पिच से उछाल मिल रही थी ऐसे में विकेट लेने का मौका अधिक था।’’
सेंचुरियन में खेले गए पहले टेस्ट मैच में भारत की हार के बाद मुकेश ने नेट सत्र में कप्तान रोहित शर्मा को एक घंटे से अधिक गेंदबाजी की थी।
उन्होंने कहा, ‘‘ वह हमेशा मार्गदर्शन के लिए तैयार रहते हैं। वह आपको बताते हैं कि किस तरह से गेंदबाजी करने से बल्लेबाजों को परेशान किया जा सकता है।’’
बिहार के गोपालगंज जिले के रहने वाले मुकेश के दिवंगत पिता कोलकाता में कैब (कार) चलाते थे। वह चाहते थे कि उनका बेटा सीआईएसएफ (केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल) में भर्ती हो लेकिन मुकेश शारीरिक परीक्षण पास करने में विफल रहे।
इस तेज गेंदबाज ने कोलकाता में टेनिस बॉल क्रिकेट खेलना शुरू किया और यह शहर उनके लिए ‘सिटी ऑफ जॉय’ बन गया।
इसी तरह के एक मैच में बंगाल के पूर्व तेज गेंदबाज राणादेब बोस की नजर मुकेश पर पड़ी और फिर इस गेंदबाज ने पीछे मुड़कर नहीं देखाा।
मुकेश ने अपने पहले पेशेवर कोच को सम्मान और स्नेह के साथ याद करते हुए कहा, ‘‘एक तेज गेंदबाज के रूप में मेरे विकास में राणादेब बोस का बहुत बड़ा योगदान है। अब भी अगर मैं अपनी गेंदबाजी में किसी भी तकनीकी समस्या का सामना करता हूं तो एनसीए (राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी) के कोच और उनका (बोस) सहारा लेता हूं।’’
वह गोपालगंज के पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर हैं और इस क्षेत्र में उनकी छवि किसी बड़े नायक की तरह है।
उन्होंने कहा, ‘‘ हां, जब मैं गोपालगंज वापस जाता हूं तो युवा मुझसे आकर बात करते हैं और अपने खेल के बारे में पूछते हैं और मार्गदर्शन लेते हैं। मैं यथासंभव उनकी मदद करने का प्रयास करता हूं। मैंने उन्हें कुछ बॉलिंग स्पाइक्स (गेंदबाजों के जूते) तोहफे में दिए हैं।’’
मुकेश ने पिछले साल 20 जुलाई को टेस्ट, 27 जुलाई को एकदिवसीय और तीन अगस्त को टी20 अंतरराष्ट्रीय में पदार्पण किया था। (भाषा)
नयी दिल्ली, 6 जनवरी। पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने जून में होने वाले टी20 विश्व कप में रोहित शर्मा और विराट कोहली के खेलने का समर्थन करते हुए कहा कि ये दोनों सीनियर खिलाड़ी भारतीय टीम में सिर्फ अहम बल्लेबाज ही नहीं बल्कि शानदार क्षेत्ररक्षक भी हैं।
रोहित और कोहली दोनों 2022 टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड से मिली हार के बाद से भारत के लिए इस प्रारूप में नहीं खेले हैं लेकिन दोनों ही खेल के इस छोटे प्रारूप में वापसी के लिए उत्सुक हैं।
गावस्कर ने ‘स्टार स्पोर्ट्स’ से कहा, ‘‘मुझे उनका क्षेत्ररक्षण अच्छा लगता है। विराट कोहली और रोहित शर्मा अब भी बेहतरीन क्षेत्ररक्षक हैं और मैदान पर उनसे काफी मदद मिलेगी। साथ ही ड्रेसिंग रूम में उनके सीनियर होने के साथ वे मैदान पर भी योगदान करेंगे। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘कभी कभार आप जब 35-36 साल की उम्र में होते हो तो आपके एक्शन धीमे हो जाते हो। आपका थ्रो भी उतना जानदार नहीं रहता। इसलिये आपको मैदान में क्षेत्ररक्षण के लिए खिलाड़ियों को सजाते हुए कहां खड़ा किया जाये, इस पर चर्चा होती है। लेकिन इन दोनों खिलाड़ियों के साथ ऐसी कोई समस्या नहीं है क्योंकि ये दोनों अब भी शानदार क्षेत्ररक्षक हैं। ’’
टी20 विश्व कप वेस्टइंडीज और अमेरिका की संयुक्त मेजबानी में एक से 29 जून तक खेला जायेगा।
रोहित की अनुपस्थिति में हार्दिक पंड्या टी20 अंतरराष्ट्रीय में भारतीय टीम की अगुआई कर रहे हैं। इस आल राउंडर को मुंबई इंडियंस में भी रोहित की जगह कप्तानी दी गयी है।
रोहित को अगर टीम में शामिल किया जाता है तो क्या वह छोटे प्रारूप में भारतीय टीम की अगुआई करेंगे, लेकिन इसका पता अभी नहीं लगा है। पर रोहित के अनुभव को देखते हुए गावस्कर का मानना है कि टीम का नेतृत्व नहीं करने के बावजूद वह काफी कुछ दे सकते हैं।
गावस्कर ने कहा, ‘‘हम नहीं जानते कि रोहित कप्तान होगा या नहीं, लेकिन जो भी हो, कोई भी कप्तान हो, उसे इससे फायदा जरूर मिलेगा। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले डेढ़ साल से कोहली इतनी शानदार फॉर्म में हैं। 2023 विश्व कप में उनका प्रदर्शन अविश्सनीय रहा जिसमें उन्होंने तीन शतक से 750 रन बनाये। इसलिये उनकी सीमित ओवरों की बल्लेबाजी में कोई संदेह ही नहीं है। ’’
पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज इरफान पठान को भी लगता है कि रोहित और कोहली को टी20 विश्व कप में भारतीय टीम का हिस्सा होना चाहिए क्योंकि अमेरिका और वेस्टइंडीज की कुछ पिचों से सभी अनजान हैं और इन दोनों का अनुभव मैदान के अंदर और बाहर जरूरी होगा।
पठान ने कहा, ‘‘व्यक्तिगत रूप से, मैं विराट को पिच पर देखना चाहूंगा क्योंकि अगर हम दो साल पहले की बात करें तो वह निश्चित रूप से अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में नहीं था। लेकिन पिछले आईपीएल और टी20 में उसका प्रदर्शन अद्भुत रहा। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘दोनों खिलाड़ियों को खिलाना टीम प्रबंधन के साथ उनकी फिटनेस पर भी निर्भर करेगा लेकिन मैं दोनों को मैदान पर देखना पंसद करूंगा, विशेषकर रोहित की फॉर्म भी शानदार चल रही है और वह वनडे क्रिकेट में काफी रन बना रहे हैं। ’’ (भाषा)
अफ़ग़ानिस्तान के ख़िलाफ़ अगले हफ़्ते शुरू होने वाली तीन टी-20 मैचों की सिरीज़ के लिए भारतीय टीम का एलान आज किया जाएगा.
टेस्ट टीम के कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली इस सिरीज़ में खेलेंगे या नहीं, इसे लेकर अभी संशय है.
इस सिरीज़ में तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज को आराम दिया जा सकता है. चोट लगने के कारण हार्दिक पंड्या और मोहम्मद शमी के भी खेलने की संभावना कम है.
ऐसे में टीम की कमान कौन संभालेगा, यह देखना दिलचस्प होगा. क्या सूर्यकुमार यादव को एक बार फिर कप्तान बनाया जा सकता है.
अजीत अगरकर के नेतृत्व वाली भारतीय पुरुष टीम की चयन समिति को शुक्रवार को ही टीम का चयन करना था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका. अब उम्मीद है कि शनिवार को टीम का एलान किया जाएगा.
एक जून से शुरू होने वाले टी-20 विश्व कप के पहले भारत की ये आख़िरी टी-20 अंतरराष्ट्रीय सिरीज़ होगी. भारत ने दक्षिण अफ्रीका में खेली गई सिरीज़ को 1-1 से बराबर रखा था. उसके पहले, भारत में आस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ हुई सिरीज़ टीम ने 4-1 से जीती थी.
भारत और अफ़ग़ानिस्तान के बीच पहला टी-20 मैच 11 जनवरी को मोहाली में खेला जाएगा. दूसरा टी-20 मैच इंदौर में 14 जनवरी और तीसरा मैच बेंगलुरू में 17 जनवरी को खेला जाएगा. (bbc.com/hindi)
केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका को हराने के बावजूद भारत ने टेस्ट में नंबर एक का अपना दर्जा गंवा दिया है.
अब ऑस्ट्रेलिया आईसीसी की टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक टेस्ट टीम बन गई है. उसके अब 118 अंक हैं. दूसरे नंबर पर भारत है, जिसके 117 अंक हैं.
ऑस्ट्रेलिया के नंबर एक टेस्ट टीम बनने की वजह तीन टेस्ट मैचों की सिरीज़ के पहले दोनों मैचों में पाकिस्तान को हराना रही है.
ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान को पहले टेस्ट में 360 रन से और दूसरे टेस्ट में 79 रन से हराया था.
वहीं भारत ने दूसरे टेस्ट मैच में भले दक्षिण अफ्रीका को सात विकेट से हरा दिया, लेकिन पहले टेस्ट में हार गया था.
आईसीसी ने एक बयान में बताया, "पाकिस्तान के विरुद्ध अपने घर में प्रभावी प्रदर्शन करके ऑस्ट्रेलिया ने टेस्ट में नंबर एक टीम का ताज फिर से हासिल कर लिया. इससे पहले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल जीतने के बाद कुछ समय के लिए ऑस्ट्रेलिया नंबर एक टेस्ट टीम बना था."
क्या है अन्य टीमों की रैकिंग
आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में 115 अंकों के साथ इंग्लैंड तीसरे स्थान पर है. चौथी रैंकिंग दक्षिण अफ्रीका की है, जिसके 106 अंक हैं.
पांचवे स्थान पर न्यूज़ीलैंड और छठे पर पाकिस्तान है.
सातवें स्थान पर श्रीलंका, आठवें पर वेस्टइंडीज़, नौवें पर बांग्लादेश और 10वें नंबर पर ज़िम्बाब्वे है. अफ़ग़ानिस्तान की रैंकिंग 11वीं और आयरलैंड की 12वीं है. (bbc.com/hindi)
रायपुर, 5 जनवरी। बी.सी.सी.आई. द्वारा सीनीयर वुमेंन्स वनडे टंॉफी 2023-24 का आयोजन 4 जनवरी से किया जा रहा है। जिसमें ग्रुप डी में छत्तीसगढ़ की टीम का पहला मैच दिनांक 04 जनवरी 2024 को जामिया मिलिया इस्लामिया ग्राउंड, नई दिल्ली में उत्तराखडं टीम के विरुद्ध खेला गया।
छत्तीसगढ सीनीयर टीम ने टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करने का निर्णय लिया। उत्तराखंड टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुये 50 ओवरों में 9 विकेट खोकर 262 रन बनाये उत्तराखंड की ओर से पुनम राउत ने 79 रन तथा सारिका कोली ने 72 रनों का योगदान दिया। छत्तीसगढ़ की ओर से पल्लवी वर्मा ने 3 विकटे लिये।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी छत्तीसगढ़ की टीम 50 ओवरों में 8 विकेट खोकर 168 रन ही बना सकी। छत्तीसगढ़ की ओर से सृश्टि षर्मा ने 53 तथा प्रियंका मलिक ने 45 रन बनाये। उत्तराखंड की ओर से एकता बिश्ट ने 4 विकटे प्राप्त किये। उत्तराखडं ने यह मैच 94 रनों से जीत लिया।
रायपुर, 5 जनवरी। राजपत्रित अधिकारी संघ एवं शासकीय कर्मचारी संघ ने बताया कि संघों के संयुक्त तत्वाधान में नवा रायपुर में नवा रायपुर प्रीमियर लीग का आयोजन ग्राम राखी स्थित खेल मैदान में किया जा रहा है। इस आयोजन में नवा रायपुर स्थित विभिन्न विभागाध्यक्ष कार्यालय एवम् मंत्रालय से 60 टीमें शामिल होकर हर मुकाबला को रोमांचक बना दिया है।
संघ ने बताया कि नवा रायपुर प्रीमियर लीग के संयोजक कमल वर्मा ने विज्ञप्ति जारी कर बताया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों को उनकी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्रदान करना है, साथ ही शासकीय कार्यों के बोझ से समय निकालकर मानसिक, शारीरिक क्षमताओं में वृद्धि करना है।
संघ ने बताया कि एन पी एल क्रिकेट प्रतियोगिता नया रायपुर मे आज चार मैच खेले गए, जिसमे पहला मैच आरटीआई विभाग और एस आर एल एम बिहान के बीच खेला गया जिसमे आर टी आई विभाग की टीम ने टॉस जीतकर पहले बॉलिंग करने का निर्णय लिया और 8 ओवर 58 रन देकर 7 विकेट झटके । इसमें अजय चंद्राकर ने 2 ओवर में 2 विकेट लेकर बहुत अच्छा बॉलिंग का प्रदर्शन किय।विभाग के तरफ से भूपेंद्र ठाकुर ने सबसे सर्वाधिक 19 रन बनाये और अपने टीम को जीत दिलाई।
संघ ने बताया कि आज का दूसरा मैच संचनालय उद्यानिकी विभाग और संचालनालय आयुष के बीच खेला गया। उद्यानिकी विभाग के खिलाडिय़ों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पहली जीत दर्ज करते हुए इस टूर्नामेंट के खिताब के लिए प्रबल दावेदार है। जिसमे आयुष ने टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करने का निर्णय लिया। उद्यानिकी विभाग की टीम ने 8 ओवर मे 2 विकेट 78 रन बनाये।
केपटाउन, 5 जनवरी यशस्वी जायसवाल को यह स्वीकार करने में कोई झिझक नहीं है कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला चुनौतीपूर्ण थी और उन्होंने कहा कि भारतीय कप्तान कप्तान रोहित शर्मा ने उन्हें सकारात्मक मानसिकता बनाए रखने में मदद की।
सेंचुरियन के सुपरस्पोर्ट पार्क और केपटाउन के न्यूलैंड्स की उछालभरी पिचों पर जायसवाल चार पारियों में केवल 50 रन ही बना सके। दो टेस्ट मैच की श्रृंखला 1-1 से बराबर रही।
दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में 79 रन के लक्ष्य का पीछा करने के दौरान 23 गेंद में 28 रन की तेज पारी खेलने वाले जायसवाल ने कहा, ‘‘रोहित शर्मा मुझे सकारात्मक मानसिकता बनाए रखने में मदद करते हैं और हमें नई गेंद के खिलाफ तेजी से रन बनाने की जरूरत है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं बस अच्छी शुरुआत देना चाहता था और मेरे दिमाग में यही सब था क्योंकि हमें मैच जीतना था। पिछली तीन पारियों में और इस पारी में भी मैंने यही किया।’’
यह 22 वर्षीय खिलाड़ी जानता है कि उछाल और पिच से मिलने वाली मूवमेंट से निपटने के लिए सुधार करने की जरूरत है।
जयसवाल ने कहा, ‘‘हां, यह दौरा मेरे लिए सीखने वाला अनुभव रहा है। अलग माहौल और हर मायने में यह एक सुखद अनुभव रहा है। उन सुधारों के बारे में सीखा जो मुझे करने की जरूरत है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यहां गेंद अलग तरह से आती है और मैंने अपना सब कुछ देने की कोशिश की लेकिन मैं स्वीकार करता हूं कि चुनौतियां थीं। यह अनुभव मुझे अच्छी स्थिति में रखेगा क्योंकि मैं सीख रहा हूं और अगली श्रृंखला के दौरान सुधार करने का प्रयास करूंगा।’’
यह पूछे जाने पर कि क्या वह इंग्लैंड के खिलाफ हैदराबाद में 25 जनवरी से शुरू होने वाली आगामी टेस्ट श्रृंखला में बल्लेबाजी की अपनी आक्रामक शैली बरकरार रखेंगे तो जायसवाल ने कहा, ‘‘ऐसी कोई विशेष शैली नहीं है जिसका मैं पालन करना चाहता हूं और ऐसा नहीं है कि मेरा खेल केवल आक्रामक है। मैं टीम की जरूरत के अनुसार अपना खेल बदल सकता हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर यह पहला दिन है तो मैं अलग तरह से बल्लेबाजी करूंगा और अगर यह अंतिम सत्र है और 70 रनों की जरूरत है तो अलग तरह से बल्लेबाजी करूंगा। मैं टीम की जरूरत के अनुसार अपने खेल को बदलने की कोशिश करता हूं।’’
जायसवाल को कप्तान रोहित और विराट कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ियों से नियमित रूप से सुझाव मिलते हैं कि स्थिति के अनुसार अपने खेल में कैसे बदलाव किया जाए जबकि कोच राहुल द्रविड़ ने उनसे विशिष्ट तकनीकी पहलुओं के बारे में बात की।
उन्होंने कहा, ‘‘राहुल सर ने मुझसे कहा कि चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में अगर आप शॉट खेलने से चूकते हैं या गेंद आपको लगती है और फिर भी आप क्रीज पर खड़े हैं तो आप अच्छा कर रहे हैं।’’
कोच की ओर से सबसे अच्छी सलाह क्या रही, इस पर जायसवाल ने कहा, ‘‘असल में वह चाहते हैं कि मैं खुलकर और हमेशा मुस्कुराते हुए बल्लेबाजी करूं।’’ (भाषा)
ऑस्ट्रेलिया के ओपनर बल्लेबाज डेविड वॉर्नर की गुम हुई बैगी ग्रीन कैप मिल गई है. रिटायरमेंट टेस्ट मैच के दौरान उनकी कैप खो गई थी.
सैंतीस साल के वॉर्नर ने जानकारी दी है कि अपनी बैगी ग्रीन कैप के दोबारा मिलने से वो 'काफी खुश हैं और राहत महसूस' कर रहे हैं.
वॉर्नर ने मंगलवार को कहा था कि सिडनी मैच खेलने के लिए जाते समय किसी ने उनके सामान से ग्रीन बैगी कैप चुरा लिया है.
ऑस्ट्रेलिया पाकिस्तान के साथ टेस्ट मैच खेल रहा है. मैच खत्म होने में तीन दिन बचे हैं. इसके बाद वॉर्नर रिटायर हो जाएंगे. वॉर्नर ने कैप खोने के बाद सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल कर इसे लौटाने की अपील की थी.
उन्होंने कहा कि जिसने भी मेरी कैप ली है वो चाहे तो बैकपैक रख सकता है लेकिन कैप लौटा दे.
कैप मिलने के बाद वॉर्नर ने कहा,''कोई भी क्रिकेटर जानता है कि उसकी कैप कितनी बेशकीमती होती है. अब जब मेरी कैप मुझे मिल गई है तो मैं इसे जिंदगी भर किसी खजाने की तरह संभाल कर रखूंगा.''
उन्होंने कहा,'' कैप मिलने के बाद मैं काफी राहत महसूस कर रहा हूं. ऐसा लग रहा है कि कोई बड़ा बोझ मेरे कंधे से हट गया है.''
ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने वाले खिलाड़ियों को ग्रीन बैगी कैप दी जाती है.
यह ऑस्ट्रेलिया टीम का प्रतीक बन गई है. 2020 में दिग्गज ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर शेन वॉर्न ने अपनी कैप दस लाख ऑस्ट्रेलियाई डॉलर में नीलाम की थी.
ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में आग लगने के बाद राहत के लिए शुरू किए गए अभियान के दौरान वॉर्न ने ये कैप नीलाम की थी. (bbc.com/hindi)
केपटाउन, 4 जनवरी। रोहित शर्मा के चेहरे पर भारत के दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट श्रृंखला नहीं जीत पाने का दर्द साफ झलक रहा था लेकिन कप्तान ने कहा कि वे गुरुवार को यहां दूसरे टेस्ट में मिली सात विकेट की जीत पर गर्व महसूस करेंगे।
भारत ने सेंचुरियन में श्रृंखला के शुरूआती मैच में पारी और 32 रन से हार के बाद शानदार वापसी की और पांच सत्र के अंदर दूसरे टेस्ट में जीत से दो मैच की श्रृंखला 1-1 से बराबर करायी।
रोहित ने मैच के बाद पुरस्कार वितरण समारोह में कहा, ‘‘जब आप दुनिया के इस हिस्से में आते हो तो यहां हमेशा ही मुश्किल होती है लेकिन भारत के बाहर हमें अपने प्रदर्शन पर गर्व है। दक्षिण अफ्रीका हमेशा हमारे लिए चुनौती पेश करता है और यहां आकर जीत हासिल करके हम गर्व महसूस कर सकते हैं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम श्रृंखला जीतना पसंद करते। हमने बहुत अच्छी वापसी की, विशेषकर हमारे गेंदबाजों ने। हमारी कुछ योजनायें थीं और खिलाड़ियों को इनका फायदा मिला। ’’
रोहित ने कहा, ‘‘हम जानते थे कि यह मैच छोटा होगा, हम जानते थे कि रन मायने रखेंगे इसलिये पहली पारी की बढ़त हासिल करना बहुत ही महत्वपूर्ण था। ’’
सेंचुरियन में खराब प्रदर्शन के बाद शानदार वापसी के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित रूप से यह बड़ी उपलब्धि है, लेकिन हमने जो गलतियां की हैं, उनसे सीख लेनी होगी। ’’
कप्तान ने कहा, ‘‘गेंदबाजों को गेंद को सही लाइन एवं लेंथ पर ही डालनी होगी और गेंदबाजों को इसका फायदा मिला। हमने 100 रन की बढ़त हासिल की लेकिन अंतिम छह विकेट (बिना रन जोड़े) गंवाना अच्छा नहीं था। ’’
तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने 15 रन देकर छह विकेट झटककर पहले दिन के पहले सत्र में दक्षिण अफ्रीका को 55 रन पर ढेर कर दिया जिससे श्रृंखला बराबर करने वाली जीत की लय बनी।
रोहित ने कहा, ‘‘सिराज का स्पैल ऐसा था जो आपको अकसर देखने को नहीं मिलता। हमने इसे सरल रखा और पिच ने हमारे लिये बाकी काम कर दिया। सिराज और बुमराह को श्रेय दिया जाना चाहिए और मुकेश और प्रसिद्ध को भी जिन्होंने जितना हो सके, उनका सहयोग किया। ’’
जब उनसे डीन एल्गर के विदाई टेस्ट के बारे में पूछा गया तो उन्होने कहा, ‘‘वह दक्षिण अफ्रीका का इतना महत्वपूर्ण खिलाड़ी है। हमने उसका विकेट लेने के बारे में बात की थी कि उसे कैसे जल्दी आउट किया जाये। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के लिए जो किया है, हम उसकी सराहना करते हैं। उनका करियर शानदार रहा, आगे के लिए शुभकामनायें। ’’
चोटिल तेम्बा बावुमा की अनुपस्थिति में इस टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका का नेतृत्व करने वाले एल्गर ने कहा कि वह अपने विदाई टेस्ट में और बेहतर करना पसंद करते।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे लिए यह कठिन मैच रहा। पर इस मैच में काफी चीजें सकारात्मक रहीं। पहली पारी में भारत ने शानदार गेंदबाजी की और परिस्थितियों का फायदा उठाया। श्रृंखला ड्रा रही, लेकिन युवा खिलाड़ी काफी चीजें सीख सकते हैं। ’’
एल्गर ने कहा, ‘‘मैं इस मैच में और अच्छा करना पसंद करता। फिर भी सेंचुरियन के प्रदर्शन पर गर्व है। जीत में योगदान देना अच्छा था। अगर यह तीन टेस्ट की श्रृंखला होती तो शानदार होता। ’’
एल्गर और बुमराह ने ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ पुरस्कार साझा किया।
एल्गर ने कहा, ‘‘बुमराह विश्व स्तरीय खिलाड़ी है, वह इस पुरस्कार का हकदार है। खुश हूं कि फिर से आपका सामना नहीं करना पड़ेगा। ’’ (भाषा)
नयी दिल्ली, 4 जनवरी । भारत की गुरुवार को केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में सात विकेट की जीत 1882 से 25वां मौका है जब कोई टेस्ट मैच दो दिन के भीतर खत्म हो गया।
भारत दो दिन के भीतर खत्म हुए टेस्ट का तीसरी बार हिस्सा रहा। इससे पहले भारत ने 2018 में बेंगलुरू में अफगानिस्तान और 2021 में अहमदाबाद में इंग्लैंड को दो दिन के भीतर हराया था।
इससे पहले दो दिन के भीतर खत्म हुए टेस्ट मैच की सूची इस प्रकार है:
#इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया, ओवल, 1882
यह इतिहास का नौवां टेस्ट मैच था। ऑस्ट्रेलिया 63 रन पर ढेर हो गया लेकिन फ्रेड ‘डेमन’ स्पोफोर्थ के सात विकेट की मदद से इंग्लैंड को पहली पारी में 101 रन पर रोकने में सफल रहा। ह्यू मैसी के 55 रन के बावजूद ऑस्ट्रेलियाई टीम दूसरी पारी में भी केवल 122 रन ही बना सकी।
डब्ल्यूजी ग्रेस के 32 रन के बावजूद इंग्लैंड ने स्पोपोर्थ के सामने घुटने टेक दिए। स्पोफोर्थ ने 44 रन देकर सात विकेट लिए जिससे इंग्लैंड की टीम 77 रन पर आउट हो गई और उसे सात रन से हार का सामना करना पड़ा।
# इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया, लॉर्ड्स, 1888
ऑस्ट्रेलिया ने दो पारियों में 116 और 60 रन बनाए और फिर इंग्लैंड को 53 और 62 रन पर आउट करके 61 रन से जीत हासिल की।
# इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया, ओवल, 1888
इस बार इंग्लैंड दो दिन के भीतर पारी और 137 रन की जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया को हराने में सफल रहा। ऑस्ट्रेलिया 80 और 100 रन पर आउट हो गया जबकि मेजबान टीम ने अपनी एकमात्र पारी में 317 रन बनाए।
#इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया, मैनचेस्टर, 1888
पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड ने डब्ल्यूजी ग्रेस के 38 रन की मदद से 172 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया अपनी दोनों पारियों में 100 रन का आंकड़ा छूने में असफल रहा। टीम 81 और 70 रन के साथ मुकाबला पारी और 21 रन से हार गई।
#दक्षिण अफ़्रीका बनाम इंग्लैंड, पोर्ट एलिजाबेथ, 1889
आखिरकार क्रिकेट इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया से अलग एक नए स्थल पर पहुंचा। पोर्ट एलिजाबेथ में दक्षिण अफ्रीका ने 84 और 129 रन बनाए और इसके जवाब में इंग्लैंड ने 67 और 2 विकेट पर 148 रन बनाकर आठ विकेट से जीत हासिल की।
#दक्षिण अफ्रीका बनाम इंग्लैंड, केप टाउन, 1889
श्रृंखला का दूसरा मैच भी दो दिन के अंदर ही खत्म हो गया। इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी की और अपनी एकमात्र पारी में बॉबी एबेल के 120 रन की मदद से 292 रन बनाए। जॉनी ब्रिग्स ने 17 रन पर 7 विकेट और 11 रन पर 8 विकेट लेकर दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी को ध्वस्त किया। मेजबान टीम दो पारियों में 47 और 43 रन ही बना सकी और इंग्लैंड ने पारी और 202 रन से जीत दर्जकी।
#इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया, ओवल, 1890
ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 92 और 102 रन बनाए और इंग्लैंड ने 95 और आठ विकेट पर 100 रन बनाकर दो दिन के अंदर दो विकेट से जीत हासिल की।
# दक्षिण अफ्रीका बनाम इंग्लैंड, पोर्ट एलिजाबेथ, 1896
इंग्लैंड ने 185 और 226 रन बनाए और फिर दक्षिण अफ्रीका को 93 और 30 रन पर ढेर कर दिया। तेज गेंदबाज जॉर्ज लोहमैन ने 9.4 ओवर में सात रन देकर आठ विकेट लिए जिससे इंग्लैंड ने 288 रन से जीत दर्ज की।
#दक्षिण अफ्रीका बनाम इंग्लैंड, केप टाउन, 1896
आर्थर हिल के 124 रन की मदद से इंग्लैंड ने दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी के 115 रन के जवाब में 265 रन बनाए। इंग्लैंड ने दूसरी पारी में मेजबान टीम को 117 रन पर समेटकर पारी और 33 रन से जीत हासिल की।
#ऑस्ट्रेलिया बनाम दक्षिण अफ्रीका, मैनचेस्टर, 1912
इंग्लैंड की मौजूदगी वाली त्रिकोणीय टेस्ट श्रृंखला के एक मैच में ऑस्ट्रेलिया ने अपनी एकमात्र पारी में 448 रन बनाए और फिर दक्षिण अफ्रीका को 265 और 95 रन पर समेटकर पारी और 88 रन से मैच जीत लिया।
#इंग्लैंड बनाम दक्षिण अफ्रीका, ओवल, 1912
त्रिकोणीय श्रृंखला के अगले मैच में दक्षिण अफ्रीका पहली पारी में 95 रन पर आउट हो गया जिसमें सिडनी बार्न्स और फ्रैंक वूली ने पांच-पांच विकेट लिए। महान जैक हॉब्स ने इंग्लैंड की पहली पारी के 176 में से 68 रन बनाए। बार्न्स ने दूसरी पारी में भी 29 रन देकर आठ विकेट लिए जिससे दक्षिण अफ्रीका 93 रन पर आउट हो गया और इंग्लैंड ने बिना किसी नुकसान के 14 रन बनाकर 10 विकेट से मैच जीत लिया।
#इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया, नॉटिंघम, 1921
इंग्लैंड दोनों पारियों में 112 और 147 रन ही बना सका जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने पर आउट कर दिया गया जबकि आस्ट्रेलियाई टीम ने 232 और बिना किसी नुकसान के 30 रन बनाकर 10 विकेट से जीत दर्ज की।
#ऑस्ट्रेलिया बनाम वेस्टइंडीज, मेलबर्न, 1931
सर डॉन ब्रैडमैन के 152 रन की मदद से ऑस्ट्रेलिया ने वेस्टइंडीज की पहली पारी के 99 रन के जवाब में आठ विकेट पर 328 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। वेस्टइंडीज अपने दूसरी पारी में 107 रन पर आउट हो गया और मेजबान टीम ने पारी और 122 रन से जीत दर्ज की।
#दक्षिण अफ्रीका बनाम ऑस्ट्रेलिया, जोहानिसबर्ग, 1936
दक्षिण अफ्रीका की टीम 157 रन पर सिमगई और ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अपनी पहली पारी में 439 रन बनाए जिसमें जैक फिंगलटन ने 108 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी में 98 रन पर सिमट गई जिसमें लेग स्पिनर क्लेरी ग्रिमेट ने 40 रन देकर सात विकेट लिए। मेहमान टीम ने पारी और 184 रन से जीत हासिल की।
#न्यूजीलैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया, वेलिंगटन, 1946
न्यूजीलैंड की टीम अपनी दोनों पारियों में 42 और 54 रन पर आउट हो गई। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी एकमात्र पारी आठ विकेट पर 199 रन बनाकर घोषित की और पारी तथा 103 रन से जीत दर्ज की।
#इंग्लैंड बनाम वेस्टइंडीज, लीड्स, 2000
इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज के पहली पारी के 172 रन के जवाब में 272 रन बनाए। इसके बाद उन्होंने कैरेबियाई टीम को 61 रन पर समेट दिया जिसमें एंडी कैडिक और डेरेन गॉफ ने मिलकर नौ विकेट लिए। इंग्लैंड ने पारी और 39 रन से जीत दर्ज की।
#ऑस्ट्रेलिया बनाम पाकिस्तान, शारजाह, 2002
महान लेग स्पिनर शेन वार्न ने दोनों पारियों में आठ विकेट लिए जिससे पाकिस्तान 59 और 53 रन पर ऑल आउट हो गया। ऑस्ट्रेलिया ने मैथ्यू हेडन के 119 रन की मदद से अपनी एकमात्र पारी में 319 रन बनाए तथा पारी और 198 रन से जीत हासिल की।
#दक्षिण अफ्रीका बनाम जिम्बाब्वे, केप टाउन, 2005
दक्षिण अफ्रीका ने अपनी पड़ोसी टीम को दो पारियों में 54 और 265 रन पर आउट कर दिया और अपनी एकमात्र पारी तीन विकेट पर 340 रन बनाकर घोषित करते हुए पारी और 21 रन से जीत दर्ज की।
#जिम्बाब्वे बनाम न्यूजीलैंड, हरारे, 2005
ब्रेंडन मैकुलम और डेनियल विटोरी के शतक की बदौलत न्यूजीलैंड ने नौ विकेट पर 452 रन बनाकर पारी घोषित की और फिर जिंबाब्वे को 55 और 99 रन पर आउट करके 294 रन से जीत हासिल की।
#दक्षिण अफ्रीका बनाम जिम्बाब्वे, पोर्ट एलिजाबेथ, 2017
पहले बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने नौ विकेट पर 309 रन बनाकर पारी घोषित की। इसके बाद उन्होंने जिम्बाब्वे को 68 और 121 रन पर ढेर कर दिया जिससे मेजबान टीम ने पारी और 120 रन से जीत हासिल की।
#भारत बनाम अफगानिस्तान, बेंगलुरू, 2018
अजिंक्य रहाणे के नेतृत्व में भारत ने सलामी बल्लेबाजों मुरली विजय और शिखर धवन के शतकों की मदद से 474 रन बनाए। इसके जवाब में अफगानिस्तान की टीम 109 और 103 रन बना सकी और उसे पारी और 262 रन से हार का सामना करना पड़ा।
#भारत बनाम इंग्लैंड, अहमदाबाद, 2021
स्पिन की अनुकूल पिच पर इंग्लैंड ने 112 और 81 रन बनाये जिसके जवाब में भारत ने 145 और बिना किसी विकेट के 49 रन बनाकर 10 विकेट से जीत दर्ज की।
# अफगानिस्तान बनाम जिम्बाब्वे, अबू धाबी, 2021
जिम्बाब्वे ने अफगानिस्तान को 131 और 135 रन पर आउट किया और फिर 250 और बिना किसी नुकसान के 17 रन बनाकर 10 विकेट से जीत दर्ज की।
#ऑस्ट्रेलिया बनाम दक्षिण अफ्रीका, ब्रिसबेन, 2022
दक्षिण अफ्रीका गाबा में दो पारियों में 152 और 99 रन पर सिमट गया। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 218 और चार विकेट पर 35 रन बनाकर छह विकेट से जीत हासिल की। (भाषा)
नवी मुंबई, 4 जनवरी । पूर्व भारतीय क्रिकेटर रीमा मल्होत्रा का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 जनवरी से डीवाई पाटिल स्टेडियम में शुरू होने वाली तीन मैचों की टी20 सीरीज से पहले काफी कुछ पूजा वस्त्राकर, दीप्ति शर्मा और श्रेयंका पाटिल पर निर्भर रहेगा।
भारत को अपनी आखिरी टी20 सीरीज में पिछले महीने वानखेड़े स्टेडियम में इंग्लैंड से 2-1 से हार का सामना करना पड़ा था।
हालांकि, उन्होंने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगातार टेस्ट जीते, लेकिन भारत को एलिसा हीली की अगुवाई वाली टीम के खिलाफ वनडे सीरीज में 3-0 से हार का सामना करना पड़ा।
अब तक सफेद गेंद के मैचों में पूजा, दीप्ति और श्रेयंका भारत के लिए विकेट लेने वालों में से रही हैं।
"यह एक टी20 सीरीज है, इसलिए बल्लेबाजों को अच्छा प्रदर्शन करना होगा लेकिन गेंदबाज भी भारत के लिए उतने ही महत्वपूर्ण हैं। श्रेयंका पाटिल ने इंग्लैंड के खिलाफ दो मैचों में खुद को साबित किया। मुझे नहीं लगता कि आप दीप्ति शर्मा को तस्वीर से दूर रख सकते हैं, वह अपनी कहानी खुद लिख रही हैं और इस बार उन्होंने इसे सोने में लिख दिया है क्योंकि वह शानदार फॉर्म में हैं।"
रीमा ने जियो सिनेमा के दैनिक शो 'आकाशवाणी' पर कहा, "एक और नाम जो मैं जोड़ना चाहूंगी वह है पूजा वस्त्राकर 2.0, जिस तरह से उन्होंने सीरीज में प्रदर्शन किया वह शानदार था। इस टी20 सीजन में उनकी भूमिका टीम के लिए बहुत महत्वपूर्ण होगी। साथ ही, ये तीन खिलाड़ी बल्ले से भी समान रूप से योगदान दे सकते हैं। इसलिए, गेंदबाजी विभाग में प्रदर्शन करने के लिए इन तीनों पर बहुत कुछ निर्भर है।"
भारत के खेल का सबसे निराशाजनक पहलू फील्डिंग रहा है, जो वनडे सीरीज की हार में देखा गया था जब उन्होंने बहुत सारे कैच छोड़े और बहुत सारे मिसफील्ड किए। रीमा को लगता है कि फील्डिंग में गलतियां दोहराई नहीं जानी चाहिए और उन्हें उम्मीद है कि वे टी20 श्रृंखला में इस विभाग में सुधार करेंगे।
"अगर आप ऑस्ट्रेलिया को हराना चाहते हैं, तो आपको उन्हें तीनों विभागों में हराना होगा। भारत के साथ बल्लेबाजी और गेंदबाजी में थोड़ी समस्या थी, लेकिन मेरा मानना है कि इससे अभी भी उबरा जा सकता है क्योंकि भारत अच्छा खेल रहा है।"
"लेकिन मुझे लगता है कि मुख्य समस्या फील्डिंग है। फिटनेस के मामले में मुझे लगता है कि इस टीम में काफी सुधार हुआ है। हमने देखा कि उन्होंने एक ही मैच में बहुत सारे कैच छोड़े और ऐसी गलतियां दोहराई नहीं जा सकती। इसलिए, मुझे लगता है कि उन्हें बस खुद पर विश्वास करने की जरूरत है, और वे सुधार करेंगे।" (आईएएनएस)।
नवी मुंबई, 4 जनवरी इस साल होने वाले टी20 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए भारतीय महिला क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुक्रवार से यहां शुरू होने वाली तीन मैचों की टी20 श्रृंखला में खेल के हर विभाग में सुधार करने की कोशिश करेगी।
हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली भारतीय टीम में काफी सुधार की जरूरत है क्योंकि उसने इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक दिवसीय श्रृंखला 0-3 से गंवाई थी जबकि इंग्लैंड ने भी उसे तीन मैच की टी20 श्रृंखला में हराया था।
भारत ने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक-एक टेस्ट मैच जीते लेकिन सीमित ओवरों की क्रिकेट में अभी टीम को काफी कुछ करने की जरूरत है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे वनडे में भारतीय टीम का क्षेत्ररक्षण अच्छा नहीं रहा था और उसे तीन रन से हार का सामना करना पड़ा था जबकि तीसरे मैच में ऑस्ट्रेलिया के आठ विकेट पर 338 रन के जवाब में भारतीय बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए और पूरी टीम 148 रन पर आउट हो गई।
जहां तक पहले वनडे की बात है तो उसमें गेंदबाज नहीं चल पाए थे। भारतीय टीम ने अंतिम दो वनडे में कम से कम आठ कैच छोड़े थे। इसके अलावा निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) को लेकर किए गए उसके फैसले भी सही नहीं रहे।
भारत के लिए कप्तान हरमनप्रीत की फॉर्म भी चिंता का विषय है। वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन वनडे में केवल 17 रन बना पाई थी।
जेमिमा रोड्रिग्स और रिचा घोष ने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन अन्य प्रमुख बल्लेबाज नहीं चल पाए। सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना लगातार अपनी अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल पा रही है।
मंधाना के साथ वनडे श्रृंखला में यास्तिका भटिया ने पारी का आगाज किया था। यह देखना होगा की टीम प्रबंधन भाटिया पर भरोसा बनाए रखता है या फिर उनकी जगह शेफाली वर्मा को मौका देता है।
इसके विपरीत ऑस्ट्रेलिया के दो बल्लेबाजों फोएबे लिचफील्ड और ताहलिया मैकग्रा जीने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है और भारतीय गेंदबाजों के लिए उनको रोकना चुनौती होगी।
भारत की तरफ से नई गेंद संभालने वाली रेणुका सिंह ठाकुर और पूजा वस्त्राकर को वानखेड़े की पिच से खास सहयोग नहीं मिला लेकिन डी वाई पाटिल स्टेडियम की नई पिच से उन्हें मदद मिलने की उम्मीद रहेगी।
जहां तक ऑस्ट्रेलिया की बात है तो उसने भारत से एकमात्र टेस्ट मैच गंवाने के बाद शानदार वापसी की है। उसकी तरफ से वनडे श्रृंखला में लिचफील्ड ने एक शतक और दो अर्धशतक लगाकर शानदार प्रदर्शन किया।
भारत की तरह ऑस्ट्रेलिया के लिए भी टी20 विश्व कप के लिहाज से यह श्रृंखला काफी महत्वपूर्ण है। इससे उसे उपमहाद्वीप की परिस्थितियों को समझने का मौका मिलेगा क्योंकि अगला टी20 विश्व कप सितंबर अक्टूबर में बांग्लादेश में आयोजित किया जाएगा। यही नहीं 50 ओवर का वनडे विश्व कप भी 2025 में भारत में होगा।
जहां तक इन दोनों टीम के बीच आपसी मुकाबले की बात है तो भारत 31 मैचों में से केवल 6 मैच में जीत दर्ज कर पाया है जबकि 23 मैच में उसे हार का सामना करना पड़ा। एक मैच टाई रहा था।
टीम इस प्रकार हैं:
भारत: हरमनप्रीत कौर (कप्तान), स्मृति मंधाना (उप-कप्तान), जेमिमा रोड्रिग्स, शैफाली वर्मा, दीप्ति शर्मा, यास्तिका भाटिया (विकेटकीपर), रिचा घोष (विकेटकीपर), अमनजोत कौर, श्रेयंका पाटिल, मन्नत कश्यप, सैका इशाक, रेणुका सिंह ठाकुर , तितास साधु, पूजा वस्त्राकर, कनिका आहूजा, मिन्नू मणि।
ऑस्ट्रेलिया: डार्सी ब्राउन, हीथर ग्राहम, एशले गार्डनर, किम गार्थ, ग्रेस हैरिस, एलिसा हीली (कप्तान और विकेटकीपर), जेस जोनासेन, अलाना किंग, फोएबे लिचफील्ड, ताहलिया मैकग्राथ (उपकप्तान), बेथ मूनी (विकेटकीपर), एलिसे पेरी, मेगन शुट्ट, एनाबेल सदरलैंड, जॉर्जिया वेयरहैम।
मैच भारतीय समयानुसार शाम सात बजकर 30 मिनट पर शुरू होगा। (भाषा)
मेलबर्न, 4 जनवरी। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख निक हॉकले ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका का न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के लिए दूसरे दर्जे की टीम भेजने के बाद सभी को सतर्क हो जाना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने टेस्ट श्रृंखला में कम से कम तीन मैचों का आयोजन करने की वकालत की।
दक्षिण अफ्रीका ने अपने घरेलू टी20 लीग को प्राथमिकता देते हुए न्यूजीलैंड में होने वाले दो टेस्ट मैच के लिए दूसरी श्रेणी की टीम का चयन किया है जिसमें सात खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्होंने अभी तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला है।
हॉकले ने एसईएन से कहा,‘‘यह सभी के लिए एक चेतावनी है। बच्चों और नए लोगों को इस खेल से जोड़ने में टी20 की भूमिका को कम करके नहीं आंका जा सकता। हमारा विश्वास है कि यह दोनों प्रारूप एक साथ चल सकते हैं।’’
उन्होंने कहा,‘‘मेरा मानना है कि इसको लेकर ऑस्ट्रेलिया का रवैया बिल्कुल स्पष्ट है तथा वह बिग बैश लीग के दौरान भी हमेशा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को प्राथमिकता देता रहा है। लेकिन अब सतर्क होने की जरूरत है और हम आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) के साथ कार्यक्रम को लेकर काम करेंगे ताकि भविष्य में इस तरह की नौबत नहीं आए।’’
जहां तक टेस्ट मैचों के आयोजन की बात है तो भारत, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया तीन से पांच टेस्ट मैच की श्रृंखला का आयोजन करते हैं जबकि बाकी टीम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के हिस्से के रूप में अमूमन दो टेस्ट मैच की श्रृंखला खेलते हैं। विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की नियमों के अनुसार श्रृंखला कम से कम दो टेस्ट मैच की होनी चाहिए।
हॉकले ने कहा,‘‘प्राथमिकता कम से कम तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला आयोजित करने की होनी चाहिए। मुझे लगता है कि इसको लेकर भविष्य के दौरा कार्यक्रम में काम किया जाना चाहिए। इससे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप को मजबूती मिलेगी।’’ (भाषा)
दुबई, 3 जनवरी। भारत के स्टार बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव को बुधवार को आईसीसी के पुरुष ‘टी20 क्रिकेटर ऑफ द ईयर’ के लिए चार नामांकन में शामिल किया गया।
भारत के इस 33 साल के खिलाड़ी ने 2022 में यह पुरस्कार जीता था।
वर्ष 2023 में सूर्यकुमार ने दबदबा बनाते हुए 17 पारियों में 48.86 के औसत और 155.95 के स्ट्राइक रेट से 733 रन बनाये हैं।
सूर्यकुमार ने 2023 की शुरूआत श्रीलंका के खिलाफ महज सात रन से की लेकिन इसके बाद अगले दो मैच में 51 (36 गेंद) और नाबाद 112 (51 गेंद) रन की पारियां खेलीं।
सूर्यकुमार की 51 गेंद में नाबाद 112 रन की पारी में नौ छक्के और सात चौके जड़े थे जिससे उन्होंने लगभग तीन गेंद में एक बार बाउंड्री लगायी।
इससे वह भारत के लिए पुरुष टी20 मैचों में रोहित शर्मा के बाद दूसरे सबसे तेज शतक जड़ने वाले खिलाड़ी बन गये। रोहित ने इसी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ 2017 में 35 गेंद में यह उपलब्धि हासिल की थी।
फिर उनका 20 से 40 रन का स्कोर बनाना जारी रहा जिसके बाद प्रोविडेंस में वेस्टइंडीज के खिलाफ 44 गेंद में 83 रन की पारी ने उनकी ‘क्लास’ साबित की। उन्होंने फिर फ्लोरिडा में वेस्टइंडीज के खिलाफ 45 गेंद में 61 रन बनाकर श्रृंखला का समापन किया।
कप्तानी के बोझ के बावजूद सूर्यकुमार के बल्ले से रन निकलने जारी रहे। उन्होंने साल के अंत में युवा भारतीय टीम की जिम्मेदारी संभाली थी।
उन्होंने आस्ट्रेलिया के खिलाफ 42 गेंद में 80 रन, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 36 गेंद में 56 रन और फिर जोहानिसबर्ग में साल के अंतिम टी20 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ महज 56 गेंद में 100 रन बनाये।
इस पुरस्कार के नामांकन में तीन अन्य खिलाड़ी जिम्बाब्वे के सिकंदर रजा (11 पारियों में 515 रन, 17 विकेट), यूगांडा के अल्पेश रामजानी (55 विकेट) और न्यूजीलैंड के मार्क चैपमैन (17 पारियों में 556 रन) शामिल हैं। (भाषा)