खेल
आर्लिंगटन, 6 जुलाई । कनाडा ने इतिहास रचते हुए कोपा अमेरिका टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में वेनेजुएला को पेनल्टी शूटआउट में हराकर पहली बार सेमीफाइनल में जगह बना ली है। एटीएंडटी स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले नियमित समय तक दोनों टीमों के 1-1 से बराबरी पर रहने के बाद कनाडा ने पेनल्टी शूटआउट में 4-3 से जीत हासिल की। खेल के 13वें मिनट में जैकब शैफेलबर्ग ने कनाडा को बढ़त दिला दी। टीम के पास अपनी बढ़त को और बढ़ाने के कई मौके थे लेकिन वह फिर से प्रतिद्वंद्वी के डिफेंस को तोड़ने में सक्षम नहीं हो पाई।
कनाडा ने अपराजित वेनेजुएला टीम के खिलाफ तब तक अपनी पकड़ बनाए रखी जब तक कि सॉलोमन रोंडन, फॉर्म में चल रहे खिलाड़ी ने 40 गज की दूरी से जबरदस्त चिप लगाई और गोलकीपर को परास्त कर 64वें मिनट में स्कोर बराबर कर दिया। उन्होंने टूर्नामेंट का अपना तीसरा गोल स्कोर किया। पूर्ण समय की सीटी 1-1 पर बजने से मैच सीधे पेनल्टी शूट आउट में चला गया क्योंकि टूर्नामेंट के इस चरण में अतिरिक्त समय नहीं खेला जाता है। पेनल्टी शूटआउट देखना रोमांचकारी था क्योंकि दोनों पक्ष अपने विरोधियों को प्रतिबिंबित कर रहे थे।
दोनों टीमों ने अपना पहला, तीसरा और पांचवां प्रयास भुनाया, जबकि साथ ही अपने दूसरे और चौथे शॉट को चूक गए, जिससे शूटआउट सडन डेथ में चला गया। विल्कर एंजेल का पेनल्टी मैक्सिम क्रेप्यू ने बचा लिया और इस्माइल कोन ने शूटआउट 4-3 से जीतने का अगला मौका भुनाने में कोई गलती नहीं की। जेसी मार्श की टीम टूर्नामेंट के इतिहास में पहली बार खेल रही है और अब वह टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में है जहां उनका मुकाबला अर्जेंटीना से होगा। यह कनाडाई फुटबॉल के लिए एक अच्छा संकेत है क्योंकि संयुक्त राज्य अमेरिका, मैक्सिको और कनाडा 2026 फीफा विश्व कप की संयुक्त मेजबानी करने वाले हैं। -(आईएएनएस)
चेन्नई, 6 जुलाई भारतीय स्पिनर राधा यादव ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में 12 रन की हार के बाद स्वीकार किया कि उनके गेंदबाजों ने कुछ गलतियां की जिसका टीम को खामियाजा भुगतना पड़ा।।
तजमिन ब्रिट्स (81) और मारिजान कैप (57) ने भारतीय गेंदबाजों की एक नहीं चलने दी जिससे दक्षिण अफ्रीका चार विकेट पर 189 रन बनाने में सफल रहा। इसके जवाब में भारतीय टीम चार विकेट पर 177 रन ही बना पाई।
राधा ने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा,‘‘यह जानना महत्वपूर्ण था कि इस विकेट पर किस लेंथ और किस गति से गेंदबाजी करनी है। हमने गेंदबाजी इकाई के रूप में कुछ गलतियां की। हमने उन्हें 10 से 15 रन अधिक बनाने दिए। हमें उन्हें यॉर्कर लेंथ पर गेंद करनी चाहिए थी।’’
उन्होंने रविवार को होने वाले दूसरे मैच के बारे में कहा,‘‘हमें अपनी रणनीति पर अमल करना होगा और जल्द ही विकेट के व्यवहार को समझना होगा। इससे हमारे लिए काम आसान हो जाएगा।’’
दक्षिण अफ्रीका को इससे पहले वनडे श्रृंखला और एकमात्र टेस्ट मैच में हार का सामना करना पड़ा था और उसकी स्टार बल्लेबाज तज़मिन ब्रिट्स ने कहा कि उनकी टीम को इस जीत की सख्त जरूरत थी जिससे उनका अगले साल बांग्लादेश में होने वाले टी20 विश्व कप के लिए आत्मविश्वास बढ़ेगा।
ब्रिट्स ने कहा,‘‘हमें इस तरह की जीत और टीम में आत्मविश्वास बढ़ाने की सख्त जरूरत है। इस तरह के आत्मविश्वास से हम न केवल सेमीफाइनल में जगह बना सकते हैं बल्कि विश्व कप भी जीत सकते हैं। इस मैच में जीत दर्ज करना शानदार रहा लेकिन अगले दो मैच जीतना और बेहतर होगा।’’ (भाषा)
चेन्नई, 5 जुलाई । दक्षिण अफ्रीका महिला क्रिकेट टीम ने तजमिन ब्रिट्स (81 रन) और मारिजने काप (57 रन) के अर्धशतकों की मदद से शुक्रवार को यहां पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय में भारत को 12 रन से शिकस्त देकर तीन मैच की श्रृंखला में 1-0 से बढ़त बनायी।
ब्रिट्स ने 56 गेंद का सामना करते हुए अपनी पारी में 10 चौके और तीन छक्के जड़े जबकि काप ने 33 गेंद की पारी में आठ चौके और एक छक्का लगाया।
बल्लेबाजी का न्योता मिलने के बाद दक्षिण अफ्रीका ने 189 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया जिसके जवाब में भारतीय टीम जेमिमा रोड्रिग्स (नाबाद 53 रन) के अर्धशतक के बावजूद चार विकेट पर 177 रन ही बना सकी।
सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा (18 रन) और स्मृति मंधाना (46 रन) ने पहले विकेट के लिए 56 रन की साझेदारी निभाकर भारत को अच्छी शुरूआत करायी। लेकिन अयाबोंगा खाका ने शेफाली को आउट कर पहला झटका दिया।
मंधाना अच्छा खेल रही थीं लेकिन क्लो ट्रायोन की गेंद उनके बल्ले का किनारा लेते हुए विकेटकीपर के हाथों में चली गयी और भारत ने अपना दूसरा विकेट गंवा दिया। मंधाना ने 30 गेंद की पारी में सात चौके और दो छक्के लगाये।
दयालन हेमलता (14 रन) ज्यादा देर तक बल्लेबाजी नहीं कर सकीं और 17 गेंद खेलने के बाद नाडिने डि क्लर्क का शिकार हुईं।
कप्तान हरमनप्रीत कौर (35 रन) पारी की अंतिम गेंद पर एन मलाबा की गेंद पर आउट हुई जिससे उनके और रोड्रिग्स (30 गेंद, सात चौके, एक छक्का) के बीच चौथे विकेट के लिए 59 गेंद में 90 रन की साझेदारी का अंत हुआ और टीम 12 रन से हार गयी।
इससे पहले दक्षिण अफ्रीका की सलामी बल्लेबाज ब्रिट्स और कप्तान लौरा वोलवार्ट (33 रन) ने सतर्क शुरूआत करते हुए 43 गेंद में 50 रन की साझेदारी निभायी जिससे टीम प्रतिस्पर्धी स्कोर की ओर अग्रसर हुई।
इस पारी में बने 189 रन टी20 अंतरराष्ट्रीय में भारत के खिलाफ उसका सर्वोच्च स्कोर भी है।
लौरा चौथे ओवर में भाग्यशाली रहीं जब तेज गेंदबाज पूजा वस्त्राकर (दो विकेट) की गेंद पर श्रेयंका पाटिल (टखना मुड़ने के कारण मैदान से बाहर गयीं डी हेमलता की जगह उतरीं) ने उनका कैच छोड़ दिया, तब वह 24 रन पर थीं।
राधा यादव (दो विकेट) ने लौरा को आउट कर पहले विकेट की भागीदारी का अंत किया। इस दौरान स्मृति मंधाना ने काप और विकेटकीपर ऋचा घोष ने ब्रिट्स के कैच छोड़े। ऋचा कैच लेने के प्रयास में चेहरे पर चोट लगने से मैदान से चली गयीं।
ब्रिट्स और काप ने दूसरे विकेट के लिए 96 रन की साझेदारी निभाकर टीम को बड़े स्कोर तक पहुंचाया। बायें हाथ की स्पिनर राधा ने काप को आउट कर यह साझेदारी तोड़ी।
अनुभवी क्लो ट्रायोन (12) और काप ने फिर तेजी से 38 रन जोड़े। ट्रायोन अंतिम ओवर में पूजा का शिकार हुईं।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम शुक्रवार को यहां पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय में दक्षिण अफ्रीका से 12 रन से हारकर तीन मैच की श्रृंखला में 0-1 से पिछड़ी। (भाषा)
नई दिल्ली, 5 जुलाई। रोहित शर्मा ने टी20 विश्व कप 2024 फाइनल मुकाबले के बाद अन्तर्राष्ट्रीय टी20 क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। रोहित ने विश्व कप ट्रॉफी जीतने के बाद अगली पीढ़ी के खिलाड़ियों को कप्तानी देने का विकल्प खोल दिया है क्योंकि सीनियर खिलाड़ियों में विराट कोहली और रवींद्र जडेजा भी टी20 अन्तर्राष्ट्रीय से अपने संन्यास की घोषणा कर चुके हैं। रोहित ना केवल शानदार कप्तान रहे हैं बल्कि सफेद गेंद प्रारूप में बेजोड़ बल्लेबाज भी हैं। ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि उनकी जगह पर कप्तानी और बल्लेबाजी के तीन विकल्प कौन हो सकते हैं।
कप्तानी की बात करें तो हार्दिक पांड्या का नाम सबसे पहले उभरता है जिन्होंने रोहित की गैरमौजूदगी में टीम इंडिया की टी20 टीम की कप्तानी बखूबी की है। इसके अलावा वे आईपीएल में मुंबई इंडियंस के भी कप्तान हैं और इससे पहले गुजरात टाइटंस के भी कप्तान रह चुके हैं। उन्होंने भारत को 16 टी20 मैचों में 10 मैच अपनी कप्तानी में जिताए हैं।
जसप्रीत बुमराह भी एक और शानदार कप्तानी विकल्प हैं जो उच्च दबाव की परिस्थितियों में खुद को पहले भी साबित कर चुके हैं। वे सीनियर भी हैं और दुनिया के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में भी शुमार हैं। जसप्रीत बुमराह ने पिछले साल आयरलैंड के खिलाफ अपनी कप्तानी में विपक्षी टीम का क्लीन स्वीप किया था।
टी20 में भारत के धुआंधार बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव ने अपनी बल्लेबाजी से पूरी दुनिया को प्रभावित किया है। जिस तरह के शॉट्स उन्होंने ईजाद किए हैं वे उनकी सोच और खेल में नई चीजों को सफलतापूर्वक अपनाने की उनकी क्षमता को दर्शाता है। इसके अलावा उनका निडर अंदाज उनके आत्मविश्वास को बखूबी व्यक्त करता है। सूर्यकुमार यादव ने भी भारत की कप्तानी 7 मैचों में की है और 5 में जीत दिलाई है।
रोहित शर्मा को बतौर बल्लेबाज रिप्लेस करना भी आसान नहीं है लेकिन भारत के पास रुतुराज गायकवाड़ जैसा शानदार विकल्प है जिन्होंने भारत के लिए खेलते हुए 19 टी20 मैचों में 140.06 के स्ट्राइक रेट और 35.71 के औसत के साथ बैटिंग की है। वे ओपनिंग में काफी भरोसेमंद भी हैं और ये बात उन्होंने आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए ओपन करते हुए भी साबित की है। इसके अलावा शुभमन गिल भी काफी योग्य विकल्प हैं जो जिम्बाब्वे के खिलाफ टी20 सीरीज में भारत की कमान भी संभालने जा रहे हैं। गिल के पास अपार क्षमताएं हैं और वे भारत के लिए 14 टी20 मैचों में 147.58 के स्ट्राइक रेट के साथ 335 रन बना चुके हैं।
रोहित शर्मा को रिप्लेस करने के लिए युवा अभिषेक शर्मा का नाम भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है जिन्होंने आईपीएल में अपने तूफानी खेल से ध्यान आकर्षित किया है। बाएं हाथ के इस खतरनाक बल्लेबाज ने आईपीएल के पिछले सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से ओपन करते हुए 16 मैचों में 204.22 के जबरदस्त स्ट्राइक रेट के साथ 484 रन बनाए थे, जिसमें तीन बहुत तेज अर्धशतक भी शामिल हैं। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 5 जुलाई । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बातचीत के दौरान, भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने खुलासा किया कि स्पिन जोड़ी युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव ने उस पल को यादगार बनाने के लिए टी20 विश्व कप ट्रॉफी प्राप्त करने के लिए पोडियम पर विशिष्ट वॉक का सुझाव दिया था।
जब पीएम मोदी ने रोहित की अनोखी चाल का जिक्र करते हुए कहा, "मैंने दो चरम चीजें देखीं जिनमें मैं भावनाएं देख सकता था। जब आप ट्रॉफी लेने जा रहे थे..."
इस पर रोहित ने कहा, "यह हम सभी के लिए बहुत बड़ा क्षण था। हम सभी वर्षों से इसका इंतजार कर रहे थे। इसलिए, लड़कों ने मुझसे कहा, 'ऐसे मत जाओ, कुछ अलग करो...'
प्रधानमंत्री ने मजाक करते हुए पूछा, ''क्या यह चहल का विचार था?'' रोहित ने पूरे कमरे में हंसते हुए जवाब दिया "चहल और कुलदीप"।
दिलचस्प बात यह है कि रोहित शर्मा की पोडियम तक की अनोखी वॉक अर्जेंटीना के दिग्गज लियोनेल मेसी द्वारा कतर में फीफा विश्व कप 2022 का स्वागत करने के तरीके के समान है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 5 जुलाई। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने टी20 विश्व कप 2024 जीतने के बाद खेल के इस प्रारूप से शानदार विदाई ली है। भारत ने 29 जून को दक्षिण अफ्रीका को हराकर दूसरी बार टी20 विश्व कप ट्रॉफी जीती है। इस मैच के बाद जिस तरह से रोहित शर्मा ने किंग्सटन ओवल स्टेडियम की पिच की मिट्टी को चखा, उसका वीडियो इंटरनेट पर बहुत वायरल हो गया।
जब भारतीय टीम बारबाडोस से नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र से मिलने गई तो पीएम ने वहां से रोहित से मिट्टी के स्वाद के बारे में पूछा था। रोहित ने ठीक वैसा ही किया था जैसा नोवाक जोकोविच ने विम्बलडन जीतने के बाद कोर्ट से घास निकालकर चखते हुए किया था। रोहित शर्मा ने इसके पीछे कोई खास कारण नहीं बताया है। उनका कहना है कि जीत के बाद वे सहज तौर पर ऐसा कर रहे थे। वे बहुत रिलेक्स थे और वे उस पिच का एक टुकड़ा अपने पास रखना चाहते थे जिसने हमें ये ट्रॉफी दी।
खेल में हाल-फिलहाल काफी तरह के जश्न देखने के लिए मिले हैं। देखना होगा रोहित शर्मा का जश्न मनाने का ये तरीका प्रचलित होगा या नहीं। इसका प्रचलन हालांकि सेहत के लिए बहुत अच्छा नहीं है। अक्सर बचपन में मिट्टी खाने की आदत बच्चों में रहती है। शरीर में आयरन की कमी के चलते भी मिट्टी खाने की इच्छा रहती है। भले ही मिट्टी में मिनरल और पोषक तत्व रहते हैं लेकिन ये उनको ग्रहण करने का सुरक्षित तरीका नहीं है। असल में मिट्टी में कई तरह के परजीवी मौजूद हो सकते हैं जो शरीर के लिए काफी नुकसानदायक साबित हो सकते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार नियमित तौर पर मिट्टी के सेवन से जिंक की कमी भी हो सकती है। मिट्टी में परजीवी के अलावा अन्य हानिकारक तत्व भी मौजूद हो सकते हैं। मिट्टी के सेवन के चलते पेट में कीड़ों की समस्या भी हो सकती है। ऐसे में रोहित शर्मा का खुशी में मिट्टी चखने का अंदाज अगर नियमित जश्न में तब्दील होता है तो इसके नुकसान अधिक हैं। ऐसे में ये मुश्किल है द्विपक्षीय सीरीज जीतने में भी टीमों के कप्तानों द्वारा इसका नियमित तौर पर अनुसरण किया जाएगा। हालांकि विश्व कप जीतने के बाद ऐसा करना सेहत से कहीं ज्यादा भावनात्मक मामला है और ऐसी बड़ी जीत में ये आगे भी देखने को मिल सकता है। (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 5 जुलाई । भारत और जिम्बाब्वे के बीच 6 जुलाई से हरारे में पांच मैचों की टी20 सीरीज शुरू होने जा रही है। रिकॉर्ड में देखें तो दोनों टीमों के बीच कोई तुलना नहीं नजर आती है। भारतीय टीम मौजूदा टी20 विश्व कप चैम्पियन भी है तो वहीं जिम्बाब्वे इस बार विश्व कप के लिए क्वालीफाई तक नहीं कर पाया था। हेड टू हेड रिकॉर्ड की बात करें तो जिम्बाब्वे ने भारत के खिलाफ 8 टी20 मैचों में 6 मुकाबले हारे हैं, हालांकि इस अफ्रीकी टीम ने दो बार भारत को हराया भी है। साल 2024 में भी जिम्बाब्वे का टी20 प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। ऐसे में भारत को ये सीरीज एकतरफा तरीके से जीतनी चाहिए लेकिन टीम इंडिया के लिए ये सब बहुत आसान नहीं होने जा रहा है क्योंकि एक तो ये टी20 प्रारूप है जहां विश्व कप 2024 में छोटी टीमों द्वारा कई बड़े उलटफेर देखने के लिए मिले हैं तो दूसरी ओर जिम्बाब्वे की टीम में कुछ ऐसे खिलाड़ी भी मौजूद हैं जिन्हें हल्के में लेने की भूल भारत नहीं करेगा।
जिम्बाब्वे को अपनी घरेलू परिस्थितियों में खेलने का लाभ भी मिलेगा जिससे युवा और अनुभवहीन टीम इंडिया के होनहार खिलाड़ियों के लिए ये सीरीज दिलचस्प साबित होगी। जिम्बाब्वे के कप्तान सिकंदर रजा अपनी टीम के सबसे अहम खिलाड़ी होंगे जिनको 86 टी20 अन्तर्राष्ट्रीय मैच खेलने का अनुभव शामिल है। रजा मध्यक्रम के शानदार बल्लेबाज हैं और अच्छी स्पिन गेंदबाजी भी कर लेते हैं। उनके अलावा ल्यूक जोंग्वे एक और अनुभवी खिलाड़ी हैं जिन्होंने 2014 में डेब्यू किया था। इनके पास अनुभव है और ये जिम्बाब्वे के घरेलू क्रिकेट में एक बड़े बल्लेबाज हैं। इसके अलावा ल्यूक जोंग्वे नियमित तौर पर जिम्बाब्वे की सफेद गेंद क्रिकेट टीम का हिस्सा रहे हैं।
ब्लेसिंग मुज़रबानी इस समय जिम्बाब्वे के शानदार तेज गेंदबाज हैं। उनकी लंबाई के चलते मिलने वाला अतिरिक्त उछाल भी उनको टी20 क्रिकेट में एक उम्दा बॉलर बना देता है। इस बॉलर की प्रतिभा को देखते हुए लखनऊ सुपरजायंट्स की टीम ने उन्हें 2022 सीजन में लिया था। इसके अलावा तेंदई चतारा भी जिम्बाब्वे के एक तेज गेंदबाज हैं जो नई पिच पर गेंद को स्विंग करा सकते हैं। उनका एक्शन भी थोड़ा हटकर है और वे डेथ ओवर में यॉर्कर का बढ़िया इस्तेमाल कर सकते हैं। भारतीय टीम इन दोनों से सचेत रहना चाहेगी। जिम्बाब्वे को भारत के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करना है तो बढ़िया शुरुआत की भी सख्त दरकार होगी जिसके लिए टीम अपने ओपनर इनोसेंट काइया पर काफी निर्भर करेगी। ये खिलाड़ी 2022 में वनडे डेब्यू के बाद से लगातार राष्ट्रीय टीम का हिस्सा रहा है। उन्होंने अफगानिस्तान के खिलाफ पदार्पण सीरीज में अपनी प्रतिभा की झलक दिखाई थी और बांग्लादेश के खिलाफ शानदार शतक लगातार अपनी टीम को 300 प्लस रन चेज करने में भूमिका निभाई थी। हालांकि टी20 क्रिकेट में इस खिलाड़ी को खुद को साबित करना अभी बाकी है लेकिन उनके पास अनुभव है और वे आने वाली सीरीज में भारतीय गेंदबाजी का अच्छा टेस्ट ले सकते हैं। --(आईएएनएस)
बुकारेस्ट (रोमानिया), 5 जुलाई भारतीय ग्रैंडमास्टर आर प्रज्ञानानंदा ने सुपरबेट क्लासिक शतरंज टूर्नामेंट के आठवें दौर में अमेरिका के फेबियानो कारूआना से ड्रॉ खेला जबकि विश्व चैम्पियनशिप चैलेंजर डी गुकेश ने नीदरलैंड के अनीश गिरि से बाजी बराबरी पर खत्म की ।
चौथी बार एक भी मुकाबले का नतीजा नहीं निकला और सभी बाजियां ड्रॉ रही । कारूआना ने दस खिलाड़ियों के राउंड रॉबिन टूर्नामेंट में आधा अंक की बढत बना रखी है ।
आठ मुकाबलों में पांच अंक लेकर कारूआना शीर्ष पर हैं जबकि प्रज्ञानानंदा, गुकेश और फ्रांस के फिरोजा अलीरजा उनसे आधा अंक पीछे हैं ।
रूस के इयान नेपोम्नियाश्चि और फ्रांस के मैक्सिम वाचियेर लाग्रेव चार अंक लेकर पांचवें स्थान पर हैं । अमेरिका के वेसली सो, उजबेकिस्तान के नोदिरबेक अब्दुसत्तोरोव और गिरि के 3 . 5 अंक हैं । ( भाषा )
मुंबई, 5 जुलाई । विश्व कप विजेता कप्तान रोहित शर्मा और टीम इंडिया ने गुरुवार को मरीन ड्राइव पर ओपन-बस परेड में हिस्सा लिया। यह घटना 2007 में पहले टी20 विश्व कप में टीम की जीत के बाद हुई घटना के समान थी। भव्य जश्न के बारे में अपनी भावना व्यक्त करते हुए, रोहित ने बीसीसीआई द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा, "2007 एक अलग एहसास था। हमने दोपहर को शुरुआत की थी और यह शाम का समय है। मैं 2007 को नहीं भूल सकता क्योंकि वह मेरा पहला विश्व कप था लेकिन यह थोड़ा और विशेष है क्योंकि मैं टीम का नेतृत्व कर रहा था इसलिए यह मेरे लिए बहुत गर्व का क्षण है।” जब टीम धीरे-धीरे वानखेड़े स्टेडियम की ओर बढ़ी, तो सितारों से सजी जगह खचाखच भरी हुई थी, जो रात का उनका अंतिम गंतव्य था, जहां टीम ने प्रशंसकों के साथ गाना गाया और उत्साह बढ़ाया, जिससे यह एक शानदार पल बन गया, जिसके इंतज़ार में 11 साल लगे।
भारतीय कप्तान ने कहा, "आप उत्साह का अंदाज़ा लगा सकते हैं, इससे पता चलता है कि यह न केवल हमारे लिए बल्कि पूरे देश के लिए कितना मायने रखता है, इसलिए मुझे बहुत खुशी है कि हम उनके लिए भी कुछ हासिल कर सके।" वानखेड़े स्टेडियम भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों के दिलों में हमेशा जीवित रहेगा क्योंकि टीम ने इसी स्थान पर 2011 विश्व कप जीता था। स्टेडियम के अंदर जाकर, कप्तान ने अपनी टीम और मैदान के महत्व को स्वीकार करने के लिए समय निकाला। वानखेड़े में मौजूद भीड़ से रोहित ने कहा, "विश्व कप को उस स्थान पर लाना जहां भारत ने 2011 वनडे विश्व कप जीता था, हमारे लिए बहुत खास है। मैं किसी एक की बात नहीं करूंगा लेकिन सभी खिलाड़ियों ने इस जीत में अपनी भूमिका निभाई।" --(आईएएनएस)
ह्यूस्टन (अमेरिका), 5 जुलाई । अर्जेंटीना ने इक्वाडोर को पेनल्टी शूट आउट में 4-2 से हराकर कोपा अमेरिका कप में लगातार पांचवीं बार सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। अर्जेंटीना का सेमीफाइनल में वेनेजुएला बनाम कनाडा मैच के विजेता से शुक्रवार को मुकाबला होगा जो 9 जुलाई को ईस्ट रदरफोर्ड, न्यू जर्सी के मेटलाइफ स्टेडियम में खेला जाएगा। एनआरजी स्टेडियम पर मौजूदा चैंपियन के कब्जे के बावजूद, इक्वाडोर अधिक खतरनाक था, मैच के पहले तीन शॉट्स में, जिसमें सरमिएंटो शॉट पर एमिलियानो मार्टिनेज द्वारा महत्वपूर्ण बचाव भी शामिल था।
अर्जेंटीना के लिए पहला अच्छा मौका एंज़ो फर्नांडीज के माध्यम से आया: एक हेडर और एक पलटवार के बाद एक कॉर्नर मिला। मेसी के कार्नर से, मैक एलिस्टर के बाद लिसेंड्रो मार्टिनेज का दूसरा हेडर, अलेक्जेंडर डोमिंगुएज़ ने बचा लिया लेकिन गेंद पहले ही गोल रेखा पार कर चुकी थी। पहले हाफ के अंतिम मिनटों में, निकोलस गोंजालेज के एक प्रयास ने एल्बीसेलेस्टे को दूसरे गोल का मौका दिया, लेकिन इक्वाडोर की रक्षा फिर से संगठित होने और खतरे को बेअसर करने में कामयाब रही। स्कालोनी की टीम मध्यांतर के बाद 1-0 की बढ़त के साथ उतरी। दूसरे हाफ की शुरुआत धीमी गति से हुई लेकिन मुकाबला काफी संघर्षपूर्ण रहा। 55वें मिनट में डिबू मार्टिनेज की लंबी गेंद के बाद लुटारो मार्टिनेज ने मौका बनाया।
टूर्नामेंट के शीर्ष स्कोरर ने इसे अपनी छाती से नियंत्रित किया, मुड़े और डोमिंगुएज़ के गोल के ठीक सामने बाएं पैर से शॉट लगाने से चूक गया। इक्वाडोर ने अपने खेल से अर्जेंटीना को परेशान कर दिया और रोड्रिगो डी पॉल के हैंडबॉल के बाद पेनल्टी अर्जित की, लेकिन एनर वालेंसिया का शॉट पोस्ट से टकरा गया, जिससे अर्जेंटीना ने जश्न मनाया। फ़ेलिक्स सांचेज़ की टीम आगे बढ़ी लेकिन स्टॉपेज टाइम तक स्पष्ट मौके बनाने में विफल रही जब येबोआ के क्रॉस पर केविन रोड्रिग्ज के हेडर ने मैच 1-1 से बराबर कर दिया, अर्जेंटीना ने कोपा अमेरिका में इस तरह अपना पहला गोल खाया । पेनल्टी शूटआउट में, मेसी ने क्रॉसबार को हिट किया, लेकिन डिबू मार्टिनेज ने मेना और मिंडा के शॉट बचा लिए। जूलियन अल्वारेज़ ने गोल करके अर्जेंटीना का आगे बढ़ना सुनिश्चित किया। -(आईएएनएस)
रियाद, 5 जुलाई। भारत के शीर्ष क्यूइस्ट पंकज आडवाणी ने क्वार्टरफाइनल में हमवतन श्रीकृष्ण सूर्यनारायणन को 5-0 से और सेमीफाइनल में सौरव कोठरी को 5-0 से हराकर एशियाई बिलियर्ड्स चैंपियनशिप के फ़ाइनल में प्रवेश कर लिया है। सूर्यनारायणन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मैच में, पंकज ने अपने असाधारण कौशल का प्रदर्शन किया। उनका प्रभुत्व स्पष्ट था क्योंकि उन्होंने लगातार अपने प्रतिद्वंद्वी को सटीकता और चालाकी से हराया। शुरुआती फ्रेम ने माहौल तैयार कर दिया, जिसमें पंकज ने 100 का स्कोर बनाया, जबकि श्रीकृष्ण ने कड़ी चुनौती पेश करते हुए 78 का ब्रेक हासिल किया। हालांकि, पंकज की बेहतर ब्रेक-बिल्डिंग क्षमता ने उन्हें बढ़त दिलाई और पहले फ्रेम में जीत हासिल की। दूसरे फ्रेम में उनका कौशल और अधिक स्पष्ट हो गया, जहां उन्होंने श्रीकृष्ण के 26 की तुलना में 100 अंक और बनाए। तीसरे फ्रेम में पंकज ने 102 के ब्रेक के साथ अपना शानदार फॉर्म बरकरार रखा। श्रीकृष्ण केवल 32 का स्कोर बनाने में सफल रहे। इसके बाद उन्होंने अपने कुशल स्कोरिंग के साथ श्रीकृष्ण को दूर रखने के लिए अभूतपूर्व ब्रेक बनाए।
पंकज ने 101 के एक और ब्रेक के साथ मैच समाप्त किया, जबकि श्रीकृष्ण ने 2 अंक बनाए। सौरव के खिलाफ सेमीफ़ाइनल मैच में, पंकज एक उल्लेखनीय मैच में लगातार पाँच फ़्रेमों में अपने प्रतिद्वंद्वी पर हावी रहे। तालिका में उनकी महारत स्पष्ट थी क्योंकि उन्होंने प्रत्येक फ्रेम में 100 का स्कोर बनाया था। मैच की शुरुआत में पंकज ने तेजी से नियंत्रण हासिल करते हुए 100 अंक बनाए, जबकि सौरव अपने सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद 29 अंक बनाने में सफल रहे, लेकिन पंकज के तेज खेल की बराबरी करने में असमर्थ रहे। दूसरे फ्रेम में पंकज ने अपनी गति जारी रखी और एक और 100 का स्कोर बनाया। सौरव ने अपने प्रदर्शन में थोड़ा सुधार किया और 33 का स्कोर बनाया। अगले तीन फ्रेम में पंकज का कौशल पूरे प्रदर्शन पर था क्योंकि उन्होंने सौरव के 38, 21 और 0 की तुलना में 101, 100 और 100 का स्कोर बनाया। पूरे मैच के दौरान पंकज का प्रदर्शन शानदार रहा। लगातार 100 के ब्रेक और टेबल पर प्रभावी उपस्थिति के साथ, उन्होंने शीर्ष स्तरीय बिलियर्ड्स खिलाड़ी के रूप में अपनी स्थिति की पुष्टि की और फाइनल में अपना स्थान सुरक्षित किया। -(आईएएनएस )
रायपुर, 5 जुलाई। छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ ने बताया कि मेंस अंडर 23 सिलेक्शन ट्रायल दिनांक 9 से 12 जुलाई तक शहीद वीर नारायण सिंह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में आयोजित किया जायेगा। ट्रायल हेतु 23 वर्ष से कम के पुरुष वर्ग खिलाड़ी जिनका जन्म 01-09-2001 से 31-08-2005 के मध्य हुआ हो, योग्य होंगे।
संघ ने बताया कि साथ ही छत्तीसगढ़ में जन्म अथवा 10 वर्षों तक छत्तीसगढ में निवास आवश्यक है। ट्रायल हेतु खिलाडियों को संबंधित जिला क्रिकेट संघ में पंजीयन कराना आवश्यक है, साथ ही टंायल का पंजीयन सभी संबंधित दस्तावेजों के साथ 08 जुलाई तक कराना होगा। ट्रायल हेतु खिलाडिय़ों को सफेद परिधान में आना तथा स्वयं का किट लाना आवश्यक है।
नयी दिल्ली, 4 जुलाई। नाडा ने हाल में राष्ट्रीय अतंर राज्यीय चैम्पियनशिप में रजत पदक जीतने वाली भारत की शीर्ष महिला 400 मीटर धाविका दीपांशी को डोप जांच में विफल होने के कारण निलंबित किया।
दीपांशी (21 साल) ने शुक्रवार को पंचकुला में महिलाओं के 400 मीटर फाइनल में किरण पहल (50.92 सेकेंड) के बाद 52.01 सेकेंड के समय से दूसरा स्थान हासिल किया था।
टूर्नामेंट के दौरान लिये गये डोप नमूने में ‘एनाबोलिक स्टेरायड’ मिला है। ये नमूने 27 जून को (हीट रेस के बाद या सेमीफाइनल में) लिये गये।
राष्ट्रीय अंतरराज्यीय चैम्पियनशिप (27 से 30 जून) में यह पहला डोप पॉजिटिव मामला सामने आया है जो पेरिस ओलंपिक के लिए अंतिम क्वालीफाइंग टूर्नामेंट भी था।
दीपांशी राष्ट्रीय शिविर में ट्रेनिंग नहीं करतीं। (भाषा)
हरारे, 4 जुलाई । भारत के खिलाफ पांच मैचों की टी20 सीरीज से पहले जिम्बाब्वे ने दक्षिण अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज चार्ल लैंगवेल्ट को अपना नया गेंदबाजी कोच नियुक्त किया है। जिम्बाब्वे ने इससे पहले जस्टिन सैमन्स को मुख्य कोच और डियोन इब्राहिम को बल्लेबाजी कोच नियुक्त किया था। लैंगवेल्ट दो कार्यकालों में दक्षिण अफ्रीका की कोचिंग टीम का हिस्सा रहे हैं और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) फ्रेंचाइजी पंजाब किंग्स के गेंदबाजी कोच के रूप में भी काम करते हैं। जिम्बाब्वे क्रिकेट (जेडसी) ने एक बयान में कहा कि नियुक्तियां मिशी जांच समिति द्वारा की गई सिफारिशों के अनुरूप थीं, जिसे हाल ही में संपन्न आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप के लिए अर्हता प्राप्त करने में टीम की विफलता की जांच के लिए स्थापित किया गया था, जिसके कारण मुख्य कोच के रूप में डेव हॉटन को इस्तीफा देना पड़ा।
इसमें आगे कहा गया, "सभी नियुक्तियां सैमन्स के परामर्श से की गईं, जिन्होंने स्टुअर्ट मात्सिकेनेरी को बनाए रखने का भी विकल्प चुना, हालांकि वह अब फील्डिंग कोच की भूमिका निभा रहे हैं, जबकि अमाटो माचिकिचो टीम के फिजियोथेरेपिस्ट के रूप में काम करना जारी रखेंगे।" सैमन्स 2021 से 2023 तक दक्षिण अफ्रीका पुरुष टीम के बल्लेबाजी सलाहकार के रूप में रहे थे। इब्राहिम ने 2001 से 2005 तक जिम्बाब्वे के लिए 29 टेस्ट और 82 एकदिवसीय मैच खेले और हाल ही में न्यूजीलैंड की सीनियर पुरुष टीम के साथ काम किया। दक्षिण अफ़्रीकी जोड़ी रवीश गोबिंद और कर्टली डीज़ल क्रमशः रणनीतिक प्रदर्शन कोच और स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग कोच के रूप में शामिल हुए हैं।
जेडसी ने कहा कि टीम मैनेजर की नियुक्ति को अभी अंतिम रूप देना बाकी है। भारत के खिलाफ जिम्बाब्वे की पांच मैचों की टी20 सीरीज 6-14 जुलाई तक हरारे स्पोर्ट्स क्लब में निर्धारित है। यह चौथी बार होगा जब जिम्बाब्वे द्विपक्षीय पुरुष टी20 श्रृंखला में भारत की मेजबानी करेगा, इससे पहले क्रमशः 2010, 2015 और 2016 में उसका भारत से सामना हुआ था। - (आईएएनएस)
मुंबई, 4 जुलाई। टी20 ट्रॉफी के साथ टीम इंडिया भारत लौट चुकी है। वतन लौटने पर पूरी टीम का भारत माता की जय और वंदे मातरम की गूंज से स्वागत हुआ। इस धूम के बीच टी20 विश्व चैंपियन भारतीय टीम के मुंबई के चार खिलाड़ियों को शुक्रवार को महाराष्ट्र विधान भवन परिसर में सम्मानित किया जाएगा। भारतीय टीम की यादगार जीत से देश में खुशी का माहौल है। बारबाडोस से टी20 ट्रॉफी जीतकर लौटी भारतीय टीम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने उनके आवास पर पहुंची। यहां से टीम इंडिया ने दिल्ली आईजीआई एयरपोर्ट से मुंबई के लिए उड़ान भरी। मुंबई में टीम इंडिया नरीमन प्वाइंट से वानखेड़े स्टेडियम तक रोड शो के आयोजन में शामिल होगी और उसके बाद वानखेड़े स्टेडियम में उनके लिए सम्मान समारोह रखा गया है।
इस बीच जानकारी मिल रही है कि टी20 विश्व चैंपियन भारतीय टीम के मुंबई के चार खिलाड़ियों को शुक्रवार को महाराष्ट्र विधान भवन परिसर में सम्मानित किया जाएगा। कप्तान रोहित शर्मा, सूर्यकुमार यादव, शिवम दुबे और यशस्वी जायसवाल भारत की टी20 विश्व कप टीम का हिस्सा थे। यह सभी मुंबई के रहने वाले हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी वहां मौजूद रहेंगे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे विश्व कप 2023 की फाइनल की हार ने पूरे देश को झकझोर दिया था।
सदमा इतना गहरा था कि कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली अपने इमोशंस कंट्रोल नहीं कर पाए। लेकिन कुछ महीनों बाद ही टीम इंडिया ने साबित कर दिया कि वह बस एक खराब दिन था। चैंपियन टीम को किस्मत नहीं, बल्कि उनकी काबिलियत चैंपियन बनाती है। देश 29 जून 2024 की रात जश्न में डूब गया, देश में दिवाली जैसा माहौल छा गया था। दिलचस्प बात यह है कि इस बार भी रोहित-कोहली अपना इमोशंस कंट्रोल नहीं कर पाए, बस फर्क इस बात का था कि इस बार यह आंसू खुशी के थे। हर भारतीय इस जीत के जश्न में डूबा हुआ था, और अब जब भारतीय टीम ट्रॉफी के साथ घर लौटी है, तो दिल्ली से लेकर मुंबई तक उनके भव्य स्वागत का इंतजाम किया गया है। -- (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 4 जुलाई । भारतीय क्रिकेट टीम ने रोहित शर्मा की कप्तानी में टी20 विश्व कप में अजेय रहकर चैम्पियन बनने की मिसाल पहली बार कायम की है। भारत ने पहली बार टी20 विश्व कप महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में जीता था। तब यह प्रतियोगिता काफी हल्के-फुल्के माहौल में खेली गई थी। टी20 क्रिकेट तब अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में बिल्कुल नया था और 2007 का विश्व कप इस प्रारूप में पहली बार खेला जा रहा था। वहीं, 2024 का विश्व कप आते-आते टी20 प्रारूप बेहद प्रतिद्वंद्वी बन चुका है। कई मायने में रोहित शर्मा की जीत 2007 की जीत की तुलना में काफी खास रही। 2024 तक आते-आते दुनिया में इतनी प्रोफेशनल टी20 लीग खेली जाने लगी हैं कि ये प्रारूप पूरी तरह बदल गया है।
2007 में भारत पर ये विश्व कप जीतने का इतना दबाव नहीं था क्योंकि टी20 को बहुत गंभीरता से नहीं लिया जाता था। खिलाड़ी खुद खास दबाव में नहीं थे लेकिन प्रतियोगिता का अंत आते-आते यह समझ में आ चुका था कि टी20 का रोमांच अपने चरम को छूने की शुरुआत कर चुका है। 2024 तक टी20 विश्व कप में टीमों के बीच की प्रतिद्वंद्विता को इसी बात से समझा जा सकता है कि पाकिस्तान, न्यूजीलैंड, श्रीलंका जैसी बड़ी टीमें सुपर-8 में भी नहीं पहुंच सकी। वहीं दूसरी ओर पहली बार टी20 वर्ल्ड कप खेल रही अमेरिका की टीम ने पाकिस्तान को मात देकर इतिहास रच दिया। अफगानिस्तान की टीम ने तो सुपर-8 में ऑस्ट्रेलिया जैसी चैम्पियन टीम को हराने के बाद सेमीफाइनल में जगह बनाई। इस पृष्ठभूमि में भारतीय टीम का अजेय रहना बहुत खास रहा। कप्तानी के स्तर पर भी ये बहुत खास जीत रही क्योंकि धोनी जहां 26 साल की उम्र में भारत को टी20 खिताब दिलाने वाले सबसे युवा कप्तान थे तो रोहित शर्मा 37 साल की उम्र में ये कप जीतने वाले सबसे उम्रदराज कप्तान बन गए। ये रोहित शर्मा का अंतिम विश्व कप भी था और कप्तानी की साख भी दांव पर थी।
इससे पहले भारतीय टीम 2009, 2010 और 2012 में सुपर-8 तक पहुंची लेकिन आगे नहीं बढ़ सकी। इतना ही नहीं, भारतीय उपमहाद्वीप की चिर-परिचित परिस्थितियों में भी टीम इंडिया 2014 और 2016 के टी20 विश्व कप में क्रमशः फाइनल और सेमीफाइनल तक पहुंचने के बावजूद खाली हाथ रह गई। 2021 के टी20 विश्व कप में भी भारत मेजबान होने के बावजूद सुपर-12 तक ही पहुंच पाया। 2022 में परिस्थितियां और भी विकट थी। न्यूयॉर्क में भारतीय टीम ने अपने मुकाबले ऐसी ड्रॉप-इन पिच पर खेले जो बल्लेबाजों के लिए बहुत खराब साबित हुई। वेस्टइंडीज की पिचों पर भी धीमापन देखने के लिए मिला। ऐसे में जब भारतीय बल्लेबाजी अपने शिखर पर नहीं दिखी तो गेंदबाजी ने जसप्रीत बुमराह की अगुवाई में कमाल का प्रदर्शन किया। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रोहित शर्मा की जबरदस्त पारी और फाइनल में विराट कोहली का प्रदर्शन एक बार फिर साबित कर गया कि टीम प्रबंधन ने इन पुराने खिलाड़ियों पर नए प्रारूप में दांव लगाकर गलत नहीं किया था। फाइनल में जीत के बाद रोहित शर्मा, विराट कोहली और रवींद्र जडेजा जैसे दिग्गजों के संन्यास ने इस जीत को और भी यादगार बना दिया है। --(आईएएनएस)
लंदन, 4 जुलाई भारतीय मूल की नौ वर्षीय स्कूली छात्रा बोधना शिवनंदन शतरंज में इतिहास रचने जा रही हैं क्योंकि वह किसी भी खेल में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व करने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी बन गई हैं।
उत्तर-पश्चिम लंदन के हैरो की रहने वाली बोधना सितंबर में हंगरी के बुडापेस्ट में होने वाले शतरंज ओलंपियाड में इंग्लैंड की महिला टीम में शामिल होंगी। टीम में शामिल अन्य खिलाड़ियों की उम्र 20 साल से अधिक है।
बोधना ने बुधवार को बीबीसी से कहा, ‘‘कल स्कूल से वापस आने के बाद जब मेरे पिताजी ने मुझे बताया तो मुझे इस बारे में पता चला। मैं खुश थी। मुझे उम्मीद है कि मैं अच्छा प्रदर्शन करूंगी और मुझे एक और खिताब मिलेगा।’’
इंग्लैंड शतरंज टीम के मैनेजर मैल्कम पेन ने स्कूली छात्रा बोधना को अब तक देखी गई सबसे उल्लेखनीय ब्रिटिश शतरंज प्रतिभाओं में से एक बताया।
उन्होंने कहा, ‘‘यह रोमांचक है - वह अब तक की सर्वश्रेष्ठ ब्रिटिश खिलाड़ियों में से एक बनने की राह पर है।’’
बोधना के पिता शिवा शिवनंदन ने कहा कि उन्हें अब भी इस बात पर हैरानी है कि उनकी बेटी को यह प्रतिभा कहां से मिली।
शिवा ने कहा, ‘‘मैं इंजीनियरिंग स्नातक हूं, मेरी पत्नी भी इंजीनियरिंग स्नातक है लेकिन मैं शतरंज में अच्छा नहीं हूं।’’
बोधना ने पहली बार महामारी के दौरान लॉकडाउन में शतरंज खेलना सीखा जब शिवा का दोस्त भारत वापस जा रहा था और उसने उन्हें कुछ बैग दिए जिनमें शतरंज का बोर्ड भी था।
बोधना ने कहा, ‘‘मुझे मोहरों में दिलचस्पी थी इसलिए मैंने खेलना शुरू कर दिया।’’
पिछले दिसंबर में बोधना ने क्रोएशिया के जाग्रेब में यूरोपीय ब्लिट्ज शतरंज चैंपियनशिप जीती थी और उस समय उन्हें ‘सुपर टैलेंटेड’ करार दिया गया था। (भाषा)
लंदन, 4 जुलाई । एम्मा राडुकानू एलिस मर्टेंस पर 6-1, 6-2 की जोरदार जीत के साथ घरेलू ग्रैंड स्लैम विम्बलडन में बुधवार को महिला एकल के तीसरे दौर में पहुंच गईं , जबकि उनकी हमनाम एम्मा नवारो ने पूर्व विश्व नंबर 1 नाओमी ओसाका को आसानी से 6-4, 6-1 से हराया।विंबलडन के सेंटर कोर्ट पर दिन उन दोनों के नाम रहा क्योंकि उन्होंने अपने मौकों का पूरा फायदा उठाया और अपने विरोधियों को पछाड़ दिया, इस प्रक्रिया में राडुकानु ने केवल तीन गेम गंवाए। राडुकानू और मर्टेंस के बीच मैच नंबर 1 कोर्ट पर था, जो विंबलडन का दूसरा सबसे बड़ा स्थल था, जो एक बंद छत के नीचे खेला गया था। 21 साल पहले टोरंटो, कनाडा में जन्मी राडुकानू जब दो साल की थी तब अपने परिवार के साथ इंग्लैंड चली गईं।
ब्रिटिश टेनिस की श्रेणी में आने के बाद, वह किशोरी के रूप में यूएस ओपन जीतकर सुर्खियों में आईं। बुधवार को वह मर्टेंस के खिलाफ अपने पूरे जोश में थी। पहला सेट एक झटके में ख़त्म हो गया। राडुकानू ने होलोजिक डब्ल्यूटीए टूर खिलाड़ियों में नंबर 33-रैंक वाली खिलाड़ी मर्टेंस के दोनों ब्रेक-प्वाइंट अवसरों को बचाया। साथ ही, उन्होंने 28 वर्षीय बेल्जियम की 12 बेजां भूलों का फायदा उठाते हुए दो बार मर्टेंस की सर्विस तोड़ी। राडुकानू ने दूसरे सेट के तीसरे गेम में एक और ब्रेक बनाया और पांचवें में यह उपलब्धि दोहराई। उनका अगला मुकाबला नंबर 9 मारिया सकारी और गैर वरीयता प्राप्त अरांटेक्सा रुस के बीच मैच के विजेता से होगा।
राडुकानू ने कभी भी रुस के खिलाफ नहीं खेला है, लेकिन यह ध्यान देने योग्य है कि उसने न्यूयॉर्क में 2021 के खिताब की राह पर अपना एकमात्र पिछला मैच सकारी के खिलाफ सेमीफाइनल में जीता था। दक्षिण कैरोलिना के चार्ल्सटन की 23 वर्षीय नवारो को जापान की चार बार की ग्रैंड स्लैम चैंपियन ओसाका को हराने के लिए केवल 59 मिनट की आवश्यकता पड़ी। सेंटर कोर्ट पर अपने करियर की पहली उपस्थिति में, नवारो को कभी भी शोडाउन में ब्रेक पॉइंट का सामना नहीं करना पड़ा। वर्जीनिया विश्वविद्यालय की 2021 एनसीएए चैंपियन नवारो एक साल पहले शीर्ष 50 से बाहर थी, लेकिन वर्तमान में करियर के सर्वोच्च 17वें स्थान पर हैं। वह अब इस साल के तीनों स्लैम में तीसरे दौर या उससे बेहतर स्थान पर पहुंच गई है, अब तक रौलां गैरो में 16वें राउंड के प्रदर्शन के साथ अपने चरम पर है।
अगर नवारो एक और ग्रैंड स्लैम के राउंड ऑफ 16 में जगह बनाना चाहती है, तो उसे तीसरे राउंड में रेड-हॉट डायना श्नाइडर को हराना होगा। 20 वर्षीय श्नाइडर ने बुधवार को 2017 की यूएस ओपन चैंपियन स्लोएन स्टीफंस को केवल 49 मिनट में 6-1, 6-1 से हरा दिया। श्नाइडर ने इस साल नवारो को दो बार हराया है, हाल ही में पिछले हफ्ते बैड हैम्बर्ग सेमीफाइनल में। श्नाइडर ने वर्ष के अपने दूसरे खिताब के लिए उस ग्रास-कोर्ट प्रतियोगिता को जीता और वह वर्तमान में अपने करियर की सर्वोच्च 30वीं रैंकिंग पर हैं। बुधवार के मैच के पहले छह गेम में नवारो और ओसाका को सर्विस में कोई परेशानी नहीं हुई, लेकिन 3-3 के स्कोर पर, ओसाका ने लगातार चार गलतियां करके नवारो को लव ब्रेक दे दिया। एक समय पर, नवारो ने लगातार 10 अंक हासिल कर लिए, हालाँकि 5-3 की बढ़त को मजबूत करने के लिए उसे ड्यूस गेम में कड़ी मेहनत करनी पड़ी।
ओसाका ने सर्विस पर फिर से मजबूती दिखाई और लव होल्ड के माध्यम से नवारो को सेट के लिए सर्विस करने के लिए मजबूर किया। अमेरिकी इस कार्य के लिए तैयार थी, उसने एक मजबूत ओवरहेड शॉट के साथ सेट प्वाइंट हासिल किया, फिर उस मौके को एक तेजतर्रार फोरहैंड के साथ परिवर्तित कर दिया, जो सेट का उसका नौवां विनर था। ओसाका द्वारा एक ड्रॉप वॉली चूकने ने नवारो को दूसरे सेट के शुरुआती गेम में एक त्वरित ब्रेक प्वाइंट दिया, और नवारो ने अपना मौका लिया, ग्राउंडस्ट्रोक बनाकर ओसाका को गलती करने के लिए मजबूर किया और शुरुआती बढ़त ले ली। नवारो ने दूसरा सेट 6-1 से जीता, जिससे नई मां ओसाका की पांच साल की अनुपस्थिति के बाद विंबलडन में वापसी रुक गई। नवारो ने केवल पांच बेजां भूलों के बावजूद 16 विनर्स के साथ मैच समाप्त किया। --(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 4 जुलाई । भारतीय क्रिकेट टीम रोहित शर्मा की कप्तानी में टी20 विश्व कप 2024 को जीतकर घर वापस आ चुकी है। दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद विजेता टीम मुंबई जाएगी और विजय परेड में हिस्सा लेगी। इससे पहले महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में भी भारतीय टीम ने 2007 में पहली बार टी20 विश्व कप जीता था। 2007 में भी भारतीय क्रिकेट टीम ने 'ओपन बस परेड' के जरिए अपनी जीत का जश्न मनाया था। तब, धोनी एंड कंपनी भी परेड के बाद वानखेड़े स्टेडियम में फैंस के सामने उपस्थित हुई थी। इस बार भी रोहित शर्मा की अगुवाई में टीम इंडिया वानखेड़े स्टेडियम में जाएगी।
खास बात ये है कि बीसीसीआई ने फैंस के लिए स्टेडियम में प्रवेश को लेकर कोई शुल्क नहीं रखा है। 'पहले आओ, पहले पाओ' की तर्ज पर फैंस अपनी उपस्थिति सुनिश्चित कर सकते हैं। इस बार देखने वाली बात होगी कि रोहित शर्मा भीड़ को संबोधित करते हुए क्या कहेंगे। 2007 में धोनी ने विश्व चैम्पियन बनने के बाद कहा था, "लोग कहते हैं मुंबई एक ऐसा शहर है, जो चलते ही रहता है, लेकिन आज हम मुंबई को एक ठहराव पर लेकर आए हैं।" 2007 में भारतीय टीम की बस परेड काफी लंबी रही थी, जो कई घंटे तक चली थी। टीम ने तब मुंबई एयरपोर्ट से वानखेड़े स्टेडियम तक का 25 किलोमीटर सफर तय किया था। लेकिन इस बार की चैम्पियन टीम का सफर छोटा रहेगा।
हालांकि, फैंस को इस बात से खास फर्क नहीं पड़ता है और वे पूरे शहर से फैंस दक्षिण मुंबई में बड़े जश्न के लिए तैयार हैं। रोहित शर्मा ने अपनी टीम के साथ दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी से गुरुवार की सुबह मुलाकात की। इस दौरान भारतीय टीम के खिलाड़ी और स्टाफ खास 'चैम्पियंस' जर्सी पहने हुए थे। इस जर्सी में दो स्टार लगे हुए हैं। इस दौरान बीसीसीआई के अध्यक्ष रोजर बिन्नी और सचिव जय शाह भी मौजूद थे। बता दें कि भारतीय टीम ने 11 साल बाद आईसीसी ट्रॉफी का सूखा समाप्त किया है। वेस्टइंडीज और अमेरिका की मेजबानी में हुए टी20 विश्व कप में भारतीय टीम अजेय रही और उन्होंने फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को मात देकर दूसरी बार टी20 ट्रॉफी जीत ली। भारत ने इसके अलावा दो बार वनडे विश्व कप जीता है। एक बार 1983 में कपिल देव की कप्तानी और दूसरी बार 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में। इस प्रकार अब तक ये भारत की चौथी विश्व कप जीत है। -- (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 4 जुलाई । टीम इंडिया के बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव ने गुरुवार सुबह आईटीसी मौर्या होटल में गर्मजोशी से हुए स्वागत समारोह के दौरान जमकर डांस करते हुए सुर्खियां बटोरीं। तूफान बेरिल के कारण बारबाडोस में तीन दिनों तक फंसे रहने के बाद भारतीय टीम बुधवार सुबह बारबाडोस से रवाना हुई और गुरुवार की सुबह इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरी। भारत पहुंचने के बाद हवाई अड्डे और फिर होटल में टीम का नायक की तरह स्वागत किया गया। अपनी यात्रा में देरी और थकान के बावजूद, जब नीले रंग की जर्सी पहने खिलाड़ी आईटीसी मौर्य होटल के लिए बस में चढ़े, तो उनका उत्साह ऊंचा था, जहां भारी उत्साह के साथ उनका भव्य स्वागत किया गया।
कप्तान रोहित शर्मा, ऋषभ पंत, मोहम्मद सिराज ने भी होटल के बाहर बैरल और केतली ड्रम की धुन पर अपने नृत्य कौशल दिखाए। होटल पहुंचने पर टीम का कर्मचारियों ने तालियों से उनका स्वागत किया। सूर्यकुमार को होटल के बाहर खुशी से नाचते देखा गया, जिससे प्रशंसकों और दर्शकों को काफी खुशी हुई। उत्साहपूर्ण स्वागत से रोमांचित दिख रहे खिलाड़ी विश्व कप से अपनी विजयी वापसी का जश्न मनाते हुए जश्न में शामिल हुए। आईटीसी मौर्य होटल में हुए स्वागत समारोह ने टीम की सफलता का सम्मान करने वाले समारोहों की एक श्रृंखला आयोजित करने की रूपरेखा तैयार कर दी है। --(आईएएनएस)
नई दिल्ली, 4 जुलाई । मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने गुरुवार शाम को भारत की टी20 विश्व कप विजय परेड के लिए वानखेड़े स्टेडियम में प्रशंसकों के लिए मुफ्त प्रवेश की अनुमति दी है। गुरुवार की सुबह राजधानी में उतरने पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास नाश्ते के लिए जाने से पहले, मैन इन ब्लू एक होटल में इकट्ठे हुए। पीएम मोदी से मुलाकात के बाद टीम दिल्ली से मुंबई के लिए रवाना हो गयी। बीसीसीआई ने नरीमन पॉइंट से वानखेड़े तक 1 किमी की विजय परेड की व्यवस्था की है, जिसके बाद वानखेड़े स्टेडियम में एक छोटा समारोह होगा। मुंबई पुलिस ने यात्रियों को विजय जुलूस के दौरान इस मार्ग से बचने की सलाह दी है क्योंकि गुरुवार को दोपहर 3 बजे से रात 9 बजे तक यातायात व्यवस्था लागू रहेगी।
मुंबई ट्रैफिक पुलिस ने एक्स पर लिखा,"टी20 विश्व कप की विजेता भारतीय क्रिकेट टीम के लिए 4 जुलाई 2024 को मरीन ड्राइव पर एक भव्य विजय परेड का आयोजन किया गया है। यात्रियों को असुविधा से बचाने के लिए आज दोपहर 3 बजे से रात 9 बजे तक निम्नलिखित यातायात व्यवस्था रहेगी।" तूफान बेरिल की वजह से देरी के कारण बारबाडोस में तीन दिनों तक फंसे रहने के बाद रोहित शर्मा की अगुवाई वाली भारतीय टीम गुरुवार सुबह दिल्ली इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरी। फाइनल में वापसी करते हुए, भारत ने शनिवार को बारबाडोस में एक रोमांचक टी20 विश्व कप फाइनल में पहली बार के फाइनलिस्ट दक्षिण अफ्रीका को सात रनों से हरा दिया। -- (आईएएनएस)
नई दिल्ली, 4 जुलाई । आईपीएल चेयरमैन अरुण धूमल ने टी20 विश्व कप जीत के लिए गुरुवार को टीम इंडिया की जमकर सराहना करते हुए कहा कि मैन इन ब्लू ने "इस जीत के लिए कड़ी मेहनत की"। भारत ने पिछले हफ्ते पुरुषों के टी20 विश्व कप फाइनल में रोमांचक मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को सात रनों से हरा दिया, जिससे देश के दूसरे टी20 विश्व खिताब के लिए उनका 17 साल का इंतजार खत्म हो गया। इसके अलावा, रोहित शर्मा की अगुवाई वाली टीम ने 2013 चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बाद से एक प्रमुख खिताब के अपने 11 साल के सूखे को समाप्त कर दिया। अरुण धूमल ने आईएएनएस से कहा, "जिस तरह से भारत ने टी20 विश्व कप में खेला वह अद्भुत था। उन्होंने इसके लिए वास्तव में कड़ी मेहनत की। यहां तक कि, हमने वनडे विश्व कप में भी अच्छा प्रदर्शन किया, दुर्भाग्य से हम एक मैच (फाइनल) हार गए। लेकिन अब टीम विश्व चैंपियन है और हम सभी को उन पर बहुत गर्व है।'' यह भारत का कुल मिलाकर चौथा विश्व कप खिताब है - 1983 में कपिल देव की टीम से लेकर 2007 टी20 विश्व कप में एमएस धोनी के यंग गन्स और 2011 में वनडे चैंपियन बनने तक। - (आईएएनएस)
लंदन, 4 जुलाई । भारत के शीर्ष टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना और उनके ऑस्ट्रेलियाई जोड़ीदार मैथ्यू एब्डेन ने नीदरलैंड्स के रोबिन हासे और सैंडर अरेंड्स को हराकर विम्बलडन के पुरुष युगल के दूसरे दौर में प्रवेश कर लिया है। ऑस्ट्रेलियन ओपन चैंपियन ने अपने डच विरोधियों को वर्षा की बाधा के बावजूद एक घंटे 11 मिनट में 7-5, 6-4 से हरा दिया। दूसरी वरीयता प्राप्त जोड़ी ने ग्रास कोर्ट मेजर के शुरुआती मुकाबले में अपने विरोधियों को दबाव में रखने के लिए कोर्ट पर शानदार खेल दिखाया।
बोपन्ना और एब्डेन गुरुवार को दूसरे दौर में हेंड्रिक जेबेंस और कॉन्स्टेंटिन फ्रांत्ज़ेन की जर्मन जोड़ी से भिड़ेंगे। हालाँकि, बुधवार को अपने सर्बियाई साथी दुसान लाजोविच के साथ पुरुष युगल के पहले दौर के मैच में हारने के बाद सुमित नागल का अभियान निराशाजनक रूप से समाप्त हो गया। इन दोनों को स्पेन के पेड्रो मार्टिनेज और जाउम मुनार ने 6-2, 6-2 से हराया। इससे पहले, नागल को विंबलडन में अपने पहले मुख्य ड्रॉ में पुरुष एकल के पहले दौर में हार का सामना करना पड़ा था। इस बीच, एन श्रीराम बालाजी और युकी भांबरी दिन के अंत में पुरुष युगल के पहले दौर में चौथी वरीयता प्राप्त सर्बियाई-सल्वाडोरन जोड़ी मेट पाविच और मार्सेलो अरेवालो के खिलाफ खेलेंगे। - (आईएएनएस)
रियाद, 4 जुलाई । एशियाई बिलियर्ड्स में खिताबी हैट्रिक की तलाश में उतरे भारत में शीर्ष क्यूइस्ट पंकज आडवाणी ने अपना विजय अभियान जारी रखते हुए सिद्धार्थ पारिख को 4-2 से हरा दिया। पंकज और सिद्धार्थ के बीच छह फ्रेम के मुकाबले में दोनों ने दबाव के बावजूद अपना कौशल दिखाया। मैच की शुरुआत सिद्धार्थ के बढ़त लेने से हुई। सटीकता और नियंत्रण दिखाते हुए, उन्होंने 101 अंक बनाए और पंकज 38 के साथ पीछे रह गए। सिद्धार्थ के शानदार प्रदर्शन ने मैच का माहौल तैयार कर दिया। दूसरा फ्रेम काफी रोमांचक था। सिद्धार्थ 100 से 99 के करीबी स्कोर के साथ पंकज को पछाड़ने में कामयाब रहे। विशेष रूप से, सिद्धार्थ के पास 65 का ब्रेक था, जबकि पंकज ने 92 के प्रभावशाली ब्रेक के साथ फ्रेम को लगभग अपने पक्ष में कर लिया था। अगले फ्रेम में जाकर, पंकज ने जोरदार वापसी की और सिद्धार्थ को 101 से 0 के स्कोर के साथ पूरी तरह से हरा दिया। 60 का उनका ब्रेक उनके रणनीतिक कौशल और निष्पादन का प्रमाण था।
चौथा फ्रेम एक गहन लड़ाई थी। सिद्धार्थ ने 95 अंक बनाए, जिसमें 95 का ब्रेक भी शामिल था, लेकिन यह पंकज के 101 को पार करने के लिए पर्याप्त नहीं था। पंकज ने 93 के ब्रेक के साथ, दबाव में प्रदर्शन करने के अपने लचीलेपन और क्षमता का प्रदर्शन किया और मामूली अंतर से फ्रेम जीत लिया। उन्होंने पांचवें फ्रेम में अपना दबदबा जारी रखा और सिद्धार्थ के 2 के मुकाबले 104 का स्कोर बनाया। 87 के उल्लेखनीय ब्रेक के साथ, पंकज ने अपने लगातार उच्च स्तरीय खेल और रणनीतिक कौशल का प्रदर्शन किया, जिससे सिद्धार्थ को वापसी करने के लिए संघर्ष करना पड़ा। अंतिम फ्रेम में, सिद्धार्थ ने शानदार प्रयास करते हुए 95 के ब्रेक के साथ 95 अंक बनाए। हालांकि, 77 के ब्रेक सहित पंकज के 102 अंक ने फ्रेम और मैच में उनकी जीत सुनिश्चित कर दी। अपनी करीबी जीत के बाद पंकज ने कहा, “गति को जारी रखना अच्छा है। सिद्धार्थ एक प्रबल प्रतिद्वंद्वी हैं. खेल की अप्रत्याशित प्रकृति को देखते हुए, यह एक रोमांचक मैच था। जैसे-जैसे टूर्नामेंट आगे बढ़ता है, फोकस बनाए रखना महत्वपूर्ण है।” --(आईएएनएस)
रायपुर, 4 जुलाई। छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ ने बताया कि संघ द्वारा वार्षिक पुरस्कार समारोह 2024 का आयोजन दिनांक 05 जुलाई 2024 को छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ द्वारा संघ से संबद्ध खिलाडियों हेतु वार्षिक पुरस्कार समारोह 2024 का आयोजन दिनांक 05 जुलाई 2024 को आयोजित किया जा रहा है।
संघ ने बताया कि आयोजित राज्य एवं जिला स्तर कि आयोजनों में वर्श 2023-24 मं े उत्कृश्ट प्रदर्षन करने वाले खिलाडियों को सम्मानित एवं पुरस्कृत किया जायेगा। पुरस्कार हेतु सभी आयु वर्गों तथा फॉर्मेट हेतु विभिन्न श्रेणियों में पुरस्कार दिये जायेंगें। खिलाडियों के सम्मान तथा खेल पत्रकार/ खेल संपादक अतिथि स्वरुप सादर आंमत्रित हैं।