राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 जनवरी। मौसम के पलटवार से दलहन-तिलहन की खेती को जबर्दस्त नुकसान होने की आशंका से किसान चिंतित हो गए हैं। दलहन-तिलहन की खेती को खराब मौसम से खतरा बढ़ गया है। जनवरी के महीने में मौसम के बदले रूख से चना समेत रबी की फसलों को नुकसान होने की आशंका बढ़ गई है। किसानों के चेहरे में फसलों की सुरक्षा को लेकर चिंता साफ दिख रही है।
रबी की फसलों में प्रमुख रूप से खराब मौसम से चना, सरसो व राहर की फसलों की पैदावार पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। इधर बंगाल की खाड़ी से आने वाली ठंडी हवाओं ने राजनांदगांव जिले के मौसम को भी पूरी तरह से पलटकर रख दिया। कल रिमझिम फुहारें पड़ी। दलहन-तिलहन के लिए यह बारिश काफी नुकसानदेही मानी जा रही है। एक जानकारी के मुताबिक राजनांदगांव जिले में 45 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में चना की फसल की बुआई हुई है। चना के साथ-साथ तिलहन की खेती को नुकसान होने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
उधर असमय बारिश ने धान सोसायटियों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी है। बारिश के कारण सोसायटियों में खरीदी पर रोक लगा दी गई। धान को बचाने के लिए समिति प्रबंधकों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। जिले में इस साल 77 लाख क्विंटल से ज्यादा की धान खरीदी हुई है। बारिश के कारण अचानक बदले मौसम ने दलहन-तिलहन के अलावा धान की फसलों को भी चपेटे में लिया है।