रायपुर
कौशिक, अजय, शिवरतन, सौरभ सिंह ने उठाए व्यवस्था पर सवाल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 21 जुलाई। विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन गुरुवार को भी विपक्ष ने सदन में मंत्री टीएस सिंहदेव की के बदले मंत्री मोहम्मद अकबर द्वारा पंचायत, स्वास्थ्य विभाग के प्रश्नों के जवाब दिए जाने पर भाजपा विधायकों ने सरकार पर हमले किए।
विधायक रजनेश सिंह ने दवा खरीदी से संबंधित पूरक प्रश्न किया था। इसका जवाब देने जैसे ही मंत्री अकबर उठे अजय चंद्राकर और शिवरतन शर्मा ने सवाल उठाते हुए कहा कि मंत्री टीएस सिंहदेव का इस्तीफा स्वीकार हो गया है क्या? जो दूसरे मंत्री जवाब दे रहे है? उन्हें किसने अधिकृत किया? इस पर अध्यक्ष चरणदास महंत ने कहा कि इस संबंध में कल जानकारी दे दी है।इसके बाद बीजेपी विधायकों ने सदन में शोर-शराबा शुरू कर दिया। उनका कहना था कि अभी सरकार की ओर से अधिकृत बयान नहीं दिया गया है। सीएम बघेल मौजूद हैं, बता दें कि सिंहदेव पर क्या फैसला किया है।संसदीय कार्यमंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि मंत्री टीएस सिंहदेव ने अपने पत्र में कहीं भी त्यागपत्र नहीं लिखा है। इस पर शिवरतन शर्मा,सौरभ सिंह ने कहा कि खुद को पंचायत विभाग से पृथक कर रहा हूं लिखा है। इसके मायने ही है कि विभाग में कोई नहीं है,कौन रहेंगे सीएम बता दें। अध्यक्ष महंत ने कहा कि पेपर में छपी बातों को सदन में न उठाए और। धरम लाल कौशिक ने कहा कि सीएम निर्णय लेकर बता दें, और तब तक दूसरा कोई जवाब न दे। मामला शांत होने पर रजनीश कुमार सिंह ने 2019 से 2022 तक सीजीएमएससी द्वारा खरीदी गई दवाई पर जानकारी मांगी. उन्होंने पूछा कि खरीदी के लिए आमंत्रित निविदाओं में डीपीसीओ (ष्ठक्कष्टह्र) या एनपीपीए (हृक्कक्क्र) से अधिक दर नहीं भरने के संबंध में संबंधित निविदा में शर्ते थी. क्या इन शर्तों का उल्लंघन किया गया है? किस प्रकार से कार्रवाई की गई है ? मंत्री मोहम्मद अकबर ने बताया कि निर्धारित शर्त में एफिडेविट देना जरूरी था। एक फर्म ने अपने दर में संशोधन किया है, लेकिन उनसे जिस दर पर अनुबंध हुआ था, उसी दर पर में भुगतान किया गया है.।संबंधित कंपनी को नोटिस जारी किया गया है।जवाब आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।रजनीश सिंह ने पूछा- यदि कंपनियों की ओर से बार-बार वही गलती की जाती है तो ब्लैक लिस्टेड करने की प्रक्रिया है तो इन पर कार्रवाई क्यों नहीं। इस पर मंत्री ने जवाब में कहा- विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।