राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 4 जनवरी। पूर्ववती भाजपा शासनकाल में अमृत मिशन योजना के नाम पर जमकर भष्टाचार हुआ। जिसके चलते शहरवासियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। जिसको लेकर वरिष्ठ पार्षद कुलबीर सिंह छाबड़ा ने नगर निगम आयुक्त को लिखित पत्र के माध्यम से कहा कि अमृत मिशन योजना में हुए व्यापक भ्रष्टाचार के कारण कार्य निविदा के नियमानुसार नहीं हो रहा है, ऐसी जानकारी दी गई है।
श्री छाबड़ा ने कहा कि अमृत मिशन योजना के नियमानुसार शहरवासियों को 24 घंटे पानी मिलेगा, यह बताया गया है। अमृत मिशन योजना में नियमानुसार जितने फीट पानी चढ़ाकर जनता को दिए जाना है इसका लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। वहीं शहर के कई वार्डों में नल व पाइप तक नहीं बिछ पाया है। ऐसी स्थिति में अमृत मिशन योजना पूरी तरह से फेल हो रही है और भी बहुत सारी अमृत मिशन के निविदा के नियमों के अनुसार होना चाहिए, वह नहीं हुआ है। ऐेसी स्थिति में ठेकेदार को किसी भी प्रकार का भुगतान निगम प्रशासन द्वारा नहीं किया जाना चाहिए। इसके लिए मेरे द्वारा पूर्व में भी जनहित मामले को लेकर माननीय उच्च न्यायालय के शरण में जनता को न्याय दिलाने जाउंगा, यह जानकारी निगम आयुक्त दी है और पुन: दे रहा हूं। यदि अमृत मिशन जल योजना नियमानुसार पूर्ण होती है तभी भुगतान किया जाए अन्यथा निगम प्रशासन जवाबदार रहेगा। अमृत मिशन योजना में कार्य शुरू होने के दिनांक से आज दिनांक तक अमृत मिशन के ठेकेदार को कितना-कितना, किस-किस दिनांक को कार्य पेटे दिया गया है। इस विषय को लेकर 7 दिवस के अंदर में जानकारी उपलब्ध करवाने का निवेदन किया है।