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तिरुवनंतपुरम, 11 जुलाई | केरल के कन्नूर जिले में एक 40 वर्षीय महिला और उसके पति ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि तमिलनाडु के पलानी में एक अज्ञात गिरोह ने उसे प्रताड़ित किया और उसके साथ बलात्कार किया। केरल पुलिस के अनुसार कथित घटना 20 जून को हुई थी। महिला और उसका पति तमिलनाडु से हैं लेकिन नौकरी के सिलसिले में कन्नूर जिले में रह रहे थे।
महिला के पति के अनुसार, दंपति तमिलनाडु के प्रसिद्ध पहाड़ी मंदिर पलानी की तीर्थ यात्रा पर थे और जब उनका पति खाना खरीदने गया था, तो महिला को जबरन पास के एक लॉज में ले जाकर उसे बंधक बनाया और एक अज्ञात गिरोह ने उसके साथ बलात्कार किया। इसमें लॉज का मैनेजर भी शामिल बताया जाता है।
पति ने बताया कि जब वह लॉज पहुंचा तो मैनेजर समेत गिरोह ने उसके साथ मारपीट की। दंपति ने यह भी शिकायत की कि उसे बेरहमी से प्रताड़ित किया गया और यहां तक कि उसके निजी अंगों में बीयर की बोतलों से हमला किया गया।
थालास्सेरी के डिप्टी एसपी, मूसा वल्लिकादान, जो मामले में जांच अधिकारी हैं, उन्होंने आईएएनएस को बताया, "मैंने कन्नूर के सरकारी मेडिकल कॉलेज में मेडिकल रिपोर्ट देखी है, लेकिन उसके आधार पर, कोई चोट नहीं है जैसा कि महिला ने दावा किया है। चूंकि कथित घटना 20 जून को हुई थी, शिकायतकतार्ओं के अनुसार, घाव भी ठीक हो सकते थे।"
पुलिस अधिकारी ने यह भी कहा, "हम मामले की जांच कर रहे हैं। उन्होंने हमें बताया कि उन्होंने पलानी पुलिस से शिकायत की थी और यह परिवार तमिलनाडु का है और काम के सिलसिले में कन्नूर जिले में रहता है।"
पुलिस अधिकारियों ने यह भी कहा कि महिला सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती है और जल्द ही उससे बात करेगी और हमलावरों का पता लगाएगी। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 11 जुलाई | दिल्ली पुलिस ने एक चौंकाने वाली घटना के बारे में जानकारी देते हुए कहा है कि एक महिला ने अपने 11 महीने के बीमार बच्चे की उस वक्त गला घोंटकर हत्या कर दी, जब उसके पति ने उसे अस्पताल ले जाने से मना कर दिया। बाद में उसने अपने पति पर ही इस हत्या का आरोप लगा दिया।
पुलिस ने कहा कि ये मामला चुनौतीपूर्ण था क्योंकि माता और पिता दोनों ने एक-दूसरे पर अपने ही बच्चे की हत्या का आरोप लगाया था।
हत्या की खबर गुरुवार को दक्षिणी दिल्ली के फतेहपुर बेरी इलाके से मिली और रविवार को आरोपी महिला को जांच के दौरान कबूलनामा कर गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस ने कहा कि 26 वर्षीय ज्योति ने अपने पति सतवीर को फंसाने के लिए नवजात का गला घोंटने के लिए 'दुपट्टे' का इस्तेमाल किया क्योंकि उसके उसके साथ सौहार्दपूर्ण संबंध नहीं थे। उनके बीच अक्सर झगड़े भी होते थे।
ज्योति ने खुलासा किया कि गुरुवार को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे उसका पति से झगड़ा हुआ था। पुलिस ने कहा कि उसने यह भी कहा कि उसका 11 महीने का बेटा बुखार से पीड़ित था और सतवीर ने उसे डॉक्टर के पास ले जाने से मना कर दिया।
ज्योति और सतवीर दोनों के परिवार से एक घंटे के भीतर दो अलग-अलग पीसीआर कॉल आए।
ज्योति के परिवार ने दावा किया कि डेरा गांव में बच्चे की हत्या उसके ही पिता ने की थी।
बाद में पीसीआर कॉल्स भी आईं जिनमें यह उल्लेख किया गया कि फोन करने वाले की भाभी (भाभी) ने डेरा गांव में उसके बेटे की हत्या कर दी।
फतेहपुर बेरी थाने में मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
एक पुलिस टीम ने पाया कि बच्चे को उसके पिता और अन्य रिश्तेदारों द्वारा एपेक्स अस्पताल, छतरपुर ले जाया गया था।
अपराध की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए, उप-निरीक्षक सत्येंद्र गुलिया, राजेश कुमार और ऋषिकेश के साथ सहायक उप-निरीक्षक अश्विनी, हेड कांस्टेबल नरेश कुमार और कांस्टेबल लाल सिंह, बलवीर, जयवीर और प्रवीण के साथ एक टीम का गठन इंस्पेक्टर कुलदीप सिंह की निगरानी में किया गया था।
पुलिस ने कहा, कि गांव से सीसीटीवी फुटेज, कॉल रिकॉर्ड और गवाहों के बयानों का उपयोग करके विस्तृत जांच की गई। इससे पता चला कि मां ने अपराध किया था।
बाद में गुरुग्राम के रितोज गांव की रहने वाली ज्योति को गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी शादी सतवीर से 2011 में हुई थी, जब वह 16 साल की थी।(आईएएनएस)
लखनऊ, 11 जुलाई | उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ब्लॉक प्रमुख की 825 सीटों में से 635 सीटों पर जीत हासिल करने के बाद राज्य में नंबर वन बन गये हैं। यह जीत ग्रामीण उत्तर प्रदेश में भाजपा की अपार उपस्थिति का प्रमाण है और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ दल के लिए यह आसान बना देगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी उन लोगों में शामिल थे, जिन्होंने ट्विटर पर योगी आदित्यनाथ को इस 'अद्वितीय और शानदार' जीत पर बधाई दी।
योगी आदित्यनाथ ने संवाददाताओं से कहा कि यह 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास' की नीति के लिए जनादेश था।
उन्होंने कहा कि यह केंद्र और राज्य सरकारों की नीतियों और राज्य में एक मजबूत कानून व्यवस्था की स्थिति पर अनुमोदन की मुहर भी है। उन्होंने कहा, "यह पिछली सरकारों के विपरीत था जब अराजकता व्याप्त थी और अपराधियों का दबदबा था।"
यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि इस जीत ने बीजेपी को गांवों से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक अग्रणी राजनीतिक ताकत के रूप में स्थापित किया है।
उन्होंने कहा, "यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शासन की स्पष्ट जीत है। इस तथ्य से कोई इंकार नहीं है कि दोनों नेता अद्वितीय हैं और उन्हें जनता का अपार समर्थन प्राप्त है।"
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीजेपी समर्थित उम्मीदवारों ने 735 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जबकि 14 सीटें उसके सहयोगी अपना दल (एस) को दी गई थीं।
पार्टी ने अपने आधिकारिक रूप से समर्थित उम्मीदवारों को मैदान में नहीं उतारने पर सहमति जताते हुए 76 उम्मीदवारों को अघोषित समर्थन भी दिया।
शनिवार शाम को नतीजे आने के साथ ही, भाजपा और उसके सहयोगी अपना दल समर्थित उम्मीदवार 635 सीटों पर जीत के लिए तैयार थे।
रिपोटरें के अनुसार, समाजवादी पार्टी समर्थित उम्मीदवारों ने 103 से अधिक सीटों पर जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस समर्थित उम्मीदवारों ने सिर्फ दो सीटों पर जीत हासिल की। निर्दलीय ने करीब 95 सीटों पर जीत हासिल की।
एक दिन पहले, शुक्रवार को 187 उम्मीदवारों द्वारा अपना नामांकन पत्र वापस लेने के बाद 349 उम्मीदवारों को निर्विरोध चुना गया था। शेष 476 सीटों के लिए शनिवार को मतदान हुआ था।
गौरतलब है कि प्रखंड प्रमुख का मतदान राज्य के विभिन्न हिस्सों में भाजपा और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसा और झड़प की खबरों से बाधित रहा।
समाजवादी पार्टी, जो भाजपा के साथ सीधे मुकाबले में थी, उन्होंने सत्तारूढ़ दल पर सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। सपा ने 15 जुलाई को भाजपा द्वारा 'लोकतंत्र की हत्या' कहे जाने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है।(आईएएनएस)
अमरावती, 11 जुलाई | भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार को कहा कि उत्तरी आंध्र प्रदेश-दक्षिणी ओडिशा तटों पर पश्चिम-मध्य और निकटवर्ती बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है, जिस कारण आंध्र प्रदेश में भारी बारिश होने की संभावना है। आईएमडी के पूवार्नुमान के अनुसार, तटीय ओडिशा और पड़ोस के इलाकों में चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव में, एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। संबंधित चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है और मध्य-क्षोभमंडल स्तर तक फैला हुआ है।
कम दबाव प्रणाली के प्रभाव में, तटीय आंध्र प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश और रायलसीमा में अलग-अलग स्थानों पर 11 और 12 जुलाई को भारी बारिश होने की संभावना है । 13 जुलाई को तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होगी।
11-13 जुलाई के दौरान दक्षिण बंगाल की खाड़ी और पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के साथ-साथ तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के तटों पर 45 और 55 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से 65 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है। मछुआरों को इस अवधि के दौरान समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
कम दबाव के क्षेत्र के प्रभाव में आने से आंध्र प्रदेश के कुछ जिलों में व्यापक बारिश हो रही है।
श्रीकाकुलम जिले में रविवार सुबह से ही भारी बारिश हो रही है। जिले के अमदलावलासा और कुछ अन्य क्षेत्रों में सड़कें और कृषि क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं।
कृष्णा जिले के एक हिस्से में भी भारी बारिश हुई। गन्नावरम के आसपास के निचले इलाकों में पानी भर गया है।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 11 जुलाई | भारत के नए नागरिक उड्डयन मंत्री का पद संभालने के कुछ दिनों बाद, ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रविवार को कहा कि बजट एयरलाइन स्पाइसजेट मध्य प्रदेश से 16 जुलाई से आठ नई उड़ानें शुरू करेगी। मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि नए रूट ग्वालियर-मुंबई-ग्वालियर, ग्वालियर-पुणे-ग्वालियर, जबलपुर-सूरत-जबलपुर और अहमदाबाद-ग्वालियर-अहमदाबाद होंगे।
उन्होंने कहा, "मध्य प्रदेश के लिए अच्छी खबर है। 16 जुलाई से एट द रेट फ्लाई स्पाइस जेट के जरिए 8 नई उड़ानें शुरू हो रही हैं।"
सिंधिया ने आगे कहा कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय और विमानन उद्योग क्षेत्रीय संपर्क सेवा 'उड़ान' को और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
क्षेत्रीय संपर्क कार्यक्रम की सफलता को बनाए रखना और उसका विस्तार करना नवनियुक्त मंत्री के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।
सिंधिया ने शुक्रवार को यहां राजीव गांधी भवन में मुख्यालय वाले मंत्रालय का कार्यभार संभाला।
वह हरदीप सिंह पुरी का स्थान लेंगे, जिन्हें अब शहरी मामलों के मंत्रालय को बरकरार रखते हुए पेट्रोलियम मंत्रालय मिला है।
इसके अलावा, पूर्व सेना प्रमुख से नेता बने जनरल वी.के. सिंह (सेवानिवृत्त), सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय में राज्य मंत्री, नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री भी हैं।
यह क्षेत्र कोविड महामारी से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक है।
वर्तमान में, एयरलाइंस और हवाई अड्डे बड़े पैमाने पर वित्तीय और नौकरी के नुकसान में हैं।
हालांकि, आर्थिक गिरावट के बावजूद, यह क्षेत्र अपनी छवि को अभिजात्य से आवश्यक में बदलने में सफल रहा है।
दोनों मंत्रियों को अब एयर इंडिया के विनिवेश के साथ-साथ बुनियादी ढांचे के विकास के माध्यम से क्षेत्र को मजबूत करने के चुनौतीपूर्ण कार्य का सामना करना पड़ेगा।(आईएएनएस)
श्रीनगर, 11 जुलाई | राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम ने रविवार को कश्मीर में कई जगहों पर छापेमारी की और आतंकी फंडिंग मामले में एक इस्लामिक मदरसा के अध्यक्ष सहित कई लोगों को गिरफ्तार किया। भारतीय उपमहाद्वीप में कट्टरपंथ से जुड़े 10 दिन पहले दर्ज मामले के सिलसिले में एनआईए की टीम ने जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ के साथ अनंतनाग और श्रीनगर जिलों में कई जगहों पर छापेमारी की।
सूत्रों ने कहा कि टीम ने श्रीनगर के पुराने शहर नवबाजार इलाके के दलाल मोहल्ला में 'सिराजुल उलूम' नाम के एक इस्लामिक मदरसे में छापा मारा और मदरसा के अध्यक्ष अदनान अहमद नदवी को गिरफ्तार करने के अलावा कुछ कार्यालय रिकॉर्ड और एक लैपटॉप भी जब्त किया। संस्था उत्तर प्रदेश में एक इस्लामिक मदरसा से संबद्ध है।
श्रीनगर में छापेमारी के बाद अनंतनाग जिले के पुशरू, सुनसूमा और अचबल गांवों में भी इसी तरह की छापेमारी की गई।
टीमों ने वहां कई लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें एक जावेद अहमद मीर, एक एमबीए और एक दुकानदार शामिल हैं। इनके अलावा, रेडीमेड गारमेंट की दुकान चला रहे उमर भट, ओवैस अहमद भट, लैब टेकनीशियन तनवीर अहमद भट, दुकानदार और अनंतनाग शहर की जंगलत मंडी का केमिस्ट जीशान अमीन मलिक।
इसके अलावा, एनआईए, इंटेलिजेंस ब्यूरो, रॉ (रिसर्च एंड एनालिसिस विंग) और जम्मू-कश्मीर पुलिस संयुक्त रूप से तलाशी अभियान में शामिल थे।
एक अधिकारी के अनुसार, मामला ऑनलाइन कट्टरपंथ से संबंधित है और एजेंसी को कट्टरपंथी प्रक्रिया के पीछे कुछ विदेशी आधारित संचालकों की भागीदारी के बारे में इनपुट मिले थे।
छापेमारी सुरक्षा बलों और मामले में शामिल जांच एजेंसियों द्वारा हिरासत में लिए गए कुछ लोगों से प्राप्त इनपुट पर आधारित थी।
यह छापेमारी मोस्ट वांटेड आतंकवादी सैयद सलाहुद्दीन के दो बेटे सहित जम्मू-कश्मीर सरकार के 11 कर्मचारियों को आतंकी फंडिंग गतिविधियों में कथित संलिप्तता के कारण नौकरी से हटाए जाने के एक दिन बाद की गई।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 11 जुलाई । कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने रविवार को ई कॉमर्स नियमों की वकालत करते हुए कहा कि उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के तहत ई-कॉमर्स नियम भारत के ई-कॉमर्स व्यवसाय के बुनियादी सिद्धांतों और मानकों को निर्धारित करने के लिए बनाए गए हैं। पिछले एक साल में जिस तरह से ई कॉमर्स व्यापार में वृद्धि हुई है, लेकिन ई कॉमर्स व्यापार विभिन्न प्रकार की अनियमितताओं, विसंगतियों से ग्रस्त है।
इसके अलावा कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने ई कॉमर्स नियम बनाने के लिए केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल की सराहना करते हुए कहा कि सही समय पर केंद्र सरकार द्वारा यह बेहद उचित निर्णय लिया गया है।
कैट ने कहा , यह बेहद खेदजनक है कि इन ई-टेलर्स द्वारा एक वर्ग को ई-कॉमर्स नियमों के मसौदे पर सवालिया निशान उठाने के लिए प्रेरित किया गया है । उनके इस कुचक्र को सफल नहीं होने दिया जाएगा।
दूसरी ओर कैट ने गोयल से आग्रह किया है कि, ई-कॉमर्स नीति को तुरंत घोषित किया जाए तथा भारत में ई-कॉमर्स व्यवसाय को मॉनिटर एवं रेगुलेट करने के लिए एक अथॉरिटी का गठन किया जाए।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा , बहुत ही गुपचुप तरीके से कुछ प्रमुख विदेशी वित्त पोषित ई-कॉमर्स कंपनियां इन नियमों के मसौदे से नाखुश हैं क्योंकि यदि इन नियमों को लागू किया जाता है, तो उन्हें अपने मौजूदा व्यवसाय में भारी बदलाव लाना होगा । इससे न केवल ई-कॉमर्स व्यापार बल्कि भारत के खुदरा व्यापार को नियंत्रित करने और उस पर हावी होने का उनका भयावह खेल सफल नहीं हो पायेगा।
उन्होंने कहा, भारत के ई-कॉमर्स व्यवसाय को शुद्ध करने के लिए सरकार के सुधारात्मक उपायों को पटरी से उतारने और विदेशी वित्त पोषित ई-टेलर्स के शातिर चंगुल से मुक्त करने के लिए इन कंपनियों के ये सभी तर्क आधारहीन हैं । देश भर के व्यापारी इस तरह के किसी भी कदम का कड़ा विरोध करेंगे।(आईएएनएस)
भुवनेश्वर, 11 जुलाई | वार्षिक रथ यात्रा से ठीक एक दिन पहले अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंस्ति रेत कलाकार पद्म श्री सुदर्शन पटनायक ने पुरी समुद्र तट पर दुनिया की सबसे बड़ी रेत कला रथ बनाने का प्रयास किया है। उन्होंने भगवान जगन्नाथ के रथ (नंदीघोष रथ) की 3 डी सैंड आर्ट बनाई, जो 43.2 फीट लंबी और 35 फीट चौड़ी है। सुदर्शन ने ट्वीट किया, "रथ यात्रा के अवसर पर, हमने ओडिशा के पुरी समुद्र तट पर 43.2 फीट लंबे और 35 फीट चौड़े भगवान जगन्नाथ के नंदीघोष रथ का सबसे बड़ा 3 डी सैंड आर्ट रथ बनाया है। हमें उम्मीद है कि यह एक नया रिकॉर्ड होगा।"
सुदर्शन के नाम गिनीज रिकॉर्ड समेत कई लिम्का रिकॉर्ड हैं। अब तक पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित सेंड कलाकार सुदर्शन ने दुनिया भर में 60 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं और समारोहों में भाग लिया है और देश के लिए कई पुरस्कार जीते हैं।
इस बीच, केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पद्मश्री कैलाश खेर और भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा द्वारा गाया गया 'जगन्नाथ स्वामी' नामक एक भक्ति गीत जारी किया। 'अष्टकम' की रचना आदि शंकराचार्य ने की थी।
धर्मेद्र प्रधान ने एक ट्वीट कर कहा, "संबित पात्रा और कैलाश खेर द्वारा महाप्रभु को समर्पित एक मधुर भजन 'जगन्नाथ अष्टकम' का शुभारंभ करने के लिए सम्मानित।"(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 11 जुलाई | केंद्र सरकार ने आईडीबीआई बैंक के रणनीतिक विनिवेश के लिए लेनदेन सलाहकार के लिए बोली जमा करने की समयसीमा बढ़ाकर 22 जुलाई कर दी है।
इसके अलावा, कानूनी सलाहकार के लिए बोलियां जमा करने की समय सीमा भी 9 दिन बढ़ाकर 22 जुलाई कर दी गई है।
निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (डीआईपीओएम) ने कहा कि लेन-देन सलाहकार और कानूनी सलाहकार के लिए बोली जमा करना दोपहर 3.30 बजे समाप्त होता है। 22 जुलाई को शाम 4 बजे, और 23 जुलाई को बोलियां की बिड 3.50 बजे और शाम 4.30 बजे खोली जाएंगी।
बिड जमा करने की पिछली समय सीमा 13 जुलाई थी।
विभाग ने यह भी स्पष्ट किया है कि भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) और आईडीबीआई बैंक में भारत सरकार की हिस्सेदारी प्रबंधन नियंत्रण के हस्तांतरण के साथ-साथ तत्काल लेनदेन में बेची जाएगी।
इसमें कहा गया है कि सौदे के दौरान हिस्सेदारी की मात्रा का फैसला किया जा सकता है।
एलआईसी की बैंक में 49.24 फीसदी हिस्सेदारी है जबकि सरकार के पास 45.48 फीसदी शेयर हैं।
वित्त वर्ष 22 के लिए बजट प्रस्तुति के दौरान, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा था कि आईडीबीआई बैंक सहित इस वित्तीय वर्ष में पूर्व में घोषित सभी विनिवेश प्रक्रियाओं को पूरा किया जाएगा। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 11 जुलाई | बारिश का मौसम बारिश के साइडिफेक्ट ला सकता है, यह उच्च आद्र्रता के स्तर को भी साथ लाता है जो त्वचा के स्वास्थ्य के लिए बुरा हो सकता है। बेसिक क्लींजिंग टोनिंग और मॉइस्चराइजिंग कभी-कभी विशेष रूप से इस मौसम में पर्याप्त नहीं होते हैं क्योंकि नमी और नीरसता हमारे संकट को बढ़ा देती है। कोलकाता में साल्ट लेक स्थित काया क्लिनिक की सलाहकार और त्वचा एक्सपर्ट डॉ सोहम भट्टाचार्य ने स्वस्थ और चमकती त्वचा के लिए कुछ त्वचा देखभाल सुझाव दिए है।
नियमित रूप से त्वचा की देखभाल विशेष रूप से मानसून के दौरान, आद्र्र मौसम में बहुत महत्वपूर्ण है।
आप क्लीन्जर और फेस वॉश का उपयोग कर सकते हैं जो साबुन मुक्त होते हैं, जिनमें आपकी त्वचा के लिए कोमल तत्व होते हैं। अल्कोहल मुक्त टोनर के साथ इसका पालन करें। मानसून के लिए जोजोबा तेल युक्त मॉइस्चराइजर का उपयोग कर सकते हैं।
अपनी त्वचा के प्रकार के अनुसार 15 से 50 तक के एसपीएफ वाले सनस्क्रीन को कभी न भूलें। सनस्क्रीन हमेशा बाहरी या हल्के एक्सपोजर से 20 मिनट पहले लगाना चाहिए।
इस मौसम के लिए क्लींजिंग और टोनिंग के बाद रात में हमेशा विट सी फॉमूर्ला वाला सीरम लगाएं और उसके बाद हल्की नाइट क्रीम लगाएं।
हमेशा आंखों के नीचे के क्षेत्र पर विशेष ध्यान दें और रात में इसे हाइड्रेट और पोषित रखें, जिसमें सक्रिय सोया और राइस पेप्टाइड्स युक्त ब्राइटनिंग और फमिर्ंग आई सीरम हो।
जैसा कि हम में से अधिकांश लोगों को इस मौसम में थोड़ा अधिक पसीना आता हैं, अपनी त्वचा और शरीर को हाइड्रेट रखने की कोशिश करें। एंटीऑक्सिडेंट, सलाद, फल, सब्जियों के रस से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें। एक स्वस्थ कसरत व्यवस्था बनाए रखें।
आरामदायक कपड़े अधिमानत सूती या लिनन पहनें।
एल ऑकिटेन के राष्ट्रीय प्रशिक्षक देबाबनी गुहा सुझाव देते हैं,
छूटना कुंजी है। - हफ्ते में कम से कम दो बार एक्सफोलिएट करें और उसके बाद जेल बेस्ड मास्क लगाएं। मेरी प्राथमिकता हमेशा रात में स्क्रब और मास्क का उपयोग करना है क्योंकि तब त्वचा आराम करती है और उसके बाद सुबह प्रभाव शानदार होता है!
साथ ही दिन में दो बार स्किनकेयर रेजिमेंट का इस्तेमाल करना न भूलें।
एक प्राकृतिक फेस उयाल (तेल) का प्रयोग करें जो त्वचा की कोशिकाओं को पोषण देता है और कोशिकाओं को नरम चमकदार दिखने के लिए मोटा होने में मदद करता है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 11 जुलाई | भारत की मांग पर ध्यान देते हुए ट्विटर ने आखिरकार विनय प्रकाश को देश का रेजिडेंट ग्रीवेंस ऑफिसर (आरजीओ) नियुक्त कर दिया है।
माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर ने पिछले हफ्ते दिल्ली उच्च न्यायालय को सूचित किया था कि नए आईटी नियमों के अनुपालन में एक रेसिडेंट शिकायत अधिकारी को नियुक्त करने में आठ सप्ताह लगेंगे।
प्रकाश एक पब्लिक पॉलिसी पृष्ठभूमि के साथ आते हैं और ट्विटर और आईटी मंत्रालय के बीच चल रहे तनाव को कम करने की दिशा में काम करेंगे। मंत्रिमंडल फेरबल में नए बने आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पहले दिन यह स्पष्ट कर दिया था कि ट्विटर को देश के कानून का पालन करना होगा।
अपने पोर्टल पर, ट्विटर ने भारत में यूजर्स के लिए शिकायत अधिकारी संपर्क जानकारी अपडेट की है, इसमें प्रकाश को अपने आरजीओ के रूप में नामित किया है और एक ईमेल संपर्क आईडी प्रदान की गई है।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने गुरुवार को कहा कि ट्विटर के लिए कोई अंतरिम सुरक्षा नहीं है और अगर माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट नए आईटी नियमों का उल्लंघन करती है तो केंद्र कोई भी कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र है।
अदालत ने कहा कि नियमों के किसी भी उल्लंघन के मामले में ट्विटर के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए केंद्र स्वतंत्र है। अदालत ने मामले में सुनवाई 28 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दी है।
ट्विटर के वकील ने अदालत को सूचित किया कि एक अंतरिम मुख्य अनुपालन अधिकारी (सीसीओ) नियुक्त किया गया है, जिसके बाद जुलाई तक एक अंतरिम रेसिडेंस शिकायत अधिकारी (आरजीओ) नियुक्त किया जाएगा । दो सप्ताह के भीतर एक अंतरिम नोडल संपर्क अधिकारी नियुक्त किया जाएगा।
हालांकि, ट्विटर ने कहा कि वह नए आईटी नियमों को चुनौती देने का अधिकार सुरक्षित रखता है।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने पहले एक रेसिडेंट शिकायत अधिकारी (आरजीओ) को नियुक्त करने में विफल रहने के लिए माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट की खिंचाई करते हुए कहा था, "आपकी प्रक्रिया कब तक होगी? इसकी अनुमति नहीं दी जा सकती है।" अदालत ने केंद्र सरकार को सोशल मीडिया कंपनी के खिलाफ स्वतंत्रता भी दी थी। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 11 जुलाई | यह देखते हुए कि भारत में प्रतिभाशाली लोगों की कमी नहीं है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार ने जमीनी स्तर पर असाधारण काम करने वाले लोगों को पद्म पुरस्कार 2022 के लिए नामांकित करने के लिए आमंत्रित किया। पद्म पुरस्कार गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर प्रतिवर्ष घोषित भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक है। पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिए जाते हैं: पद्म विभूषण, पद्म भूषण (उच्च क्रम की विशिष्ट सेवा) और पद्म श्री (प्रतिष्ठित सेवा) के लिए।
पद्म पुरस्कार पद्म पुरस्कार समिति द्वारा की गई सिफारिशों पर प्रदान किए जाते हैं, जिसका गठन हर साल प्रधानमंत्री द्वारा किया जाता है। नामांकन प्रक्रिया जनता के लिए खुली है। यहां तक कि स्व-नामांकन भी किया जा सकता है।
पुरस्कार के लिए नामांकन करने के लिए लोगों को आमंत्रित करने के लिए प्रधानमंत्री ने ट्विटर पर कहा, "भारत में कई प्रतिभाशाली लोग हैं, जो जमीनी स्तर पर असाधारण काम कर रहे हैं। अक्सर, हम उनमें से बहुत कुछ नहीं देखते या सुनते हैं। क्या आप ऐसे प्रेरक लोगों को जानते हैं? आप उन्हे हैशटैग पीपुल्स पद्म के लिए नामांकित कर सकते हैं। इसके लिए नामांकन 15 सितंबर तक खुले हैं।"
केंद्र सरकार ने पिछले महीने पद्म पुरस्कार 2022 के लिए ऑनलाइन नामांकन शुरू किया था। नामांकन की अंतिम तिथि 15 सितंबर, 2021 है। पुरस्कारों की घोषणा 2022 में गणतंत्र दिवस के अवसर पर की जाएगी।
केंद्र सरकार ने 1954 में दो नागरिक पुरस्कार-भारत रत्न और पद्म विभूषण की स्थापना की। बाद वाले में तीन वर्ग थे, पहला वर्ग, दूसरा वर्ग और तीसरा वर्ग। बाद में 8 जनवरी, 1955 को जारी राष्ट्रपति की अधिसूचना के तहत इनका नाम बदलकर पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री कर दिया गया। (आईएएनएस)
नरेंद्र पुप्पला
हैदराबाद, 11 जुलाई | देश में पशुओं की हत्या पर रोक लगाने के प्रयासों को तेज करते हुए पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) इंडिया ने काउंसिल फॉर लेदर एक्सपोर्ट्स (सीएलई) से शाकाहारी या पौधे आधारित चमड़े के उत्पादन को बढ़ावा देने का अनुरोध किया है।
पेटा इंडिया के वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत काम करने वाले सीएलई के अध्यक्ष संजय लीखा को पत्र लिखकर संगठन के सदस्यों को चमड़े के सामान के उत्पादन के लिए गायों और भैंसों के वध से दूर जाने की सलाह देने का अनुरोध किया है।
वर्तमान में, सीएलई सदस्यों की निर्देशिका गाय के चमड़े, गाय के बछड़े के चमड़े, भैंस के चमड़े और भैंस के बछड़े के चमड़े के आपूर्तिकतार्ओं को सूचीबद्ध करती है।
पशु अधिकार संगठन द्वारा पहल, गाय एप्रीसिएशन दिवस के लिए आई है, जो 13 जुलाई को मनाया जाता है।
पेटा इंडिया के पदाधिकारियों के अनुसार, गाय एप्रीसिएशन दिवस एक अमेरिकी फास्ट-फूड श्रृंखला द्वारा, एक विपणन कैपेंन के रूप में, अपने प्रतिस्पर्धियों के गोमांस पर हत्या किए गए चिकन उत्पादों को बेचने के लिए बनाया गया था। लेकिन पेटा यूएस ने जनता को यह बताने के लिए नियमित रूप से दिन को तय कर लिया है कि दोनों गायों और मुर्गियां मायने रखती हैं, और वह भोजन के लिए उनको नहीं मारना चाहते हैं।
पेटा इंडिया के सीईओ मणिलाल वलियते ने कहा, "शाकाहारी चमड़ा ही भविष्य है, और हम नहीं चाहते कि भारत पीछे छूटे। बाजार की रिपोर्ट बताती है कि ज्यादा से ज्यादा खरीदार पौधों पर आधारित विकल्पों की मांग कर रहे हैं, जो जानवरों और पर्यावरण के अनुकूल हैं।"
पेटा इंडिया ने इनफिनियम ग्लोबल रिसर्च के अनुमान का हवाला देते हुए कहा कि शाकाहारी चमड़े की मांग तेजी से बढ़ रही है और 2025 तक शाकाहारी चमड़े का बाजार लगभग 90 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा।
पेटा इंडिया ने उछाल के पीछे कुछ कारकों की भी पहचान की है, जिसमें गंगा में चमड़े के कचरे पर चिंताएं शामिल हैं, जो मानव स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन रही हैं । कृषि बंजर भूमि में परिवर्तित हो रही है। साथ ही श्रमिकों के अधिकारों के मुद्दों का निर्माण कर रही हैं, क्योंकि चमड़े के उत्पादन में जहरीले रसायनों के कारण कई त्वचा रोगों, श्वसन संबंधी विकारों और विभिन्न कैंसर से पीड़ित मरीज बढ़ रहे हैं।
वलियते ने विस्तार से बताया "सीएलई सदस्यों को केवल पौधों और अन्य गैर-पशु सामग्री का उपयोग करके चमड़े का उत्पादन शुरू करना चाहिए, जिससे किसानों को सशक्त बनाया जा सके, जानवरों के जीवन को बचाया जा सके और मानव स्वास्थ्य और पर्यावरण की रक्षा की जा सके।"
लकड़ी के गूदे और मशरूम जैसे पौधों के स्रोतों से प्राप्त शाकाहारी चमड़े के साथ प्रयोग करने वाली प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों के साथ, पेटा इंडिया उन पौधों से उत्पादित चमड़े के लिए बल्लेबाजी कर रही है जैसे केले, अंगूर, सेब, अनानास, और नारियल, या संबंधित से कृषि अपशिष्ट और फेंके गए मंदिर के फूल, जो भारत में बहुतायत हैं।
अतीत में सीएलई प्रतिनिधियों के साथ बाजारों, परिवहन मार्गों और बूचड़खानों के दौरे में, पेटा इंडिया ने भारतीय बूचड़खानों में जानवरों के अनुभव की भयावह स्थितियों का दस्तावेजीकरण किया है।
गायों को उन वाहनों से घसीटा जाता है जिनमें उन्हें इतनी कसकर पैक किया जाता है कि उनकी हड्डियां टूट जाती हैं।
वीडियो फुटेज में बूचड़खाने के कर्मचारी जानवरों का गला काटकर और अन्य गायों को पूरी तरह से देखे बिना उनका गला काटते हुए दिखाई दे रहे हैं। (आईएएनएस)
शशि भूषण
नई दिल्ली, 11 जुलाई | मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के खिलाफ कुछ समूहों द्वारा आवाज उठाने के बावजूद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अगले साल गोवा विधानसभा चुनाव मौजूदा मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के नेतृत्व में लड़ने के लिए तैयार है। एक सूत्र ने कहा कि इस मुद्दे पर एक उच्च स्तरीय बैठक में चर्चा की गई और यह निर्णय लिया गया कि सावंत विधानसभा चुनाव में पार्टी का नेतृत्व करेंगे।
एक वरिष्ठ नेता ने आईएएनएस को बताया कि गोवा में सावंत के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार अच्छा काम कर रही है और उनके नेतृत्व में सत्ता में वापसी करेगी।
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, "गोवा चुनाव मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। इस मुद्दे पर विस्तार से चर्चा हुई और केंद्रीय नेतृत्व को उनके नेतृत्व में सत्ता में वापसी का भरोसा है और उन्होंने राज्य इकाई से विशेष योजना तैयार करने को कहा है।"
पार्टी के एक अंदरूनी सूत्र के अनुसार, हालांकि, सावंत के नेतृत्व में चुनाव लड़ना इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि अगर भाजपा सत्ता में लौटी तो उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाएगा।
एक अन्य नेता ने कहा, "आपने देखा कि असम में क्या हुआ था। चुनाव मुख्यमंत्री सबार्नंद सोनोवाल के नेतृत्व में लड़ा गया था, लेकिन परिणाम के बाद पार्टी ने हिमंत बिस्वा सरमा को मुख्यमंत्री बनाया। "
पार्टी के एक पदाधिकारी ने कहा, "मुख्यमंत्री कौन होगा यह एक निर्णय है जो केंद्रीय नेतृत्व और संसदीय बोर्ड द्वारा लिया जाता है और यह इस समय चर्चा का मुद्दा नहीं है।"
भगवा पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता ने कहा कि पार्टी हाल ही में सावंत और स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे के बीच कोविड -19 प्रबंधन को लेकर चल रही खींचतान से चिंतित है।
"केंद्रीय नेताओं ने गोवा का दौरा किया था और हाल ही में अंदरूनी कलह के मुद्दे पर गोवा के पार्टी प्रदेश अध्यक्ष के साथ बैठक की थी। उन्होंने राज्य इकाई से इस मुद्दे को जल्द से जल्द हल करने के लिए कहा था।"
पार्टी के एक अन्य नेता ने बताया कि राणे 'काफी महत्वाकांक्षी' हैं और उन्हें लगता है कि वह भी एक मौके के हकदार हैं।
उन्होंने कहा, "विश्वजीत राणे एक पूर्व मुख्यमंत्री (प्रताप सिंह रावजी राणे) के बेटे हैं और उन्हें लगता है कि उनमें क्षमताएं हैं। लेकिन अभी तक पार्टी केवल सावंत को ऐसे व्यक्ति के रूप में देख रही है जो पार्टी को जीत दिला सके।"
पार्टी ने पांच नगरपालिका परिषदों में से तीन में जीत हासिल की है, जहां सावंत सरकार के तहत राज्य विधानसभा चुनाव के लिए एक साल से भी कम समय में चुनाव हुए थे।
नेता ने कहा, "शहरी स्थानीय निकाय चुनावों में भाजपा का प्रदर्शन अच्छा रहा, जहां हमने पणजी सहित सात स्थानीय निकायों में से छह में जीत हासिल की। यह पार्टी की जमीनी उपस्थिति को दर्शाता है। हमें गति को जारी रखना है।" (आईएएनएस)
मथुरा (यूपी), 11 जुलाई | मथुरा के बलदेव इलाके के एक गांव में एक किशोर ने चार साल के बच्चे का कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया। पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर 14 वर्षीय आरोपी को बाल सुधार गृह भेज दिया है।
पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, 14 वर्षीय लड़के ने शुक्रवार को अपने घर के बाहर खेल रहे लड़के को देखा। वह बच्चे को बहला-फुसलाकर सुनसान जगह पर ले गया, जहां उसने कथित तौर पर उसका यौन शोषण किया।
बच्चे को रोते-बिलखते छोड़ कर किशोर फरार हो गई।
जब लड़के की मां ने लड़के से पूछा कि वह क्यों रो रहा है, तो उसने अपनी आपबीती सुनाई। उसने तुरंत फोन कर पुलिस को सूचना दी।
पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया है। पुलिस ने कहा कि दोनों के परिवार एक दूसरे से 100 मीटर के दायरे में रहते हैं। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 10 जुलाई: पंजाब कांग्रेस का विवाद क्या खत्म हो चुका है, क्या कांग्रेस हाईकमान मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) और नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) के बीच पैदा हुई खाई को पाटने में कामयाब रहा है, ऐसे ही कुछ सवालों का जवाब सिद्धू ने खुलकर तो नहीं दिया है लेकिन उनके ट्वीट्स अमरिंदर सिंह के साथ संघर्ष विराम की ओर इशारा कर रहे हैं. सिद्धू ने इस बार मुख्यमंत्री पर नहीं बल्कि कांग्रेस विरोधियों पर हमला बोला है. उन्होंने अपने ट्वीट में राज्य में बिजली के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी (AAP) और शिरोमणि अकाली दल (SAD) पर निशाना साधा है.
नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट किया, 'आज पंजाब की बर्बादी पर झुकी ताकतें साफ दिखाई दे रही हैं. 1. दिल्ली सरकार चाहती है कि पंजाब के बिजली संकट के बीच पंजाब की जीवन रेखा हमारे थर्मल पावर प्लांट बंद हो जाएं और इस भीषण गर्मी में पंजाबियों को असहाय छोड़ दिया जाए और हमारे किसान इस धान की बुवाई के मौसम में परेशानी झेलें.'
उन्होंने आगे लिखा, '2. इस बीच, बादल-हस्ताक्षरित पीपीए थर्मल पावर प्लांट और मजीठिया के साथ अक्षय ऊर्जा मंत्री (2015-17) के रूप में पंजाब को लूटने के लिए सौर ऊर्जा के लिए 25 साल के लिए पीपीए पर 5.97 से 17.91 रुपये प्रति यूनिट पर हस्ताक्षर किए गए, यह जानते हुए कि सौर की लागत प्रति वर्ष 18 फीसदी कम हो रही है और 2010 से आज 1.99 रुपये प्रति यूनिट है.'
बताते चलें कि कांग्रेस की पंजाब इकाई में कलह के जल्द खत्म होने की संभावनाओं को बीते मंगलवार उस वक्त बल मिला, जब मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की और कहा कि आलाकमान जो भी फैसला करेगा, वह सबको स्वीकार होगा.
सोनिया के आवास 10 जनपथ पर उनके साथ करीब डेढ़ घंटे की मुलाकात के बाद सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सरकार या कांग्रेस को लेकर जो फैसला कांग्रेस अध्यक्ष करेंगी, हम उसे स्वीकार करेंगे. हम निर्णयों को पंजाब में लागू करेंगे. पंजाब में हम चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार हैं.'' इस बैठक में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी शामिल थे.
चेन्नई, 10 जुलाई | तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने शनिवार को थोड़ी ढील के साथ कोविड-19 लॉकडाउन को और सप्ताह के लिए बढ़ा दिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। यहां जारी एक बयान में, स्टालिन ने कहा कि लॉकडाउन जो सोमवार को समाप्त होने वाला था, उसे 19 जुलाई, 2021 को सुबह 6 बजे तक बढ़ा दिया गया है।
स्टालिन ने कहा कि मौजूदा लॉकडाउन में छूट जारी रहेगी, पुडुचेरी के लिए बस सेवाओं की अनुमति है, न कि किसी अन्य राज्य के लिए।
दुकानें जो पहले रात 8 बजे बंद होती थीं, सोमवार से रात 9 बजे बंद करने की अनुमति है।
केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा आयोजित भर्ती परीक्षाओं की अनुमति दी गई है।
अंतर्राष्ट्रीय हवाई सेवाएं (केंद्र सरकार द्वारा अनुमति के अलावा), शराब बार, स्विमिंग पूल, थिएटर, सामाजिक और राजनीतिक सार्वजनिक बैठकें, मनोरंजक गतिविधियां, कॉलेज, स्कूल और चिड़ियाघर बंद रहेंगे। (आईएएनएस)
भुवनेश्वर, 10 जुलाई | मलकानगिरी और कोरापुट जिलों के दौरे पर गए ओडिशा के पुलिस महानिदेशक ने बहादुरी दिखाते हुए अपना शेड्यूल बदल दिया और नक्सवादी विरोधी ऑपरेशन के दौरान घायल हुए दो जवानों को एयरलिफ्ट करने के लिए अपने हेलिकॉप्टर को बौध की ओर मोड़ दिया। ओडिशा पुलिस के अनुसार, डीजीपी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ एलडब्ल्यूई विरोधी कार्यों की समीक्षा के लिए मलकानगिरी और कोरापुट जिलों के दौरे पर थे। इस दौरान जब वह सुनाबेड़ा पहुंचे तो उन्हें घायल जवानों के बारे में खबर पता चली, तो उन्होंने तुरंत अपना कार्यक्रम बदल दिया और बौध के पदेलपाड़ा पहुंचे।
घायल दो जवानों को डॉक्टर की मदद से एयरलिफ्ट कर भुवनेश्वर ले जाया गया है। अब, दोनों कमांडो का एम्स भुवनेश्वर में इलाज चल रहा है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। पुलिस ने एक बयान में बताया कि इलाके में अभियान तेज कर दिया गया है।
डीजीपी अभय ने कहा, आज सुबह कंधमाल जिले के गोचापाड़ा थाने के तहत ओडिशा पुलिस के एसओजी जवानों और नक्सलवादियों के बीच गोलीबारी हुई। हमारे दो जवान घायल हो गए और हमें सूचना मिली कि कुछ नक्सवादी भी घायल हुए हैं।
उन्होंने कहा, मैं बीएसएफ और उनके पायलट को धन्यवाद देना चाहता हूं। हेलिकॉप्टर इस सेवा के लिए ड्यूटी पर नहीं था, बल्कि यह ओडिशा पुलिस के मलकानगिरी और कोरापुट के दौरे के कार्यक्रम के लिए लगा हुआ था।
डीजीपी ने बताया कि एक आईएएफ (भारतीय वायु सेना) के हेलिकॉप्टर की भी आवश्यकता थी, लेकिन खराब मौसम के कारण इसे नहीं बुलाया जा सका। लेकिन, बीएसएफ पायलट ने तुरंत एक वैकल्पिक मार्ग लिया और पडेलपाड़ा नामक एक बहुत छोटी जगह पर उतरा और घायल जवानों को सफलतापूर्वक एयरलिफ्ट किया।
उन्होंने कांतमल पीएचसी के डॉक्टर को भी धन्यवाद दिया, जो बिना ड्रेस बदले तुरंत सेवा के लिए हाजिर हो गए थे।(आईएएनएस)
कोच्चि, 10 जुलाई | एनआईए अदालत ने शनिवार को राज्य के पुलिस प्रमुख अनिल कांत से यह देखने को कहा कि सोने की तस्करी के मामले में आरोपी पी.एस. सरित के साथ दुर्व्यवहार नहीं किया जाता है, क्योंकि इसे स्वयं अभियुक्त द्वारा अदालत के संज्ञान में लाया गया था। सरित अन्य आरोपियों के साथ अब राज्य की राजधानी के केंद्रीय कारागार में कैद है। सरित की मां और बहन की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए एनआईए अदालत ने पुलिस को उसे शनिवार को अदालत में पेश करने का निर्देश दिया।
सरित ने अदालत को बताया कि जेल अधीक्षक सहित तीन अधिकारी उसे सोने भी नहीं दे रहे हैं और आधी रात को उसे जगा रहे हैं।
अदालत के समक्ष करीब 75 मिनट के लंबे निस्तारण में सरित ने कहा कि उन पर सोना तस्करी मामले में भाजपा और कांग्रेस नेताओं का नाम लेने का दबाव बनाया जा रहा है।
अदालत के समक्ष अपने बयानों के बाद, जब उन्हें वापस जेल ले जाया जा रहा था, तो उन्होंने मीडिया को जेल में अपने दुर्व्यवहार के बारे में बताया।
एनआईए कोर्ट सोमवार को फिर से इस पर गौर करेगी और इस मुद्दे पर अपना अंतिम आदेश देगी।
एक संबंधित विकास में, जेल अधिकारियों ने कहा कि सरित और एक अन्य आरोपी रमीज जेल के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। दूसरे दिन रमीज को अधिकारियों ने अपने सेल के अंदर धूम्रपान करते हुए पकड़ा।
अधिकारियों ने कहा कि दोनों ने समस्याएं पैदा कीं और बाहर से भोजन की मांग की।
सरथ ने एनआईए अदालत के समक्ष जो बयान दिए हैं, उसके बाद सीमा शुल्क ने यह देखना शुरू कर दिया है कि क्या मामले के आरोपियों को राज्य के बाहर जेल में ले जाया जा सकता है और इसके लिए उन्होंने दिल्ली में अपने प्रधान कार्यालय से निर्देश मांगे हैं।
इस बीच, सरित द्वारा दिए गए बयानों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राज्य भाजपा अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने कहा कि यह अस्वीकार्य है कि मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के ज्ञान के साथ चीजें हो रही हैं, जो सोने की तस्करी मामले में कांग्रेस और भाजपा नेताओं के खिलाफ जघन्य कृत्यों में शामिल हैं।
सीमा शुल्क ने यहां यूएई वाणिज्य दूतावास के एक पूर्व कर्मचारी सरित को पिछले साल 5 जुलाई को वाणिज्य दूतावास के राजनयिक सामान में सोने की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था। एक अन्य पूर्व वाणिज्य दूतावास कर्मचारी स्वप्ना सुरेश और उनके सहयोगी संदीप नायर को राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था। (आईएएनएस)
विशाखापत्तनम, 10 जुलाई | आंध्र प्रदेश के वाणिज्यिक कर विभाग ने राज्य के इनवॉइस चालानों और करों में हेराफेरी करने के लिए शहर के एक जौहरी, ट्राईजोल एंटरप्राइजेज पर 6 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। जीएसटी के संयुक्त आयुक्त एम. श्रीनिवास राव ने आईएएनएस को बताया, "सभी प्रकार की चोरी के लिए लगभग 6 करोड़ रुपये के कर की पहचान की गई है।"
कार्यप्रणाली के बारे में बताते हुए, उन्होंने कहा कि जौहरी का मुख्य उल्लंघन पंजीकृत डीलरों के लिए बी 2 बी बिल जुटाने में विफल रहा था, जिन्हें ट्राईजोल सोने की आपूर्ति करता था।
राव ने कहा, "वह आम तौर पर पंजीकृत डीलरों को बेचता है और उसे बी2बी चालान देना होता है, लेकिन वह व्यक्तियों के नाम पर बिल जमा कर रहा था।"
इस तरह की एक अवैध प्रथा, चालान और जीएसटी नियमों के घोर उल्लंघन में गहनों की बेहिसाब बिक्री हो सकती है।
संयुक्त आयुक्त ने कहा, "यह 100 प्रतिशत जुर्माना के साथ दंडनीय है, इस पर प्रकाश डालते हुए कि जौहरी दावा कर सकता है कि जिस व्यक्ति पर उसने बिल जमा किया है उसकी मृत्यु हो गई है या उसका पता नहीं चल रहा है।
राव के अनुसार, अधिकारी उन अन्य संस्थाओं का भी पता नहीं लगा सकते हैं जहां बेचा गया सोना जीएसटी के रूप में चला गया था और वैट सभी एक सीरीज की तरह जुड़े हुए हैं, जिससे मूल्यवर्धन का नुकसान हुआ है।
जौहरी द्वारा किया गया एक और उल्लंघन बिलों को झूठा दिखा रहा था कि उसने सोने को पिघलाने के लिए कच्चे माल के रूप में लिया और ग्राहकों के लिए पसंद के गहने डिजाइन किए, लेकिन वास्तव में उसी दिन उसके पास उपलब्ध रेडीमेड गहनों को बेच देगा।
"वह दिखा रहा है जैसे वह सोना ले रहा है और गहने बना रहा है लेकिन उसी दिन वितरित कर रहा है। उसी दिन सोने को डिजाइन करने और मेकिंग चार्ज लेने का क्या अनुमान है?"
राव ने कहा कि गहने पहले ही बन चुके थे और आसानी से उपलब्ध हो गए थे, लेकिन जौहरी दिखा रहा था कि वह केवल बनाने की लागत वसूल कर रहा था, लेकिन वास्तव में यह बिल्कुल नए गहनों की बिक्री है, जिसमें सोने की कीमत भी शामिल है।
जीएसटी अधिकारी ने कहा, "उसी दिन कोई नहीं दे सकता। यह एक या दो बार हो सकता है लेकिन हमेशा नहीं। बार-बार ऐसा हो रहा है।"
अंत में, जौहरी भी अधिक मात्रा में कीमती धातु खरीदने का सामान्य उल्लंघन कर रहा था लेकिन आधिकारिक तौर पर कम मात्रा के लिए लेखांकन कर रहा था। (आईएएनएस)
तिरुवनंतपुरम, 10 जुलाई | पी.के. वॉरियर आयुर्वेद के ध्वजवाहक और केरल की पारंपरिक चिकित्सा प्रणाली के लोकप्रिय प्रतिपादकों में से एक वारियर का शनिवार को 100 वर्ष की आयु में उनके गृहनगर मलप्पुरम जिले में निधन हो गया। उनके निधन के बाद शोक व्यक्त करने का सिलसिला जारी है।
अपने निजी अनुभव को याद करते हुए पूर्व रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी ने कहा कि एक दिन उन्हें तत्कालीन प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव ने कहा था कि श्रीलंका के तत्कालीन प्रधानमंत्री सिरिमावो भंडारनायके अस्वस्थ थी और चलने में असमर्थ थीं, इसलिए कई चर्चाओं के बाद यह निर्णय लिया गया कि वह आयुर्वेदिक उपचार से गुजरेंगी।
एंटनी ने कहा, "यह तय किया गया था कि वह (सिरीमावो भंडारनायके) तिरुवनंतपुरम के लिए उड़ान भरेगी और केरल के राज्यपाल के आधिकारिक आवास पर रहेगी, जबकि वारियर के नेतृत्व में आयुर्वेद डॉक्टरों की एक टीम ने उनका इलाज शुरू किया। वह एक स्ट्रेचर पर आई थी और मैं उन्हें लेने के लिए हवाई अड्डे पर जाना था लेकिन इलाज के बाद, जब मैं उन्हें विदा करने गया तो मैंने उन्हें मुस्कुराते हुए और अच्छे से चलते हुए देखा।"
एंटनी ने कहा, "वॉरियर एक विनम्र और सरल व्यक्ति थे, लेकिन अपने विषय में ज्ञान का भंडार थे। आयुर्वेद के सबसे प्रमुख प्रतिपादकों में से एक ने हमें छोड़ दिया है, जो एक बहुत बड़ी क्षति है।"
वह इस साल जून में 100 साल के हो गए थे, लेकिन कोविड -19 से संक्रमित थे, जिसके बाद वे मूत्र संबंधी बीमारियों से पीड़ित थे।
वह आयुर्वेद उपचार केंद्र कोट्टक्कल आर्य वैद्य शाला के प्रबंध न्यासी थे, जो आयुर्वेद दवाओं का उत्पादन करता है।
वह 1999 में पद्म श्री और 2010 में पद्म भूषण के प्राप्तकर्ता थे। उनकी पत्नी स्वर्गीय माधविकुट्टी के वारियर एक कवि थीं।
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने पी.के. वॉरियर के निधन पर शोक व्यक्त किया।
खान ने कहा, "एक चिकित्सक के रूप में, वह आयुर्वेद की वैज्ञानिक खोज के लिए प्रतिबद्ध थे। उन्हें आयुर्वेद के आधुनिकीकरण में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए याद किया जाएगा। एक मानवतावादी के रूप में, उन्होंने समाज में सभी के लिए अच्छे स्वास्थ्य और सम्मान के जीवन की कल्पना की। उनका निधन पीके वारियर चिकित्सा बिरादरी के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है।"
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि वॉरियर के प्रयासों ने ही आयुर्वेद को दुनिया भर में एक नया आयाम और स्वीकार्यता प्रदान की है क्योंकि उनके मजबूत वैज्ञानिक आधार के साथ वे आयुर्वेद को पेश करने और प्रोजेक्ट करने में सक्षम थे।(आईएएनएस)
जयपुर, 10 जुलाई | राजस्थान पुलिस को लंबे समय से तलाश एक अपराधी की 27 साल बाद पूरी हो गई है। राजस्थान पुलिस कर्मियों को एक लंबे समय से लंबित हमले के मामले में वांछित एक संत को गिरफ्तार करने के लिए शिष्य बनना पड़ा, जो कानून प्रवर्तन एजेंसियों के चंगुल से फरार होने के बाद से पिछले 27 वर्षों से हरियाणा के एक आश्रम में छिपा हुआ था। यहां विश्वकर्मा थाने के हेड कांस्टेबल साहेब सिंह ने देशबंधु जाट के रूप में पहचाने जाने वाले आरोपी को गिरफ्तार करने में अहम भूमिका निभाई, जो पिछले 27 साल से जयपुर से फरार है और आश्रम में साधु के रूप में रह रहा है।
सिंह को सूचना मिली कि जाट हरियाणा के भिवानी जिले के बापोरा स्थित एक आश्रम में साधु के रूप में रह रहा है। लेकिन पुलिस को यकीन नहीं था कि आश्रम में वही व्यक्ति है जिसने उन्हें इतने सालों तक पर्ची दी थी, इसलिए उन्होंने आश्रम में रहने का फैसला किया ताकि उनकी असली पहचान का पता लगाया जा सके।
जैसे ही पुलिसकर्मियों ने उस व्यक्ति से अलग-अलग मुद्दों पर बात की, उसने जयपुर का उल्लेख किया, जिसके बाद पुलिस को यकीन हो गया कि उसका जयपुर से संबंध है। बाद में एक और दौर की, उन्हें यकीन हो गया कि साधु के वेश में रहने वाला व्यक्ति वास्तव में देशबंधु जाट था।
फिलहाल जयपुर पुलिस सभी वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए अभियान चला रही है। इस अभियान के तहत पुलिस ने जाट को गिरफ्तार करने के लिए कदम उठाए, जो 1994 में दर्ज एक मामले में वांछित था।
उस समय, जाट विश्वकर्मा थाना क्षेत्र के एक पेट्रोल पंप पर काम करता था, जहां उसने एक ग्राहक की पिटाई की थी, जिसने शिकायत की थी कि जाट उसे कम पेट्रोल दे रहा था। इसके बाद जाट के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
स्वयंभू बाबा को यह समझाने के लिए कि वे वास्तव में उनके शिष्य थे, पुलिस को उनके साथ चिल्लम भी पीना पड़ा।
उनकी गिरफ्तारी से पहले आश्रम में हंगामा भी हुआ था। जैसे ही राजस्थान पुलिस के जवानों ने सूचित किया कि वे जाट को गिरफ्तार करने जा रहे हैं, उनके एक शिष्य ने अन्य भक्तों को फोन पर फोन किया, जो जल्द ही आश्रम में जमा हो गए।
लेकिन पुलिस किसी तरह जाट को भिवानी थाने ले जाने में कामयाब रही, जहां से उच्च स्तरीय बातचीत के बाद आरोपी को जयपुर लाया गया। एक स्थानीय अदालत ने अब जाट को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।(आईएएनएस)
रांची, 10 जुलाई | झारखंड के गिरिडीह जिले में सुरक्षा बलों ने 40 किलोग्राम का इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) बरामद कर एक बड़े नक्सली हमले को नाकाम कर दिया है। एक गुप्त सूचना के आधार पर आईईडी बरामद किया गया और बाद में शुक्रवार दोपहर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और झारखंड पुलिस की एक संयुक्त टीम द्वारा इसे निष्क्रिय कर दिया गया।
सीआरपीएफ ने कहा कि सूचना मिलने पर कि नक्सलवादियों ने सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए निमियाघाट थाना क्षेत्र के तेंगराखुर्द गांव के जंगल क्षेत्र में एक आईईडी लगाया है, तत्काल कार्रवाई दल (क्यूएटी) 154 सीआरपीएफ और राज्य पुलिस के जवानों ने पता लगाने और डिफ्यूज करने के लिए एक अभियान शुरू किया। किसी भी प्रकार के नुकसान या अनहोनी को टालने के लिए जवानों ने तुरंत इस काम को अंजाम दिया।
सीआरपीएफ ने कहा, सैनिकों ने आईईडी के संभावित सुराग की तलाश में क्षेत्र की सावधानीपूर्वक तलाशी ली। सैनिकों ने विस्फोट को ट्रिगर करने के लिए एक कमांड मैकेनिज्म के साथ एक स्टील कंटेनर में लगभग 40 किलोग्राम वजन का एक आईईडी बरामद किया।(आईएएनएस)
श्रीनगर, 10 जुलाई | जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के रानीपोरा इलाके के क्वारीगाम में आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच शनिवार को मुठभेड़ शुरू हो गई। मुठभेड़ में दो अज्ञात आतंकवादी मारे गए हैं। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने कहा, अनंतनाग के रानीपोरा इलाके के क्वारीगाम में शुरू हुई मुठभेड़ के दौरान दो आतंकवादी मारे गए हैं और अभियान जारी है।
उन्होंने बताया कि पुलिस और सुरक्षा बल मोर्चा संभाले हुए हैं।
आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में विशेष जानकारी के आधार पर पुलिस और सेना की संयुक्त टीम ने इलाके को घेर लिया और तलाशी अभियान शुरू किया। इसके बाद आतंकवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी शुरू हो गई।
जैसे ही सुरक्षा बल उस स्थान पर पहुंचे, जहां आतंकवादी छिपे हुए थे, वे भारी मात्रा में गोलीबारी की चपेट में आ गए, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई।(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 10 जुलाई | उत्तर प्रदेश के जिला कानपुर देहात के अंतर्गत आते अकबरपुर क्षेत्र के एक गांव में एक दलित को न सिर्फ पेड़ से बांधकर पीटा गया, बल्कि उसे अमानवीय यातनाएं भी दी गईं, इसका सख्त संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने अपने चेयरमैन विजय सांपला के आदेशों पर उत्तर प्रदेश सरकार को नोटिस जारी कर तुरंत जवाब मांगा है।
सोशल मीडिया के माध्यम से राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग को मिली शिकायत अनुसार जिला कानपुर देहात के रहने वाले एक दलित युवा को पेड़ से बांधकर उसकी पिटाई की गई तथा उसके गुप्तांग पर डंडे से चोटें पहुंचाई गईं।
आयोग को प्राप्त सूचना के अनुसार अकबरपुर क्षेत्र के एक गांव में युवती से मिलने पहुंचे प्रेमी को स्वजन व ग्रामीणों ने पकड़ लिया।
इसके बाद उसे पेड़ में गमछे से बांध दिया और डंडे से जमकर मारा, साथ ही तख्त पर भी लेटाकर पीटा। डंडे से उसके गुप्तांग पर वार किया गया। घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया।
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने उत्तरप्रदेश सरकार के मुख्य सचिव, उत्तरप्रदेश पुलिस के डीजीपी एवं कानपुर देहात के डीएम व एसएसपी को नोटिस जारी किया है। आरोपों/मामले में जांच कर एक्शन टेकन रिपोर्ट आयोग के समक्ष तुरंत फैक्स द्वारा या फिर ई-मेल द्वारा भेजने का निर्देश दिया है।
एनसीएससी चेयरमैन विजय सांपला ने कहा कि, भारत के अनुसूचित वर्ग को देश के संविधान द्वारा दिए गए अधिकारों को सुनिश्चित करना आयोग के चेयरमैन के नाते मेरा कर्तव्य है।
सांपला ने आखिर में चेतावनी देते हुए कहा कि, जिन अफसरों को आयोग ने नोटिस जारी किया गया है अगर उन्होंने तुरंत जवाब नहीं दिया तो आयोग संविधान की धारा 338 के तहत मिली सिवल कोर्ट की पावर का उपयोग करते हुए संबंधित अफसरों को व्यक्तिगत तौर आयोग के आगे हाजि? होने के सम्मन जारी करेगा।(आईएएनएस)