अंतरराष्ट्रीय
इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने प्रस्तावित सीज़फ़ायर पर हमास की शर्तों को ये कहते हुए ख़ारिज कर दिया है कि- कुछ महीनों में ही ग़ज़ा पर ‘पूरी तरह’ जीत संभव है.
नेतन्याहू ने इसराइल समर्थित युद्धविराम प्रस्ताव के जवाब में हमास की कई मांगों को लेकर ये बात कही है.
उन्होंने कहा कि हमास के साथ बातचीत ‘किसी ओर आगे नहीं बढ़’ रही है और समूह जो मांग रख रहा है वो ‘अजीबोगरीब’ है.
सीज़फ़ायर को लेकर बातचीत अब भी चल रही है ताकि किसी डील पर पहुंचा जा सके.
बुधवार को नेतन्याहू ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “ग़ज़ा पर पूरी तरह जीत के अलावा इसका कोई दूसरा निष्कर्ष नहीं है. अगर हमास ग़ज़ा में बचा रहता है तो अगला जनसंहार कभी भी हो सकता है.”
माना जा रहा था कि इसराइल हमास की शर्तों पर बातचीत करेगा लेकिन प्रधानमंत्री के इस बयान ने साफ़ तौर पर इस तरह की संभावनाओं को ख़त्म दिया.
इसराइली आधिकारियों का कहना है कि हमास इस युद्ध का अंत अपनी शर्तों पर चाहता है जो उसे पूरी तरह नामंज़ूर है.
हमास के वरिष्ठ अधिकारी सामी अबू ज़ुहरी ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स से कहा है कि नेतन्याहू की टिप्पणी "राजनीतिक घमंड का एक रूप है", और दिखाती है कि वह क्षेत्र में संघर्ष को आगे बढ़ाना चाहते हैं.
मिस्र के एक आधिकारिक सूत्र ने बीबीसी को बताया कि मिस्र और क़तर की मध्यस्थता में गुरुवार को राज़धानी काहिरा में बातचीत का नया दौर शुरू होने की उम्मीद है.
सूत्र ने बताया कि मिस्र ने सभी पक्षों से शांतिपूर्ण समझौते पर पहुंचने के लिए सहयोग की अपील की है.
रॉयटर्स के अनुसार हमास की शर्तें हैं-
पहला चरण- युद्ध में 45 दिनों का विराम, जिस दौरान सभी इसराइली महिला बंधकों, 19 साल से कम उम्र के पुरुष बंधकों, बुजुर्गों और बीमारों को छोड़ा जाएगा बदले में इसराइली जेलों में बंद फ़लीस्तीनी महिलाओं और बच्चों को रिहा किया जाए. इसराइली सेना ग़ज़ा के आबादी वाले इलाकों से हट जाए और अस्पतालों और शरणार्थी शिविरों का पुनर्निर्माण हो.
दूसरा फ़ेज़- जो बचे हुए इसराइली बंधक हैं वो तब छोड़े जाएंगे जब इसराइली सेना पूरी तरह ग़ज़ा से निकल जाएगी.
तीसरा फ़ेज़- दोनों ही पक्ष मारे गए लोगों के शव और उनके सामान एक दूसरे को देंगे.
हमास के संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अब तक ग़ज़ा में 27,700 लोगों की मौत हो चुकी है और 65000 घायल हैं. (bbc.com/hindi)
कोलंबो, 7 फरवरी । श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने बुधवार को ऐलान किया कि भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते को बढ़ाने के लिए कदम उठाए गए हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में भारत के अलावा चीन, इंडोनेशिया और बांग्लादेश के साथ मुक्त व्यापार समझौते को बढ़ाने की दिशा में वर्तमान में योजनाओं पर काम चल रहा है।
संसद सत्र के दौरान सरकार का नीति वक्तव्य पेश करते हुए, राष्ट्रपति विक्रमसिंघे ने कई देशों के साथ एफटीए बनाने और आर्थिक संबंधों का एक नया नेटवर्क स्थापित करने की अपनी योजनाओं का विवरण दिया, जो कर्ज में डूबे द्वीप के उत्पादों को विदेशी बाजारों में प्रवेश में मदद कर सकता है।
राष्ट्रपति विक्रमसिंघे ने कहा, "हम क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक भागीदारी (आरसीईपी) में शामिल होंगे। हम यूरोपीय संघ में व्यापार विविधता की सामान्य प्रणाली से जुड़ेंगे।"
उन्होंने कहा कि भारत के समर्थन से, श्रीलंका देश के पूर्वी बंदरगाह जिले त्रिंकोमाली को एक बहुआयामी क्षेत्रीय केंद्र में बदलने की योजना बना रहा है, जो पश्चिमी प्रांत में केंद्रित देश की 46 प्रतिशत अर्थव्यवस्था को देश के अन्य हिस्सों में स्थानांतरित कर देगा।"
क्षेत्रीय देशों के साथ एफटीए पर विक्रमसिंघे की घोषणा शनिवार को थाईलैंड की प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिन के साथ हस्ताक्षरित प्रमुख व्यापार समझौते के बाद हुई, जो देश के 76वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में कोलंबो में थीं।
माल, निवेश और कस्टम प्रक्रियाओं में व्यापार को कवर करने वाले एफटीए से 2022 में श्रीलंका और थाईलैंड के बीच दोतरफा व्यापार 352 मिलियन डॉलर से बढ़कर 1.5 बिलियन डॉलर होने की उम्मीद है।
राष्ट्रपति विक्रमसिंघे ने कहा कि सितंबर, 2023 में श्रीलंका पर कुल कर्ज का बोझ 91 अरब डॉलर था, लेकिन, मुद्रास्फीति पिछले साल की तुलना में 50.6 प्रतिशत से घटकर 6.4 प्रतिशत होने के साथ अर्थव्यवस्था में सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि 2022 में शून्य पर पहुंचने वाला विदेशी रिजर्व दिसंबर, 2023 के अंत तक बढ़कर 4.4 बिलियन डॉलर हो गया है।
(आईएएनएस)
वाशिंगटन, 7 फरवरी । भारतीय मूल की अमेरिकी सिख वकील हरमीत के. ढिल्लों ने इस बात से इनकार किया है कि वह रिपब्लिकन नेशनल कमेटी (आरएनसी) की अध्यक्ष रोन्ना मैकडैनियल की जगह लेना चाहती हैं।
आरएनसी चेयरवूमन के पद पर साल 2017 से रहने वाली रोन्ना मैकडेनियल ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से कहा था कि वह दक्षिण कैरोलिना प्राइमरी के ठीक बाद इस महीने के अंत में अपने पद से इस्तीफा दे देंगी।
उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर कहा, "कैलिफोर्निया रिपब्लिकन पार्टी की पूर्व उपाध्यक्ष हरमीत ढिल्लों ने कहा, "मैंने आरएनसी गेम ऑफ थ्रोन्स का प्रत्येक संस्करण पिछले संस्करण से भी बदतर सुना है।"
उन्होंने कहा, "स्पष्ट रूप से, मैं कुर्सी की तलाश नहीं कर रहा हूं। हमारे पास चुनाव था, मैं हार गया, विजेता से हाथ मिलाया और अपना समर्थन दिया। लेकिन बहुत सारे लोग इसके लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। मैं जहां हूं, खुश हूं।"
55 वर्षीया हरमीत ने पिछले साल इस पद के लिए चुनाव लड़ा था और रोन्ना से हार गई थीं, जिन्होंने मैकडैनियल के 51 वोटों के मुकाबले 111 वोटों से आसानी से जीत हासिल की थी।
इस पद के लिए फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डेसेंटिस ने उनका समर्थन किया था और दावा किया था कि उन्हें अपने सिख धर्म के कारण साथी रिपब्लिकन के नस्लवादी हमलों का सामना करना पड़ा था।
हरमीत ने कहा, "यह जानना दुखद है कि मुट्ठीभर आरएनसी सदस्यों ने, जो आरएनसी कुर्सी की करीबी दौड़ में हैं, मेरे खिलाफ मेरे कट्टर सिख विश्वास को एक हथियार के रूप में इस्तेमाल करके आरएनसी चलाने के लिए मेरी फिटनेस पर सवाल उठाने का फैसला किया है।" चंडीगढ़ से, पिछले साल की शुरुआत में पोलिटिको को बताया गया था। न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप मैकडैनियल के प्रतिस्थापन के रूप में नॉर्थ कैरोलिना रिपब्लिकन पार्टी के अध्यक्ष माइकल व्हाटली का समर्थन कर रहे हैं।
मैकडैनियल का यह कदम रिपब्लिकन गवर्निंग बॉडी द्वारा इस साल महत्वपूर्ण राष्ट्रपति चुनाव के साथ एक दशक से कम धन उगाहने की संख्या की रिपोर्ट करने और 2020 के बाद से रिपब्लिकन के कई चुनाव हारने के बाद आया है।
संघीय चुनाव आयोग की फाइलिंग के अनुसार, 31 दिसंबर तक आरएनसी के पास केवल 8 मिलियन डॉलर नकद थे, जो 2014 के अंत में हाथ में 5 मिलियन डॉलर से अधिक नकद होने के बाद से सबसे कम है।
(आईएएनएस)
दमिश्क, 7 फरवरी । बुधवार तड़के सीरिया के होम्स प्रांत में लक्षित क्षेत्रों पर इजरायली मिसाइल हमले में सात लोगों की मौत हो गई और 13 अन्य घायल हो गए। एक स्वास्थ्य अधिकारी ने यह जानकारी दी।
होम्स में स्वास्थ्य निदेशक मुस्लिम अल-अतासी ने मीडिया को बताया कि हमले के कारण होम्स शहर में अल-हमरा स्ट्रीट पर एक आवासीय इमारत के ढहने के बाद बचाव अभियान के समापन के बाद मरने वालों की संख्या की आधिकारिक पुष्टि की गई है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सीरियाई रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इजरायल ने स्थानीय समयानुसार रात लगभग 12:30 बजे उत्तरी लेबनानी क्षेत्र त्रिपोली से होम्स शहर और उसके आसपास के विभिन्न स्थलों को निशाना बनाकर मिसाइल हमला किया।
सीरियाई वायु रक्षा द्वारा कई मिसाइलों को रोका गया और नष्ट कर दिया गया, कुछ अन्य अल-कुसैर ग्रामीण इलाके में गिरे, जिससे आसपास के क्षेत्र में आग लग गई।
सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने बताया कि हमले के बाद होम्स और उसके आसपास के इलाकों में नौ विस्फोट सुने गए।
यह हमला सीरिया में सैन्य स्थलों पर इजरायली हमलों की सीरीज में नया था और ऑब्जर्वेटरी ने कहा कि इजरायल ने होम्स के बाहरी इलाके में लेबनानी हिजबुल्लाह से संबंधित साइटों पर भी गोलाबारी की।
(आईएएनएस)
वाशिंगटन, 7 फरवरी । पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपीलीय अदालत के उस फैसले के खिलाफ अमेरिकी सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर करने का फैसला किया है, जिसने उनके सभी राष्ट्रपति प्रतिरक्षा बचाव को खारिज कर दिया था।
यह देखते हुए कि चुनाव सिर्फ 10 महीने दूर हैं, अपील अदालत ने देरी को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट में अपील के लिए एक समय सीमा निर्धारित की।
अपील अदालत की समय सीमा को ध्यान में रखते हुए ट्रम्प शीघ्र ही शीर्ष अदालत में अपील कर रहे हैं। अभियान के प्रवक्ता स्टीवन चेउंग के एक बयान के अनुसार, पूर्व राष्ट्रपति इस फैसले से "सम्मानपूर्वक असहमत" हैं।
चेउंग ने कहा कि "पूर्ण प्रतिरक्षा के बिना, अमेरिका का राष्ट्रपति ठीक से काम नहीं कर पाएगा।"
ट्रम्प सुप्रीम कोर्ट का रुख करेंगे, जहां वह उम्मीद कर सकते हैं कि रूढ़िवादी बहुमत - जिनमें से तीन सदस्य उन्होंने नियुक्त किए हैं - उनके पक्ष में फैसला सुनाएंगे।
संघीय अपील अदालत ने मंगलवार को आपराधिक आरोपों के चलते राष्ट्रपति की छूट हासिल करने की ट्रम्प की क्षमता को नकारने का फैसला सुनाया, जो पूर्व राष्ट्रपति के लिए नया कानूनी झटका है। भले ही वह 2024 के चुनाव में सबसे संभावित जीओपी उम्मीदवार बनने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं, निक्की हेली के रूप में आखिरी महिला उसके सामने डटी हुई हैं।
डी.सी. सर्किट के लिए अमेरिकी अपील न्यायालय के तीन-न्यायाधीशों के पैनल द्वारा सर्वसम्मत निर्णय में कहा गया कि ट्रम्प 2020 के राष्ट्रपति चुनाव को पलटने के अपने प्रयासों और 6 जनवरी 2021 को कैपिटल (जहाँ अमेरिकी संसद स्थित है) में हिंसक विद्रोह से जुड़े आरोपों के खिलाफ बचाव के रूप में प्रतिरक्षा का आह्वान नहीं कर सकते।
मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि पैनल ने "पूर्व राष्ट्रपतियों के संघीय आपराधिक मुकदमों के लिए एक स्पष्ट बचाव के रूप में और ट्रम्प के विशेष मामले में लागू होने पर" प्रतिरक्षा के लिए सभी तीन संभावित आधारों को खारिज कर दिया।
डीसी में अपील न्यायालय ने यह फैसला सुनाते हुए कि प्रतिरक्षा पर निर्णय लेना उसके अधिकार क्षेत्र में है, उन प्रमुख आधारों को खारिज कर दिया जिन पर ट्रम्प की कानूनी टीम ने अपना बचाव किया था, जिससे यह मुद्दा पूरी तरह से विफल हो गया।
अदालत की राय थी, "अभियोग में आरोप लगाया गया है कि ट्रम्प ने सामान्य प्रयोज्यता के आपराधिक कानूनों का उल्लंघन किया है।"
"ट्रम्प के पास संघीय आपराधिक कानून की अवहेलना करने के लिए कोई कानूनी विवेकाधीन अधिकार नहीं है और वह अपने आचरण के लिए अदालत में जवाबदेह हैं।"
कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रंप के सामने दो विकल्प हैं। पहला विकल्प दोबारा सुनवाई के लिए कहने का है, और दूसरा डीसी में फुल सर्किट कोर्ट से मामले पर पुनर्विचार करने या सुप्रीम कोर्ट में अपील करने के लिए कहने का। ट्रम्प द्वारा प्रयोग किए जाने पर ऐसे विकल्प मामले को लटकाने में सफल होंगे। लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि अपील पैनल ने उस संभावना पर विचार किया है और ऐसी देरी को रोकने के लिए कदम उठाया है।
(आईएएनएस)
टोरंटो, 7 फरवरी । देश के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत के एक मॉल में भरी हुई "घोस्ट गन" ले जाने के लिए एक 23 वर्षीय भारतीय-कनाडाई को दो साल से अधिक जेल की सजा सुनाई गई है।
ओंटारियो स्थित सीटीवी न्यूज ने मंगलवार को बताया कि अरुणजीत सिंह विर्क, जिन्हें मार्च 2021 में गिरफ्तार किया गया था, पर 10 साल के लिए किसी भी सशस्त्र, प्रतिबंधित हथियार या गोला-बारूद रखने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
हाल ही में ब्रिटिश कोलंबिया प्रांतीय न्यायालय में प्रस्तुत एक सजा-पूर्व रिपोर्ट में विर्क ने स्वीकार किया कि एक व्यस्त मॉल में भरी हुई बंदूक लाना कितना खतरनाक हो सकता था।
अदालत को बताया गया कि एक पुलिस अधिकारी 28 मार्च 2021 को बर्नाबी में मेट्रोटाउन शॉपिंग सेंटर में गश्त कर रहा था, जब उसने विर्क को एक संदिग्ध ड्रग सौदे में लिप्त देखा।
जब विर्क ने अधिकारी को देखा, तो वह मॉल से निकल गया और एक टैक्सी में बैठ गया, लेकिन पुलिस ने तुरंत कैब को रोक लिया और उसे गिरफ्तार कर लिया।
न्यायाधीश रेजिनाल्ड पी. हैरिस ने कहा कि जब पुलिस ने उसके बैग की तलाशी ली, तो उन्हें एक भरी हुई पॉलिमर 80 मॉडल पीएफ940सीएल सेमी-ऑटोमैटिक हैंडगन मिली। उन्होंने कहा कि पुलिस यह पता नहीं लगा सकी कि यह बंदूक कहाँ से आई थी, क्योंकि यह एक घोस्ट गन थी।
घोस्ट गन देसी बंदूक होती हैं। इनमें कोई सीरियल नंबर नहीं होता है।
अदालत को बताया गया कि हाल ही में शादी करने वाले विर्क का जन्म और पालन-पोषण ब्रिटिश कोलंबिया के लोअर मेनलैंड में हुआ था। उसे 15 साल की उम्र में "दर्दनाक अनुभव" से गुजरना पड़ा जब उसके चाचा की मृत्यु हो गई।
उसने ऑक्सीकोडोन, मारिजुआना और शराब का सेवन शुरू कर दिया, जिसके बाद उसके माता-पिता उसकी लत छुड़वाने के लिए उसे भारत ले गए। वह एक कार्यालय सहायक के रूप में उसी ऑफिस में काम करता था, जहाँ उसकी माँ काम करती है।
सजा सुनाए जाने के समय, विर्क ने स्वीकार किया कि चीजों के इस्तेमाल के समय वह गलत निर्णय लेता है।
अदालत में प्रस्तुत एक मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन में, एक डॉक्टर ने विर्क को एक अनिर्दिष्ट मनोदशा विकार, एक असामाजिक व्यक्तित्व विकार के लक्षण और एक बहुपदार्थ उपयोग विकार का निदान किया।
डॉक्टर ने "यह निष्कर्ष नहीं निकाला या सुझाव नहीं दिया कि विर्क का अपराध उसके मानसिक स्वास्थ्य या नशीली दवाओं के उपयोग से जुड़ा था", लेकिन डॉक्टर ने बताया कि "उसके पास सुरक्षा के लिए बंदूक थी"।
सीटीवी न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, भरी हुई हैंडगन रखने के लिए अधिकतम सजा 10 साल की जेल है। अभियोजकों ने हथियार अपराध की निंदा और निवारण को प्राथमिक सजा के उद्देश्यों के रूप में उद्धृत करते हुए मामले में तीन साल की जेल की सजा की मांग की।
न्यायाधीश हैरिस ने अपने फैसले में लिखा, "मैं मानता हूं कि उसने कुछ संघर्षों का अनुभव किया है, यह निष्कर्ष निकालने के लिए अपर्याप्त सबूत हैं कि उसके मानसिक स्वास्थ्य या नशीली दवाओं के उपयोग ने उसके अपराध में योगदान दिया।"
उन्होंने कहा, "यह दुःखद है कि विर्क ने अत्यधिक सार्वजनिक क्षेत्र, अर्थात् एक मॉल के बाहरी और आंतरिक भाग में बंदूक रखने का फैसला किया।" "यह कष्टदायक है कि बन्दूक भरी हुई थी और उस पर कोई सीरियल नंबर नहीं था।"
(आईएएनएस)
सैन फ्रांसिस्को, 7 फरवरी । अमेरिका स्थित ई-सिग्नेचर सॉफ्टवेयर कंपनी डॉक्यूमेंटसाइन ने पुनर्गठन योजना के तहत अपने लगभग 6 प्रतिशत कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की घोषणा की है।
कंपनी के अनुसार, ताजा छंटनी से प्रभावित अधिकांश कर्मचारी सेल्स एंड मार्केटिंग ऑर्गेनाइजेशन से होंगे।
अमेरिकी प्रतिभूति और विनिमय आयोग (एसईसी) के साथ इसकी हालिया फाइलिंग के अनुसार, डॉक्यूमेंटसाइन में 7,336 लोग कार्यरत हैं। 6 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी का मतलब लगभग 440 लोगों को नौकरी से निकाला जाएगा।
डॉक्यूसाइन ने कहा, "कंपनी को उम्मीद है कि पुनर्गठन शुल्क का अधिकांश हिस्सा वित्तीय वर्ष 2025 की पहली तिमाही में खर्च किया जाएगा और वित्तीय वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही के अंत तक पुनर्गठन योजना का कार्यान्वयन काफी हद तक पूरा हो जाएगा।''
इसके अलावा, कंपनी ने नोट किया कि पुनर्गठन योजना के संबंध में गैर-आवर्ती पुनर्गठन शुल्क में लगभग 28 से 32 मिलियन डॉलर का खर्च आएगा, जिसमें मुख्य रूप से कर्मचारी ट्रांजिशन, नोटिस पीरियड और सीवीयरेंस पेमेंट्स, कर्मचारी लाभ और संबंधित लागतों के साथ-साथ शेयर-बेस्ड अवॉर्ड से संबंधित नॉन कैश एक्सपेंडिचर शामिल हैं।
ऑनलाइन सिग्नेचर प्रोवाइडर ने यह भी कहा कि वह चौथी तिमाही के नतीजे जारी होने पर पुनर्गठन के बारे में अधिक जानकारी साझा करेगा।
पिछले साल फरवरी में, डॉक्यूसाइन ने पुनर्गठन योजना के हिस्से के रूप में अपने लगभग 10 प्रतिशत कार्यबल को हटा दिया था।
सीएनबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, नौकरी में कटौती से लगभग 700 कर्मचारी प्रभावित हुए।
उस समय, डॉक्यूसाइन ने कहा था कि उन्होंने कंपनी के विकास, पैमाने और मुनाफा के लक्ष्यों का समर्थन करने के लिए छंटनी की घोषणा की है।
(आईएएनएस)
क्या चांद को धनी लोगों की अस्थियां फैलाने, वहां घूमने फिरने और स्पोर्ट्स ड्रिंक्स की बोतलें फेंकने की जगह बनाना है? वैज्ञानिकों के बीच यह बहस भी तेज होती जा रही है.
निजी कंपनियों या अरबपति लोगों द्वारा अपने धन से चांद पर जाना, मानव-राख को वहां छोड़ना, स्पोर्ट्स ड्रिंक्स की खाली बोतलें फेंकना. इस तरह की योजनाएं निजी कंपनियों के मून-प्रोजेक्ट्स का हिस्सा हैं. हाल के सालों में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की चांद पर पहुंचने और वहां बस्तियां बनाने की कोशिशों में आई तेजी के बाद इन मुद्दों पर भी बहस बढ़ी है.
अमेरिकी लापरवाही और कानूनी सवालों के बीच इस बहस में और तेजी आई है कि चांद का असल में क्या इस्तेमाल होना चाहिए.
अगले कुछ सालों में यह संभव हो सकता है कि निजी कंपनियों के झंडे भी चांद पर अमेरिकी, जापानी या भारतीय झंडों के साथ गड़े दिखाई देने लगें. एक तरफ तो कहा जा रहा है कि चांद को अंतरिक्ष के अनुसंधान के लिए एक बेस के तौर पर इस्तेमाल करना है. लेकिन निजी कंपनियों की योजनाओं में चांद के धरातल को स्पोर्ट्स ड्रिंक्स के विज्ञान से लेकर मानव अस्थियों के विसर्जन और चर्च बनाने तक की बातें शामिल है.
अस्थियों से लेकर ड्रिंक्स तक
इंटरनेशनल स्पेस लॉ की जानकार लेजली टेनेन कहती हैं, "चांद के अनुसंधान की ओर अभी हम शुरुआती कदम ही बढ़ा रहे हैं और हमें यह सावधानी बरतनी होगी कि हम उसे प्रदूषित ना करें. सिर्फ जैविक और रासायनिक कचरा नहीं बल्कि इंसानी कचरे के प्रति भी.”
हाल ही में एक अमेरिकी कंपनी एस्ट्रोबायोटिक ने एक चांद पर रॉकेट भेजने की कोशिश की. हालांकि यह चंद्रमा पर नहीं उतर पाया लेकिन इसमें जो सामान भेजा गया था, उसमें कई कैप्स्युल मानव अस्थियों से भरे थे. इसके अलावा जापानी स्पोर्ट्स ड्रिंक कंपनी पोकारी स्वीट की कैन भी थी. ये कैन वहां क्यों भेजी गई थी, यह स्पष्ट नहीं किया गया.
अमेरिकी कानून के तहत यह सामान चांद पर भेजा जा सकता है. बल्कि कुछ भी सामान चांद पर भेजा जा सकता है, बस इतना सुनिश्चित करना होता है कि पृथ्वी से जो सामान रॉकेट में भरा जाए वह जनता के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए खतरनाक ना हो, अमेरिका की सुरक्षा के लिए कोई खतरा पैदा ना करे और ऐसा कुछ ना हो जो अंतरराष्ट्रीय संधियों के प्रति अमेरिका की बाध्यता का उल्लंघन करे.
कोई कानून नहीं है
फिलहाल अमेरिकी कानूनों में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है जो तय करता हो कि चंद्रमा के धरातल पर क्या उतारा जा सकता है. नासा का मानना है कि आने वाले समय में चांद को बाह्य अंतरिक्ष में अनुसंधान के लिए बेस के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकेगा. उसने यह भी कहा है कि आने वाले समय में चांद पर जाने को लेकर व्यवसायिक प्रतिद्वन्द्विता बढ़ेगी.
ऐसे में अंतरिक्ष से संबंधित कानूनों के जानकार चिंतित हैं कि अगर कोई नियम-कानून नहीं होगा तो ना सिर्फ अमेरिकी कंपनियां अन्य देशों के साथ उलझ सकती हैं बल्कि अंतरराष्ट्रीय विवाद पैदा हो सकते हैं और चंद्रमा पर कब्जा करने की होड़ शुरू हो सकती है.
ऐसे कुछ उदाहरण परियोजनाओं के माध्यम से दिखने भी लगे हैं. जैसे कि वॉशिंगटन स्थित एक उद्यमी जस्टिन पार्क चांद पर एक ईसाई क्रॉस बनाना चाहते हैं. चांद ही की मिट्टी से बनने वाला यह क्रॉस दोमंजिला इमारत जितना बड़ा हो सकता है. एक अरब डॉलर की इस परियोजना के लिए पार्क अमेरिकी सांसदों और कैथलिक संस्थाओं से चर्चा कर रहे हैं.
पार्क कहते हैं, "चांद पर किसी का मालिकाना हक नहीं है. आप किसी की परंपराओं का उल्लंघन नहीं करना चाहते लेकिन आप बाकी दुनिया को रोक भी नहीं सकते. अगर चांद पर गतिविधियों को लेकर बहुत ज्यादा सख्ती बरती गई तो उड़ान भरने से पहले ही यह उद्योग नष्ट हो जाएगा.”
चांद का धार्मिक इस्तेमाल
एस्ट्रोबायोटिक के जरिए जो अस्थियां अंतरिक्ष में भेजी गई थीं वे टेक्सस स्थित एक सेलेस्टिस नाम की कंपनी ने भेजी थीं. इस बात पर बहुत से लोगों ने आपत्ति भी जताई. चांद को एक पवित्र जगह मानने वाली संस्था नावायो नेशन ने कहा कि चांद को स्मारक बनाना पाप है. सेलेस्टिस के सीईओ चार्ल्स शाफर कहते हैं कि जब बड़ी संख्या में लोग चांद पर जाएंगे तो वहां मानव अवशेषों का पहुंचना तो स्वाभाविक हो जाएगा.
शाफर कहते हैं, "हम अंतरिक्ष अभियानों को लेकर फैसला धर्म के आधार पर नहीं करते हैं. मेरे पास ऐसी तस्वीरें हैं जिनमें 20 हजार बौद्ध भिक्षुओं को हमारे लॉन्च पर जश्न मनाते देखा जा सकता है. तो कौन सा धर्म राज करता है?”
इस अभियान के लिए धन और अन्य संसाधनों से मदद करने वाली नासा का कहना है कि कंपनियां अपने रॉकेट में क्या ले जाती हैं, इस पर उसका नियंत्रण नहीं है लेकिन आने वाले समय में किसी तरह के नियम बनाए जा सकते हैं.
नासा के कमर्शल लूनार पेलोड सर्विसेज प्रोग्राम के प्रमुख क्रिस कलबर्ट कहते हैं, "आने वाले समय में यह थोड़ा विकसित होगा. लेकिन मेरे विचार से पहला कदम तो चांद पर सफलता पूर्व उतर जाना है. शुरुआत में हमें इस बात की ज्यादा परवाह है.”
वीके/एए (रॉयटर्स)
तेल अवीव, 7 फरवरी । इजरायल ने गाजा में हमास की हिरासत में 136 बंधकों में से 31 की मौत की पुष्टि की है।
आईडीएफ ने मंगलवार को एक बयान में कहा, सेना ने मारे गए बंधकों के परिवारों को मौत के बारे में सूचित कर दिया है।
इजरायल सेना, सैन्य खुफिया और खुफिया एजेंसियों ने इस मामले को अमेरिका, कतर और मिस्र सहित अंतरराष्ट्रीय वार्ताकारों को सूचित किया है, जो इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए काम कर रहे हैं।
अमेरिका, कतर और मिस्र के प्रयासों से इजरायल और हमास 24 नवंबर से 1 दिसंबर तक एक सप्ताह के युद्धविराम पर सहमत हुए। एक सप्ताह के संक्षिप्त संघर्ष विराम के दौरान, हमास की हिरासत में मौजूद 253 बंधकों में से 105 को रिहा कर दिया गया और इजरायल की जेलों में बंद 324 फिलिस्तीन कैदियों को भी बदले में रिहा किया गया।
इस बीच, कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद अल-थानी ने एक बयान में कहा है कि दूसरे युद्धविराम के लिए चर्चा आगे बढ़ रही है। इजरायल एक महीने के संघर्षविराम पर सहमत हो गया है जिसमें हमास की हिरासत में मौजूद 35 इजराइली बंधकों को रिहा किया जाएगा। समझौते के तहत इजरायल भी बड़ी संख्या में फिलिस्तीनियों को इजरायली जेलों से रिहा करेगा।
कतर और मिस्र के वार्ताकारों के अनुसार, हमास युद्ध का स्थायी अंत और इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) की वापसी चाहता है, जिसे इजरायल ने अस्वीकार कर दिया है।
बातचीत और मध्यस्थता वार्ता के साथ, युद्धविराम (कम से कम एक महीने) तक पहुंचने की संभावना अधिक है, और कतर के प्रधानमंत्री के अनुसार, जो मध्यस्थता वार्ता में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, युद्धविराम काफी नजदीक है।
(आईएएनएस)
वाशिंगटन, 7 फरवरी। अमेरिकी सीनेट में राष्ट्रपति जो बाइडन की अपील के बावजूद रिपब्लिकन पार्टी के समर्थन वापस लेने के कारण सीमा प्रवर्तन उपायों और यूक्रेन को मदद देने संबंधी एक प्रस्ताव मंगलवार को गिर गया।
बाइडन ने इस प्रस्ताव के गिरने के लिए पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को जिम्मेदार ठहराया है।
राष्ट्रपति बाइडन की टिप्पणियों के कुछ मिनटों बाद सीनेट में रिपब्लिकन नेता मिच मैक्कॉनेल संसद भवन से बाहर आए और उन्होंने इस प्रस्ताव के गिरने की पुष्टि की।
यह घटनाक्रम दिखाता है कि संसद पर ट्रंप का प्रभाव बढ़ रहा है और बाइडन की विदेश नीति बेअसर साबित हो रही है जिसमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को यूरोप में अपना दबदबा बढ़ाने से रोकना अहम है।
अब कोई निधि न होने के कारण पेंटागन युद्ध के तीसरे साल में प्रवेश करने पर यूक्रेन को और हथियारों की खेप नहीं भेज पा रहा है। रूस के युद्ध लड़ रहा यूक्रेन हथियारों और सैन्य कर्मियों की कमी से जूझ रहा है।
बाइडन ने कहा, ‘‘यूक्रेन को कोई नयी मदद दिए बिना गुजर रहे हर सप्ताह, हर महीने का मतलब है कि यूक्रेन के पास रूसी आक्रमण से अपना बचाव करने के लिए तोप के कम गोले, कम हवाई रक्षा प्रणाली, कम उपकरण है।’’
वहीं, बाइडन ने यूक्रेन के लिए सहायता के साथ ही अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर अवैध शरणार्थियों को रोकने के लिए 60 अरब डॉलर की योजना पर सीनेट के नेताओं के साथ महीनों तक बातचीत की।
रिपब्लिकन पार्टी के इस प्रस्ताव को खारिज करने के बाद राष्ट्रपति और सांसदों के पास अब कांग्रेस के जरिए यूक्रेन को सहायता देने का कोई साफ रास्ता नहीं बचा है।
बाइडन ने इस प्रस्ताव के गिरने के लिए ट्रंप को जिम्मेदार ठहराया है जो नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिक पार्टी की तरफ से उनके प्रतिद्वंद्वी हैं।
सीनेट में बहुमत के नेता चक शूमर ने मंगलवार को ‘‘अमेरिकी सीनेट में एक निराशाजनक दिन’’ बताया।
सदन में रिपब्लिकन नेता मंगलवार रात को इजराइल के लिए 17.6 अरब डॉलर के सैन्य सहायता पैकेज को पारित करने में भी नाकाम रहे।
इस बीच, व्हाइट हाउस ने कहा कि भारत और जापान समेत नौ देशों में अमेरिकी राजदूतों ने कांग्रेस को पत्र लिखकर मंगलवार को उससे राष्ट्रपति के ‘राष्ट्रीय सुरक्षा पूरक निधि’ प्रस्ताव को तुंरत पास करने का अनुरोध किया जिसमें यूक्रेन, इजराइल और हिंद-प्रशांत के लिए सहायता का प्रावधान है।
व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में रणनीतिक संचार के समन्वयक जॉन किर्बी ने पत्रकारों से कहा कि हिंद-प्रशांत में नौ देशों में अमेरिकी राजदूतों ने पत्र भेजा है।
जिन देशों के राजदूतों ने पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं उनमें दक्षिण कोरिया, जापान, ऑस्ट्रेलिया, फिलीपीन, भारत, चीन, न्यूजीलैंड, मलेशिया और वियनाम शामिल हैं।
एपी गोला शोभना शोभना 0702 1121 वाशिंगटन (एपी)
(योषिता सिंह)
न्यूयॉर्क (अमेरिका), 7 फरवरी। अमेरिका के शिकागो शहर में सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) की पढ़ाई कर रहे एक भारतीय छात्र के साथ उसके घर के समीप अज्ञात लोगों ने बेरहमी से मार-पीट की।
सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में चार फरवरी की रात को तीन लोगों को सैयद मजाहिर अली का पीछा करते देखा गया। ‘एक्स’ पर पोस्ट एक अलग वीडियो में अली की नाक और चेहरे से खून निकलते हुए और उसके कपड़ों पर खून के धब्बे देखे जा सकते हैं।
शिकागो में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने मामले की जांच कर रहे स्थानीय प्राधिकारियों से संपर्क किया।
करीब छह महीने पहले हैदराबाद से अमेरिका आए अली ने ‘एबीसी7 आईविटनेस न्यूज’ को बताया कि एक हमलावर ने उस पर बंदूक तानी थी।
वीडियो फुटेज में अली रात को अपने घर की ओर पैदल जाते हुए देखा गया और उसके हाथ में एक पैकेट था,इस दौरान तीन पुरुष उसका पीछा कर रहे थे।
अली ने कहा कि हमलावरों ने उसे आंख और नाक, पसलियों और कमर पर मुक्के मारे। एबीसी7 की खबर में कहा गया है कि उसे एक स्थानीय अस्पताल में ले जाया गया जहां उसका इलाज किया गया।
‘एक्स’ पर मिली जानकारी के अनुसार, अली इंडियाना वेस्लेयान यूनिवर्सिटी से सूचना प्रौद्योगिकी में परास्नातक कर रहा है।
उसने कहा कि वह इस हमले को भुला नहीं पाएगा। उसने चैनल से कहा, ‘‘अमेरिका मेरे सपनों का देश रहा है और मैं यहां अपने सपने पूरे करने और परास्नातक की पढ़ाई करने के लिए आया हूं। इस घटना से मुझे सदमा लगा है।’’
खबर में कहा गया है कि पुलिस ने किसी संदिग्ध को हिरासत में नहीं लिया है और मामले की जांच की जा रही है।
शिकागो में भारत के महावाणिज्य दूत ने ‘एक्स’ पर कहा कि ‘‘महावाणिज्य दूत सैयद मजाहिर अली और भारत में उनकी पत्नी सैयदा रुकैया फातिमा रिजवी के संपर्क में है तथा उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। दूतावास ने मामले की जांच कर रहे स्थानीय प्राधिकारियों से भी संपर्क किया है।’’
अली की पत्नी ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से उन्हें अपने तीन नाबालिग बच्चों के साथ अमेरिका आने में मदद करने का अनुरोध किया है।
इस घटना से कुछ दिन पहले ही जॉर्जिया के लिथोनिया शहर में एक नशेडी ने 25 वर्षीय भारतीय छात्र विवेक सैनी की हथौड़े से वार कर हत्या कर दी थी। (भाषा)
विना डेल मॉर (चिली), 7 फरवरी। चिली के पूर्व राष्ट्रपति सबैस्टियन पिनेरा का मंगलवार को हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन हो गया। वह 74 वर्ष के थे और दो बार राष्ट्रपति पद संभाल चुके थे।
चिली की गृह मंत्री कैरोलिना टोहा ने पूर्व राष्ट्रपति के निधन की पुष्टि की, हालांकि हेलीकॉप्टर दुर्घटना के कारणों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई।
पिनेरा 2010 से 2014 और फिर 2018 से 2022 तक देश के राष्ट्रपति पद पर आसीन हुए और उनके कार्यकाल में कोविड-19 महामारी के अलावा भूकंप तथा सुनामी जैसी चुनौतियां सामने आईं। लोगों को कोविड-19 महामारी से सुरक्षित रखने के लिए देश में तेजी से टीकाकरण अभियान चलाने का श्रेय उन्हें ही दिया जाता है।
देश में अक्टूबर 2019 में शिक्षा, स्वास्थ्य और पेंशन प्रणालियों के खिलाफ व्यापक प्रदर्शन हुए थे और उस दौरान प्रदर्शनकारियों पर पुलिस के बल प्रयोग से पिनेरा की छवि धूमिल हुई थी।
एपी शोभना गोला गोला 0702 0835 विनाडेलमॉर (एपी)
अमेरिका की एक अदालत ने कहा है कि डोनाल्ड ट्रंप के पास राष्ट्रपति को मिलने वाली इम्यूनिटी यानी सुरक्षा नहीं है और उनपर पिछले राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप के आरोपों को लेकर मुक़दमा चलाया जा सकता है.
ट्रंप ने ये दावा किया था कि उन्हें आपराधिक केस से छूट है क्योंकि जो आरोप उनपर लगे हैं वे उस समय के हैं, जब वह राष्ट्रपति पद पर थे.
हालांकि, वॉशिंगटन डीसी की अदालत ने मंगलवार जो आदेश दिया, उससे ट्रंप का दावा ध्वस्त हो गया.
ये फ़ैसला ट्रंप के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है क्योंकि वह अपने ऊपर दर्ज कई मुक़दमों में सालों से राष्ट्रपति को मिलने वाली छूट की दलील देते रहे हैं.
पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप कोर्ट के इस फ़ैसले के ख़िलाफ़ अपील दायर कर सकते हैं, जिसका अर्थ है कि अब ये मामला अमेरिका की सुप्रीम कोर्ट में जाएगा.
अमेरिका के विशेष अधिवक्ता जैक स्मिथ ने आरोप लगाया था कि 77 साल के ट्रंप ने साल 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में जो बाइडन की जीत के नतीजों को पलटने की कोशिश की थी और इस पद पर बने रहने के लिए धांधली भी की थी.
इस मामले की सुनवाई पहले चार मार्च को होनी थी लेकिन ट्रंप की ओर से किए गए इम्यूनिटी वाले दावे के केस में फ़ैसला लंबित रहने की वजह से इसे टाल दिया गया. (bbc.com/hindi)
ईरान की सरकार ने भारत के नागरिकों के लिए कुछ विशेष परिस्थितियों में वीज़ा की अनिवार्यता को ख़त्म कर दिया है. नए नियम 4 फ़रवरी से मान्य हैं.
इस संबंध में ईरान ने जो शर्तें बताई हैं वे ये हैं:
- सामान्य पासपोर्ट के साथ कोई भी भारतीय हर छह महीने के अंतराल पर बिना वीज़ा के अधिकतम 15 दिनों के लिए ईरान जा सकता है. हालांकि, ये 15 दिनों की समयावधि आगे नहीं बढ़ेगी.
- बिना वीज़ा के सिर्फ़ वे ही भारतीय ईरान जा सकते हैं, जो यहाँ घूमने के मकसद से पहुंचेंगे.
- अगर कोई भारतीय लंबे समय के लिए ईरान में रहना चाहता है या फिर छह महीने के अंदर कई बार इस मुल्क़ का दौरा करना चाहता है या फिर उसे किसी अन्य तरह के वीज़ा की ज़रूरत है, तो वे भारत में ईरानी दूतावास से ज़रूरी वीज़ा हासिल कर सकते हैं.
- वीज़ा की अनिवार्यता ख़त्म करने का ये नियम सिर्फ़ उन भारतीयों के लिए है जो हवाई मार्ग से ईरान की सीमा में प्रवेश करेंगे. (bbc.com/hindi)
लंदन, 6 फरवरी। बकिंघम पैलेस ने कहा है कि ब्रिटेन के महाराजा चार्ल्स तृतीय ने प्रिंस ऑफ वेल्स रहने के दौरान कैंसर संबंधी परमार्थ कार्य के संरक्षक के रूप में अपनी भूमिका को ध्यान में रखते हुए खुद को कैंसर होने की बात को सार्वजनिक करने का फैसला किया।
पैलेस ने सोमवार शाम घोषणा की कि 75 वर्षीय महाराजा ने कैंसर के एक अनिर्दिष्ट रूप का पता चलने के बाद उपचार लेना शुरू कर दिया है और उनकी सोच "पूरी तरह से सकारात्मक" है।
बकिंघम पैलेस के एक प्रवक्ता ने कहा, "उपचार शुरू होने के बाद महाराजा ने खुद को कैंसर होने की बात को सार्वजनिक करने का फैसला किया। उन्होंने यह निर्णय इस बात को ध्यान में रखते हुए किया कि प्रिंस ऑफ वेल्स के रूप में वह कैंसर से जुड़े परमार्थ कार्य के संरक्षक थे।"
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित दुनिया भर के नेताओं ने चार्ल्स तृतीय के "शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने बीबीसी से कि वह महाराज को कैंसर होने की खबर सुनकर "स्तब्ध और दुखी" हैं, लेकिन शुक्र है कि बीमारी का "जल्दी पता चल गया"।
बकिंघम पैलेस ने एक बयान में कहा, “महामहिम अपनी देखभाल और त्वरित उपचार के लिए अपनी चिकित्सा टीम के आभारी हैं। वह अपने इलाज के बारे में पूरी तरह से सकारात्मक हैं और जल्द से जल्द सार्वजनिक कर्तव्य पर लौटने के लिए उत्सुक हैं।” (भाषा)
इस्लामाबाद, 6 फरवरी । पाकिस्तान के कार्यवाहक गृह मंत्री गौहर इजाज ने मंगलवार को कहा कि सरकार सुरक्षा स्थिति के मद्देनजर 8 फरवरी को इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करने पर विचार कर रही है, अगर उसे किसी जिले या प्रांत से अनुरोध मिलता है तो।
कार्यवाहक सूचना मंत्री मुर्तजा सोलांगी के साथ इस्लामाबाद में एक प्रेस वार्ता के दौरान मंत्री ने कहा, "अभी तक किसी भी स्थान पर इंटरनेट सेवाओं के निलंबन के संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया है।"
एक दिन पहले, सोलांगी ने 8 फरवरी को इंटरनेट बंद करने की संभावना से इनकार करते हुए कहा था कि स्थानीय प्रशासन के पास कानून और व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर इंटरनेट बंद करने का निर्णय लेने का अधिकार है।
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि अब तक ऐसी कोई स्थिति सामने नहीं आई है।
रविवार को, कार्यवाहक बलूचिस्तान सूचना मंत्री जान अचकजई ने घोषणा की कि चुनाव के दिन प्रांत के संवेदनशील मतदान केंद्रों पर इंटरनेट सेवा अस्थायी रूप से प्रतिबंधित रहेगी।
एजाज ने आज कानून-व्यवस्था की स्थिति पर बात करते हुए कहा कि सरकार बिना किसी जनहानि के शांतिपूर्ण चुनाव कराने का प्रयास कर रही है।
गृह मंत्री ने कहा कि सरकार तीन लेयर में सुरक्षा मुहैया कराएगी। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा, "कमांडो को कम से कम समय में जवाबी कार्रवाई के लिए बलूचिस्तान में तैनात किया जाएगा।"
-(आईएएनएस)
वाशिंगटन, 6 फरवरी । पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ एकमात्र चुनौती देने वाली भारतीय-अमेरिकी रिपब्लिकन राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार निक्की हेली ने "कई मुद्दों" का हवाला देते हुए औपचारिक रूप से गुप्त सेवा सुरक्षा का अनुरोध किया है।
दक्षिण कैरोलिना के पूर्व गवर्नर और संयुक्त राष्ट्र के राजदूत ने सोमवार को द वॉल स्ट्रीट जर्नल के साथ एक साक्षात्कार में सुरक्षा के अनुरोध पर चर्चा की।
दक्षिण कैरोलिना के एकेन में एक अभियान कार्यक्रम के बाद उन्होंने कहा, "हमारे सामने कई मुद्दे हैं। यह मुझे वह करने से नहीं रोकेगा जो मुझे करने की जरूरत है।"
उन्होंने अखबार को बताया, "जब आप ऐसा कुछ करते हैं, तो आपको धमकियां मिलती हैं। यह सिर्फ वास्तविकता है। इससे मैं डरने वाली नहीं हूं। क्या इसका मतलब यह है कि हमें इसके आसपास कुछ और लोगों को रखना होगा? हां, यह ठीक है।"
हेली, जिनसे पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प और उनके समर्थकों ने दौड़ से बाहर निकलने और डेमोक्रेट जो बाइडेन के खिलाफ पार्टी को एकजुट करने का आग्रह किया है, वर्तमान में चुनाव प्रचार के दौरान व्यक्तिगत सुरक्षा का उपयोग करती हैं।
इसके अलावा, प्रदर्शनकारियों ने इजराइल और यूक्रेन के लिए उनके समर्थन की आलोचना करने के लिए उनके अभियान कार्यक्रमों में प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा,"दिन के अंत में, हम वहां जाएंगे और हर हाथ को छूएंगे, हम हर सवाल का जवाब देंगे, हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हम वहां हैं और वह सब कुछ कर रहे हैं जो हमें करने की ज़रूरत है।"
हाल ही में नए साल के दिन व्हाइट हाउस के उम्मीदवार को निशाना बनाया गया था, जब कानून प्रवर्तन एजेंसियों को एक फर्जी कॉल किया गया था, इसमें कहा गया था कि हेली की बेटी को गोली मार दी गई है और वह खून से लथपथ पड़ी हैं।
कुछ दिन पहले, उनके किआवाह द्वीप स्थित घर पर भी हमला किया गया था, जब एक व्यक्ति ने पुलिस को फोन किया और दावा किया कि उसने एक महिला को गोली मार दी है। उस समय हेली घर पर नहीं थी, उनके माता-पिता एक देखभालकर्ता के साथ वहां थे। इस पर उन्होंने कहा था: "इसने कानून प्रवर्तन अधिकारियों को खतरे में डाल दिया, इसने मेरे परिवार को खतरे में डाल दिया,जब आप राष्ट्रपति पद के लिए दौड़ते हैं, तो ऐसा ही होता है।"
बीबीसी ने कहा कि संघीय कानून के तहत "प्रमुख" उम्मीदवारों को गुप्त सेवा सुरक्षा प्रदान की जाती है, आमतौर पर जब वे अपनी पार्टी के उम्मीदवार बनने के लिए निश्चित होते हैं।
हेली को गुप्त सेवा सहायता प्रदान करने का आह्वान अमेरिकी गृह सुरक्षा सचिव द्वारा किया जाएगा, जो पहले एक संयुक्त कांग्रेस समिति के साथ विचार-विमर्श करेंगे।
पूर्व राष्ट्रपति के रूप में, हेली पर दो अंकों की बड़ी बढ़त हासिल करने वाले ट्रम्प को जीवन भर के लिए गुप्त सेवा सुरक्षा मिली है।
अब तक हुई दो प्राइमरीज़ में अपने पूर्व बॉस से पिछड़ने के बावजूद, हेली ने अकेले जनवरी में 16.5 मिलियन डॉलर की भारी कमाई की।
अगली बड़ी प्राइमरी इस महीने के अंत में उनके गृह राज्य दक्षिण कैरोलिना में आयोजित होने वाली है।
(आईएएनएस)
पोर्ट ऑ प्रिंस (हैती), 6 फरवरी हैती में प्रधानमंत्री एरियल हेनरी के इस्तीफे की मांग को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़प हो गई और कई प्रमुख शहरों में बंद जैसे हालात रहे।
स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार, हैती के उत्तरी और दक्षिणी हिस्सों में बैंक, स्कूल और सरकारी कार्यालय बंद रहे। प्रदर्शनकारियों ने टायर जालकर मुख्य मार्गों को अवरुद्ध कर दिया, जिसके कारण सार्वजनिक परिवहन सेवा ठप हो गई।
हैती के मध्य क्षेत्र के शहर हिन्चे में प्रदर्शनकारियों ने भारी हथियारों से लैस राज्य के पर्यावरणीय विभाग के कर्मियेां और उनके कमांडर जोसेफ जीन बैप्टिस्ट के पहुंचने पर उनका स्वागत किया। उन्होंने हेनरी के इस्तीफे की मांग की।
एक वीडियो में कमांडर ने कहा, ‘‘ मैं चाहता हूं कि एरियल मेरी गोलियों के सामने खड़े हों और हम सब उनकी लाश के ऊपर से गुजरें। ’’
उन्होंने कहा , ‘‘ हमें अधिकांश आबादी का समर्थन प्राप्त है।’’
उत्तरी हैती में पुलिस के साथ हालिया झड़पों के बाद राज्य के पर्यावरणीय विभाग के कर्मी सरकारी जांच के घेरे में आ गये हैं। ये कर्मी संरक्षित क्षेत्रों के लिए बनी सुरक्षा ब्रिगेड से संबंधित हैं।
राजधानी पोर्ट ऑ प्रिंस में भी इसी तरह के विरोध प्रदर्शन हुए। बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी हेनरी के कार्यालय के सामने इकट्ठा हो गये। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले तक दागे।
प्रदर्शन करने वालों में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार और पूर्व प्रधानमंत्री क्लाउड जोसेफ भी शामिल रहे, जो कि एक वीडियो में कह रहे हैं कि ‘‘हम नहीं रुकेंगे।’’ (एपी)
स्वीडन में पिछले हफ्ते वैज्ञानिकों की दशकों की मेहनत बर्बाद हो गई. एक प्रतिष्ठित मेडिकल यूनिवर्सिटी ने कहा है कि उसके दशकों से जमा किए जा रहे सैंपल खराब हो गए हैं.
स्वीडन में स्टॉकहोम के प्रतिष्ठित कैरोलिंस्का इंस्टिट्यूट (KI) ने कहा है कि रिसर्च के लिए दशकों से जमा किए जा रहे सैंपल खराब हो गए हैं. ऐसा क्रिसमस की छुट्टियों के दौरान फ्रीजर के खराब हो जाने के कारण हुआ. सोमवार को यूनिवर्सिटी ने बताया कि इस बारे में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है.
केआई वही इंस्टिट्यूट है जहां नोबेल असेंबली का मुख्यालय है और यहीं से समिति फिजिक्स और मेडिसिन के नोबेल पुरस्कारों के लिए विजेताओं को चुनती है.
इंस्टिट्यूट ने बताया कि इन नमूनों को एक टैंक में रखा गया था जिसे लिक्विड नाइट्रोजन से माइनस 190 डिग्री पर ठंडा रखा जाता है. 22 और 23 दिसंबर के बीच किसी वक्त 16 क्रायोजेनिक टैंकों में लिक्विड नाइट्रोजन की सप्लाई बंद हो गई.
अरबों रुपयों का नुकसान
यूं तो टैंक बिना सप्लाई के भी चार दिन तक काम करने के लिए बनाए गए हैं लेकिन केआई में यह सप्लाई पांच दिन तक बंद रही. इस कारण वे सारे नमूने बर्बाद हो गए. यहां अलग-अलग संस्थानों ने अपने सैंपल जमा करा रखे थे.
केआई के दक्षिणी कैंपस के डीन माटी सालबर्ग ने बताया, "यह (घटना) जिस वक्त हुई, उसके लिए स्वीडन में इससे बुरा वक्त नहीं हो सकता था. क्रिसमस से सिर्फ एक दिन पहले.”
देश के कुछ स्थानीय मीडिया संस्थानों ने अपने समाचारों में बताया है कि जो नमूने बर्बाद हुए हैं उनकी कीमत करीब 4.7 करोड़ डॉलर यानी लगभग चार अरब रुपये थी. हालांकि सालबर्ग ने कहा कि आधिकारिक तौर पर नमूनों की कीमत का आकलन नहीं किया गया है लेकिन बेशक यह करोड़ों में थी.
सालबर्ग ने बताया, "सबसे बुरा असर ल्युकेमिया पर शोध कर रहे वैज्ञानिकों पर हुआ है. उन्होंने मरीजों से 30 साल तक पुराने सैंपल जमा किए हुए थे.”
यूनिवर्सिटी ने घटना की जांच शुरू कर दी है. हालांकि घटना के पीछे किसी साजिश के संकेत नहीं मिले हैं लेकिन फिर भी यूनिवर्सिटी ने पुलिस को इसकी सूचना दे दी है. सालबर्ग ने कहा, "फिलवक्त ऐसा कोई संकेत नहीं है कि किसी बाहरी दखलअंदाजी के कारण यह घटना हुई लेकिन सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी गई है.”
भविष्य प्रभावित
उन्होंने कहा कि ये सारे नमूने जो बर्बाद हुए हैं, वे सिर्फ और सिर्फ रिसर्च के लिए थे और किसी भी मरीज के इलाज पर इस घटना का कोई असर नहीं पड़ेगा. लेकिन भविष्य में रिसर्च इससे काफी प्रभावित होगी.
सालबर्ग ने कहा, "ये ऐसे सैंपल हैं जो बहुत विस्तृत अध्ययनों में इस्तेमाल हुए हैं और भविष्य में इनका और भी शोधों में इस्तेमाल होना था.”
2015 में ऑस्ट्रेलिया में भी ऐसा घटना हुई थी जब देश के प्रमुख वैज्ञानिक शोध संस्थान CSIRO में सालों तक जमा किए गए सैंपल फ्रिज ना चलने के कारण बर्बाद हो गए थे. ब्लैक माउंटेन स्थित इंस्टिट्यूट में शोध के दौरान कई सालों में जमा किए गए नमूने खराब हो गए थे.
उस घटना में संस्थान ने तकनीकी कर्मचारियों पर आरोप लगाया था. अधिकारियों ने कहा था कि तकनीशियन ने उपकरण की जांच के बाद फ्रिज का बटन ऑन नहीं किया, इसलिए फ्रिज बंद रहा और सैंपल खराब हो गए. अधिकारियों ने तब कहा था कि उस घटना में करोड़ों डॉलर का नुकसान हुआ था.
वीके/एए (एएफपी)
नयी दिल्ली, 6 फरवरी। दिल्ली में मंगलवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम सात डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी।
मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली के कुछ इलाकों में घना कोहरा देखा गया और पालम में सुबह साढ़े आठ बजे तक दृश्यता 200 मीटर दर्ज की गयी।
मौसम विभाग ने मंगलवार को हल्के कोहरे का अनुमान जताया है।
मौसम विभाग के मुताबिक, मंगलवार को अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
सुबह साढ़े आठ बजे सापेक्षिक आर्द्रता 95 प्रतिशत दर्ज की गई।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक, मंगलवार सुबह नौ बजे दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 147 दर्ज किया गया, जो 'मध्यम' श्रेणी में आता है।
शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बेहद खराब’ और 401 और 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है। (भाषा)
सैंटियागो (चिली), 6 फरवरी। चिली के जंगलों में लगी भीषण आग के घनी आबादी वाले इलाके में फैलने से मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर 123 हो गई है और बचाव अभियान अब भी जारी है।
चिली के मध्य क्षेत्र के जंगल में शुक्रवार को लगी भीषण आग ने विना डेल मार शहर में व्यापक तबाही मचाई है। वालपरिसो क्षेत्र, क्विल्पे और विला एलेमा भी आग से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि आग सोमवार सुबह से कम होनी शुरू हुई।
देश के राष्ट्रपति गैब्रियल बोरिक ने रविवार को कहा कि कम से कम 3,000 से अधिक मकान जलकर खाक हो गए हैं।
चिली की फोरेंसिक मेडिकल सेवा की निदेशक मैरिसोल प्राडो ने बताया कि मृतक संख्या 112 से बढ़कर 123 हो गई है।
विना डेल मार की मेयर मैकारेना रिपामोंटी ने बताया कि लगभग 3,00,000 आबादी वाले शहर में कम से कम 370 लोगों के लापता होने की सूचना मिली है।
विना डेल मार शहर के आसपास आग ने सबसे भीषण तबाही मचाई है और वहां 1931 में स्थापित एक प्रसिद्ध वनस्पति उद्यान रविवार को आग की लपटों में जलकर नष्ट हो गया। आग के कारण कम से कम 1,600 लोग बेघर हो गए हैं।
करीब तीन लाख की आबादी वाला विना डेल मार शहर एक लोकप्रिय समुद्र तट रिसॉर्ट है और यहां दक्षिणी गोलार्द्ध में गर्मियों का मौसम आने पर एक प्रसिद्ध संगीत समारोह भी आयोजित होता है।
राष्ट्रपति बोरिक ने चिलीवासियों से बचावकर्मियों के साथ सहयोग करने की अपील की।
चिली की गृह मंत्री कैरोलिना तोहा ने शनिवार को बताया था कि देश के मध्य और दक्षिण के 92 जंगल आग की चपेट में हैं, जहां इस सप्ताह तापमान असामान्य रूप से अधिक रहा है।
वालपराइसो क्षेत्र में सबसे भीषण आग लगने के कारण प्राधिकारियों ने लोगों से अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने का आग्रह किया।
एपी सिम्मी गोला गोला 0602 0842 सैंटियागो (एपी)
पेशावर (पाकिस्तान), पांच फरवरी । पाकिस्तान में आठ फरवरी को होने वाले आम चुनाव से पहले सोमवार को पश्चिमोत्तर पाकिस्तान में एक पुलिस थाने पर भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों के हमले में कम से कम 10 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए।
डेरा इस्माइल खान के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह हमला खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के डेरा इस्माइल खान जिले में दरबान तहसील के चोडवान पुलिस थाने में हुआ।
अभी तक किसी भी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
जिला पुलिस अधिकारी नासिर महमूद ने कहा, ‘‘भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में हमने अपने 10 जवानों को खो दिया, जबकि छह अन्य घायल हो गए।’’
आतंकवादियों ने पुलिस थाने पर चारों तरफ से ग्रेनेड और भारी गोलीबारी से हमला किया जिसके बाद पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की, लेकिन आतंकवादी वहां से भाग गए।
उन्होंने बताया कि बलों ने इलाके की घेराबंदी कर ली है और तलाशी अभियान शुरू कर दिया है और त्वरित प्रतिक्रिया बल अतिरिक्त बल के साथ पहुंच गया है।
(भाषा)
इस्लामाबाद, 5 फरवरी । पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के डेरा इस्माइल खान में सोमवार तड़के एक थाने पर हुए एक और लक्षित आतंकी हमले में कम से कम 10 पुलिस अधिकारी शहीद हो गए और छह गंभीर रूप से घायल हो गए।
देश में 8 फरवरी को होने वाले मतदान से केवल चार दिन पहले हुआ यह हमला प्रांत में तनावपूर्ण, संवेदनशील और गंभीर स्थिति का संकेत देता है।
पुलिस के मुताबिक, सोमवार तड़के करीब तीन बजे आतंकवादी चोधवान पुलिस स्टेशन में घुस गए और उसके आसपास खड़े गार्डों धावा बोल दिया।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "उन्होंने हथगोले फेंके और साथ ही उन पुलिस अधिकारियों पर गोलियां भी चलाईं, जिनसे उनका सामना हुआ। शहीद हुए लोगों में से चार एलीट फोर्स के थे।"
द्राबन के डीएसपी मलिक अनीस उल हसन ने कहा, "इमारत में प्रवेश करने के बाद आतंकवादियों ने हथगोले का इस्तेमाल किया, जिससे पुलिस अधिक हताहत हुई।"
पुलिस सूत्रों ने यह भी खुलासा किया कि हमले को कम से कम 30 आतंकवादियों ने अंजाम दिया। उन्होंने कम से कम तीन अलग-अलग दिशाओं से हमला किया।
प्रांतीय पुलिस प्रमुख अख्तर हयात गंडापुर ने कहा, "कम से कम ढाई घंटे तक गोलीबारी हुई।"
उन्होंने कहा, "हमले के बाद, पुलिस अधिकारियों के साथ-साथ सैन्य कर्मियों द्वारा एक निकासी अभियान शुरू किया गया था। सेना ने थाने के आसपास सुरक्षा की जिम्मेदारी सँभाल ली है और पास के जंगल में एक निकासी अभियान भी चला रही है।"
ताज़ा हमला हाल के दिनों में हुए हमलों की श्रृंखला का हिस्सा है, जिससे प्रांत में सुरक्षा स्थिति और जटिल हो गई है और पूरे देश में 8 फरवरी को होने वाले आगामी आम चुनावों को लेकर और भी अधिक चिंताएँ पैदा हो गई हैं।
ठीक एक महीने पहले, डेरा इस्माइल खान जिले में आतंकवादियों ने विस्फोटकों से भरे वाहन को सुरक्षा बलों की चौकी से टकरा दिया था, जिसमें कम से कम 23 सैनिक शहीद हो गए थे। कार बम विस्फोट के बाद एक आत्मघाती हमला हुआ, जिससे इमारत ढह गई और लोग हताहत हो गए।
डेरा इस्माइल खान जिला पिछले कुछ समय से, विशेषकर मतदान दिवस की घोषणा के बाद से, आतंकवादी हमलों के साये में रहा है।
पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) ने भी आतंकवादी हमलों की चल रही घटनाओं पर ध्यान दिया है और सुरक्षा अधिकारियों के साथ एक आपात बैठक बुलाई है।
गौरतलब है कि आतंकी हमलों में कई राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों की भी जान जा चुकी है।
अवामी नेशनल पार्टी (एएनपी) के कार्यकर्ता, जो केपी के बाजौर जिले में नेशनल असेंबली के लिए स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे थे, बलूचिस्तान के किला अब्दुल्ला में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की एक राजनीतिक रैली में मारे गए।
इसके अलावा, क्वेटा के सरियाब रोड पर एक ग्रेनेड हमले में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के उम्मीदवार अली मदाद जट्टक की मौत हो गई, जबकि इसी तरह के एक हमले में बलूचिस्तान के केच जिले में मीर जहूर बुलेदी की भी मौत हो गई।
विशेष रूप से केपी और बलूचिस्तान में राजनीतिक रैलियों और चुनाव लड़ रहे लोगों पर लक्षित आतंकवादी हमलों, जिनमें सुरक्षा चौकियों और थानों पर लक्षित बड़े हमले शामिल हैं, ने चुनाव के दिन सुरक्षा-व्यवस्था पर कुछ गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
(आईएएनएस)
ऑस्ट्रेलियाई-चीनी लेखक यांग हेंगजुन को चीन की एक अदालत ने 'सस्पेंडेड डेथ' की सज़ा सुनायी है.
चीन के क़ानून के अनुसार जब किसी दोषी को सस्पेंडेट डेथ की सज़ा सुनायी जाती है तो इसका मतलब होता है कि उन्हें तुरंत मौत की सज़ा नहीं दी जाएगी, और दो साल का समय दिया जाएगा. ये संभव है कि दो साल में मौत की सज़ा को आजीवन कारावास में बदल दिया जाए.
हेंगजुन के केस में भी माना जा रहा है कि दो साल बाद उनकी मौत की सज़ा को आजीवन कारावास में बदला जा सकता है.
डॉक्टर यांग- एक स्कॉलर और लेखक है जो चीन के मामलों पर लिखते है. पांच साल पहले चीन में उन्हें जासूसी के आरोप में गिरफ़्तार किया गया था.
ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की सरकार लंबे समय से उनकी रिहाई के लिए याचिका दायर की है और इस फैसले से वो "हैरान" हैं.
यांग पहले चीन के सुरक्षा मंत्रालय के लिए काम करते थे. वह चीनी-आस्ट्रेलियाई स्कॉलर और उपन्यासकार हैं और चीन के मामलों पर ब्लॉग लिखा करते थे.
उन्हें "डेमोक्रेसी पेडलर" के उपनाम से जाना जाता है. हालांकि वो अपने लेखन में अक्सर चीनी सरकार की सीधी आलोचना से बचते थे.
57 साल के यांग को साल 2019 में गुआंगज़ौ एयरपोर्ट पर गिरफ़्तार किया गया और उन पर जासूसी के आरोप लगे.
यांग के केस की सुनवाई बंद दरवाज़े के पीछे हुई और उनकी दलीलों को कभी सार्वजनिक नहीं किया गया. (bbc.com/hindi)
मॉस्को, 4 फरवरी। रूस के नियंत्रण वाले लिसिचांस्क शहर में एक बेकरी पर किये गए यूक्रेन के हमले में कम से कम 28 लोगों की मौत हो गई। रूसी अधिकरियों ने यह जानकारी दी।
स्थानीय नेता लियोनिड पेस्कनिक ने ‘टेलीग्राम’ पर एक बयान में कहा कि शनिवार को हुए इस हमले में मारे गए लोगों में एक बच्चा भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि आपात सेवा कर्मियों ने मलबे के अंदर से 10 लोगों को बाहर निकाला है।
वहीं, कीव में यूक्रेन के अधिकारियों ने इस घटना पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। (एपी)