सरगुजा
पुलिस ने पिता व दो बेटों को किया गिरफ्तार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 9 जून। सरगुजा जिला के मैनपाट में नोटिस तामील कराने गए कमलेश्वरपुर थाना प्रभारी व पुलिसकर्मियों पर पिता-पुत्रों ने टांगी, डंडा व पत्थर से हमला कर दिया। इस घटना में हमले के दौरान एक आरक्षक का सिर फूट गया, वहीं थाना प्रभारी ने भागकर व हो-हल्ला कर अपने आप को बचाया। घटना के बाद कमलेश्वरपुर से पहुंचे अतिरिक्त पुलिसकर्मियों ने घेराबंदी करने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के अनुसार मैनपाट कमलेश्वरपुर थाना प्रभारी शिशिरकांत सिंह दो आरक्षकों विजय प्रताप व देवदत्त सिंह के साथ थाना अंतर्गत ग्राम लुरैना में रहने वाले ज्ञानी यादव के घर टोनही प्रताडऩा के तहत दर्ज अपराध के संबंध में नोटिस को तामील करवाने गए थे। सुबह 9 बजे गांव पहुंची टीम द्वारा ज्ञानी यादव के घर के पास पहुंचकर उसे नोटिस देने के लिए बुलाया। पुलिस के आने की जानकारी पर ज्ञानी यादव के साथ उसके दोनों बेटे नारायण यादव व नारद यादव भी आए और बार-बार परेशान करने का आरोप लगाते हुए पुलिस टीम पर गाली-गलौज करते हुए हमला कर दिया।
इस दौरान आरोपियों ने मारकर आरक्षक विजय प्रताप सिंह का सिर फोड़ दिया और दूसरे आरक्षक पर भी हमला कर दिया, जिस पर दूसरे आरक्षक ने वहां से दूर भागकर स्वयं को बचाया। इसके बाद ज्ञानी यादव टांगी लेकर तथा उसके दोनों पुत्र लाठी-डंडा, पत्थर लेकर थाना प्रभारी शिशिरकांत सिंह को मारने के लिए दौड़ पड़े,जिस पर थाना प्रभारी भी पीछे की ओर दौड़े। शोर शराबा सुनकर आसपास के अन्य ग्रामीण जुटने लगे तो आरोपी पिता-पुत्र वहां से घर की ओर भाग निकले। घायल आरक्षक विजय प्रताप सिंह को मैनपाट अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
थाना प्रभारी ने मामले की सूचना थाने में और वरिष्ठ अधिकारियों को दी। जिस पर मैनपाट थाने से दर्जनभर पुलिसकर्मी पुन: थाना प्रभारी के साथ ग्राम लुरैना पहुंचे, जहां पुलिस ने आरोपी ज्ञानी यादव व उसके दोनों पुत्रों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने इस मामले में शासकीय कार्य में बाधा व हत्या के प्रयास सहित आधा दर्जन धाराओं में आरोपी पिता व उसके दोनों पुत्रों पर अपराध दर्ज करते हुए तीनों को न्यायालय में पेश किया, जहां से तीनों को जेल भेज दिया गया है।